आज का पंचाग, आपका राशि फल, बंदा बैरागी का बलिदान, विश्व का सबसे बड़ा अद्भुत अंतरिक्षीय वैदिक ज्योतिष की कालगणना

उत्तराखंड में पांडव देवताओं के प्रतीकात्मक अस्त्र शस्त्र। 

यदा देवेषु वेदेषु गोषु विप्रेषु साधुषु।।
धर्मे मयि च विद्वेष: स वा आशु विनश्यति।।
-श्रीमद्भागवत
(७/४/२७)

🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः सभी मित्र मंडली को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाएंगे भगवान हनुमान जी सभी मित्र मंडली की मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे
मंगल ग्रह स्तुति:–
*धरणी गर्भ सम्भूतं, विद्युत् कान्ति समप्रभम्।कुमारं शक्तिहस्तं तं,मंगलं प्रणमाम्यहम्*।।
हिन्दी ब्याख्या:– पृथ्वी के उदर से जिनकी उत्पत्ति हुई विद्युत पुंज बिजली के सामान जिनकी प्रभा है जो हाथों में शक्ति धारण किए रहते हैं उन मंगल देव को मैं प्रणाम करता हूं।
भौम गायत्री मंत्र:–🕉️ *भूमि पुत्राय विद्महे लोहितांगाय धीमहि तन्नो भौम: प्रचोदयात्*।।
भौम गायत्री का यथाशक्ति जप करने के बाद खादिर युक्त पायस घी से दशांश हवन करें।
आपका ✍️*पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली* *फलित ज्योतिष शास्त्री* ✡️
✡️दैनिक पंचांग✡️
✡️वीर विक्रमादित्य संवत् ✡️
✡️2078 ✡️
✡️ज्येष्ठ मासे ✡️
✡️26 प्रविष्टे गते ✡️
✡️दिनांक ✡️:08 – 06 – 2021(मंगलवार)
सूर्योदय :05.44 पूर्वाह्न
सूर्यास्त :07.07 अपराह्न
सूर्य राशि :वृषभ
चन्द्रोदय :04.05 पूर्वाह्न
चंद्रास्त :05.29 अपराह्न
चन्द्र राशि :मेष कल 12:23 अपराह्न तक, बाद में वृषभ
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :बैशाख 28
पूर्णिमांत महीना :ज्येष्ठ 13
पक्ष :कृष्ण 13
तिथि :त्रयोदशी 11.24 पूर्वाह्न तक, बाद में चतुर्दशी
नक्षत्र :भरणी 5.36 पूर्वाह्न तक, बाद में कृत्तिका
योग :अतिगण्ड 5.41 पूर्वाह्न तक, बाद में सुकर्मा
करण :वणिज 11:24 पूर्वाह्न- तक, बाद में विष्टि शकुनि
राहु काल :3.52 अपराह्न से – 5.32 अपराह्न तक
कुलिक काल :12.31 अपराह्न से- 2.11 अपराह्न तक
यमगण्ड :9.11 पूर्वाह्न से – 10.51 पूर्वाह्न तक
अभिजीत मुहूर्त :11.59 पूर्वाह्न से – 12.52 अपराह्न तक
दुर्मुहूर्त :08:24 पूर्वाह्न-से – 09:18 पूर्वाह्न 11:22 रात्रि – 12:04 रात्रि

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 *राशिफल देखने के नियम*
मित्रों बहुत से मित्रों ने राशि नाम एवं प्रसिद्ध नाम के माध्यम से राशिफल देखने की प्रक्रिया जानी चाही इसके विषय में महर्षि पाराशर जी ने पाराशरी नामक ग्रंथ में लिखा है कि:–
*देशे ग्रामे गृहे युद्धे, सेवायां व्यवहारके। नाम राशे प्रधानत्वं , जन्मराशि न चिन्तयेत्*।।
हिंदी ब्यख्या:–
प्रदेश में घर के बाहर गांव में युद्ध के समय सेवारत में व्यवहारिक नाम की प्रधानता होती है स्थानों पर जन्म राशि का चिंतन न करके प्रचलित नाम की राशि का चिंतन करना चाहिए।
*विवाह सर्वमांगल्ये, यात्रायां ग्रह गोचरे । जन्म राशे प्रधानत्वम्, नामराशि न चिन्तयेत्*।।
हिन्दी ब्याख्या:–
विवाह के समय मां सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों में यात्रा में ग्रह गोचर दशा के पूजन में जन्म राशि की प्रधानता होती है प्रसिद्ध नाम राशि का चिंतन नहीं करना चाहिए।।
*आज के लिए राशिफल (08-06-2021)*
*मेष*08-06-2021
व्यावसायिक सन्दर्भ में नए व्यापार संबंधों और समझोता में उद्यम करने के लिए एक अनुकूल अवधि है। आर्थिक स्थिति शुभ रहेगी। कार्य संबंधी यात्राएं और सहयोग आने वाले महीनों में सकारात्मक परिणाम देंगे। आप में से कुछ महत्वपूर्ण सभाओं के भाग बन सकते हैं, जिससे आप अधिक प्रभावशाली बन जाएंगे। आप रोमांचकारी संपर्क के मामले में भाग्यशाली रहेंगे। आपके आवेगपूर्ण व्यवहार के कारणआपके जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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*वृष*08-06-2021
आज व्यापार में आपको अचानक धन लाभ होगा। कार्यालय के कुछ सहकर्मी आपके काम में सहयोग करेंगे, जिससे आपका काम जल्दी पूरा हो जायेगा। आज किसी ऐसे व्यक्ति से मिलन होगा, जो आने वाले दिनों में आपकी मदद करेगा। आपके सोचे हुए काम आसानी से पूरे होंगे। पारिवारिक रिश्तों के बीच आप सामंजस्य बनाने में सफल रहेंगे।व्यापार में आप जो भी काम हाथ में लेंगे, उसमें आपको पूर्ण रूप से सफलता मिलेगी। आज शाम को बच्चों के साथ अच्छा समय बीतेगा।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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*मिथुन*08-06-2021
ग्रह नक्षत्र की स्थिति आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। आज आप सक्रिय रहेंगे। आपको नया काम या नई जिम्मेदारी मिल सकती है। रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। कुछ नए लोग आपसे जुड़ सकते हैं। जीवन साथी की सहायता से धन लाभ के योग हैं। आपको भावनात्मक सहयोग मिल सकता है। सामाजिक और सामूहिक कामों के लिए लोगों से मुलाकात हो सकती है। ताजगी और स्फूर्ति अनुभव होगी। स्वास्थ में सुधार होने के योग हैं।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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*कर्क*08-06-2021
कर्क राशि वाले थोड़ी-सी कोशिश से आज ऊंचे पद पर पहुंच सकते हैं। कुछ लोगों के लिए परिवार में किसी नए का आना जश्न और उल्लास के पल लेकर आएगा। किसी भी वजह से घर-परिवार में अपनो से मनमुटाव न पैदा करे। किसी भी वजह से अगर शन्देह पैदा हो जाएगी तो परेशानियां बढ़ सकती हैं। अपने साथी को मनाने की कोशिश करेंगे। सभी मतभेदों को भुलाकर आपको सुलह कर लेनी चाहिए। यदि यात्रा आवश्यक नहीं है तो यात्रा ना करें।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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*सिंह*08-06-2021
आज स्थिति कुछ चिंता जनक रह सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है, फलस्वरूप कामों को सही ढंग से करने में आप स्वयं को थका हुआ महसूस कर सकते हैं। खान—पान पर संयम रखकर आप अपने स्वास्थ्य को उत्तम रख सकते हैं। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों में सफ़लता मिलेगी। आर्थिक लाभ के अवसर मजबूत होंगें। आपकी सुख—सुविधाओं की वृद्धि होगी। किन्तु घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : गहरा नीला
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*कन्या*08-06-2021
आज आपको भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। आय के नए स्रोत सामने आयेंगे। कार्यालय का काम नित्य की तुलना में अच्छे प्रकार से होगा। आज जीवनसाथी आपकी बहुत प्रशंसा करेगा। इससे आप दोनों के बीच निकटता बढेंगी। शायंकाल को अतिथियों के आने से घर का वातावरण सकारात्मक बना रहेगा। आपके धन-संपत्ति में वृद्धि होगी। आप स्वयं को स्वस्थ अनुभव करेंगे। आज आपको अपनी परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा। ब्राह्मण के पैर छूकर आशीर्वाद लें, संबंधों में दृढ़ता आएगी।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
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*तुला*08-06-2021
आपके हुए काम पूरे हो सकते हैं। कार्यक्षेत्रमें समय पर सहयोग नहीं मिलने से परेशानी हो सकती है। कुछ लोग आपके काम का विरोध भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप कुछ नया और ज्यादा करने की सोच सकते हैं। आने वाले कुछ दिनों में बड़े काम करने की योजना बना सकते हैं। जीवनसाथी से सहयोग और समर्थन मिल सकता है। विवाहित लोगों के लिए दिन अच्छा कहा जा सकता है।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला
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*वृश्चिक*08-06-2021
वृश्चिक राशि वाले आज अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। इच्छित काम पूर्ण हो सकेंगे। अपने सहकर्मियों और उच्चाधिकारियों को अपनी प्रबंधकीय क्षमता से प्रभावित करने में कामयाब हो सकते हैं। स्वास्थ्य में सुधार होगा। वाहन पर खर्च संभव है। किसी भी तरह की जल्दबाजी या उत्तेजना से बचना होगा ताकि आपकी अच्छी भली आर्थिक स्तिथि संभली रहे। आपका भाग्य आपके साथ है ǀ आप ऐसा भी कुछ कर सकते हैं जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी ना हो।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : चंदन सफ़ेद
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*धनु*08-06-2021
आपकी सेवा के स्थिति में सुधार संभव है। किन्तु स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रह सकती हैं। कार्यस्थल पर अधीनस्थों से विरोध हो सकता है। व्यापारिक एवं व्यावसायिक सन्दर्भ में विरोधी प्रतिष्ठा बिगाड़ने की चेष्टा कर सकते हैं। अत: सावधान रहें। आपको अपने भाई-बहनों से सहायता मिलेगी। पुराने मित्रों से भेंट हो सकती है। छोटी यात्राओं से अच्छा फल मिलेगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : हल्का पीला
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*मकर*08-06-2021
आज आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। भविष्य में आपको सफलता मिलेगी। आज आपको अपने काम को टालने से बचना चाहिए। समय से काम पूरा कर लेना अच्छा रहेगा। आप किसी पारिवारिक समारोह में जा सकते हैं। वहां आपको देखकर कुछ लोग प्रशन्न होंगे। वरिष्ठआपके काम से प्रशन्न होंगे । आपके स्वास्थमें थोड़ी गिरावट हो सकती है। नौकरी के क्षेत्र में आपको सफलता मिलने की संभावना है। कन्या के पैर छूकर आशीर्वाद लें, आपकी सभी समस्याओं का समाधान निकलेगा
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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*कुंभ*08-06-2021
करियर के लिए कुंभ राशि वाले लोगों के लिए दिन अच्छा कहा जा सकता है। ऑफिस में साथ काम करने वाले लोगों से मदद मिल सकती है। कुछ अच्छे और बड़े बदलाव होने की संभावना बन रही है। कार्यालय और ब्यापार में अनुभवी लोगों से सलाह मिल सकती है। धन लाभ हो सकता है। अचल संपत्ति के विषय में भी समय अच्छा कहा जा सकता है। महत्वपूर्ण लोगों से भेंट होने के योग हैं।प्रेम प्रसंग के लिए भी दिन अच्छा हो सकता है। स्वास्थ का ध्यान रखें।
भाग्यशाली दिशा : पूर्वोत्तर
भाग्यशाली संख्या : 1
भाग्यशाली रंग : गुलाबी रंग
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*मीन*08-06-2021
आज आप आसानी से पैसे एकत्रित कर सकते हैं। लोगों को दिए पुराने कर्ज वापिस मिल सकते हैं। विचार-विमर्श करने से आपकी जानकारी भी बढ़ेगी और आपका अनुभव भी बढ़ेगा। मन विचलित नहीं होगा और कार्यों को पूरा करने की कोशिश करेंगे। किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। व्यवसाय और व्यापार करने वालों को विशेष लाभ की प्राप्ति होगी। आपका लंबित हुआ कार्य सफलतापूर्वक पूरा होने वाला है।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : बैंगनी रंग
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आपका अपना *पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️ 8449046631,9149003677*🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽

8 जून/बलिदान-दिवस”
*बन्दा बैरागी का बलिदान*

बन्दा बैरागी का जन्म 27 अक्तूबर, 1670 को ग्राम तच्छल किला, पुंछ में श्री रामदेव के घर में हुआ। उनका बचपन का नाम लक्ष्मणदास था। युवावस्था में शिकार खेलते समय उन्होंने एक गर्भवती हिरणी पर तीर चला दिया। इससे उसके पेट से एक शिशु निकला और तड़पकर वहीं मर गया। यह देखकर उनका मन खिन्न हो गया। उन्होंने अपना नाम माधोदास रख लिया और घर छोड़कर तीर्थयात्रा पर चल दिये। अनेक साधुओं से योग साधना सीखी और फिर नान्देड़ में कुटिया बनाकर रहने लगे।

इसी दौरान गुरु गोविन्दसिंह जी माधोदास की कुटिया में आये। उनके चारों पुत्र बलिदान हो चुके थे। उन्होंने इस कठिन समय में माधोदास से वैराग्य छोड़कर देश में व्याप्त मुस्लिम आतंक से जूझने को कहा। इस भेंट से माधोदास का जीवन बदल गया। गुरुजी ने उसे बन्दा बहादुर नाम दिया। फिर पाँच तीर, एक निशान साहिब, एक नगाड़ा और एक हुक्मनामा देकर दोनों छोटे पुत्रों को दीवार में चिनवाने वाले सरहिन्द के नवाब से बदला लेने को कहा।

बन्दा हजारों सिख सैनिकों को साथ लेकर पंजाब की ओर चल दिये। उन्होंने सबसे पहले श्री गुरु तेगबहादुर जी का शीश काटने वाले जल्लाद जलालुद्दीन का सिर काटा। फिर सरहिन्द के नवाब वजीरखान का वध किया। जिन हिन्दू राजाओं ने मुगलों का साथ दिया था, बन्दा बहादुर ने उन्हें भी नहीं छोड़ा। इससे चारों ओर उनके नाम की धूम मच गयी।

उनके पराक्रम से भयभीत मुगलों ने दस लाख फौज लेकर उन पर हमला किया और विश्वासघात से 17 दिसम्बर, 1715 को उन्हें पकड़ लिया। उन्हें लोहे के एक पिंजड़े में बन्दकर, हाथी पर लादकर सड़क मार्ग से दिल्ली लाया गया। उनके साथ हजारों सिख भी कैद किये गये थे। इनमें बन्दा के वे 740 साथी भी थे, जो प्रारम्भ से ही उनके साथ थे। युद्ध में वीरगति पाए सिखों के सिर काटकर उन्हें भाले की नोक पर टाँगकर दिल्ली लाया गया। रास्ते भर गर्म चिमटों से बन्दा बैरागी का माँस नोचा जाता रहा।

काजियों ने बन्दा और उनके साथियों को मुसलमान बनने को कहा; पर सबने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। दिल्ली में आज जहाँ हार्डिंग लाइब्रेरी है,वहाँ 7 मार्च, 1716 से प्रतिदिन सौ वीरों की हत्या की जाने लगी। एक दरबारी मुहम्मद अमीन ने पूछा – तुमने ऐसे बुरे काम क्यों किये, जिससे तुम्हारी यह दुर्दशा हो रही है ?

बन्दा ने सीना फुलाकर सगर्व उत्तर दिया – मैं तो प्रजा के पीड़ितों को दण्ड देने के लिए परमपिता परमेश्वर के हाथ का शस्त्र था। क्या तुमने सुना नहीं कि जब संसार में दुष्टों की संख्या बढ़ जाती है, तो वह मेरे जैसे किसी सेवक को धरती पर भेजता है।

बन्दा से पूछा गया कि वे कैसी मौत मरना चाहते हैं ? बन्दा ने उत्तर दिया, मैं अब मौत से नहीं डरता; क्योंकि यह शरीर ही दुःख का मूल है। यह सुनकर सब ओर सन्नाटा छा गया। भयभीत करने के लिए उनके पाँच वर्षीय पुत्र अजय सिंह को उनकी गोद में लेटाकर बन्दा के हाथ में छुरा देकर उसको मारने को कहा गया।

बन्दा ने इससे इन्कार कर दिया। इस पर जल्लाद ने उस बच्चे के दो टुकड़ेकर उसके दिल का माँस बन्दा के मुँह में ठूँस दिया; पर वे तो इन सबसे ऊपर उठ चुके थे। गरम चिमटों से माँस नोचे जाने के कारण उनके शरीर में केवल हड्डियाँ शेष थी। फिर भी आठ जून, 1716 को उस वीर को हाथी से कुचलवा दिया गया। इस प्रकार बन्दा वीर बैरागी अपने नाम के तीनों शब्दों को सार्थक कर बलिपथ पर चल दिये।( सभार ऋषि कंडवाल) 

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र (ऋषि मुनियो का अनुसंधान )

■ क्रति = सैकन्ड का 34000 वाँ भाग
■ 1 त्रुति = सैकन्ड का 300 वाँ भाग
■ 2 त्रुति = 1 लव ,
■ 1 लव = 1 क्षण
■ 30 क्षण = 1 विपल ,
■ 60 विपल = 1 पल
■ 60 पल = 1 घड़ी (24 मिनट ) ,
■ 2.5 घड़ी = 1 होरा (घन्टा )
■ 24 होरा = 1 दिवस (दिन या वार) ,
■ 7 दिवस = 1 सप्ताह
■ 4 सप्ताह = 1 माह ,
■ 2 माह = 1 ऋतू
■ 6 ऋतू = 1 वर्ष ,
■ 100 वर्ष = 1 शताब्दी
■ 10 शताब्दी = 1 सहस्राब्दी ,
■ 432 सहस्राब्दी = 1 युग
■ 2 युग = 1 द्वापर युग ,
■ 3 युग = 1 त्रैता युग ,
■ 4 युग = सतयुग
■ सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग = 1 महायुग
■ 76 महायुग = मनवन्तर ,
■ 1000 महायुग = 1 कल्प
■ 1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ )
■ 1 नैमितिका प्रलय = 1 कल्प ।(देवों का अन्त और जन्म )
■ महाकाल = 730 कल्प ।(ब्राह्मा का अन्त और जन्म )

सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यही है। जो हमारे देश भारत में बना। ये हमारा भारत जिस पर हमको गर्व है।