औंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ के वेदपाठी मृतुन्जय हिरेमठ के आकस्मिक निधन से केदार घाटी शोक में डूबी

औंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ के वेदपाठी मृतुन्जय हिरेमठ के आकस्मिक निधन से पूरी केदार घाटी शोक में डूबी गयी है। 

भजन माला के सम्राट और बाबा केदार के अनन्य भक्त मृतुन्जय हिरेमठ (मय्या) जी नहीं रहे!
आपका ऊखीमठ अपने केदार निवास में हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया, आप केदार बाबा के सेवानिवृत्त पुजारी १०८ श्री गुरु लिंग जी महाराज के चार पुत्रों में सबसे छोटे पुत्र थे। केदारनाथ औंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में आप वेदपाठी के पद पर कार्यरत थे‌ ,सुबह और संध्या में मन्दिर से माइक की मधुर आवाज़ से भक्तों को भावविभोर करने वाली आवाज आज थम गई है!
आप ब्रह्मचर्य जीवन यापन कर रहे थे , ऐसे युवा शांन्त स्वभाव, विद्वान, वेदों के ज्ञानी दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि!
भगवान मृत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें और परिवार को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति दें। आपके यूट्यूब चैनल पर लाखों फालोअर थे। बहुत दुःखी मन से लिख रहे हैं कि श्री केदार बाबा के अनन्य भक्त व केदारनाथ मंदिर समिति में वेद पाठी के पद पर कार्यरत श्री मृत्युंजय हीरेमठ आज केदारनाथ के चरणों में विलीन हो गए ।अब आप चिरकाल तक केदारनाथ के श्रीचरणों में ही रहोगे ऐसा हमें आभाष है, निस्संदेह उन्होंने आपको अपने पास किसी विशिष्ट पद हेतु ही बुलाया होगा 🙏

लेकिन सहज आपका मृत्युलोक से जाना स्वीकार्य नहीं हो रहा। मन बहुत विकल है, आप बहुत विद्वान,वेदों के ज्ञाता शान्त व प्रसन्न चित योगी थे व ब्रह्मचारी थे। 

ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान की ओर से भावभीनी श्रध्दांजलि और नमन् 🙏🙏✍️हरीश मैखुरी