सावधान ये षड्यंत्र रामदेव आचार्य बालकृष्ण या पतंजलि के विरूद्ध नहीं अपितु आयुर्वेद योग भगवा और घर बैठे निरोगी बनाने वाली भारतीय चिकित्सा पद्धति के विरूद्ध है

*200 लाख करोड़ के फार्मा माफिया ने षड्यंत्र किया आयुर्वेद के खिलाफ़।*

*याद रखिये युद्ध स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण या पतंजलि के विरूद्ध नहीं है?*

*युद्ध तो आयुर्वेद योग व भगवा के विरूद्ध है, युद्ध है दवाई बनाने वाली विदेशी कम्पनियों व फ्री में घर बैठे निरोगी बनाने वाले योग आयुर्वेद के विरूद्ध ।*

*क्या पतंजलि ने बंदूक की नोक पर आप को लूटा?*

*क्या आचार्य बालकृष्ण ने आपकी जेब काटी?*

*क्या आचार्य जी ने समोसा, चटनी, ताबीज, भभूत के नाम से आपको उल्लू बनाया?*

*क्या 200 देशों में योग पहुंचाकर रामदेव जी व पतंजलि ने हाफिज सईद व दाऊद इब्राहिम जैसा गुनाह व वैश्विक अपराध किया है?*

*क्या मदर टेरेसा जिसको जीते जी चमत्कारी संत घोषित किया, जो छूकर बीमारी ठीक करती थी। वह हॉस्पिटल में तड़प तड़प कर मरी। आपने कभी सवाल उठाया?*

*क्या आचार्य बालकृष्ण या बाबा रामदेव ने खुद को भगवान, गॉड या अवतार घोषित किया?*

*क्या हॉस्पिटल खोलना, अनाथालय खोलना, विद्यालय खोलना, धर्मशाला बनाना, शहीदों को सम्मानित करना, लंगर चलना, किसान के खेत से जड़ी बूटियां खरीदकर मिलावट रहित चीजें बनाकर पाप किया है?*

*क्या आचार्य बालकृष्ण जी विजय माल्या, नीरव मोदी की तरह देश को लूटने का अपराध किया है?*

*आप सालों तक आप अपनी जेब कटवाकर फेयर एंड लवली रगड़ते रहे, क्या आप गोरे हुए?*

*इस पतंजलि का पाप यह है कि इसने कोलगेट जो नीम, तुलसी, वेद, रामायण, महाभारत को नहीँ मानती थी, हम हड्डियों का चूर्ण रगड़ते थे, उस 80 साल पुरानी कोलगेट को इसी हवाई चप्पल में रहकर, फटी बनियान पहनने वाले आचार्य ने वेदशक्ति बनाने को मजबूर कर दिया?*

*पर उससे आपको दिक्कत नहीं क्योंकि हिंदुस्तान, यूनिलीवर, कोलगेट, नेस्ले तो आपके मामा की कंपनियां हैं और वह तो व्यापार नहीं, जो कमाती हैं वह सीधे अंग्रेजों को नहीं प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में भेजती हैं?*

*क्या आपने सवाल उठाया कि जब 2000 साल पहले महर्षि सुश्रुत 100 प्रकार की सर्जरी कर सकते थे, तो आज भारत में आयुर्वेद के ऊपर अनुसंधान क्यों नहीं की होता?*

*क्या आपने सवाल उठाया कभी कि आज भारत में एलोपैथी के ऊपर सारा बजट क्यों खर्च किया जाता है ?*

*क्या आपने कभी कश्मीर में पत्थरबाजी करने वाले आतंकवादियों पर सवाल उठाया?*

*क्या आपने किसी आंखों के डॉक्टर को चश्मा लगाते हुए इलाज करते देखकर उसके ऊपर सवाल उठाया?*

*क्या हमने देश के अंदर लाखों विदेशी कंपनियां जो लूट रही हैं उस पर सवाल उठाया?*

*जॉनसन एंड जॉनसन के ऊपर अमेरिका में पाउडर से कैंसर होने 32000 करोड का जुर्माना किया गया, लेकिन शायद इसपर आपको यकीन ना हो तो गूगल कर लो, पर हम तो मरी हुई कौम हैं, हमें क्या फर्क पड़ता है? याद रखिये जिंदा कौमें चुप नहीं रहतीं, दहाड़िये। क्या आपने कभी उसके ऊपर सवाल उठाया?*

*कभी पोस्ट डाली कि भारत में उसको बैन किया जाए?*

*याद रखिये हम यह विरोध करके पतंजलि का नहीं भारत का नुकसान कर रहे हैं?*

*लाला लाजपत राय ने कहा था कि पूरी दुनिया में केवल भारतीय हिंदू ही ऐसी कौम है जो अपने महापुरुषों, अपने व्रत, त्यौहार, परंपराओं, संस्कृति और अपने भगवानों को गाली देकर उनका अपमान करके गर्व महसूस करते हैं?*

*हम होली पर, दिवाली पर, करवा चौथ पर, रक्षाबंधन पर, अपने भगवान श्रीकृष्ण पर, हनुमान जी को भी नही छोड़ा, उन पर चुटकुले बनाकर, उनका मजाक करके, उपहास बनाकर उनके ऊपर पोस्ट वायरल करके हम समझते हैं हम बहुत पढ़े लिखे हो गए। सोचते हैं कि हमने बहुत बड़ा तीर मार लिया और हम महान हो जाएंगे।*

*अगर आप पतंजलि बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण को गाली देकर तीसमार खां बन सकते हैं और आपको भारत रत्न मिल जायेगा, आप परमवीर बन जायंगे तो आप अवश्य कीजिये, ताकि ऊपर बैठे भगत सिंह, राजगुरु, आज़ाद, बिस्मिल, सावरकर जी हमें देखकर सिर पीट सकें कि हम जैसे निक्कमे, नकारा लोगों के लिए वे क्यों खामखां फांसी चढ़े?*

😡😡 एक जज ऐसी अमानवीय भाषा —– 🙄
*वी विल रैप यू ‘बखिया उधेड़ देंगे आपकी’ अर्थात “हम तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर देंगे” !!:*
🤔 पतंजलि मामले में जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की टिप्पणी 
अब पूर्व न्यायधीशों ने भी याद दिलाई शब्दों की गरिमा। पूर्व जज नाराज हैं। पूर्व न्यायधीशों का कहना है कि अदालती कार्यवाही ने संयम के मानदंड स्थापित किए हैं, *लेकिन जो भाषा जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने सुनवाई के समय प्रयोग की वो सड़क पर मिलने वाली धमकी जैसी है।*🙄
*उन्होंने यह बात याकूब मेनन या अजमल कसाब से नहीं कही, या जाकिर नाइक या ईसाई पास्चर गैंग से नहीं कहेंगे जो कैंसर का इलाज सेकंडों में करने का दावा करते हैं। लेकिन हमारी पीढ़ी के सबसे महान उद्यमी को उसकी हिंदू पहचान के लिए निशाना बनाया जाता है।*👹👺👊

*इसलिए एक बार विचार करें कि इससे क्या होगा, किसका लाभ होगा और किसकी क्षति होगी ्ह्मक् किसके मोहरे बन गए? इसलिए सावधान ये षड्यंत्र रामदेव आचार्य बालकृष्ण या पतंजलि के विरूद्ध नहीं अपितु आयुर्वेदऐऔऐई योग भगवा और घर बैठे निरोगी बनाने वाली भारतीय चिकित्सा पद्धति के विरूद्ध है 

*एक सामान्य भारतवासी जो बुद्धिजीवी, सेकुलर नहीं है, जिस पर मीडिया का कोई असर नहीं है, उस तक भी यह सही तथ्य पंहुचे*

साभार *🚩स्वामी आरोग्यदेव🕉️*

आप जानते हो एडवरटाइजिंग में लोगों को गुमराह करने के पतंजलि और बाबा रामदेव के विरुद्ध केस के पीछे किस आदमी का हाथ है? वो है Indian Medical Association के भूतपूर्व ईसाई प्रमुख Dr. Johnrose Austin Jayalal. आज चिकित्सा दलाली, लूट और आतंक का पर्याय बन चूका है, एक ही बीमारी के इलाज और Test के लिये हर Hospital के अलग अलग शुल्क है, मरीज़ को डरा कर वो Test भी कराये जाते है जिसकी आवश्यक्ता नहीं, इनके लिये मरीज़ एक आंकड़ा है जिसे ये एक Target की तरह पूरा करते है सेवा के लिए नहीं फिर चाहे मरीज़ बचें या मरे, इस डर के व्यापार मे Hospitals, Medicine Company और Insurance Company की लूट चल रही है भ्रामक प्रचार दावाओ, hospitals या फिर Insurance Company के हो, पैसा खर्च कर भी परेशान मरीज़ और उसका परिवार होता है ये सब Indian Medical Association हो या न्यायालय इनको नज़र नहीं आता. कोरोना काल की लूट से 100 bed का Hospital 1000 bed का हो गया क्या इनसब पर निगरानी इनकी जिम्मेवारी नहीं बनती ? पारंपरिक चिकित्सा व्यवस्था के साथ मिलकर बेहतर चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो सकती ? परं नीति नहीं नियत मे खोट है.लूट का व्यापार कायम रखना

जो #इडली आपको बाहर ₹20 में मिलती है एयरपोर्ट पर वह ₹120 में मिलेगी…

जो #चॉकलेट आपको बाहर ₹100 में मिलती है एयरपोर्ट पर वह ₹200 में मिलेगी…

लेकिन उसी एयरपोर्ट पर #पतंजलि आउटलेट एकमात्र ऐसी जगह है जहां आपको कोई भी सामान उसी दाम पर मिलता है जिस दाम पर आपके मुहल्ले वाली दुकान पर मिलता है…

और कुछ लोग बोलते हैं कि बाबा लूटता है…?

वास्तव में हमे विदेशी मल्टीनेशनल ब्रांड से लुटने में मजा आता है लेकिन हमारा अपना व्यक्ति यदि उचित लाभ भी लेना चाहे तो हमें बहुत कष्ट होता है 🙏साभार (शोशल मीडिया)