आपकी रसोई की 135 बातें जाने आरोग्य के साथ डाक्टरों से मिलेगा छुटकारा

*135 बातें यह भी जानें*

135 = केवल सेंधा नमक प्रयोग करे,थायराईड,बी पी, और पेट ठीक होगा।
134 = केवल स्टील का कुकर ही प्रयोग करें, अल्युमिनियम में मिले हुए लेड से होने वाले नुकसानों से बचेंगे।
133 = कोई भी रिफाइंड तेल ना खाकर केवल तिल, मूंगफली, सरसों और नारियल का प्रयोग करें, रिफाइंड में बहुत केमिकल होते है जो शरीर में कई तरह की बीमारियाँ पैदा करते है।
132 = सोयाबीन बड़ी को 2 घण्टे भिगो कर मसल कर ज़हरीली झाग निकाल कर ही प्रयोग करे।
131 = रसोई में एग्जास्ट फैन जरूरी है,प्रदूषित हवा बाहर करे।
130 = काम करते समय स्वयं को अच्छा लगने वाला संगीत चलाएं। खाने में भी अच्छा प्रभाव आएगा और थकान कम होगी!
129 = देसी गाय के घी का प्रयोग बढ़ाएं। अनेक रोग दूर होंगे, वजन नहीं बढ़ता।
128 = ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें सभी का स्वास्थ्य ठीक करेगा।
127 = ज्यादा से ज्यादा चीजें लोहे की कढ़ाई में ही बनाएं, आयरन की कमी किसी को नहीं होगी।
126 = भोजन का समय निश्चित करे,पेट ठीक रहेगा। भोजन के बीच बात न करें, भोजन ज्यादा पोषण देगा!
125 = नाश्ते में अंकुरित अन्न शामिल करें,पोषक विटामिन और फाइबर मिलेंगे।
124 = सुबह के खाने के साथ देशी गाय के दूध का बना ताजा दही लें, पेट ठीक रहेगा।
123 = चीनी कम से कम प्रयोग करें,ज्यादा उम्र में हड्डियां ठीक रहेंगी।
122 = चीनी की जगह बिना मसाले का गुड़ या देशी शक्कर ले।
121 = छौंक में राई के साथ कलौंजी का भी प्रयोग करे। फायदे इतने कि लिख ही नहीं सकते।
120 = चाय के समय आयुर्वेदिक पेय की आदत बनाएं, निरोग रहेंगे।
119 = एक डस्टबिन रसोई में और एक बाहर रखें,सोने से पहले रसोई का कचरा बाहर के डस्ट बिन में डालें।
118 = रसोई में घुसते ही नाक में घी या सरसों का तेल लगाएं सर और फेफड़े स्वस्थ रहेंगें।
117 = करेले,मैथी और मूली यानि कड़वी सब्जियां भी खाएँ, रक्त शुद्ध रहेगा।
116 = पानी मटके वाले से ज्यादा ठंडा न पिएं, पाचन व दांत ठीक रहेंगे।
115 = प्लास्टिक और अल्युमिनियम रसोई से हटाएं दोनों केन्सर कारक है।
114 = माइक्रोवेव ओवन का प्रयोग कैंसर कारक है।
113 = खाने की ठंडी चीजें कम से कम खाएँ,पेट और दांतों को खराब करती हैं।
112 = बाहर का खाना बहुत हानिकारक है,खाने से सम्बंधित ग्रुप से जुड़कर सब घर पर ही बनाएं!
111 = तली चीजें छोड़ें, वजन पेट एसिडिटी ठीक रहेंगी।
110 = मैदा, बेसन, छौले, राजमां और उड़द कम खाएँ गैस की समस्या से बचेंगे।
109 = अदरक व अजवायन का प्रयोग बढ़ाएं गैस और शरीर के दर्द कम होंगे।
108 = बिना कलौंजी वाला अचार हानिकारक होता है।
107 = पानी का फिल्टर R O वाला हानिकारक है, U V वाला ही प्रयोग करे,सस्ता भी और बढ़िया भी।
106 = रसोई में ही बहुत से कॉस्मेटिक्स हैं,इस प्रकार के ग्रुप से जानकारी लें।
105 = रात को आधा चम्मच त्रिफला एक कप पानी में डाल कर रखें,सुबह कपड़े से छान कर इस जल से आंखें धोएं, चश्मा उतर जाएगा। छानने के बाद जो पाउडर बचे उसे फिर एक गिलास पानी में डाल कर रख दें!रात को पी जाएं,पेट साफ होगा कोई रोग एक साल बाद नहीं रहेगा।
104 = सुबह रसोई में चप्पल न पहनें शुद्धता भी, एक्यू प्रेशर भी।
103 = रात का भिगोया आधा चम्मच कच्चा जीरा सुबह खाली पेट चबा कर वही पानी पिएं एसिडिटी खतम होगी।
102 = एक्यूप्रेशर वाले पिरामिड प्लेटफार्म पर खड़े होकर खाना बनाने की आदत बना लें तो सब बीमारियां शरीर से निकल जायेंगी।
101 = चौथाई चम्मच दालचीनी का उपयोग दिन भर में किसी भी रूप में करने पर निरोगता अवश्य होगी।
100 = रसोई के मसालों से बनी चाय स्वास्थ्यवर्धक है।
99 = सर्दियों में नाखून के बराबर जावित्री कभी भी चूसने से सर्दी के असर से बचाव होगा।
98 = सर्दी में बाहर जाते समय 2 चुटकी अजवायन मुहं में रखकर निकलिए सर्दी का दुष्प्रभाव नहीं होगा।
97 = रस निकले नीबू के चौथाई टुकड़े में जरा सी हल्दी,नमक, फिटकरी रख कर दांत मलने से दांतों का कोई भी रोग नहीं रहेगा।
96 = कभी – कभी नमक – हल्दी में 2 बून्द सरसों का तेल डाल कर दांतों को उंगली से साफ करें दांतों का कोई रोग टिक नहीं सकता।
95 = बुखार में 1 लीटर पानी उबाल कर 250 ml कर लें, साधारण ताप पर आ जाने पर रोगी को थोड़ा थोड़ा दें, दवा का काम करेगा।
94 = सुबह के खाने के साथ घर का जमाया देशी गाय का ताजा दही जरूर शामिल करें, प्रोबायोटिक का काम करेगा।
93=गुनगुना हल्दी वाला पानी पीने से दिमाग तेज होता है! सुबह के समय हल्दी का गुनगुना पानी पीने से दिमाग तेज और उर्जावान बनता है।
92=आप यदि रोज़ हल्दी का पानी पीते हैं,तो इससे खून में होने वाली गंदगी साफ होती है और खून जमता भी नहीं है यह खून साफ करता है और दिल को बीमारियों से भी बचाता है।
91=लीवर की समस्या से परेशान लोगों के लिए हल्दी का पानी किसी औषधि से कम नही है!क्योंकि हल्दी का पानी लीवर के सेल्स को फिर से ठीक करता है,इसके अलावा हल्दी और पानी के मिले हुए गुण लीवर को संक्रमण से भी बचाते हैं।
90=हार्ट की समस्या से परेशान लोगों को हल्दी वाला पानी पीना चाहिए क्योंकि हल्दी खून को गाढ़ा होने से बचाती है जिससे हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।
89=जब हल्दी के पानी में शहद और नींबू मिलाया जाता है तब यह शरीर के अंदर जमे हुए विषैले पदार्थों को निकाल देता है ऐसे पीने से शरीर पर बढ़ती हुई उम्र का असर नहीं पड़ता है,हल्दी में फ्री रेडिकल्स होते हैं जो सेहत और सौंदर्य को बढ़ाते है।
88=शरीर में किसी भी तरह की सूजन हो और वह किसी दवाई से ना ठीक हो रही हो तो आप हल्दी वाला पानी का सेवन करें,हल्दी में करक्यूमिन तत्व होता है जो सूजन और जोड़ों में होने वाले असहय दर्द को ठीक कर देता है! सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी।
87=खाना खाने के डेढ़ घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए।
86=पानी घूँट घूँट करके पीना है जिससे अपनी मुँह की लार पानी के साथ मिलकर पेट में जा सके पेट में Acid बनता है,और मुँह में क्षार,दोनो पेट में बराबर मिल जाए तो कोई रोग पास नहीं आएगा।
85=पानी कभी भी ठंडा (फ़्रिज़ का) नहीं पीना है।
84=सुबह उठते ही बिना क़ुल्ला किए २ ग्लास पानी पीना चाहिए,रात भर जो अपने मुँह में लार है वह अमूल्य है,उसको पेट में जाना ही चाहिए।
83=खाना जितने आपके मुँह में दाँत है,उतनी बार ही चबाना है।
82=खाना ज़मीन पर बैठकर या उकड़ूँ बैठकर ही खाना चाहिए।
81=खाने के मेन्यू में एक दूसरे के विरोधी भोजन एक साथ ना करे जैसे दूध के साथ दही, प्याज़ के साथ दूध,दही के साथ उड़द की दाल।
80=समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक या काला नमक खाना चाहिए।
79=रीफ़ाइन तेल डालडा ज़हर है,इसकी जगह अपने इलाक़े के अनुसार सरसों, तिल, मूँगफली या नारियल का तेल उपयोग में लाए!सोयाबीन के कोई भी प्रोडक्ट खाने में ना ले इसके प्रोडक्ट को केवल सुअर पचा सकते है,आदमी में इसके पचाने के एंजाइम नहीं बनते हैं।
78=दोपहर के भोजन के बाद कम से कम ३० मिनट आराम करना चाहिए और शाम के भोजन बाद ५०० क़दम पैदल चलना चाहिए।
77=घर में चीनी (शुगर) का उपयोग नहीं होना चाहिए क्योंकि चीनी को सफ़ेद करने में 17 तरह के ज़हर (केमिकल ) मिलाने पड़ते है,इसकी जगह गुड़ का उपयोग करना चाहिए और आज कल गुड़ बनाने में कॉस्टिक सोडा (ज़हर) मिलाकर गुड को सफ़ेद किया जाता है!इसलिए सफ़ेद गुड़ ना खाए,प्राकृतिक गुड़ ही खाये जो चाकलेट कलर का होता है।
76=सोते समय आपका सिर पूर्व या दक्षिण की तरफ़ होना चाहिए।
75=घर में कोई भी अलूमिनियम के बर्तन या कुकर नहीं होना चाहिए, हमारे बर्तन मिट्टी, पीतल, लोहा और काँसा के होने चाहिए।
74=दोपहर का भोजन 11 बजे तक अवश्य और शाम का भोजन सूर्यास्त तक हो जाना चाहिए।
73=सुबह भोर के समय तक आपको देशी गाय के दूध से बनी छाछ (सेंधl नमक और ज़ीरा भुना हुआ मिलाकर) पीना चाहिए।
72–जूते यदि पालिश से साफ नहीं हो रहे हों तो पेट्रोल लगाकर साफ कर लें। जूते चमक उठेंगे।
71–गंदे कपड़ों को उबले हुए आलू के पानी से साफ
करें। कपड़े बिल्कुल साफ हो जायेंगे।
70–फिल्टर काफी बनाने के बाद बचे हुए मिश्रण से
बाथरूम का फर्श धोएं। फर्श चमक उठेगा।
69–जल जाने पर जले हुए स्थान पर केलामसलकर लगा लें। फफोले नहीं बनेंगे।
68–कपड़ों या बर्तनों से स्टीकर अथवा लेबल के
निशान हटाने के लिये उसे सफेद स्पिरिट से साफ
करें।
67–जिस स्थान से चीटियां ज्यादा निकलती हों,वहां
हल्दी तथा बोरिक पाउडर मिलाकर छिड़क दें। चीटियां
नहीं आएंगी।
66–मच्छर ज्यादा हो गए हों तो तवे या फ्राइंग पैन पर थोड़ा सा काफी पाउडर डालकर भून दें और इसका
धुआं कमरे में कर दें।
65–सिल्की साड़ियों को डिटर्जेंट से धोने के बजाय
इन्हें धोने के लिये शैम्पू का प्रयोग करें।
64–बालों में चमक लाने के लिये एक मग पानी में 2 चम्मच सिरका डालकर बालों में रगड़ें और कुछ देर बाद धो लें बालों में चमक आ जाएगी।
63–कपड़े धोते समय पानी में थोड़ा सा नमक मिला दें।
कपड़े आसानी से साफ हो जाएंगे और इनमें चमक भी
आ जाएगी।
62–शरीर में अगर कहीं चोट लग जाए या कट जाए और डाक्टर तक पहुचने में देर लगेतो तुरंत खून निकलने वाली जगह पर चुटकी भर चायपत्ती डालें फिर उस स्थान पर रुई रखें और जोर सेदबाए रखें,चाय पत्ती में टेनिन होने के कारण खून
बहना बंद होगा।
61–चक्कर आने पर तुलसी के रस में चीनी मिलाकर सेवन करने से चक्कर ठीक हो जाते हैं।
60–मिश्री के साथ 4-5 तुलसी पत्ते लेने से पेट में दर्द ठीक हो जाता है।
59–कुष्ठ रोग में प्रतिदिन प्रात: तुलसी का रस पीने से रोग ठीक हो जाता है।
58–दाद-खाज जैसे चर्म रोगों में तुलसी और नींबू के रस का लेप करने से लाभ मिलता है।
57–स्मरणशक्ति को बढ़ाने के लिए तुलसी के 5 पत्ते सुबह खाने से लाभ होता है।
56–तुलसी का पंचांग का बारीक चूर्ण चौथाई छोटा चम्मच गाय के दूध में सुबह-शाम पीने से गठिया रोग ठीक होता है।
55–मुंह के छालों में तुलसी के अर्क से (रस से नहीं) कुल्ला करने से लाभ होता है।
54–हैजे में तुलसी के बीज का चूर्ण बनाकर गाय के दूध से सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है।
53–दस्त आने पर चौथाई चम्मच जीरा और दस तुलसी पत्ते दिन में तीन बार सेवन करने से लाभ मिलता है।
52–पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए छोटी इलायची अदरक का रस और तुलसी का रस मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।
51–कान में हो रहे सामान्य दर्द को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों के रस में कपूर में मिलाकर गुनगुना करके कुछ बूंदें डालने से लाभ होता है।
50–ठंड या बारिश के मौसम में जुकाम के कारण नाक बंद हो जाती है। इससे बचाव के लिए अजवाय को भून कर पीस ले। उसे एक सूती कपड़े में बांधकर इनहेलर बना लें। इसे बच्चों को सुघांते रहे इससे निकलने वाली सुगंध नाक को खोलने में मदद करती है।
49–रात को सोते समय रोज आंवले का चूर्ण शहद या पानी से लेने से पेट साफ रहता है और आंखों से संबंधित रोगों में लाभ मिलता है। सूखे आंवले को शुद्ध घी में तलकर पीस लें, इस चूर्ण का सिर पर लेप करने से नकसीर में लाभ मिलता है।
48–पपीते के छिलकों को सुखाकर और पीसकर चूर्ण बना लीजिए। इस चूर्ण में ग्लिसीरीन मिलाकर दिन में दो बार फटी हुई एड़ियों में लगाने से बहुत जल्दी फायदा होता है।
47–भोजन करने से पहले दो या तीन पके लाल देसी टमाटरों को काटकर उसमें पिसी हुई कालीमिर्च, सेंधा नमक एवं हरा धनिया मिलाकर खाएं। इससे चेहरे पर लाली आती है व पौरूष शक्ति बढ़ती है।
46–पेट में कीड़े होने पर सुबह खाली पेट देसी गोल,लाल पका टमाटर पिसी हुई कालीमिर्च लगाकर खाने से लाभ होता है।या पिसे टमाटर में हींग का छौंका लगा दीजिये ,अब उसे पी जाइए, सारे कीड़े मर जायेंगे.
45–बालों को स्वस्थ रखने और उनको बीमारी इत्यादि से बचाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपके बालों में चमक आएगी बल्कि आपके बाल किसी भी होने वाली बीमारी से भी बच पाएंगे।फ्रिज में रखकर चैक करें,न जमने वाला तेल नकली होगा।
44–त्वचा पर कहीं भी फुंसी उठने पर, काली मिर्च पानी के साथ पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी बैठ जाती है।
43–सिरदर्द होने पर दालचीनी को पानी के साथ महीन पीसकर माथे पर पतला लेप कर लगा लीजिए। लेप सूख जाने पर उसे हटा लीजिए। 3-4 लेप लगाने पर सिरदर्द होना बंद हो जाएगा।
42–चेहरे की झांईयो पर कुछ दिनों तक चेहरे पर मटर के आटे का उबटन मलते रहने से झांई और धब्बे समाप्त हो जाते है।
41–आंवला का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
और सुबह नाश्ते में आंवले का मुरब्बा खाने से आपका शरीर स्वस्थ बना रहता है।
40–जब आप घर में हों तो बच्चों के साथ खूब मस्ती करें, उछल-कूद करें, यह क्रिया आपको एनर्जी देगी और मन प्रफुल्लित रखेगी। वैसे भी बच्चों के साथ सारे टेंशन दूर हो जाते हैं।
39–हल्दी,बेसन का उबटन बनाकर चेहरे पर लगाने से भी मुँहासे दूर होते हैं।
38–नीम की पत्तियों के चूर्ण में मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें व इसे चेहरे पर लगाएँ।चेहरे को साफ करने का उत्तम व सस्ता प्राकृतिक उपाय है।
37–नीम की जड़ को पीसकर मुँहासों पर लगाने से भी वे ठीक हो जाते हैं।
36–काली मिट्टी को घिसकर मुँहासों पर लगाने से मुंहासे नष्ट हो जाते हैं।
35–अगर आपका मोबाइल चार्जिंग के समय गर्म होता है तो कम एम्पियर का चार्जर प्रयोग करें,मोबाइल गर्म नहीं होने से बैटरी की उम्र ज्यादा हो जाएगी।
34–नहाने के साबुन के छोटे टुकड़ों को एक अलग डिब्बे में भरे पानी में गलाकर हाथ धोने का लिक्विड बना सकते हैं या वही लिक्विड कपड़े धोते समय वाशिंग मशीन में भी डाल सकते हैं।
33–AC का प्रयोग शरीर से पसीना नहीं निकलने देता जिससे 45 की उम्र के बाद फेफड़ों व अन्य रोगों की समस्याएं आती ही हैं।
32–सूती कपड़ों को पहनने वालों को चर्म रोग बहुत कम होते हैं।
31–परफ्यूम 30-35 की उम्र के बाद एलर्जी का कारण बनते हैं।
30–कॉस्मेटिक्स का प्रयोग युवतिओं को 35-40 साल तक जवान दिखा तो देते हैं पर सुंदरता अंदर से सही पोषण से आती है बाद में पोषण से भी सम्भव नहीं होती।
29–किसी भी कारण से दस्त लग जाने पर आधा चम्मच चाय की पत्ती फांककर थोड़ा पानी पी लें।
28–आज के प्रदूषण व मिलावट के जमाने में 1 महीने से 5 साल तक के बच्चे को घुट्टी,5 साल से 12 साल तक के बच्चे को होम्योपैथी की Five Phos,13 साल के बाद 50 साल के व्यक्ति को च्यवनप्राश और 50 साल के ऊपर वालों को होम्योपैथी की बायोकेम की No 28 का निरोग रहने के लिए अवश्य ही प्रयोग करना चाहिए।
27–Fully Automatic Washing Machine Heier की 10000 रु के लगभग आ जाती है और हीटर वाली का कोई उपयोग नहीं है।
26–पतंजलि के दन्त कांति पेस्ट में दांत साफ करने का केमिकल ज्यादा होने से दांतों का इनेमल कम होता है और कुछ समय बाद दांतों को गर्म,ठंडा लगना शुरू हो जाता है।
25–पेस्ट या मंजन vicco वज्रदंती ही उत्तम है।
24–बड़ों के दांतों के लिए अच्छा ब्रश क्लासिक गोल्ड रु 25 में आता हैं।
23–दांत के ब्रश बच्चों के लिए पतंजलि के सबसे अच्छे हैं,कीमत भी केवल 10 रु।22–फ़िल्टर के पानी का टीडीएस 350 होना चाहिए, न कि 100 हो।
21–देसी घी देसी गाय का ही उपयोगी होता है,जो बिक रहे हैं वह विदेशी नस्ल की गायों के उत्पाद या नकली हैं।
20–फल केवल वही खाएं जो सीजन के हों,यही ठेलों पर बिकते हैं।
19–बैटरी वाली स्कूटी खरीदते समय बैटरी Li-Ion की जगह Li-Fepo4 की लें,इसकी Life 3 गुना होती है।
18–एक चुटकी खाने के सोडे की प्रतिदिन एक गिलास पानी में डालकर कभी भी पीते रहने से अनेकों रोग शरीर से बाहर हो जाते हैं।
17–खाना खाने के बाद दोनों समय ब्रश से दांत साफ करके 1-1 लौंग चबाने से दांत में कीड़ा नहीं लगेगा।
16–सभी सब्जियों,फलों को खाने के सोडे के पानी से धोकर प्रयोग करने से आप कीटाणु, जीवाणु व केंसर तक से सुरक्षित हो जाते हैं।
15–रोयेंदार व चिकनी लौकी को खाने के सोडे के पानी से धोकर उसका सुबह शाम खाली पेट 200 ml जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल बहुत तेजी से कम होता है।
14–करेले को बीजों व छिल्के सहित ही प्रयोग करने से ही शुगर के मरीज को लाभ होता है।
13–सीताफल के बीजों का पेस्ट सर की लीखों व जुओं को खत्म कर देता है।
12–शुगर के रोगी को जामुन खाने से उतना लाभ नहीं होता जितना जामुन की गुठली के पौडर को खाने से होता है।
11–घर में लगाये जाने वाले पोंछे के पानी में डाले जाने वाले क्लीनर नकली खुशबू वाले होते हैं,उनकी जगह पुराने जमाने से आने वाली काली फिनायल का ही प्रयोग उचित है।
10–यह जानकारी गलत है कि चीनी मिट्टी के बर्तन बनाने में हड्डियों का प्रयोग होता है।
9–चाय सभी खाद्य वस्तुओं के आयरन को शरीर में अवशोषित नहीं होने देती।
8–जो भी सम्भव हो सब्जी लोहे की कढ़ाई में बनाएं,खून बनेगा।
7–घर में संध्या समय देसी गाय के देसी घी/शुद्ध तिल तेल/सरसों तेल का दीपक जलाने से घर में कीड़े,मकौड़े, बैक्टीरिया इत्यादि कम होंगे।
6–अमूल नमकीन पीला मख्खन भी 2 तरह का आता है,एक पेस्च्युराइस्ड 50 रु का 100 gm और दूसरा मार्जरीन लगभग 16 रु का 100 gm,जबकि उस पर लिखा नहीं होता,यह बाजार वाले आपको फ़ास्ट फूड में खिलाते हैं,हानिकारक है।
5–बरसात का छना पानी आपके इन्वर्टर के लिए सबसे अच्छा डिस्टिल्ड वाटर होता है।
4–सिंघाड़ों को ऐसे ही छत पर सूखने डाल दें,10 दिन में छिल्के सूख जाने पर हिलाने पर बजने लगेंगे,छीलकर अंदर की गिरी को 10 दिन और सूखने दें।किसी भी प्रकार से खाएं,पौष्टिकता देते हैं।
3–बाजार में BLDC तकनीक से बने 28 वाट के छत के पंखे 3 साल से बिक रहे हैं जो 60 वाट के पंखे के बराबर हवा देते हैं,आवाज कम करते हैं,रिमोट से चलते हैं,5 साल तक की घर पर सर्विस वारंटी,कीमत रु 3200 से शुरू।Crompton कीमत कम,वारंटी सबसे ज्यादा,मजबूत डिजाइन।
2–भुट्टा भून कर खाने के बाद,बचे हिस्से के छोटे छोटे टुकड़ों को कढ़ाई में बिल्कुल काला होने तक भून कर पिसे पौडर को आधा चम्मच शहद के साथ सुबह शाम चाटने से पुरानी खांसी ठीक होती है।
1–आजकल भुट्टे खूब आ रहे हैं,छिलका उतारते समय ऊपर के बालों के गुच्छे को उबालकर उसका सूप कई दिन पीने से सांस की समस्या में लाभ होगा व गुर्दे की पथरी भी घुलकर निकलनी शुरू होगी।