नहीं रही उत्तराखंड की आवाज सुशीला बलूनी, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट सहित प्रदेश भर के लोगों द्वारा शोक संदेश का क्रम जारी

✍️हरीश मैखुरी

उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी और गैरसैंण स्थाई राजधानी के लिए संघर्ष की स्तम्भ रही सुशीला बलूनी जी को अश्रुपूरित भावभीनी श्रध्दांजलि, सुशीला बलूनी का देहावसान उत्तराखंड में संघर्षों के एक युग का विराम है। उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का मंगलवार को निधन हो गया, उन्होंने मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। शुशीला बलूनी उत्तराखंड के नेताओं को फटकार लगाने वाली एकमात्र महिला नेत्री थी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने श्रीमती बलूनी के निधन पर गहन शोक प्रकट किया।
सुशीला बलूनी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि उत्तराखंड की स्थाई राजधानी तत्काल प्रभाव से भराड़ीसैंण (गैरसैंण) बना कर वहां सरकार बैठना शुरू करे। और जो सीमित संसाधनों वाले इस छोटे से राज्य की तीसरी राजधानी रायपुर में बनने जा रही है उस को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया जाय।breakinguttarakhand.com न्यूज संस्थान की ओर से शुशीला बलूनी जी को अश्रुपूरित भावभीनी श्रध्दांजलि और नमन् 🙏🙏