दो हजार का नोट बंद! जमाखोरों के उड़े होश! तीस सितम्बर तक बदले जा सकेंगे नोट!

✍️हरीश मैखुरी

रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने कहा है कि अब 2,000 रुपये के बैंक नोट सर्कुलेशन से बाहर होंगे, लेकिन अगर आपके पास हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। ये लीगल टेंडर बने रहेंगे, आप इन नोटों से तीस सितम्बर तक लेनदेन कर सकते हैं या किसी भी बैंंक में बदलवा सकते हैं। आरबीआई ने शुक्रवार को रिलीज में बताया कि दो हजार रुपये के नोट को सर्कुलेशन से वापस ले लिया गया है और अब 2,000 रुपये के बैंक नोट (2,000 Rupee Note) सर्कुलेशन से बाहर हो गए हैं। लेकिन यदि आपके पास हैं, तो बैंक में अनिवार्य बदलना होगा। आप तीस सितम्बर तक बाजार में लेनदेन कर सकते हैं या बैंकों में इन नोटों को बदलवा सकते हैं अभी यह लीगल टेंडर बना रहेगा। एक दिन में जमा कितने ही कर सकते हैं लेकिन दो हजार के नोटों की नकद बदली बीस हजार ही कर सकते हैं। आप एक ही दिन में करोड़ों जमा कर सकते हैं कोई पूछताछ नहीं होगी।

बता दें कि 2,000 रुपये का यह नोट नवंबर 2016 में लाया गया था। आप 23 मई से बैंकों में जाकर इन नोटों को बदलवा सकते हैं। एक बार में 20,000 रुपये बदलवाए जा सकेंगे। इन नोटों को आप 30 सितंबर तक कभी भी किसी भी बैंक में बदलवा सकेंगे, तब तक आप इन नोटों से लेनदेन सकते हैं। वैसे जब 2000 का नोट निकाला गया था तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि एक ना एक दिन इन नोटों को बंद होना ही है, मीडिया में भी ऐसी आशंकायें आती रहती थी इसलिए लोगों के पास 2000 के नोट लगभग नहीं हैं। चिंता केवल जमाखोरों को है जिन्होंने करोड़ों के नोट अवैध रूप से अंदर दबा रखे होंगे। गुलाबी रंग जिन पर छाया था रंग उनका अब उड़ने वाला है, जमाखोर भ्रष्टाचारियों की गरमी फिर से शिमला बनने वाली है। यदि एक दिन में कोई करोड़ों की संख्या में 2000 के नोट जमा करेंगे तो अनुमान लगाया जा रहा है कि नोट कहां से आए इसकी वैधानिकता क्या है यह भी देनी पड सकती है। क्योंकि तीन लाख से अधिक नकद कैश घर में रखना अवैध बनाया गया है ताकि जमाखोर पुराने जमाने की भांति नोट घर में दबा कर बजार में नोटों का अभाव ना कर सकें। इसीलिए जमाखोरों और उनके आकाओं में फिर खलबली है। वे वही पुराना राग अलापने लग गये नोटों पर हंगामा काटने लगे हैं, जबकि नोट बदली हो रहे हैं बंद नहीं। 

बता दें कि पिछली बार की नोट बदली से पहले पाकिस्तान कश्मीर मांगता था और पाक प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा २०१४ से पहले भारत के शहरों में आये दिन बमविस्फोट होते रहते थे। नोट बदली के बाद आज पूरा पाकिस्तान भिखारी बन गया है कश्मीर मांगने वाला पाकिस्तान आज आटा मांग रहा है।

जबकि कोरोना महामारी के उपरांत भी भारतीय अर्थव्यवस्था में निरंतर रिकार्ड उछाल है। विदेशी मुद्रा भंडार अटा पड़ा है देश भर में चौड़े चकले राजमार्ग बन रहे रेलवे स्टेशन बन रहे हैं एयरपोर्ट बन रहे हैं मेट्रो रेल परियोजनायें बन रही हैं। नये एम्स बन रहे हैं। सेना हाईटैक आधुनिक और अजये हो रही है आकाश अग्नि ब्रह्मोस मिसाइले देश की सीमाओं पर नियत है एंटी मिसाईल सिस्टम से दुश्मन को ध्वस्त करने का भी भारत ने डिफेंस सिस्टम विकसित कर दिया है। राफेल अपाचे चिनूक आदि नये लड़कूदे विमानों से सेना सुसज्जित है। देश की नयी संसद बन गयी है।  

 भारत की नयी पीढ़ी अब कैशलेस लेनदेन को प्राथमिकता देती है मोबाइल बैंकिंग ने पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। आज भारतीय रूपये से तैतीस देशों में लेनदेन हो रहा है। भारत का भीम और रूपे एप से चालीस से अधिक देशों में व्यपार हो रहा है। आज रेड़ी ठेली पटरी वाला भी कैशलेस लेनदेन करने लगा है। इस लिए दो हजार का नोट बदली होने से केवल बड़े जमाखोरों को ही परेशानी हो सकती है। दो हजार का नोट बंद होने पर बिलबिलाने वाले वही हैं जो कहते थे भारत का औसत २३ रूपये प्रतिदिन भी कमाता। तो उनके हिसाब से ही सही कुल महिना ६९० रू कमाने वाले के पास तो २००० का नोट वैसे ही कम होगा। इसका अर्थ स्पष्ट है २ हजार का नोट बदली होने पर केवल बड़े जमाखोर परेशान हैं।इसलिये इसे बड़े स्तर पर होने वाले भ्रष्टाचार पर सर्जिकल स्ट्राइक समझा जा रहा है। वैसे भी देश हित में नोट रखना या बंद करना आरबीआई का अधिकार क्षेत्र है।