आज का पंचाग आपका राशि फल, धर्मराज दशमी आज, करें ये विशेष उपाय, अग्निवीर योजना पर भ्रम फैलाना भी सेना के मनोबल को कमजोर करने का षड्यंत्र!

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌤️ *दिनांक – 18 अप्रैल 2024*

🌤️ *दिन – गुरूवार*

🌤️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराबभष्ट्र अनुसार – 2080)*

🌤️ *शक संवत – 1946*

🌤️ *अयन – उत्तरायण*

🌤️ *ऋतु – वसंत ऋतु* 

🌤️ *मास – चैत्र*🌤️ *पक्ष – शुक्ल* 

🌤️ *तिथि – दशमी शाम 05:31 तत्पश्चात एकादशी*

🌤️ *नक्षत्र – अश्लेशा सुबह 07:57 तक तत्पश्चात मघा*

🌤️ *योग – गण्ड रात्रि 12:44 तक तत्पश्चात वृद्धि*

🌤️ *राहुकाल – दोपहर 02:13 से शाम 03:49 तक*

🌞 *सूर्योदय – 06:18*🌤️ *सूर्यास्त – 18:57*

👉 *दिशाशूल – दक्षिण दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण – धर्मराज दशमी*

🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷

➡️ *18 अप्रैल 2024 गुरूवार को शाम 05:32 से 19 अप्रैल, शुक्रवार को रात्रि 08:04 तक एकादशी है।*

💥 *विशेष – 19 अप्रैल, शुक्रवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें।* 

🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*

🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*

🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*

🙏🏻 *एकादशी करने वालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवार वालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*

🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*

🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*

🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ । भगवान शिवजी ने नारद से कहा है :एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*

🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷

🙏🏻 *एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें…. विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l

🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷

🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है भागवत में कहा गया है * 

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*⚜️ आज का राशिफल ⚜️*

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप प्रत्येक कार्य मे बुद्धि विवेक का परिचय देंगे लेकिन आज व्यक्तिगत स्वार्थ को एक समय नजरअंदाज भी कर लेंगे परन्तु व्यावसायिक स्वार्थ की बात आने पर अपना आपा खो सकते है। स्वभाव धार्मिक होने पर भी क्रोध में कुछ ऐसा बोल सकते है जिसका विपरीत प्रभाव सामने वाले पर कई दिनों तक रहेगा। धन की आमद के लिये किसी की खुशामद करनी पड़ेगी फिर भी आशानुकूल ना होने पर स्वभाव में चिड़चिड़ापन आएगा। घर अथवा बाहर के लोगो की भली बाते भी अहम के साथ जोड़ने पर बुरी ही लगेगी। परिजन के साथ भावनात्मक संबंधों में भी आज कमी ही देखने को मिलेगी। माता की सेवा करने से अवश्य कुछ न कुछ सकारत्मक परिणाम मिल सकते है। सरकारी कार्य दिन रहते पूर्ण कर के इसके बाद उलझन बढ़ेगी। अचल संपत्ति के कार्य से यात्रा के प्रसंग बनेंगे। मन मे किसी बात का भय लगा रहेगा किसी पुरानी शारीरिक पीड़ा फिर से बढ़ने की संभावना है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आपका स्वभाव स्वयं के दृष्टिकोण से ठीक लेकिन अन्य लोगो की नजर में अटपटा सा लगेगा। किसी से भी जल्दबाजी में वादा करेंगे लेकिन पूरा करने के समय बगलें झांकते नजर आएंगे। मध्यान तक मानसिकता एक जगह केंद्रित नही रहेगी आवश्यक कार्य भी सर पर आने के बाद ही करेंगे मन काल्पनिक चीजो में खोया रहेगा। मध्यान के आस पास कार्य क्षेत्र से अकस्मात धन लाभ या कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी वालो को अधिकारी वर्ग से आवश्यक दिशा निर्देश मिलेंगे लेकिन गंभीर ना होने पर डांट सुन्नी पड़ेगी। भाई बंधुओ से आज स्वार्थ के व्यवहार रहेंगे। माता पिता से लाभ होने की संभावना है लेकिन अंत समय मे किसी के टांग अड़ाने पर निरस्त भी हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा से धन की जगह प्रतिष्ठा अधिक मिलेगी। मधुमेह अथवा अन्य रक्त संबंधित समस्या वाले लोग आज लापरवाही ना करे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आपको लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन आपका स्वभाव अकस्मात गर्म होने पर इससे वंचित भी रह सकते है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर आपकी अथवा किसी सहयोगी की गलती से भविष्य में बड़ी हानि होने की संभावना है बड़े कार्यो का अधिक देख भाल कर ही करें। सार्वजिनक क्षेत्र पर लोग आपको बुद्धिमान मानेंगे लेकिन आपस मे व्यवहार बनने के बाद सोच में बदलाव आएगा धन को लेकर आप किसी भी प्रकार का स्वार्थ साधने से नही चूकेंगे। धन की आमद और खर्च बराबर रहेंगे फिजूल खर्च से बचे नही तो आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा भविष्य के कार्यो में कटौती भी करनी पड़ेगी। संतान का व्यवहार जिद्दी रहेगा फिर भी किसी न किसी रूप में सुख सहयोग भी मिलेगा। अकस्मात आने वाले क्रोध पर नियंत्रण रखें वरना स्वयं को ही मुश्किल होगी। ठंडी वस्तु के सेवन से बचे खांसी कफ हो सकता है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

बीते दिन की तुलना में आज का दिन शांतिदायक रहेगा फिर भी पुरानी बातों को भूलने का प्रयास कर नई योजना बनाने में समय का उपयोग करे आगे समय धन लाभ वाला बन रहा है। आज भी मध्यान तक पुरानी कटु यादे मन मे चुभेगी। मध्यान के बाद ही दिनचार्य सामान्य बन पाएगी आज मेहनत करने से भी दूर भागेंगे जिससे कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी एवं अधिकारी वर्ग को असंतोष होगा अपने कार्य अथवा गलतियों का बोझ अन्य के सर डालने का प्रयास झगड़ा कराएगा इसका ध्यान रखें। संध्या का समय मानसिक राहत वाला रहेगा थकान अधिक रहेगी लेकिन धन लाभ होने से इस तरफ ध्यान नही जाएगा। दाम्पत्य जीवन मे आज तालमेल नही बैठा पाएंगे। पुरानी बीमारी अथवा किसी अन्य कारण से स्वयं को बोझ जैसा अनुभव करेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आपका स्वभाव मनमौजी रहेगा अपने मे मस्त रहेंगे आवश्यक कार्यो को भी मजबूरी में करेंगे अथवा टालने के ही प्रयास करेंगे जिससे घर के सदस्यों के साथ मन मुटाव होगा। कार्य क्षेत्र पर जिद्दी व्यवहार ना करे आज सबको साथ लेकर कार्य करने में ही भलाई है अन्यथा सांध्य बाद पछताना पड़ेगा। धन लाभ की सम्भवना आज दिन भर बनी रहेगी लेकिन होगा अकस्मात ही। आज आप अपनी वाणी के प्रभाव से लोगो का ध्यान आकर्षित करने में सफ़ल होंगे लेकिन इसका कोई आर्थिक लाभ नही मिल पाने का मलाल भी रहेगा। माता से भावनात्मक संबंधों में कमी आएगी। अचल संपत्ति संबंधित कार्य फिलहाल स्थगित ही रखे खर्च करने के बाद भी परिणाम शून्य ही मिलेंगे। सन्तानो से संबंध खराब होंगे लेकिन किसी बात का गर्व भी होगा। पेट अथवा मूत्राशय मे जलन की शिकायत हो सकती है। पैतृक कारणों से की यात्रा लाभ देगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपको किसी न किसी रूप में धन का हास कराएगा। कार्य क्षेत्र हो या किसी से व्यक्तिगत संबंध आज किसी के ऊपर भी आँख बंद कर विश्वास ना करें अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। मध्यान बाद तक प्रत्येक कार्य मे अड़चने आएंगी लोगो का पहले वादा कर बाद में मुकर जाना खासी मुश्किल में डालेगा इसलिये आज जितना सामर्थ्य है उतना ही कार्य करे। संध्या से स्थिति में कुछ सुधार आएगा लेकिन युक्ति लगाने के बाद भी धन की आमद ना के बराबर ही रहेगी। नए या पुराने कार्य मे निवेश आज ना करे धन लंबे समय के लिये फंस सकता है। घर मे पति-पत्नी का स्वास्थ्य भी नरम रहने से अतिरिक्त भाग दौड़ के साथ धन व्यय होगा। जमीन संबंधित कार्यो में निवेश संध्या बाद करे आगे लाभ देगा। पारिवारिक माहौल आज उथल पुथल ही रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन शारीरिक दृष्टिकोण से बीते कुछ दिनों की तुलना में बेहतर रहेगा चुस्ती की कमी दिन के आरम्भ में रहेगी लेकिन मध्यान बाद से सामान्यता आने लगेगी। कार्य क्षेत्र के साथ सार्वजिनक पर आपके विचार लोगो को पसंद आयेंगे सभी आपकी बातों पर विश्वास करेंगे लेकिन जहां लाभ कमाने का अवसर आएगा वहां निराशा ही हाथ लगेगी फिर भी काम चलाने लायक धन कही ना कही से मिल ही जायेगा। आज आप अधिक बोलने और दूसरों को बिना मांगे सलाह देने से बचे किसी से कलह हो सकती है। सरकारी कार्य आरंभ में उलझते हुए प्रतीत होंगे लेकिन थोड़ा प्रयास करने पर ले देकर काम बन सकता है। जमीन जायदाद संबंधित कार्य से हानि होगी आज टालना ही बेहतर रहेगा। घर के सदस्यों से भी आवश्यता अनुसार ही बात करें खास कर पती-पत्नी आपसी धैर्य का परिचय दें अहम और जिद की भावना घर मे अशांति फैलाएंगी। नाक-कान-गले मे अथवा अचानक गिरने से पीड़ा हो सकती है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन सामान्य से उत्तम रहेगा। दिन के आरम्भ से ही आध्यात्म में रुचि रहेगी घरेलू पूजा पाठ के साथ धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के अवसर भी मिलेंगे। कार्य व्यावसाय से आशा ना होने पर भी अकस्मात लाभ के समाचार उत्साहवर्धन करेंगे। अधूरे सरकारी कार्यो को लापरवाही छोड़ पूर्ण करे परिस्थिति सहायक रहने से कम परिश्रम में काम बन सकता है इसके बाद कोई न कोई कमी रहने के कारण लंबे समय के लिये लटकेगा। नौकरी पेशा जातक अथवा भागीदारी के कार्यो में जिद बहस को छोड़ कार्य करे तो शीघ्र ही सफलता मिल सकती है। विदेश संबंधित कार्यो से भी कुछ न कुछ लाभ ही मिलेगा इनमे निवेश करना आज उचित रहेगा। पारिवारिक वातावरण छोटी मोटी नोकझोंक के बाद भी सुख प्रदान करेगा। शारीरिक त्रिदोषों का संतुलन बिगड़ने पर रोग शीघ्र पकड़ लेंगे खान पान संयमित रखें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आपकी धार्मिक भावनाए प्रबल रहेंगी। दिन के आरंभ में पूजा पाठ के लिये समय देंगे लेकिन आज मन कही और ही भटकने के कारण मानसिक शांति और एकाग्रता कम रहेगी। कार्य क्षेत्र पर मध्यान तक उदासी रहेगी जिसके कारण मेहनत भी अन्य दिनों की तुलना में अधिक नही रहेगी लेकिन मध्यान बाद अकस्मात कार्य आने पर व्यस्तता बढ़ेगी फिर भी परिश्रम का उचित लाभ आज मिलना संभव नही। आज की मेहनत कल अवश्य ही फलित होगी इस बात को दिमाग मे बैठाकर कार्य करें। पति अथवा पत्नी के संतान को लेकर मतभेद हो सकते है कार्य क्षेत्र पर संतान का सहयोग अथवा मार्गदर्शन लेने से बचे अन्यथा लंबे समय तक स्वयं को हो दोष देंगे। नौकरी पेशाओ को आज योग्यता का अवश्य लाभ मिलेगा अतिआत्मविश्वास हानि करा सकता है इसका भी ध्यान रखें। पेट मे गैस जलन की शिकायत हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप असमंजस की स्थिति में रहेंगे। दिन के आरम्भ में थोड़ी सुस्ती रहेगी लेकिन मध्यान तक कार्यो के प्रति गंभीर हो जाएंगे। घरेलू अथवा व्यावसायिक जिस भी कार्य मे लाभ देखेंगे उसमे आवश्यकता पड़ने पर सहयोग आसानी से मिल जाएगा लेकिन किसी का गलत मार्गदर्शन भ्रम में डालेगा। थोड़ा धैर्य रख दिमाग से काम ले तो सफलता अवश्य मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर लाभ के अवसर मिलते रहेंगे धन लाभ भी अवश्य होगा लेकिन आज धन आते ही कही न कही लग भी जाएगा बचत नही कर पाएंगे। सरकारी कार्यो में आज ढील ना दें अन्यथा बाद में सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे। नौकरी पेशाओ का अधिकारी अथवा कार्य क्षेत्र पर किसी न किसी से झगड़ा हो सकता है। परिवार में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रहेगी जरासी बात पर परिजन एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने के लिये तैयार रहेंगे। जोड़ो में दर्द एवं मुख गले संबंधित समस्या हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आपके अंदर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होगा भक्ति भावो में डूबे रहेंगे। स्वभाव आज थोड़ा रूखा रहेगा अपने कार्य मे किसी का दखल देना या किसी का ज्ञान देना तुरंत अखरेगा शब्दो पर नियंत्रण रखें अन्यथा बैठे बिठाये झगड़ा हो सकता है। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद ना रखें थोड़ा बहुत व्यवसाय ही रहने से धन की आमद भी सीमित रहेगी। संतान अथवा ननिहाल पक्ष से कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है जिसका प्रभाव आने वाले कुछ दिनों तक देखने को मिलेगा। मध्यान बाद किसी अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य के स्वतः ही बनने से आश्चर्य में पड़ेंगे। कंजूसी कर धन कोष में वृद्धि के प्रयास सफल होंगे। सामाजिक कार्यो में आज कम रुचि रहने पर भी मान सम्मान यथावत बना रहेगा। शरीर मे थोड़ी तकलीफ होने पर तुरंत जांच कराए नाहाई तो लंबी खिंचने की संभावना है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन मिला जुला फल देने वाला रहेगा। दिन के आरम्भ में जो भी योजना बनाएंगे परिस्थितिवश उसमे बदलाव करना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में किसी न किसी की दखलंदाजी के कारण मन मे अंतर्द्वंद लगा रहेगा जिसका समाधान कलह के बाद ही हो पायेगा भागीदारों पर नजर रखे अपना हित साधने के लिये आपको नजरअंदाज कर सकते है। आज भाई बंधुओ से आर्थिक लेनदेन करना पड़ेगा जिसके कारण भविष्य में कलह होने की संभावना है यथासंभव इसे टालने के प्रयास करें। कार्य व्यवसाय से धन की आमद अवश्य होगी लेकिन कर्ज भी होने की संभावना बराबर ही है। पति-पत्नी से आकस्मिक धन लाभ हो सकता है लेकिन इसके लिये स्वभाव में नरमी रखनी पड़ेगी। नसों में कमजोरी के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे। धन के किसी झंझट वाली जगह फंसने की संभावना है। यात्रा से बचें।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️धर्मराज दशमी आज, करें ये विशेष उपाय
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चैत्र नवरात्र की दशमी तिथि को कुछ विशेष उपाय करके घर में हो रही दुखद घटनाओं को रोक सकते हैं। अकाल मौतें, दुर्घटनाएं, बीमारी आदि दिक्‍कतों को समाप्‍त कर सकते हैं। मां सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं। भगवान धर्मराज यमराज का मानसिक पूजन करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। बता रहे हैं कुछ उपाय…

नहीं आएगी परिवार में विपदा
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परिवार में ज्यादा बीमार लोग हैं। जल्दी-जल्दी मृत्यु होती है। शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन कुछ उपाय करें।

यमराज का मानसिक पूजन
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दशमी तिथि के स्वामी यमराज मृत्यु के देवता हैं। भगवान धर्मराज यमराज का मानसिक पूजन कर घी की आहुति दें।

दीर्घायु, आरोग्य और ऐश्वर्य मिलेगा
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हवन में घी से आहुति डालें इससे दीर्घायु, आरोग्य और ऐश्वर्य तीनों की वृद्धि होती है। विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है |

घर में तकलीफ है तो जरूर आहुति डालें
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वो जरूर आहुति डालें जिनके घर में तकलीफ है और डालते समय स्वाहा बोलें। जो आहुति न डालें तो वो नम: बोलें |

आहुति डालते समय ये मंत्र बोलें
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ॐ यमाय नम:, ॐ धर्मराजाय नम:, ॐ मृत्यवे नम:, ॐ अन्तकाय नम:, ॐ कालाय नम:

शीघ्र ही न समाप्‍त कर दें हवन
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परिवार में पूजन के समय अनुष्‍ठान में शीघ्रता न दिखाएं। मंत्र बोलते हुए हवन करें। अधिक देर तक आहुति डालें तो अच्छा।

धर्मराज दशमी की कहानी
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पुराणों में धर्मराज की कई कथाएं मिलती हैं। उनमें से एक कथा ज्यादा प्रचलित है। कहते हैं कि एक ब्राह्मणी मृत्यु के बाद यम के द्वार पहुंची। वहां उसने कहा कि मुझे धर्मराज के मंदिर का रास्ता बताओ। एक दूत ने कहा कि कहां जाना है? वह बोली मुझे धर्मराज के मंदिर जाना है। वह महिला बहुत दान-पुण्य वाली थी। उसे विश्वास था कि धर्मराज के मंदिर का रास्ता अवश्‍य खुल जाएगा। दूत ने उसे रास्ता बता दिए। वहां देखा कि बहुत बड़ा-सा मंदिर है। वहां हीरे-मोती जड़ती सोने के सिंहासन पर धर्मराज विराजमान हैं और न्यायसभा ले रहे हैं। न्याय नीति से अपना राज्य सम्भाल रहे थे। यमराज सबको कर्मानुसार दंड दे रहे थे। ब्राह्मणी ने प्रणाम किया और बोली मुझे वैकुण्ठ जाना हैं। धर्मराजजी ने चित्रगुप्त से कहा इसका लेखा–जोखा सुनाओ। चित्रगुप्त ने लेखा सुनाया। सुनकर धर्मराजजी ने कहां तुमने सब धर्म किए पर धर्मराजज की कहानी नहीं सुनी। वैकुण्ठ में कैसे जाएगी?

महिला ने पूछा, “धर्मराजजी की कहानी के क्या नियम हैं?” धर्मराजजी बोले, “कोई एक साल, कोई छह महीने, कोई सात दिन ही सुने पर धर्मराजजी की कहानी अवश्य सुने। फिर उसका उद्यापन कर दे। उद्यापन में काठी, छतरी, चप्पल, बाल्टी रस्सी, टोकरी, लालटेन, साड़ी ब्लाउज का बेस, लोटे में शक्कर भरकर, पांच बर्तन, 6 मोती, 6 मूंगा, यमराजजी की लोहे की मूर्ति, सोने की मूर्ति, चांदी का चांद, सोने का सूरज, चांदी का सातिया ब्राह्मण को दान करें। प्रतिदिन चावल का सातिया बनाकर कहानी सुनें।”

यह बात सुनकर ब्राह्मणी बोली, “हे धर्मराज मुझे 7 दिन के ले वापस पृथ्वीलोक पर भेज दो। मैं कहानी सुनकर वापस आ जाऊंगी।” धर्मराज ने उसका लेखा–जोखा देखकर 7 दिन के लिए पुन: पृथ्वीलोक भेज दिया। ब्राह्मणी जीवित हो गई। ब्राह्मणी ने अपने परिवार वालों से कहा, “मैं 7 दिन के लिए धर्मराजजी की कहानी सुनने के लिए वापस आई हूं। इस कथा को सुनने से बड़ा पुण्य मिलता है।”

ब्राह्मणी ने चावल का सातिया बनाकर परिवार के साथ 7 दिनों तक धर्मराज की कथा सुनी। 7 दिन पूर्ण होने पर धर्मराज ने अपने दूत भेजकर उसे वापस ऊपर बुला लिया। अंत में ब्राह्मणी को वैकुण्ठ में श्रीहरी के चरणों में स्थान मिला।
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अग्निवीर सेना की नियमित भर्ती के अतिरिक्त एक योजना है। सेना की सभी भर्तियां निरन्तर जारी है बल्कि इस शांति काल में भी दस प्रतिशत अधिक हो रही है। अग्निवीरों को भी निशुल्क प्रशिक्षण भोजन वस्त्र के साथ ही केवल चार वर्षों में कुल आधा करोड़ रूपये भी मिलेंगे। उसके साथ ही चार वर्ष बाद यानी कुल 23 – 24 वर्ष का एक युवा को एक्स आर्मी पर्सन का स्टैटस व अन्य विभागों में नौकरी के अवसर व अपने स्टार्टप के लिए लोन भी मिलेगा।
जिसे अग्निवीर कम लग रही है या ठीक नहीं लग रही है उसके लिए आईएएस पीसीएस और अन्य सरकारी परीक्षाओं के दरवाजे खुले हैं। या अपना स्टार्टप कर सकता है। हर वर्ष कुल तीन हजार अग्निवीर भर्ती होने है उत्तराखंड कोटे में कुल चालीस युवाओं को भर्ती होना है। पिछली बार 37 पदों के लिए एक लाख युवा अग्निवीर में भर्ती होने के लिए कोटद्वार पंहुचे थे इतना इस योजना के लिए युवाओं में उत्साह है। इसका अर्थ हुआ कि विरोध राजनीति के लिए है। क्यों कि अग्निवीर के माध्यम से आपात स्थिति के लिए अनुशासित ब्रिगेड तैयार हो रही है, मोदी विरोधियों को इसलिए लिए चुल्ल मची हुई है। इसलिए भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है न हर बात में विरोध की। हम अग्निवीर योजना का समर्थन करते हैं। हमारी सेनाओं ने अनेक बार अग्निवीर योजना बनाने की पहल की थी जिस पर पूर्ववर्ती सरकारों ने ध्यान नहीं दिया इसलिए अब इस योजना पर पर भ्रम फैलाना भी सेना के मनोबल को कमजोर करने का षड्यंत्र भी हो सकता है ✍️हरीश मैखुरी

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