आज का पंचाग आपका राशि फल, मधुमेह का घरेलू उपचार व सावधानियां

  • ।। 🕉 ।।
    🚩🌞 *सुप्रभातम्*🌞🚩
    📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
    कलियुगाब्द……………………5123
    विक्रम संवत्…………………..2078
    शक संवत्……………………..1943
    रवि………………………..दक्षिणायन
    मास………………मार्गशीर्ष (अगहन)
    पक्ष……………………………..कृष्ण
    तिथी……………………………नवमी
    दुसरे दिन प्रातः 05.28 पर्यंत पश्चात दशमी
    सूर्योदय………..प्रातः 06.48.25 पर
    सूर्यास्त………..संध्या 05.41.34 पर
    सूर्य राशि………………………वृश्चिक
    चन्द्र राशि………………………..सिंह
    गुरु राशि…………………………कुम्भ
    नक्षत्र…………………….पूर्वाफाल्गुनी
    रात्रि 09.55 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी
    योग…………………………..विष्कुम्भ
    दुसरे दिन प्रातः 04.59 पर्यंत पश्चात प्रीती
    करण……………………………तैतील
    संध्या 05.45 पर्यंत पश्चात गरज
    ऋतु……………………………….हेमंत
    दिन……………………………..रविवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
28 नवम्बर सन 2021 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक………………………1
🔯 शुभ रंग…………………….लाल

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.53 से 12.36 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
संध्या 04.16 से 05.36 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*वृश्चिक*
05:57:06 08:13:15
*धनु*
08:13:15 10:18:54
*मकर*
10:18:54 12:06:02
*कुम्भ*
12:06:02 13:39:36
*मीन*
13:39:36 15:10:47
*मेष*
15:10:47 16:51:31
*वृषभ*
16:51:31 18:50:09
*मिथुन*
18:50:09 21:03:50
*कर्क*
21:03:50 23:20:01
*सिंह*
23:20:01 25:31:49
*कन्या*
25:31:49 27:42:29
*तुला*
27:42:29 29:57:06

🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.11 से 09.32 तक चंचल
प्रात: 09.32 से 10.53 तक लाभ
प्रात: 10.53 से 12.13 तक अमृत
दोप. 01.34 से 02.54 तक शुभ
सायं 05.36 से 07.15 तक शुभ
संध्या 07.15 से 08.55 तक अमृत
रात्रि 08.55 से 10.34 तक चंचल ।

📿 *आज का मंत्रः*
|| ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ||

 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
पुरारौ च मुरारौ च न भेदः पारमार्थिकः ।
तथाऽपि मामकी भक्तिः चन्द्रचूडे प्रधावति ॥
अर्थात :-
जिसका जिस रुप के प्रति आकर्षण होगा, वह उसे ले सकता है । पुरारी या मुरारी में कोई पारमार्थिक भेद नहीं है, कारण सभी रुप एक हि भगवान के हैं ।

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*मुख की दुर्गन्ध दूर करने का उपाय -*

*3. सरसों के तेल और नमक से मसाज -*
सरसों का तेल और नमक एक पुराना घरेलू उपचार है जिसका उपयोग आपके मसूड़ों को साफ करने और दांतों पर प्लाक को हटाने तथा मुख की दुर्गन्ध दूर करने के लिए किया जाता है। नियमित रूप से सरसों के तेल में चुटकीभर नमक मिलाकर मसूड़ों की मसाज करने से मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और बदबू पनपने का खतरा भी कम हो जाता है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
धनार्जन सुगम होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता अर्जित करेगा। पठन-पाठन में मन लगेगा। दूर यात्रा की योजना बन सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बेचैनी रहेगी।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रयास सफल रहेंगे।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी के व्यवहार से क्लेश हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार में तनाव रह सकता है। शुभ समाचार मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बेचैनी रहेगी। थकान महसूस होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधनों पर व्यय हो सकता है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। बेचैनी रहेगी। चोट व रोग से बचें। काम का विरोध होगा। तनाव रहेगा। कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल होंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद से क्लेश संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। अपेक्षित कार्यों में अप्रत्याशित बाधा आ सकती है। तनाव रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। राज्य के प्रतिनिधि सहयोग करेंगे।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कारोबारी अनुबंधों में वृद्धि हो सकती है। समय का लाभ लें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। कानूनी बाधा आ सकती है। विवाद न करें।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी विवाद में उलझ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जोखिम न उठाएं। घर-बाहर असहयोग मिलेगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। आय में कमी हो सकती है।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
धन प्राप्ति सुगम होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। भूमि, भवन, दुकान व फैक्टरी आदि के खरीदने की योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। अपरिचितों पर अतिविश्वास न करें। प्रमाद न करें।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मातहतों से संबंध सुधरेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। कष्ट, भय, चिता व बेचैनी का वातावरण बन सकता है।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

*मधुमेह के कुछ आसान से घरेलू उपाय…*
बदलते परिवेश और रहन सहन से मधुमेह के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
खान पान पर नियंत्रण न होना भी इसके लिए जिम्मेदार है।

डायबिटीज के मरीज को सिरदर्द, थकान जैसी समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं।

मधुमेह में खून में शुगर की मात्रा बढ जाती है।
वैसे इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है।
परंतु जीवनशैली में बदलाव, शिक्षा तथा खान-पान की आदतों में सुधार द्वारा रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।

*मधुमेह के लक्षण…*
■ बार-बार पेशाब आना।
■ बहुत ज्यादा प्यास लगना।
■ बहुत पानी पीने के बाद भी गला सूखना।
■ खाना खाने के बाद भी बहुत भूख लगना।
■ मितली होना और कभी-कभी उल्टी होना।
■ हाथ-पैर में अकड़न और शरीर में झंझनाहट होना।
■ हर समय कमजोरी और थकान की शिकायत होना।
■ आंखों से धुंधलापन होना।
■ त्वचा या मूत्रमार्ग में संक्रमण।
■ त्वचा में रूखापन आना।
■ चिड़चिड़ापन।
■ सिरदर्द।
■ शरीर का तापमान कम होना।
■ मांसपेशियों में दर्द।
■ वजन में कमी होना।

*मधुमेह को नियंत्रण करने के कुछ आसान से घरेलू उपाय, अगर कर सकते हैं तो.!*
■ तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और ज़रूरी तेल होते हैं जो इनसुलिन के लिये सहायक होते है। इसलिए शुगर लेवल को कम करने के लिए दो से तीन तुलसी के पत्ते को प्रतिदिन खाली पेट लें, या एक टेबलस्पून तुलसी के पत्ते का जूस लें।
■ 10 ml आंवले के जूस को 2 ग्राम हल्दी के पावडर में मिला लीजिए। इस घोल को दिन में दो बार लीजिए। इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।

■ काले जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए अचूक औषधि मानी जाती है। मधुमेह के रोगियों को काले नमक के साथ जामुन खाना चाहिए। इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।

■ लगभग एक महीने के लिए अपने रोज़ के आहार में एक ग्राम दालचीनी का इस्तेमाल करें, इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने के साथ वजन को भी नियंत्रण करने में मदद मिलेगी।

■ करेले को मधुमेह की औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका कड़वा रस शुगर की मात्रा कम करता है।अत: इसका रस रोज पीना चाहिए। उबले करेले के पानी से मधुमेह को शीघ्र स्थाई रूप से समाप्त किया जा सकता है।

■ मधुमेह के उपचार के लिए मैथीदाने का बहुत महत्व है, इससे पुराना मधुमेह भी ठीक हो जाता है। मैथीदानों का चूर्ण नित्य प्रातः खाली पेट दो टी-स्पून पानी के साथ लेना चाहिए।

■ काँच या चीनी मिट्टी के बर्तन में 5-6 भिंडियाँ काटकर रात को गला दीजिए, सुबह इस पानी को छानकर पी लीजिए।

■ मधुमेह मरीजो को नियमित रूप से दो चम्मच नीम और चार चम्मच केले के पत्ते के रस को मिलाकर पीना चाहिए।

■ ग्रीन टी भी मधुमेह मे बहुत फायदेमंद मानी । जाती है।
ग्रीन टी में पॉलीफिनोल्स होते हैं जो एक मज़बूत एंटीऑक्सीडेंट और हाइपो-ग्लाइसेमिक तत्व हैं, शरीर इन्सुलिन का सही तरह से इस्तेमाल कर पाता है।

■ सहजन के पत्तों में दूध की तुलना में चार गुना कैलशियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है। मधुमेह में इन पत्तों के सेवन से भोजन के पाचन और रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित सेवन से भी लाभ प्राप्त होता है ।

■ एक टमाटर, एक खीरा और एक करेला को मिलाकर जूस निकाल लीजिए।
इस जूस को हर रोज सुबह-सुबह खाली पेट लीजिए। इससे डायबिटीज में बहुत फायदा होता है।

■ गेहूं के पौधों में रोगनाशक गुण होते हैं।
गेहूं के छोटे-छोटे पौधों से रस निकालकर प्रतिदिन सेवन करने से भी मुधमेह नियंत्रण में रहता है।

■ मधुमेह के मरीजों को भूख से थोड़ा कम तथा हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है।
ऐसे में खीरा नींबू निचोड़कर खाकर भूख मिटाना चाहिए।

■ मधुमेह उपचार मे शलजम का भी बहुत महत्व है। शलजम के प्रयोग से भी रक्त में स्थित शर्करा की मात्रा कम होने लगती है। इसके अतिरिक्त मधुमेह के रोगी को तरोई, लौकी, परवल, पालक, पपीता आदि का प्रयोग भी ज्यादा करना चाहिए।

■ 6 बेल पत्र,
6 नीम के पत्ते,
6 तुलसी के पत्ते,
6 बैगनबेलिया के हरे पत्ते,
3 साबुत काली मिर्च ताज़ी पत्तियाँ पीसकर खाली पेट, पानी के साथ लें और सेवन के बाद कम से कम आधा घंटा और कुछ न खाएं।
इसके नियमित सेवन से भी शुगर सामान्य हो जाती है।