आज का पंचाग, आपका राशि फल, दातात्रेय जयन्ती आज, शंकराचार्य को अरबपति होना ही चाहिए, चमोली के मैखुरा गांव में पांडव नृत्य

आज किसी सज्जन ने कहा कि शंकराचार्य जी अरबपति बन कर बैठे हैं। कुछ करते धरते नहीं हैं। उन्हें मेरा उत्तर :-

यदि जगद्गुरु शंकराचार्य जी अरबपति हैं तो उन्हें होना भी चाहिए। वैसे भी वो संपत्ति पीठ की है, उनकी निजी नहीं, और न इसका उपयोग उनके निजी कार्य में हो रहा है।

शंकराचार्य जी या अन्य सनातनी वास्तविक संतों के पास करोड़ों या अरबों की संपत्ति है तो क्या हुआ ! उन्होंने कोई चोरी डकैती करके थोड़े न इकट्ठा किये हैं । उनकी संपत्ति को देखकर जलने वाले निंदकों या सेकुलरों ने फूटी कौड़ी भी नही दिया है उनको । उलटे उनसे किसी न किसी तरह लाभान्वित हुए हैं ।

जो भी दिया है उनके भक्तों और उनके ट्रस्टियों ने दिया है । दूसरों को उनकी संपत्ति के बारे में अनर्गल बकने का कोई अधिकार नही है । और वो संपत्ति भी उनके नाम नही अपितु उनके ही स्थानीय ट्रस्टियों के नाम में होती है ।

इसका सदुपयोग वे धर्म, समाज और संस्कृति की सेवा के लिए ही करते हैं । दुष्ट व्यक्ति या विधर्मियों की तरह राष्ट्र विरोधी कार्यों में नही खर्चते हैं ।
मठाम्नाय महानुशासन पढ़िए।
कृते विश्वगुरुर्ब्रह्मा त्रेतायां ऋषि सत्तमः ।
द्वापरे वेदव्यासश्च अहमस्मि कलौयुगे।
महाराज सुधन्वा चौहान को भगवत्पाद आदिशंकर ने कहा था। सत्ययुग में ब्रह्मा, त्रेता में वशिष्ठ, द्वापर में वेदव्यास और कलियुग में मैं ही विश्वगुरु हूँ । शंकराचार्य के लिए छत्र , सिंहासन, चँवर भी अनिवार्य है। शंकर दिग्विजय के बाद इस पद को सनातन का राजा कहा गया। नागा, नाथ पंथी अखाड़ा साधुओं को सैनिक और जनसाधारण को प्रजा। अतः इसका पालन हो। राजा ही कंगाल रहेगा तो हमारा क्या होगा। कांची कामकोटि अधिपति जयेंद्र स्वामी जी हर वर्ष 5000 करोड़ से अधिक धन समाजसेवा में देते हैं। गरीबों का धर्मान्तरण होने से रोकते हैं। यदि उनके पास धन न रहे तो क्या आप अपने घर से देंगे, जब धर्मरक्षा की जरूरत होगी ? कौन शंकराचार्य धन का प्रयोग व्यक्तिगत विलासिता के लिए कर रहे हैं ?

शंकराचार्य मात्र चार हैं। इसके अलावा यदि कोई इस पद का स्वयं के लिए उपयोग कर रहा है, तो फ़र्ज़ी है। पूर्वाम्नाय, दक्षिणाम्नाय, पश्चिमाम्नाय और उत्तराम्नाय। अर्थात् गोवर्धन, श्रृंगेरी, द्वारिका और ज्योति पीठ। इसके अलावा बाद में कार्य की अधिकता के कारण दक्षिणाम्नाय और पूर्वाम्नाय ने दो उपपीठ की स्थापना अलग से की। जिसमें सर्वाम्नाय कांची कामकोटि और ऊर्ध्वाम्नाय काशी सुमेरु उपपीठ बने। कुछ लोग उपपीठों की मान्यता पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं। पर ऐसा वही करते हैं जिन्हें मठाम्नाय महानुशासन की जानकारी नहीं। हर पीठ अपना एक और उपपीठ सर्वसम्मति से बना सकता है, यदि उसे आवश्यक लगे तो। और रही बात कार्य करने की, तो ऐसा नहीं है कि कार्य नहीं हो रहा। कार्य बहुत हो रहा है। अब जहाँ हो रहा है, वहां आप नहीं देखते और जहाँ आप देखते हैं, वहां वो नहीं देखते। इसमें शासन तंत्र का भी व्यापक दोष है। ईसाई मिशनरी पोषित सरकारें पर्याप्त अमर्यादा से सनातन गतिविधियों पर अंकुश लगाती रही है । साथ ही साईं, निर्मल, रामपाल, आर्य समाज, ब्रह्माकुमारी, स्वामी नारायण आदि के पाखंड के कारण और भी दयनीय स्थिति है।

आप सब थोड़ा सा विचार कीजिए । भगवान शंकर को
एक बार विष पान करना पड़ा शीतलता के लिए गंगा व चंद्रमा को धारण करना पड़ा। आपके समक्ष भगवान शंकर के स्थान पर
जो पूज्य शंकराचार्य जी दिखते हैं, उनमे से एक जगद्गुरु पूर्वाम्नाय ऋग्वेदी महामहिम श्री निश्चलानंद सरस्वती जी ने अपने जीवन में तीन बार विषपान किया है 25 बार शीशे का पानी दिया गया है, 5 बार मांत्रिक नागों से डसवाया गया है । अलकायदा उल्फा समेत
विश्व के सात खूंखार संगठनों के सर्वोच्च श्रेणी के हिट लिस्ट में जगद्गुरु का नाम है । फिर भी सामान्य तरीके से बिना कोई सुरक्षा लिए दहाड़ते हुए ट्रेन में पूरे देश में धर्म की ध्वजा को लेकर अपनी बोटी बोटी गलाते हुए फहरा रहे हैं । हमारे धर्म के सर्वोच्च पद पर विराजमान है ।
13 घंटे लेखन काम करते हैं , दो से 3 घंटे ही निद्रा लेते हैं । 83 वर्ष की भौतिक अवस्था में हजारों युवाओं की उर्जा से समन्वित वाणी बोलते हैं
ऐसे कोई साधारण व्यक्ति हो सकते हैं क्या ?
साक्षात शिव हैं । शंकरः शंकरः साक्षात्…

कितने वर्ष माह अथवा दिन ही आप प्रात: स्मरणीय शङ्कराचार्यों के साथ रहें हैं, घर में बैठकर वाट्सअप में तो किसी को कुछ भी कह सकते हैं, महत्त्वपूर्ण यह है कि हम कितने वास्तविक धरातल पर अपने धर्म संस्कृति के लिए कार्य कर रहे हैं, यहाँ यही चर्चा दु:खद है कि बिना विचारे किसी भी संत के ऊपर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहे हैं ।

महोदय ! सोच बदलिए । शंकराचार्य के प्रति इस प्रकार सोचना सही नही है ।आप सोच को परिवर्तन करे तो अच्छा रहेगा । शंकराचार्य को केवल अरबों की संपत्ति का संरक्षक कह सकते है। इसके विपरीत सोच ठीक व मान्य नहीं है ।
इत्यलम्। ॐ ॐ

🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७८ || शक-सम्वत् १९४३ || याम्यायन् || राक्षस नाम संवत्सर || हेमन्त ऋतु || मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष || तिथि चतुर्दशी पूर्वाह्न ७:२७ तक उपरान्त पूर्णिमा || व्रतकी पूर्णिमा || मन्दवासर || पौष सौर ०३ प्रविष्ठ || तदनुसार १८ दिसम्बर २०२१ ई० || नक्षत्र रोहिणी अपराह्न ०१:४७ तक उपरान्त मृगशिरा || वृषस्थ चन्द्रमा || श्री दत्तात्रेय जयन्ती ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐
📖 *पर्वानुशंसा………………….*✍
*दत्तो महाहमिति यद्*
*भगवान् स दत्त:।।*
📝 *भावार्थ* 👉🏾 मैनें अपने-आपको तुम्हें दे दिया– श्रीविष्णुके ऐसा कहनेसे भगवान् विष्णु ही अत्रिके पुत्ररूपमें अवतरित हुये और *दत्त* कहलाये। अत्रिपुत्र होनेसे ये *आत्रेय* कहलाते हैं
दत्त और आत्रेयके संयोगसे इनका *दत्तात्रेय* नाम प्रसिद्ध हो गया। इनका अवतरण मार्गशीर्षकी पूर्णिमाको प्रदोषकालमें हुआ था। इनकी माताका नाम अनुसूया है।
*दत्तात्रेय जयन्तीपर अनन्त शुभकामनाएँ।*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शनिवार, १८ दिसम्बर २०२१🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०७:०७

सूर्यास्त: 🌅 ०५:२४

चन्द्रोदय: 🌝 १६:३७

चन्द्रास्त: 🌜❌❌❌

अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय

ऋतु: 🌳 हेमन्त

शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)

मास 👉 मार्गशीर्ष

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉चतुर्दशी (०७:२४ तक)

नक्षत्र 👉 रोहिणी (१३:४९ तक)

योग 👉 साध्य (०९:१३ तक)

प्रथम करण 👉 वणिज (०७:२४ तक)

द्वितीय करण 👉 विष्टि (२०:४५ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 धनु

चंद्र 🌟 मिथुन (१७:२१ से)

मंगल 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 धनु (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 मकर (उदय, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 वृष

केतु 🌟 वृश्चिक

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५३ से १२:३४

अमृत काल 👉 १०:१२ से १२:००

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०७:०७ से १३:४९

अमृतसिद्धि योग 👉 ०७:०७ से १३:४९

रवियोग 👉 ०७:०७ से १३:४९

विजय मुहूर्त 👉 १३:५६ से १४:३६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१० से १७:३४

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४६ से २४:४१

राहुकाल 👉 ०९:४० से १०:५७

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:३० से १४:४७

होमाहुति 👉 चन्द्र

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (१३:४९ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (०७:२४ से पृथ्वी)

भद्रावास 👉 स्वर्ग (०७:२४ से २०:४५ तक)

चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम २७:२२ से)

शिववास 👉 भोजन में (०७:२४ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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श्रीसत्यनारायण (पूर्णिमा) व्रत, श्रीदत्त महाप्रभु जयन्ती, आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज १३:४९ तक जन्मे शिशुओ का नाम

रोहिणी नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वी, वू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (वे, वो, क) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३१:०१ से ०९:०५

मकर – ०९:०५ से १०:४६

कुम्भ – १०:४६ से १२:१२

मीन – १२:१२ से १३:३५

मेष – १३:३५ से १५:०९

वृषभ – १५:०९ से १७:०३

मिथुन – १७:०३ से १९:१८

कर्क – १९:१८ से २१:४०

सिंह – २१:४० से २३:५९

कन्या – २३:५९ से २६:१७

तुला – २६:१७ से २८:३८

वृश्चिक – २८:३८ से ३०:५७

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:०७ से ०७:२४

रोग पञ्चक – ०७:२४ से ०९:०५

शुभ मुहूर्त – ०९:०५ से १०:४६

मृत्यु पञ्चक – १०:४६ से १२:१२

अग्नि पञ्चक – १२:१२ से १३:३५

शुभ मुहूर्त – १३:३५ से १३:४९

मृत्यु पञ्चक – १३:४९ से १५:०९

अग्नि पञ्चक – १५:०९ से १७:०३

शुभ मुहूर्त – १७:०३ से १९:१८

रज पञ्चक – १९:१८ से २१:४०

शुभ मुहूर्त – २१:४० से २३:५९

चोर पञ्चक – २३:५९ से २६:१७

शुभ मुहूर्त – २६:१७ से २८:३८

रोग पञ्चक – २८:३८ से ३०:५७

शुभ मुहूर्त – ३०:५७ से ३१:०८

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए सामान्य फलदायी रहेगा। दिन के आरंभ में किसी से मामूली बात पर झगड़ा हो सकता है फिर भी स्थिति ज्यादा गंभीर नही होगी। कार्य क्षेत्र पर आज मजबूरी में किसी विरोधी की सहायता लेनी पड़ेगी इसकी ग्लानि मन मे रहेगी। आज जोड़ तोड़ करके ही आर्थिक लाभ पाया जा सकता है अगर अपनी जिद पर अड़े रहे तो सामान्य लाभ से भी वंचित रह जाएंगे। नौकरी पेशा जातक मनमानी रवैये के कारण अपमानित हो सकते है अथवा किसी से बहस होने की संभावना है। दाम्पत्य में आज मौन धारण करने पर ही शांति मिलेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज मन इच्छित कार्य होने से दिन भर उत्साहित रहेंगे कार्यो के प्रति गंभीरता कम रहेगी फिर भी आर्थिक रूप से दिन संतोषजनक ही रहेगा। मध्यान तक आवश्यक कार्यो को भी बेमन से करेंगे कार्यो को करते हुए भी दिमाग कही और ही भटकेगा जिससे कोई भी कार्य सफाई से नही होगा। व्यावसायिक क्षेत्र पर नए लाभ के अनुबंध मिलते मिलते ताकि कमी से अधर में लटक सकते है। संध्या का समय यात्रा पर्यटन मौज मस्ती में बिताना पसंद करेंगे। व्यर्थ के खर्च भी आज अधिक ही होंगे। परिवार में खुशी का वातावरण रहेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन भी आपको कार्य व्यवसाय से संबंधित एवं घरेलू समस्याएं लगी रहेंगी। व्यवसाय में मेहनत करने के बाद भी अल्प लाभ होगा आज व्यवहार में कटुता रहने से स्नेहीजन से दूरी बढ़ने के साथ ही आपके हिस्से का लाभ किसी अन्य के खाते में जा सकता है आर्थिक कमी के चलते कुछ आवश्यक कार्य अधूरे रहेंगे। आवश्यकता पड़ने पर सहायता मिलना मुश्किल रहेगा। परिवार में महिलाओं के हाथ भी कुछ नुकसान हो सकता है। आज आपकी भावनाओं को समझने वाला कोई नही मिलेगा। दिनचर्या को सामने बनाए रखने के लिए स्वयं में परिवर्तन लाएं।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन भी आपके लिए लाभदायी रहेगा। सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा लेकिन क्रोध को वश में रखें अन्यथा परिणाम उल्टे भी हो सकते है। दिन के आरंभ में कार्यो को लेकर लापरवाही रहेगी परन्तु बाद में गंभीरता से प्रत्येक कार्य करेंगे नौकरी पेशा जातक आज कार्य क्षेत्र में बदलाव का विचार बनाएंगे शीघ्र ही इस विषय मे शुभ समाचार भी मिल जाएंगे। बेरोजगार लोगो का परिश्रम आज खाली नही जाएगा। परिवार अथवा आस पडोसियो की छोटी मोटी बातो को अनदेखा करें व्यर्थ विवाद से बचे रहेंगे। शेयर आदि कार्यो में निवेश लाभ देगा आर्थिक लाभ थोड़ा थोड़ा कर होता रहेगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आप लोगो के विरोध एवं प्रतिस्पर्धा के बाद भी लाभ पाने में सफल रहेंगे लेकिन आज आपका स्वभाव अंदर से कुछ बाहर से कुछ रहेगा फिर भी आपकी लोगो से काम निकालने की कला आज अवश्य काम आएगी। मीठे व्यवहार से किसी से भी आसानी से स्वार्थ सिद्ध कर सकेंगे नौकरी पेशा जातक भी अधिकारियों से थोड़ी खुशामद के बाद कार्य निकाल लेंगे। मध्यान के समय को छोड़ आर्थिक स्थिति में निरंतर सुधार आएगा। परिवार में भी आज आपका मन लगा रहेगा स्त्री-सन्तानो की इच्छा पूर्ति होने पर प्रसन्न रहेंगे। बुजुर्गो से लाभ होगा।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज दिन के आरंभिक भाग में ईश्वरीय भजन पूजन में विशेष रुचि लेंगे मानसिक एवं शारीरिक रूप से चुस्त रहंगे। आज कार्य व्यवसाय में नए निर्णय लेने के लिए समय उपयुक्त नही नए अनुबंध मिलेंगे लेकिन इनसे शीघ्र लाभ नही उठा पाएंगे। आर्थिक कारणों से भाग-दौड़ अधिक करनी पड़ेगी अंत मे परिणाम निराश करने वाले रहेंगे। संचित धन कोष में भी कमी आएगी। महिलाये आज ज्यादा भक्ति भाव वाली रहेंगी जिस कारण घरेलू काम काज में विलंब होगा लेकिन आज गृहस्थी के साथ ही आर्थिक उलझनों को सुलझाने में महिलाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहेगी। संध्या के समय थकान अधिक रहेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन सेहत के दृष्टिकोण से उतार चढ़ाव वाला रहेगा। दिन के आरंभ से ही सुस्ती बनी रहेगी जिस कारण कार्य क्षेत्र पर भी विलम्ब होगा। आज अधिकांश लाभ के सौदे लापरवाही या आलस्य के कारण हाथ के आगे से निकलने की संभावना है। आर्थिक स्थिति में भी निरंतर गिरावट आएगी इसके साथ ही आकस्मिक खर्च बढ़ने से ज्यादा परेशानी होगी फिर भी यथा संभव किसी से उधार ना लें अन्यथा चुकाना भारी पड़ेगा। धन को लेकर किसी से उलझना ठीक नही डूबने की आशंका है। परिवार के सदस्यों की अनदेखी करने से माहौल अशांत हो सकता है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन भी आपके लिए शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज आपको स्त्री वर्ग का विशेष सहयोग मिलेगा जिससे व्यवस्थाएं सुधारने में आसानी होगी साथ ही उपयुक्त लाभ पाने के अधिकारी भी बनेंगे। आज परिवार की महिलाये भी गृहस्थ को सुधारने में बराबर की भागीदार रहेंगी। व्यवसायी वर्ग की प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की रहेगी इस कारण शरीर की भी अनदेखी करेंगे। दिल अथवा अन्य गंभीर रोग के मरीज आज ज्यादा परिश्रम वाला कार्य ना करें नाही किसी विवाद में पड़े परेशानी खड़ी हो सकती है। ऐश्वर्य वृद्धि के साथ ही धन लाभ उत्तम रहेगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपके लिए आज का दिन धन धान्य में वृद्धिकारक रहेगा। खर्च भी आज अधिक रहेंगे लेकिन आवश्यक ही होंगे। कार्य क्षेत्र पर आज आप नए प्रयोग आजमाएंगे इनमे आरम्भ में सफलता मिलेगी लेकिन बाद में कुछ रुकावट आने की संभावना है फिर भी प्रयास करते रहे आगे भी लाभ की स्थिति बनेगी। सामाजिक कार्यो में रुचि कम रहेगी फिर भी बेमन से किसी आयोजन में उपस्थिति देनी पड़ेगी। आर्थिक लाभ के कई अवसर मिलेंगे जिनमे से अधिकांश में सफलता मिल जाएगी। धार्मिक पूजा पाठ अथवा तीर्थ यात्रा की योजना बनेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार दोनो उत्तम रहेंगे।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपकी बौद्विक क्षमता निरन्तर विकसित होगी जिससे परिवार एवं सार्वजनिक क्षेत्र पर लोग आपको अनुभव के आधार पर अपनी समस्याओं का समाधान करवाएंगे लेकिन ध्यान रहें इससे अन्य लोगो के कार्य मे उलझ कर आपके स्वयं के कार्य अधूरे रह जाएंगे। धार्मिक कार्य एवं आध्यात्म के लिए भी आज समय निकालना पड़ेगा मध्यान बाद पूजा पाठ अथवा देवदर्शन के योग है।आर्थिक रूप से आज आप निश्चिन्त रहंगे धन लाभ आज निश्चित ना होकर आकस्मिक ही होगा। पारिवारिक माहौल पहले से ज्यादा शांत रहेगा। फिर भी घर मे अधिक मौन रहने का प्रयास करें।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन भी आपके प्रतिकूल ही रहेगा। मनोकामना पूरी ना होने अथवा लोगो का व्यवहार आपके अनुकूल ना रहने पर क्रोध आएगा। घर बाहर दोनो जगह अपने अथवा किसी अन्य के गलत आचरण के कारण कष्ट भोगेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से परेशान रहेंगे। व्यवसायी लोग भी आज किसी अन्य की गलती का फल स्वयं भुगतेंगे कार्य क्षेत्र पर आज अव्यवस्था अधिक रहने से आय के साधन सीमित रहेंगे। घरेलू शांति के लिए परिजनों की इच्छानुसार स्वयं को ढालना पड़ेगा। रक्त-पित्त संबंधित समस्या रहेगी।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन लाभ वाला रहेगा इसके अतिरिक्त व्यवसाय में वृद्धि होने के योग है नए कार्य का आरंभ भी आज करना शुभ रहेगा। आज आपकी वैचारिक क्षमता में वृद्धि होने से लोगो के सामने खुल कर अपना पक्ष रखने में आसानी रहेगी लेकिन आवश्यकता से ज्यादा बोलना हानिकारक हो सकता है इसका भी ध्यान रखना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय से थोड़ी मेहनत के बाद आवश्यकता से अधिक लाभ अर्जित कर लेंगे। परिजनों के साथ धार्मिक क्षेत्र की यात्रा हो सकती है। घर मे छूटपुट बातो को छोड़ शांति रहेगी।

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〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

अपने गाँव मैखुरा में पांडव लीला के शुभ अवसर पर पांडव देव का आशीर्वाद लिया और अपने सभी ग्राम वासियों के साथ मिलने और वार्ता करने का अवसर मिला – विधायक प्रत्याशी टीका मैखुरी