आज का पंचाग, आपका राशि फल, ॐ शब्द के उच्चारण से होते हैं अद्भुत स्वास्थ्य लाभ, कश्मीर के गुलमर्ग में तीस सालों बाद खुला ऐतिहासिक शिव मंदिर, ऐसे बड़े रोगों के सौ कारण सबको जानने चाहिए

*🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः सभी मित्र मंडली को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाऐं।

या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,*
*नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||*
*जगतजननी माँ आदिशक्ति दुःख, महामारी और विपदाओं से हम सबकी रक्षा करें।*
🕉️शुक्र वार स्तुति:- *हिम कुंद मृणालाभं, दैत्यानां परमं गुरूम्। सर्वशास्त्र प्रवक्तारं, भार्गवं प्रणमाम्यहम्*।।
हिन्दी ब्याख्या:–
तुषार कुंज अथवा मृणाल के समान जिनकी आभा है जो दैत्यों के परम गुरु हैं उन सब शास्त्रों के अद्वितीय वक्ता शुक्राचार्य जी को मैं प्रणाम करता हूं।
शुक्र गायत्री:– *भृगवंशजाताय विद्महे श्वेत वाहनाय धीमहि तन्न शुक्र: प्रचोदयात्* ।।
शुक्र गायत्री मंत्र का यथाशक्ति जप करने के बाद औदम्बरयुक्त पायस घी से दशांश हवन करें।
✡️ आपका अपना ✡️ ✡️ ✍️पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री* ✡️

❤️दैनिक पंचांग✡️
✡️वीर विक्रमादित्य संवत् ✡️
❤️❤️2078❤️✡️
✡️ज्येष्ठ मासे ✡️
✡️22 प्रविष्टे गते ✡️
दिनांक ✡️ :04 – 06 – 2021(शुक्रवार)
सूर्योदय :05.44 पूर्वाह्न
सूर्यास्त :07.06 अपराह्न
सूर्य राशि :वृषभ
चन्द्रोदय :01.56 पूर्वाह्न
चंद्रास्त :02.07 अपराह्न
चन्द्र राशि :मीन
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :बैशाख 24
पूर्णिमांत महीना :ज्येष्ठ 9
पक्ष :कृष्ण 10
तिथि :नवमी 2.22 पूर्वाह्न तक, बाद में दशमी
नक्षत्र :उत्तरभाद्रपदा 8.47 अपराह्न तक, बाद में रेवती
योग :प्रीति 2.23 पूर्वाह्न तक, बाद में आयुष्मान
करण :वणिज 3:11 अपराह्न तक, बाद में विष्टि
राहु काल :10.50 पूर्वाह्न से – 12.30 अपराह्न तक
कुलिक काल :7.29 पूर्वाह्न से – 9.09 पूर्वाह्न तक
यमगण्ड :3.51 अपराह्न से – 5.32 अपराह्न तक
अभिजीत मुहूर्त :11.58 पूर्वाह्न से – 12.51 अपराह्न तक
दुर्मुहूर्त :08:24 पूर्वाह्न-से – 09:18 पूर्वाह्न, तक 12:51 अपराह्न से – 01:45 अपराह्न तक
[4/6, 08:20] चक्रधर प्रसाद शास्त्री: मित्रों बहुत से मित्रों ने राशि नाम एवं प्रसिद्ध नाम के माध्यम से राशिफल देखने की प्रक्रिया जानी चाही इसके विषय में महर्षि पाराशर जी ने पाराशरी नामक ग्रंथ में लिखा है कि:–
*देशे ग्रामे गृहे युद्धे, सेवायां व्यवहार के। नाम राशे प्रधानत्वं , जन्म राशि न चिंन्तयेत्*।।
हिंदी ब्यख्या:–
प्रदेश में घर के बाहर गांव में युद्ध के समय सेवारत में व्यवहारिक नाम की प्रधानता होती है स्थानों पर जन्म राशि का चिंतन न करके प्रचलित नाम की राशि का चिंतन करना चाहिए।
*विवाह सर्वमांगल्यै, यात्रायां ग्रह गोचरे । जन्म राशे प्रधानत्वम्, नाम राशि न चिंन्तयेत्*।।
हिन्दी ब्याख्या:–
विवाह के समय मां सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों में यात्रा में ग्रह गोचर दशा के पूजन में जन्म राशि की प्रधानता होती है प्रसिद्ध नाम राशि का चिंतन नहीं करना चाहिए।।
*आज के लिए राशिफल (04-06-2021)*
*मेष*04-06-2021
मेष राशि वाले आज मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। बेहतर यही होगा कि आप जिनके साथ रहते हैं उनके साथ विवादों में पड़ने की बजाय विवादों से दूर ही रहें। मान-सम्मान में तेजी से पदोन्नति आपको आने वाले समय में देख सकती है। शारीरिक कष्ट हो सकता है। किसी भी परिस्थिति में स्वयं के स्वास्थ्य को अनदेखा न करें, जिसको देखभाल की आवश्यकता है। आज आपकी कोई बात किसी इंसान को बुरी भी लग सकती है।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला
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*वृष*
04-06-2021
आज आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे। चल रहे काम में आपको कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। कुछ भावनात्मक मुद्दे आपको परेशान कर सकते हैं। आय स्थिर रहेगी लेकिन आपको कुछ अनावश्यक खर्च करने पड़ सकते हैं। दिन के उत्तरार्द्ध में चीजों में सुधार होगा और आपका प्रभाव भी बढ़ेगा। कुछ प्रभावशाली संपर्क स्थापित होंगे। विदेशी यात्रा कुछ अतिरिक्त प्रयास के साथ आगे बढ़ सकती है। संतान का विवाह संबंध पक्का हो सकता है।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हल्का पीला
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*मिथुन*04-06-2021
आज ऑफिस में आपके सामने कई चुनौतियां आ सकती हैं। आपको अपने किसी खास काम में मित्र की मदद मिलेगी, जिससे आपका काम सफल होगा। जीवनसाथी के साथ रिश्ते बेहतर होंगे। आप अपने भविष्य के बारे में किसी से विचार-विमर्श कर सकते हैं। घर पर अचानक से कोई मेहमान आ सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिये लाभ की स्थिति बनेगी। सेहत के मामले में आप तंदरुस्त रहेंगे। आज दोस्तों के साथ समय अच्छा बीतेगा। आपको संतोष की भावना का अनुभव होगा। धरती माँ को छूकर प्रणाम करें, सभी काम सफल होंगे।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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*कर्क*04-06-2021
शारीरिक स्फूर्ति और मानसिक प्रसन्नता बनाए रखने के लिए आज कष्ट का अनुभव होगा। आप उनसे उपहार प्राप्त कर सकते हैं। ऑफिस के काम से संबंधित यात्रा करनी पड़ सकती है। ये यात्रा आपको आर्थिक रूप से लाभ देगी। कार्यक्षेत्र में उपस्थित सदस्यों से सम्बंध मधुर बनेंगे। आर्थिक लाभ होगा। आप अपने मन में आने वाले नकारात्मक विचारों को खत्म करने की कोशिश करें। धन का अधिक से अधिक खर्च होगा। कार्यक्रमों में आपको बदलाव करना पड़ सकता है।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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*सिंह*04-06-2021
खेल प्रेमियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिलेंगे और वाहवाही भी मिलेगी। नौकरी करने वाले और व्यवसायी कुछ नई योजनाओं या प्रोजेक्ट में शामिल होंगे। जटिल समस्या का समाधान भी पाया जा सकता है। प्रेम-संबंध मजबूत होंगे और अकेले रह रहे लोगों के जीवन में प्रेम-प्रवेश कर सकता है। लाभ होगा और पुराना भुगतान भी मिल सकता है। यात्रा आपको एक नए उद्यम में प्रगति करने में मदद करेगी।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : हल्का हरा
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*कन्या*04-06-2021
आज आपका सोचा हुआ कार्य अचानक से पूरा हो जाएगा। आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। कार्यालय में उच्चाधिकारी आपके कार्य को देखकर प्रसन्न होंगे। इस राशि के प्रेमियों लिए आज का दिन सुफल रहेगा। आप लोग साथ में कहीं घूमने जा सकते हैं। आपको कार्य के नए अवसर जल्दी ही मिलेंगे। आज किसी मित्र से आर्थिक मदद मिल सकती है। आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। आप से घरवालों की आशा पूरी होगी। किसी को भोजन कराएं, आपका दिन ख़ुशियों भरा बीतेगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : बैंगनी रंग
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*तुला*04-06-2021
आज मन में निराशा एवं अंसन्तोष रहेगा। परिवार की समस्याओं से परेशान रहेंगे। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। अपने प्रिय के साथ खरीददारी करने जाते समय ज़्यादा आक्रामक व्यवहार न करें। ऐसे भोजन से परहेज करें जिससे आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचे। कोई खोई हुई वस्तु आज मिलने की संभावना अधिक है। आज आप कामकाज का प्रेशर भी अच्छे से हेंडल कर लेंगे। पीठ पीछे किसी की बुराई ना करें।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : गहरा लाल
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*वृश्चिक*04-06-2021
आपका रचनात्मक कौशल आज चरम पर होगा और आप इसका उपयोग अपने सभी कामों में करेंगें। रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े लोग अच्छा करेंगे और अच्छा लाभ भी प्राप्त करेंगे। आप बैठकों, प्रस्तुतियों, प्रदर्शनियों और सम्मेलनों में लोकप्रिय रहेंगे। आप अपने घर को पुनर्व्यवस्थित करने की योजना बनाएंगे और कुछ कलाकृतियों की खरीदारी भी करेंगे। सहभागिता बढ़ेगी और आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ एक छोटी यात्रा कर सकते हैं।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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*धनु*04-06-2021
आज आपको कोई बड़ी खुशखबरी मिलेगी, जिससे परिवार में सबके चेहरे खिले रहेंगे। लोग आगे से चलकर आपसे बात करना चाहेंगे। किसी प्रिय मित्र से आपकी मुलाकात होगी। आपको नए स्रोतों से धन की प्राप्ति होगी। प्रेम-प्रसंग के प्रति आपका झुकाव रहेगा। सेहत के मामले में आप चुस्त-दुरुस्त बने रहेंगे। आपके दिमाग में अचानक से कोई ऐसा विचार आयेगा, जो आपकी प्रगति के रास्ते खोल देगा। इस राशि के प्रॉपर्टी डीलर्स के लिए आज का दिन फायदेमंद रहेगा। मन्दिर में कपूर का दान करें, रिश्ते बेहतर होंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : चंदन सफेद
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*मकर*04-06-2021
आज तनाव की स्थिति हो सकती है लेकिन फिर भी अपने कार्य में लगे रहेंगे। असफलता के साथ ही धन हानि का डर भी हो सकता है। आप अपने वाणी पर संयम रखें तथा रिश्तों में विश्वास बनाने की कोशिश करें। शाम का समय लव लाइफ के लिए उत्तम रहेगा। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रयास करें। आप अपने कामों पर ध्यान दें। सार्वजनिक जीवन में सम्मानित होंगे। वैवाहिक सुख की प्राप्त होगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : गहरा हरा
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*कुंभ*04-06-2021
आज आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। व्यावसायिक संदर्भ में महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की जा सकती हैं। अगर आप उच्च अध्ययन या नौकरी के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो आप निराश नहीं होंगे। आपकी कामयाबी में वृद्धि होगी, संपर्क स्थापित होंगे और आप कुछ प्रभावशाली लोगों से भी मिलेंगे। यदि पैतृक संपत्ति के संबंध में कोई मामला लंबित है, तो यह आपके पक्ष में तय किया जाएगा। परिवार में कुछ शुभ समाचार प्राप्त होंगे और उत्सव हो सकता है। प्रेम-संबंध मजबूत होंगे।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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*मीन*04-06-2021
आज आपका दिन घूमने-फिरने में अधिक बीतेगा। परिवार वालों के साथ मनोरंजन के लिए कहीं दूर ट्रिप पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं। इस राशि के व्यापारी वर्ग को अचानक से कोई बड़ा धन लाभ होने के चांस बन रहे हैं। इससे आपका आर्थिक पक्ष पहले की अपेक्षा अधिक मजबूत रहेगा। आप किसी राजनीतिक गतिविधि में शामिल होने का मन बना सकते हैं। किसी भी काम में संतुलन बनाये रखने से वह काम पूरा जरूर होगा। माता-पिता का आशीर्वाद लें, पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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आपका ✍️ *पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️ *8449046631,9149003677*✡️✡️✡️

*🚩🕉🚩*
*ओउम् तीन अक्षरों से बना है। “” अ उ म् “”* 
*”अ” का अर्थ है उत्पन्न होना,*
*”उ” का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,* 
*”म” का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् “ब्रह्मलीन” हो जाना।*
 
*ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।*
*ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।*
*जानिए 👇🏻* 
*ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक और अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग…*
*1. ॐ और थायराॅयडः-*
*ॐ का उच्‍चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।*
*2. ॐ और घबराहटः-*
*अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।*
*3. ॐ और तनावः-*
*यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।*
*4. ॐ और खून का प्रवाहः-*
*यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।*
*5. ॐ और पाचनः-*
*ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।*
*6. ॐ लाए स्फूर्तिः-*
*इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।*
*7. ॐ और थकान:-*
*थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।*
*8. ॐ और नींदः-*
*नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।*
*9. ॐ और फेफड़े:-*
*कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।*
*10. ॐ और रीढ़ की हड्डी:-*
*ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।*
*11. ॐ दूर करे तनावः-*
*ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।*
*आशा है आप अब कुछ समय जरुर ” ॐ ” का उच्चारण  करेंगे। साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचाने का प्रयास करेंगे जिनको आप अपना समझते हैं 🙏*
  *🚩🌹🌞 ॐ🌞🌹🚩*

🚩जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में दशकों से बन्द पढ़े 106 वर्ष पुराने शिव मंदिर को भारतीय सेना ने जीर्णोद्धार करवा कर के आज फिर से कपाट खुलवा दिए हैं।

🚩गुलमर्ग में बने 106 साल पुराने शिव मंदिर को राजा हरी सिंह की पत्नी ने बनवाया था

🚩गुलमर्ग में भारतीय सेना की बटालियन ने स्थानीय लोगों की मदद से एक पुराने शिव मंदिर का जीर्णोद्धार भी किया गया।

🚩यही मंदिर 1974 की प्रसिद्ध हिंदी फिल्म ‘आप की कसम’ में दिखाया गया था।

🚩 “जय जय शिव शंकर” गाना इसी शिव मंदिर के आसपास फिल्माया गया था।

सनातन धर्म सर्वश्रेष्ठ है।
जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 जय हिंद

*100 जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए*
1.योग,भोग और रोग ये तीन अवस्थाएं है।
2. *लकवा* – सोडियम की कमी के कारण होता है ।
3. *हाई वी पी में* – स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे ।
4. *लो बी पी* – सेंधा नमक डालकर पानी पीयें ।
5. *कूबड़ निकलना*- फास्फोरस की कमी ।
6. *कफ* – फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं
7. *दमा, अस्थमा* – सल्फर की कमी ।
8. *सिजेरियन आपरेशन* – आयरन , कैल्शियम की कमी ।
9. *सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें* ।
10. *अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें* ।
11. *जम्भाई*- शरीर में आक्सीजन की कमी ।
12. *जुकाम* – जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें ।
13. *ताम्बे का पानी* – प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें ।
14. *किडनी* – भूलकर भी खड़े होकर गिलास का पानी ना पिये ।
15. *गिलास* एक रेखीय होता है तथा इसका सर्फेसटेन्स अधिक होता है । गिलास अंग्रेजो ( पुर्तगाल) की सभ्यता से आयी है अतः लोटे का पानी पियें, लोटे का कम सर्फेसटेन्स होता है ।
16. *अस्थमा , मधुमेह , कैंसर* से गहरे रंग की वनस्पतियाँ बचाती हैं ।
17. *वास्तु* के अनुसार जिस घर में जितना खुला स्थान होगा उस घर के लोगों का दिमाग व हृदय भी उतना ही खुला होगा ।
18. *परम्परायें* वहीँ विकसित होगीं जहाँ जलवायु के अनुसार व्यवस्थायें विकसित होगीं ।
19. *पथरी* – अर्जुन की छाल से पथरी की समस्यायें ना के बराबर है ।
20. *RO* का पानी कभी ना पियें यह गुणवत्ता को स्थिर नहीं रखता । कुएँ का पानी पियें । बारिस का पानी सबसे अच्छा , पानी की सफाई के लिए *सहिजन* की फली सबसे बेहतर है ।
21. *सोकर उठते समय* हमेशा दायीं करवट से उठें या जिधर का *स्वर* चल रहा हो उधर करवट लेकर उठें ।
22. *पेट के बल सोने से* हर्निया, प्रोस्टेट, एपेंडिक्स की समस्या आती है ।
23. *भोजन* के लिए पूर्व दिशा , *पढाई* के लिए उत्तर दिशा बेहतर है ।
24. *HDL* बढ़ने से मोटापा कम होगा LDL व VLDL कम होगा ।
25. *गैस की समस्या* होने पर भोजन में अजवाइन मिलाना शुरू कर दें ।
26. *चीनी* के अन्दर सल्फर होता जो कि पटाखों में प्रयोग होता है , यह शरीर में जाने के बाद बाहर नहीं निकलता है। चीनी खाने से *पित्त* बढ़ता है ।
27. *शुक्रोज* हजम नहीं होता है *फ्रेक्टोज* हजम होता है और भगवान् की हर मीठी चीज में फ्रेक्टोज है ।
28. *वात* के असर में नींद कम आती है ।
29. *कफ* के प्रभाव में व्यक्ति प्रेम अधिक करता है ।
30. *कफ* के असर में पढाई कम होती है ।
31. *पित्त* के असर में पढाई अधिक होती है ।
33. *आँखों के रोग* – कैट्रेक्टस, मोतियाविन्द, ग्लूकोमा , आँखों का लाल होना आदि ज्यादातर रोग कफ के कारण होता है ।
34. *शाम को वात*-नाशक चीजें खानी चाहिए ।
35. *प्रातः 4 बजे जाग जाना चाहिए* ।
36. *सोते समय* रक्त दवाव सामान्य या सामान्य से कम होता है ।
37. *व्यायाम* – *वात रोगियों* के लिए मालिश के बाद व्यायाम , *पित्त वालों* को व्यायाम के बाद मालिश करनी चाहिए । *कफ के लोगों* को स्नान के बाद मालिश करनी चाहिए ।
38. *भारत की जलवायु* वात प्रकृति की है , दौड़ की बजाय सूर्य नमस्कार करना चाहिए ।
39. *जो माताएं* घरेलू कार्य करती हैं उनके लिए व्यायाम जरुरी नहीं ।
40. *निद्रा* से *पित्त* शांत होता है , मालिश से *वायु* शांति होती है , उल्टी से *कफ* शांत होता है तथा *उपवास* ( लंघन ) से बुखार शांत होता है ।
41. *भारी वस्तुयें* शरीर का रक्तदाब बढाती है , क्योंकि उनका गुरुत्व अधिक होता है ।
42. *दुनियां के महान* वैज्ञानिक का स्कूली शिक्षा का सफ़र अच्छा नहीं रहा, चाहे वह 8 वीं फेल न्यूटन हों या 9 वीं फेल आइस्टीन हों ,
43. *माँस खाने वालों* के शरीर से अम्ल-स्राव करने वाली ग्रंथियाँ प्रभावित होती हैं ।
44. *तेल हमेशा* गाढ़ा खाना चाहिएं सिर्फ लकडी वाली घाणी का , दूध हमेशा पतला पीना चाहिए ।
45. *छिलके वाली दाल-सब्जियों से कोलेस्ट्रोल हमेशा घटता है ।*
46. *कोलेस्ट्रोल की बढ़ी* हुई स्थिति में इन्सुलिन खून में नहीं जा पाता है । ब्लड शुगर का सम्बन्ध ग्लूकोस के साथ नहीं अपितु कोलेस्ट्रोल के साथ है ।
47. *मिर्गी दौरे* में अमोनिया या चूने की गंध सूँघानी चाहिए ।
48. *सिरदर्द* में एक चुटकी नौसादर व अदरक का रस रोगी को सुंघायें ।
49. *भोजन के पहले* मीठा खाने से बाद में खट्टा खाने से शुगर नहीं होता है ।
50. *भोजन* के आधे घंटे पहले सलाद खाएं उसके बाद भोजन करें ।
51. *अवसाद* में आयरन , कैल्शियम , फास्फोरस की कमी हो जाती है । फास्फोरस गुड और अमरुद में अधिक है
52. *पीले केले* में आयरन कम और कैल्शियम अधिक होता है । हरे केले में कैल्शियम थोडा कम लेकिन फास्फोरस ज्यादा होता है तथा लाल केले में कैल्शियम कम आयरन ज्यादा होता है । हर हरी चीज में भरपूर फास्फोरस होती है, वही हरी चीज पकने के बाद पीली हो जाती है जिसमे कैल्शियम अधिक होता है ।
53. *छोटे केले* में बड़े केले से ज्यादा कैल्शियम होता है ।
54. *रसौली* की गलाने वाली सारी दवाएँ चूने से बनती हैं ।
55. हेपेटाइट्स A से E तक के लिए चूना बेहतर है ।
56. *एंटी टिटनेस* के लिए हाईपेरियम 200 की दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दे ।
57. *ऐसी चोट* जिसमे खून जम गया हो उसके लिए नैट्रमसल्फ दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दें । बच्चो को एक बूंद पानी में डालकर दें ।
58. *मोटे लोगों में कैल्शियम* की कमी होती है अतः त्रिफला दें । त्रिकूट ( सोंठ+कालीमिर्च+ मघा पीपली ) भी दे सकते हैं ।
59. *अस्थमा में नारियल दें ।* नारियल फल होते हुए भी क्षारीय है ।दालचीनी + गुड + नारियल दें ।
60. *चूना* बालों को मजबूत करता है तथा आँखों की रोशनी बढाता है ।
61. *दूध* का सर्फेसटेंसेज कम होने से त्वचा का कचरा बाहर निकाल देता है ।
62. *गाय की घी सबसे अधिक पित्तनाशक फिर कफ व वायुनाशक है ।*
63. *जिस भोजन* में सूर्य का प्रकाश व हवा का स्पर्श ना हो उसे नहीं खाना चाहिए
64. *गौ-मूत्र अर्क आँखों में ना डालें ।*
65. *गाय के दूध* में घी मिलाकर देने से कफ की संभावना कम होती है लेकिन चीनी मिलाकर देने से कफ बढ़ता है ।
66. *मासिक के दौरान* वायु बढ़ जाता है , 3-4 दिन स्त्रियों को उल्टा सोना चाहिए इससे गर्भाशय फैलने का खतरा नहीं रहता है । दर्द की स्थति में गर्म पानी में देशी घी दो चम्मच डालकर पियें ।
67. *रात* में आलू खाने से वजन बढ़ता है ।
68. *भोजन के* बाद बज्रासन में बैठने से *वात* नियंत्रित होता है ।
69. *भोजन* के बाद कंघी करें कंघी करते समय आपके बालों में कंघी के दांत चुभने चाहिए । बाल जल्द सफ़ेद नहीं होगा ।
70. *अजवाईन* अपान वायु को बढ़ा देता है जिससे पेट की समस्यायें कम होती है
71. *अगर पेट* में मल बंध गया है तो अदरक का रस या सोंठ का प्रयोग करें
72. *कब्ज* होने की अवस्था में सुबह पानी पीकर कुछ देर एडियों के बल चलना चाहिए ।
73. *रास्ता चलने*, श्रम कार्य के बाद थकने पर या धातु गर्म होने पर दायीं करवट लेटना चाहिए ।
74. *जो दिन मे दायीं करवट लेता है तथा रात्रि में बायीं करवट लेता है उसे थकान व शारीरिक पीड़ा कम होती है ।*
75. *बिना कैल्शियम* की उपस्थिति के कोई भी विटामिन व पोषक तत्व पूर्ण कार्य नहीं करते है ।
76. *स्वस्थ्य व्यक्ति* सिर्फ 5 मिनट शौच में लगाता है ।
77. *भोजन* करते समय डकार आपके भोजन को पूर्ण और हाजमे को संतुष्टि का संकेत है ।
78. *सुबह के नाश्ते* में फल , *दोपहर को दही* व *रात्रि को दूध* का सेवन करना चाहिए ।
79. *रात्रि* को कभी भी अधिक प्रोटीन वाली वस्तुयें नहीं खानी चाहिए । जैसे – दाल , पनीर , राजमा , लोबिया आदि ।
80. *शौच और भोजन* के समय मुंह बंद रखें , भोजन के समय टी वी ना देखें ।
81. *मासिक चक्र* के दौरान स्त्री को ठंडे पानी से स्नान , व आग से दूर रहना चाहिए ।
82. *जो बीमारी जितनी देर से आती है , वह उतनी देर से जाती भी है ।*
83. *जो बीमारी अंदर से आती है , उसका समाधान भी अंदर से ही होना चाहिए ।*
84. *एलोपैथी* ने एक ही चीज दी है , दर्द से राहत । आज एलोपैथी की दवाओं के कारण ही लोगों की किडनी , लीवर , आतें , हृदय ख़राब हो रहे हैं । एलोपैथी एक बिमारी खत्म करती है तो दस बिमारी देकर भी जाती है ।
85. *खाने* की वस्तु में कभी भी ऊपर से नमक नहीं डालना चाहिए , ब्लड-प्रेशर बढ़ता है ।
86 . *रंगों द्वारा* चिकित्सा करने के लिए इंद्रधनुष को समझ लें , पहले जामुनी , फिर नीला ….. अंत में लाल रंग ।
87 . *छोटे* बच्चों को सबसे अधिक सोना चाहिए , क्योंकि उनमें वह कफ प्रवृति होती है , स्त्री को भी पुरुष से अधिक विश्राम करना चाहिए
88. *जो सूर्य निकलने* के बाद उठते हैं , उन्हें पेट की भयंकर बीमारियां होती है , क्योंकि बड़ी आँत मल को चूसने लगती है ।
89. *बिना शरीर की गंदगी* निकाले स्वास्थ्य शरीर की कल्पना निरर्थक है , मल-मूत्र से 5% , कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने से 22 %, तथा पसीना निकलने लगभग 70 % शरीर से विजातीय तत्व निकलते हैं ।
90. *चिंता , क्रोध , ईर्ष्या करने से गलत हार्मोन्स का निर्माण होता है जिससे कब्ज , बबासीर , अजीर्ण , अपच , रक्तचाप , थायरायड की समस्या उतपन्न होती है ।*
91. *गर्मियों में बेल , गुलकंद , तरबूजा , खरबूजा व सर्दियों में सफ़ेद मूसली , सोंठ का प्रयोग करें ।*
92. *प्रसव* के बाद माँ का पीला दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को 10 गुना बढ़ा देता है । बच्चो को टीके लगाने की आवश्यकता नहीं होती है ।
93. *रात को सोते समय* सर्दियों में देशी मधु लगाकर सोयें त्वचा में निखार आएगा
94. *दुनिया में कोई चीज व्यर्थ नहीं , हमें उपयोग करना आना चाहिए*।
95. *जो अपने दुखों* को दूर करके दूसरों के भी दुःखों को दूर करता है , वही मोक्ष का अधिकारी है ।
96. *सोने से* आधे घंटे पूर्व जल का सेवन करने से वायु नियंत्रित होती है , लकवा , हार्ट-अटैक का खतरा कम होता है ।
97. *स्नान से पूर्व और भोजन के बाद पेशाब जाने से रक्तचाप नियंत्रित होता है*।
98 . *तेज धूप* में चलने के बाद , शारीरिक श्रम करने के बाद , शौच से आने के तुरंत बाद जल का सेवन निषिद्ध है
99. *त्रिफला अमृत है* जिससे *वात, पित्त , कफ* तीनो शांत होते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन के बाद पान व चूना ।
100. इस विश्व की सबसे मँहगी *दवा लार* है , जो प्रकृति ने तुम्हें अनमोल दी है ,इसे ना थूके ।

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