🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉 सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻मंगलवार, २८ नवम्बर २०२३🌻
सूर्योदय: 🌄 ०७:००
सूर्यास्त: 🌅 ०५:२९
चन्द्रोदय: 🌝
चन्द्रास्त: 🌜
अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🗻 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 मार्गशीर्ष
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 प्रतिपदा (१४:०५ से द्वितीया)
नक्षत्र 👉 रोहिणी (१३:३१ से मृगशिरा)
योग 👉 सिद्ध (२२:०४ से साध्य)
प्रथम करण 👉 कौलव (१४:०५ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२५:५६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृश्चिक
चंद्र 🌟 मिथुन (२५:४० से)
मंगल 🌟 वृश्चिक (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 धनु (अस्त, पूर्व, वक्री)
गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)
शुक्र 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४४ से १२:२५
अमृत काल 👉 १०:२० से ११:५६
द्विपुष्कर योग 👉 १४:०५ से ३०:५३
विजय मुहूर्त 👉 १३:४९ से १४:३०
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१४ से १७:४१
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:१७ से १८:३८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३८ से २४:३२
राहुकाल 👉 १४:४१ से १५:५९
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०९:२९ से १०:४७
दुर्मुहूर्त 👉 ०८:५७ से ०९:३९
होमाहुति 👉 चन्द्र (१३:३१ से मंगल)
दिशाशूल 👉 उत्तर
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (१३:३१ तक)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१४:०५ तक)
चन्द्र वास 👉 दक्षिण (पश्चिम २५:४१ से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (१४:०५ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – रोग २ – उद्वेग
३ – चर ४ – लाभ
५ – अमृत ६ – काल
७ – शुभ ८ – रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – काल २ – लाभ
३ – उद्वेग ४ – शुभ
५ – अमृत ६ – चर
७ – रोग ८ – काल
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष आरम्भ, अशुन्य शयन व्रत, विवाह मुहूर्त वृश्चिक लग्न (प्रातः ०७:०० से ०८:२२), मकर लग्न (प्रातः १०:३३ से दोपहर १२:१०), मिथुन कर्क लग्न (सायं ०६:४० से रात्रि ११:१२), कन्या-वृश्चिक लग्न (मध्यरात्रि ०१:४० से अतंरात्रि ०७:०२) तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:३६ से दोपहर १२:१५ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १३:३१ तक जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वी, वू) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (वे, वो, क) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृश्चिक – ३०:०२ से ०८:२२
धनु – ०८:२२ से १०:२५
मकर – १०:२५ से १२:०६
कुम्भ – १२:०६ से १३:३२
मीन – १३:३२ से १४:५५
मेष – १४:५५ से १६:२९
वृषभ – १६:२९ से १८:२४
मिथुन – १८:२४ से २०:३९
कर्क – २०:३९ से २३:०१
सिंह – २३:०१ से २५:२०
कन्या – २५:२० से २७:३७
तुला – २७:३७ से २९:५८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०६:५२ से ०८:२२
शुभ मुहूर्त – ०८:२२ से १०:२५
चोर पञ्चक – १०:२५ से १२:०६
शुभ मुहूर्त – १२:०६ से १३:३१
रोग पञ्चक – १३:३१ से १३:३२
शुभ मुहूर्त – १३:३२ से १४:०५
मृत्यु पञ्चक – १४:०५ से १४:५५
रोग पञ्चक – १४:५५ से १६:२९
शुभ मुहूर्त – १६:२९ से १८:२४
मृत्यु पञ्चक – १८:२४ से २०:३९
अग्नि पञ्चक – २०:३९ से २३:०१
शुभ मुहूर्त – २३:०१ से २५:२०
रज पञ्चक – २५:२० से २७:३७
शुभ मुहूर्त – २७:३७ से २९:५८
चोर पञ्चक – २९:५८ से ३०:५३
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप का स्वभाव संतोषी रहेगा किसी भी कार्य को लेकर ज्यादा उधेड़ बुन में नही पड़ेंगे। आज दिन में आपको प्रलोभन के अवसर भी मिलेंगे देख भाल कर ही निर्णय लें कार्य व्यवसाय में निवेश कर सकते है संध्या बाद से धन लाभ की संभावनाए अधिक रहेंगी लेकिन शेयर आदि कार्यो में जोखिम ना लें नुकसान हो सकता है। व्यावसायिक एवं सामाजिक कार्य एकसाथ आने एवं सहकर्मियों का मनमाने व्यवहार से असुविधा होगी परन्तु किसी स्वयं जन का सहयोग मिलने से काम आसान हो जाएगा। पारिवार के सदस्य महत्त्वपूर्ण विषयो पर चिंतन करेंगे। संध्या बाद मनोकामना पूर्ति होने से प्रसन्न रहेंगे। सेहत साथ देगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज भी दिन आपके लिए सुख-शांति दायक रहेगा दिन के आरंभ से ही यात्रा की योजना बनेगी लंबी यात्रा के प्रति उत्साहित रहेंगे लेकिन इससे लाभ की जगह खर्च ही होगा। कार्य व्यवसाय में मंदी रहेगी खर्च निकालने लायक आमदनी भी किसी के सहयोग के बाद ही बन सकेगी। लोग आपकी पीछे से बुराई करेंगे लेकिन मनमौजी स्वभाव रहने के आज आपका कोई साथ दे या ना दे आपके ऊपर कोई फर्क नही पड़ेगा। मित्र रिश्तेदारों से सुखद भेंट होगी पुरानी यादें ताजा होने से अतीत में खोए रहेंगे। संध्या बाद प्रतिकूल समय होने लगेगा अकस्मात हानि होने की संभावना है। संध्या पश्चात वाहन के प्रयोग में सावधानी बरतें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा आज आपके मन मे काफी योजनाए चलती रहेंगी लेकिन असफलता के डर से इन्हें साकार रूप देने में दिक्कत आएगी दिन के आरंभ से ही मन किसी अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा।मध्यान के आस पास कोई अशुभ समाचार मिलने की संभावना है। पूर्व में की किसी गलती का फल आज मिलेगा। आर्थिक कमी आज दिन भर बनी रहेगी फिर भी प्रयास करते रहे धन लाभ मेहनत करने पर ही होगा। प्रेम प्रसंग संबंधित विचार संध्या तक दिमाग से दूर ही रखें शांति रहेगी। परिवारिक माहौल पल पल में बदलता रहेगा घर के सदस्य आज एक दूसरे के ऊपर कम ही विश्वास करेंगे। संध्या बाद से स्थिति सुधरने लगेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन संध्या तक आपके लिए शुभ बना रहेगा इसके बाद स्थिति एकदम विपरीत होने लगेगी आवश्यक कार्य दिन रहते पूर्ण कर लें। दिन के आरंभ में धन लाभ की आशा लागये रहेंगे इसके पूर्ण होने में मध्यान तक इंतजार करना पड़ेगा। आज किसी अवांछित खर्च के आने से थोड़े परेशान भी होंगे लेकिन स्थिति को संभाल लेंगे। कार्य व्यवसाय में आकस्मिक वृद्धि के योग बन रहे है आज आपकी तुरंत निर्णय लेने की क्षमता अवश्य ही लाभ दिलायेगी। सार्वजिक क्षेत्र पर भी सम्मान पाने के हकदार बनेंगे। व्यवहार कुशलता से उच्च प्रतिष्ठित लोगो को अपने पक्ष में कर लेंगे। घर मे आनंद का वातावरण रहेगा संध्या बाद किसी से झगड़ा होने की सम्भवना भी है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपको पूर्व में किये गए सामाजिक एवं घरेलु कार्यो से मान-सम्मान मिलेगा। दिनचार्य आज थोड़ी अव्यवस्थित रहेगी फिर भी संतुष्ट रहेंगे। कार्य व्यवसाय अपेक्षा से थोड़ा मंदा रहेगा धन की आमद परिश्रम के बाद ही होगी। कार्य क्षेत्र पर अधूरे कार्यो को पूर्ण करने की शीघ्रता रहेगी। स्वभाव में गर्मी भी रहेगी फिर भी अकारण ही क्रोध नही करेंगे। नौकरी वालो का किसी से झगड़ा होने की संभावना है कोई भी ऐसा कार्य करने से बचे जिससे आपके ऊपर आरोप आये। पारिवारिक वातावरण संध्या बाद कि परिस्थिति दिन से बेहतर बनेगी। स्वास्थ्य में रक्त पित्त संबंधित विकार आ सकता है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आप दिन के आरंभ से ही किसी अधूरे कार्य को करने में जुट जाएंगे मध्यान तक इसमे सफल भी रहेंगे लेकिन आपके कार्यो में विघ्न डालने वाले भी मिलेंगे हर किसी की बातों में ना आये अन्यथा लाभ से वंचित रह जाएंगे। कार्य व्यवसाय में सामान्य लाभ होगा धन की आमद मध्यम रहेगी आज अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य सरकारी अथवा कागजी कार्यो की रूपरेखा बना कर रखें निकट भविष्य में इनमे सफल होने की संभावना बनेगी। मित्र सहकर्मियों से वादा पूरा ना करने पर अनबन हो सकती है। परिवार में छूट-पुट कहासुनी के बाद शांति स्थापित होगी। धार्मिक क्षेत्र की लघु यात्रा होगी। आज थकान ज्यादा रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन परिस्थितियों में धीरे-धीरे सुधार आने लगेगा सेहत पूर्ण रूप से ठीक ना होने पर भी मजबूरी में कार्य करना पड़ेगा। आज आपके स्वभाव में जल्दबाजी रहेगी जिससे बनते हुए काम बिगड़ने की संभावना है। प्रत्येक कार्य को धैर्य से करें शीघ्र लाभ पाने के चक्कर मे लाभ की जगह हानि हो सकती है। मध्यान तक का समय लाभ की अपेक्षा ज्यादा मेहनत वाला रहेगा लेकिन निराश ना हो इसके बाद मेहनत फलती होगी आवश्यकता अनुसार धन कही ना कही से मिल ही जायेगा। धार्मिक कार्यो के प्रति आस्था बढ़ेगी देवदर्शन के अवसर मिलेंगे। घर के अस्त-व्यस्त माहौल मे भी संध्या बाद सुधार आएगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी लाभदायक बना है परन्तु आपकी आलसी प्रवृति के कारण होने वाले लाभ में कमी भी आ सकती है। दिन के आरंभ से ही प्रत्येक कार्य मे लापरवाही करेंगे जिस वजह से कार्य एक बार बिगड़ा तो आज सम्भलना मुश्किल होगा। मध्यान के समय परिस्थिति प्रतिकूल बनेगी लेकिन हिम्मत ना हारे आज नही तो कल मेहनत का फल आशाजनक मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों की कमी रहने से अधिकांश कार्यो में आत्मनिर्भर रहना पड़ेगा। धन लाभ आवश्यकता अनुसार हो जाएगा फिर भी कुछ कमी अखरेगी। परिजनों का प्रत्येक कार्यो में सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य को लेकर थोड़े आशंकित रह सकते है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा दिन के प्रथम भाग में पूर्व में कई गई मेहनत का सकारात्मक परिणाम मिलने से उत्साह में रहेंगे। मध्यान तक लगभग सभी अधुरेकार्य पूर्ण हो जाएंगे बस आज जो काम ज्यादा महत्त्वपूर्ण होगा वही अधूरा रहेगा। धन की आमद आशा से कम होगी। मध्यान बाद स्वास्थ्य में गिरावट दर्ज होगी सेहत को लेकर लापरवाही ना करें अन्यथा परिणाम गंभीर भी हो सकते है शारीरिक अकडन दर्द की शिकायत बनेगी। घर के सदस्य अपने मे ही मस्त रहेंगे कुछ काम बताने पर नाराज होंगे। लालच देकर ही काम निकाला जा सकता है। ज्यादा किसी झमेले में ना पड़े आराम करें।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपके अधिकांश कार्य असमंजस की स्थिति के कारण लटके रहेंगे आज आप किसी की सहायता भी लेना पसंद नही करेंगे इसलिए कार्यो के पूर्ण होने की संभावना कम ही रहेगी फिर भी धन संबंधित परेशानी नही रहेगी। आर्थिक लाभ किसी ना किसी रूप में अवश्य होगा। आप किसी से भी मजाक कर लेंगे लेकिन किसी अन्य का आप सहन नही कर पाएंगे जिससे आपसी मन मुटाव होगा। कार्य व्यवसाय में परिश्रम का फल विलंब से मिलने के कारण निराश होंगे आपके बनते कार्यो में कोई विघ्न डाल सकता है। जल्द से किसी के ऊपर भरोसा न करें हित शत्रु प्रबल रहेंगे। घर का वातावरण शांत रहेगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपका दिन अनर्गल कार्यो में व्यर्थ ना हो इसका विशेष ध्यान रखें दिन का कोई लक्ष्य ना होने के कारण कार्यो से भटक सकते है। आज आप एक कार्य को करते हुए अन्य कार्यो के प्रति चिंतित रहेंगे जिससे किसी भी कार्य में सफलता मिलने में संदेह रहेगा। पारिवारिक वातावरण में आज भी नोकझोंक लगी रहेगी घरेलू समस्याओ का मिल बैठ कर समाधान करें अन्यथा आपसी संबंध खराब होने के पूर्ण आसार है। कार्य व्यवसाय में भी किसी ना किसी बात को लेकर सहकर्मी अथवा अन्य लोगो से बहस होगी। व्यावसायिक क्षेत्र पर बहस से बचें ख्याति में कमी आने से भविष्य के लिये हानिकारक रहेगा। संध्या बाद माहौल सुधरने से राहत मिलेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप दिन भर ख्याली पुलाव पकाएंगे आपकी कल्पनाएं असामान्य रहेंगी असंभव कार्यो को भी संभव करने की सोचेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी मेहनत करने के मूड में नही रहेंगे बैठे बिठाये लाभ कमाने की मानसिकता के चलते सीमित लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। आज आपको व्यवसाय विस्तार के मार्गदर्शन मिलेंगे लेकिन किसी अभाव के कारण सम्भव नही हो सकेगा। नौकरी वाले लोगो को ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी जल्द ही इसका परिणाम सकारात्मक रूप में मिलेगा। परिवार के सभी सदस्यों में एक दूसरे से श्रेष्ठ बनने की होड़ लगेगी लेकिन वातावरण शांत ही रहेगा। कुछ समय के लिये शारीरक शिथिलता अनुभव होगी।〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏
आज 28 नवम्बर 2023 दिन मंगलवार को ही मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। आज कार्तिक मास में व्रत रहने वाले
लोग पारण कर सकते हैं। आज से धन-धान्य व्रत आरम्भ हो जाता है। वाराहपुराण के अनुसार धन प्राप्ति हेतु आज से वर्ष पर्यंत
किसी एक व्रत को लेकर अथवा किसी एक वस्तु का त्याग करके इस व्रत को किया जाता है। आज द्विपुष्कर योग है
इसके विषय में लिखा है:- शुभाशुभे द्वयगुण्यकर: द्विपुष्करयोगः। अर्थात आज आप शुभ करोगे तो उसका भी पुण्य दुगुना मिलेगा और
अशुभ करोगे तो उसका भी फल दुगुना ही होता है। आप सभी सनातनियों को “धन-धान्य व्रत” की हार्दिक शुभकामनायें।।
तिथि 28 नवम्बर 2023 दिन मंगलवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है।।
प्रतिपदा तिथि को कद्दू एवं कूष्माण्ड का दान एवं भक्षण दोनों ही त्याज्य बताया गया है। प्रतिपदा तिथि वृद्धि देनेवाली.
तिथि मानी जाती है। साथ ही प्रतिपदा तिथि सिद्धिप्रद तिथि भी मानी जाती है। इस प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देवता को बताया गया है।।
यह प्रतिपदा तिथि नन्दा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह प्रतिपदा तिथि कृष्ण पक्ष में शुभ फलदायिनी मानी जाती है।।
हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र (नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी)…
आज के योग और आज के करण। आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातकों पर अपनी कृपा बनाए रखें।
तिरुपति बालाजी मंदिर से जुड़े कुछ ऐसे रहस्य जिस पर आज तक वैज्ञानिको को भी है आशंका, जानिए क्या है सच्चाई?
भारत में कई चमत्कारिक और रहस्यमयी मंदिर हैं जिसमें दक्षिण भारत में स्थित भगवान तिरुपति बालाजी का मंदिर भी शामिल है। भगवान तिरुपति बालाजी का चमत्कारिक और रहस्यमयी मंदिर भारत समेत पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह मंदिर भारतीय वास्तु कला और शिल्प कला का उत्कृष्ट उद्धरण है।
तिरुपति बालाजी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमला पर्वत पर स्थित है और यह भारत के मुख्य तीर्थ स्थलों में से एक है।
तिरुपति बालाजी का वास्तविक नाम श्री वेंकटेश्वर स्वामी है जो स्वयं भगवान विष्णु हैं।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ तिरुमला में निवास करते हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान वेंकटेश्वर के सामने प्रार्थना करते हैं, उनकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। भक्त अपनी श्रद्धा के मुताबिक, यहां आकर तिरुपति मंदिर में अपने बाल दान करते हैं। इस अलौकिक और चमत्कारिक मंदिर से कई रहस्य जुड़े हुए हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में…
कहा जाता है भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति पर बाल लगे हैं जो असली हैं।
यह बाल कभी भी उलझते नहीं हैं और हमेशा मुलायम रहते हैं। मान्यता है कि यहां भगवान खुद विराजमान हैं।जब मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे तो ऐसा लगेगा कि भगवान श्री वेंकेटेश्वर की मूर्ति गर्भ गृह के मध्य में है। लेकिन आप जैसे ही गर्भगृह के बाहर आएंगे तो चौंक जाएंगे क्योंकि बाहर आकर ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान की प्रतिमा दाहिनी तरफ स्थित है।
अब यह सिर्फ भ्रम है या कोई भगवान का चमत्कार इसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है।
मान्यता है कि भगवान के इस रूप में मां लक्ष्मी भी समाहित हैं जिसकी वजह से श्री वेंकेटेश्वर स्वामी को स्त्री और पुरुष दोनों के वस्त्र पहनाने की परम्परा है। तिरुपति बाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की प्रतिमा अलौकिक है। यह विशेष पत्थर से बनी है। यह प्रतिमा इतनी जीवंत है कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे भगवान विष्णु स्वयं यहां विराजमान हैं। भगवान की प्रतिमा को पसीना आता है, पसीने की बूंदें देखी जा सकती हैं। इसलिए मंदिर में तापमान कम रखा जाता है।
तिरुपति बाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की प्रतिमा अलौकिक है।
यह विशेष पत्थर से बनी है। यह प्रतिमा इतनी जीवंत है कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे भगवान विष्णु स्वयं यहां विराजमान हैं। भगवान की प्रतिमा को पसीना आता है, पसीने की बूंदें देखी जा सकती हैं। इसलिए मंदिर में तापमान कम रखा जाता है। श्री वेंकेटेश्वर स्वामी के मंदिर से 23 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव है जहां गांव वालों के अलावा कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। इस गांव लोग बहुत ही अनुशासित हैं और नियमों का पालन कर जीवन व्यतीत करते हैं।
मंदिर में चढ़ाया जाने वाला पदार्थ जैसे की फूल, फल, दही, घी, दूध, मक्खन आदि इसी गांव से आते हैं।
गुरुवार को भगवान वेंकेटेश्वर को चंदन का लेप लगाया जाता है
जिसके बाद अद्भुत रहस्य सामने आता है। भगवान का श्रृंगार हटाकर स्नान कराकर चंदन का लेप लगाया जाता है और जब इस लेप को हटाया जाता है तो भगवान वेंकेटेश्वर के हृदय में माता लक्ष्मी जी की आकृति दिखाई देती है। श्री वेंकेटेश्वर स्वामी मंदिर में एक दीया हमेशा जलता रहता है और सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस दीपक में कभी भी तेल या घी नहीं डाला जाता। यहां तक कि यह भी पता नहीं है कि दीपक को सबसे पहले किसने और कब प्रज्वलित किया था।
भगवान वेंकेटेश्वर की प्रतिमा पर पचाई कपूर लगाया जाता है।
कहा जाता है कि यह कपूर किसी भी पत्थर पर लगाया जाता है तो पत्थर में कुछ समय में दरारें पड़ जाती हैं। लेकिन भगवान बालाजी की प्रतिमा पर पचाई कपूर का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। मंदिर में मुख्य द्वार के दरवाजे पर दाईं तरफ एक छड़ी है। इस छड़ी के बारे में मान्यता है कि बाल्यावस्था में इस छड़ी से ही भगवान वेंकेटेश्वर की पि* ई की गई थी जिसकी वजह से उनकी ठुड्डी पर चोट लग गई थी। तब से आज तक उनकी ठुड्डी पर शुक्रवार को चंदन का लेप लगाया जाता है। ताकि उनका घाव भर जाए।भगवान वेंकेटेश्वर की मूर्ति पर कान लगाकर सुनें तो समुद्र की लहरों की ध्वनि सुनाई देती है। यह भी कहा जाता है कि भगवान की प्रतिमा हमेशा नम रहती है…
*अयोध्या*
*एक रिटायर आईएएस ऑफिसर ने राम मंदिर को दे दी जीवन भर की कमाई*
♦️ मध्य प्रदेश कार्डर के 1970 बैच के सेवानिवृत्त IAS अफ़सर
♦️ आईएएस एस. लक्ष्मीनारायण अपनी जीवन की पूरी कमाई रामलला को सौप रहे हैं
♦️ वह अपनी पत्नी के साथ अयोध्या दर्शन के लिए आए थे
♦️ उन्होंने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से अनुमति ली
♦️ लक्ष्मीनारायण केंद्र सरकार में गृह सचिव रहे हैं
♦️ वे मूर्ति के सामने पांच करोड़ से तैयार 151 किलो की रामचरितमानस स्थापित करवाएंगे
♦️ 10,902 पदों वाले इस महाकाव्य का हर पन्ना तांबे का होगा
♦️ जिन्हें 24 कैरेट सोने में डुबोया जाएगा
♦️ स्वर्ण जड़ित अक्षर लिखे जाएंगे। इसमें 140 किलो तांबा और 7 किलो सोना लगेगा
♦️ इसके लिए IAS नारायणन ने अपनी सभी संपत्ति बेचने और बैंक खातों को खाली करने का फैसला किया है।
♦️ चेन्नई के रहने वाले लक्ष्मीनारायण मध्यप्रदेश कैडर में वर्ष 1970 बैच के IAS अधिकारी हैं
♦️ जो अभी दिल्ली में रहते हैं
♦️ पत्नी सरस्वती गृहिणी और बेटी प्रियदर्शिनी अमरीका में हैं
♦️ वे प्रदेश में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं
♦️ पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के करीबी अफसरों में शामिल रहे
♦️ इसके बाद कई निजी कंपनियों से जुडे़ रहे
♦️ उन्हें भारत गौरव अवार्ड भी मिल चुका है
♦️मां लक्ष्मी की मन्नत से मिला नाम
♦️लक्ष्मीनारायण की मां ने दिल्ली के बिरला मंदिर यानी लक्ष्मी नारायण मंदिर में प्रार्थना की थी कि बेटा हुआ तो नाम लक्ष्मीनारायण रखेंगी
♦️ उनकी मन्नत पूरी हुई, मां ने नाम लक्ष्मीनारायण रखा
♦️ अब वे इसी नाम को सार्थक कर रहे।
♦️ एस. लक्ष्मीनारायणन ने रामचरित मानस पुस्तक की जो परिकल्पना की है
♦️ उसे देश की जानी मानी कंपनी वुम्मिदी बंगारू ज्वैलर्स तैयार करेगी स्वर्ण जड़ित रामचरितमानस
♦️ इसी ज्वैलरी कंपनी ने नए संसद भवन में स्थापित सेंगोल (राजदंड) को तैयार किया
♦️ कंपनी ने स्वर्ण जड़ित रामचरितमानस का डिजाइन तैयार कर दिया
♦️इसे बनाने में तीन महीने लगेंगे।