आज का पंचाग आपका राशि फल, जानें भारत वर्ष में नव वर्ष कब कब मनाया जाता है!, पाक अधिकृत कश्मीर एक मुद्दा है लेकिन भारत को चाहिए की पाकिस्तान के तीन शहर लाहौर, कराँची और पेशावर भी हमारे नक्शे में हो!

  1. भारत के विभिन्न हिस्सों में नव वर्ष अलग-अलग तिथियों को मनाया जाता है। लेकिन विक्रमी संवत की देश में सर्वाधिक मान्यता व प्रचलित है 

प्रायः ये तिथि मार्च और अप्रैल के महीने में पड़ती है।

पंजाब में नया साल बैशाखी नाम से १३ अप्रैल को मनाई जाती है।

सिख नानकशाही कैलंडर के अनुसार १४ मार्च होला मोहल्ला नया साल होता है।

इसी तिथि के आसपास बंगाली तथा तमिळ नव वर्ष भी आता है।

तेलगु नया साल मार्च-अप्रैल के बीच आता है।

आंध्रप्रदेश में इसे उगादी (युगादि=युग+आदि का अपभ्रंश) के रूप में मनाते हैं।

यह चैत्र महीने का पहला दिन होता है।

तमिल नया साल विशु १३ या १४ अप्रैल को तमिलनाडु और केरल में मनाया जाता है।

तमिलनाडु में पोंगल १५ जनवरी को नए साल के रूप में आधिकारिक तौर पर भी मनाया जाता है।

कश्मीरी कैलेंडर नवरेह १९ मार्च को होता है।

महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के रूप में मार्च-अप्रैल के महीने में मनाया जाता है,

कन्नड नया वर्ष उगाडी कर्नाटक के लोग चैत्र माह के पहले दिन को मनाते हैं,

सिंधी उत्सव चेटी चंड, उगाड़ी और गुड़ी पड़वा एक ही दिन मनाया जाता है।

मदुरै में चित्रैय महीने में चित्रैय तिरूविजा नए साल के रूप में मनाया जाता है।

मारवाड़ी नया साल दीपावली के दिन होता है।

गुजराती नया साल दीपावली के दूसरे दिन होता है जो अक्टूबर या नवंबर में आती है।

बंगाली नया साल पोहेला बैसाखी १४ या १५ अप्रैल को आता है, पश्चिम बंगाल और बंग्लादेश में इसी दिन नव वर्ष मनाया जाता है। लेकिन वर्तमान में विक्रमी संवत की देश में सर्वाधिक मान्यता व प्रचलित है। क्योंकि चंद्रगुप्त विक्रमादित्य भी राजा मान्धाता भरत  युधिष्ठिर अशोक  आदि की भांति चक्रवर्ती सम्राट हुए और ऋषि-मुनियों वैज्ञानिक जीवन पद्धति से एशिया महाद्वीप सहित आधी से अधिक धरती पर उनका शाशन व्यवस्था थी शेष धरती तब यातो वीरान थी या कुछ जगह जंगलों में वास करने वाले कबीलों का वास था। *यहाँ किसी धर्म का विरोध नहीं है परन्तु सभी भारतवासियों को बताना चाहते हैं कि*

*इंग्लिश कैलेंडर के बदलने से* 

*हिन्दू वर्ष नहीं बदलता*

*जब बच्चा पैदा होता है तो पंडित जी द्वारा उसका नामकरण कैलेंडर से नहीं* 

*हिन्दू पंचांग से किया जाता है|*

*ग्रहदोष भी हिन्दू पंचाग से देखे जाते हैं और विवाह,जन्मकुंडली आदि का मिलान भी हिन्दू पंचाग से ही होता है।* 

*सभी व्रत, त्यौहार हिन्दू पंचाग से आते हैं।*

*मरने के बाद तेरहवाँ भी हिन्दू पंचाग से ही देखा जाता है।*

 *मकान का उद्घाटन,* 

*जन्मपत्री, स्वास्थ्य रोग और अन्य सभी समस्याओं का निराकरण भी*

*हिन्दू कैलेंडर {पंचाग} से ही होता है।*

 *आप जानते हैं ….*

*कि रामनवमी, जन्माष्टमी, होली, दीपावली, राखी, भाई दूज, करवा चौथ, एकादशी, शिवरात्री, नवरात्रि, दुर्गापूजा सभी विक्रमी संवत कैलेंडर से ही निर्धारित होते हैं।*

 *इंग्लिश कैलेंडर में इनका कोई स्थान नहीं होता।*

*सोचिये आपके इस सनातन धर्म के* 

*जीवन में इंग्लिश नववर्ष या कैलेंडर का स्थान है कहाँ* 

 *भारतीय संस्कृति का नव संवत् ही नया साल हैजब ब्रह्माण्ड से लेकर सूर्य चाँद की दिशा, मौसम, फसल, कक्षा, नक्षत्र, पौधों की नई पत्तियां, किसान की नई फसल, विद्यार्थी की नई कक्षा, मनुष्य में नया रक्त संचरण आदि परिवर्तन होते हैं* 

*अतः हिन्दुस्तानी अपनी मानसिकता को बदले, विज्ञान आधारित भारतीय काल गणना को पहचाने और चैत्री शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन ही नूतन वर्ष मनायें 🙏🙏*

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पाक अधिकृत कश्मीर एक मुद्दा है लेकिन भारत को चाहिए की पाकिस्तान के तीन शहर लाहौर, कराँची और पेशावर भी हमारे नक्शे में हो।

पिछले कुछ दिनों में ऐसे लेखों की बाढ़ आ गयी है जो कहते है कि लाहौर भारत का अंग होना चाहिए, इसका एक बड़ा कारण ऐतिहासिक है।

यदि आप विक्रमादित्य के समय की अर्थव्यवस्था देखे तो इतना समझ मे आता है कि मध्य एशियाई देश हमेशा से हमारे असली बिजनेस पार्टनर रहे है। प्राचीन भारत के लोग लाहौर में उत्पादन करते थे, पेशावर से यह सामान उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान होते हुए रूस और यूरोप तक जाता था जो कि बेहद सस्ता मार्ग था।

मगर 1947 में जब पाकिस्तान बना तो ये दो प्रमुख शहर पाकिस्तान में चले गए। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का वह हिस्सा जो अफगानिस्तान से लगता है वह भी पाकिस्तान के नियंत्रण में है। पाकिस्तान भारत और उज्बेकिस्तान के बीच कोई ट्रेड नही होने देता जिसके कारण इन देशों की निर्भरता चीन पर इतनी ज्यादा है कि वे अब डरने लगे है।

उज्बेकिस्तान बहुत बार पाकिस्तान को बोल चुका है की हमे भारत से व्यापार करने दो मगर पाकिस्तान ने बॉर्डर सील की हुई है। इसकी वजह से उज्बेकिस्तान OIC में हमेशा पाकिस्तान का अन्य मुद्दों पर विरोध करता है।

यदि हमें चीन से आर्थिक युद्ध जीतना है तो ये रास्ता हमे हर हाल में चाहिए। चीन भी अपना अधिकांश सामान इसी रास्ते से यूरोप भेजता है और चूंकि इस रास्ते की उपलब्धता भारत को नही है इसलिए चीन अकेला खिलाड़ी बन गया है।

वर्तमान में ना सही मगर दूर भविष्य में हमें इस गलियारे की बहुत जरूरत है। जो लोग लेखन में स्मार्ट है उनसे आग्रह है कि आप अपने लेखों के माध्यम से एक छोटे स्तर का यह अलख जगाए की लाहौर और पेशावर भारत के लिये कितने उपयोगी है।

लाहौर और पेशावर भारत की संस्कृति पर कैसा प्रभाव डालते है? एक प्रकार से भारतीयों को 2040 तक लाहौर और पेशावर की कमी खलनी चाहिए। यदि 1947 की बात करे तो लाहौर की गिनती दिल्ली के बाद होती थी, यहाँ 40% हिन्दू और सिख थे जो पक्के व्यापारी थे।

1961 तक इन्हें यहाँ से खत्म कर दिया गया इनकी दुकानों और हवेलियों पर जेहादी आ गए। 1980 तक ये हवेलिया और दुकाने जर्जर हो गए क्योकि मुसलमान इन्हें संभाल नही सके और आज भारत की टियर 3 सिटीज भी लाहौर से आगे निकल गयी है।

अमृतसर से लाहौर मात्र 40 किलोमीटर दूर है, मगर जब आप दोनो की तुलना करते है तो दुख होता है कि लाहौर कितना पिछड़ चुका है। लाहौर का इतिहास भी बड़ा रोचक है, भगवान श्री राम ने निर्वाण से पूर्व अपनें बड़े बेटे कुश को अयोध्या का राजा बनाया था।

लव को उस समय पश्चिमी भारत भेजा गया था जहाँ उन्होंने लाहौर बसाया था। हालांकि बाद में सूर्यवंशियों में गृहयुद्ध हुआ और लाहौर पर कुश के वंशजों ने अधिकार कर लिया था। उसके बाद से ही लाहौर चंद्रवंशी, मौर्य, गुप्त, राजपूत, मराठा और सिख साम्राज्य का अंग बनकर ठाठ का गढ़ बना रहा।

हमारा इतना प्राचीन शहर आज पाकिस्तान के पास है, ये पाक अधिकृत कश्मीर से बड़ा मुद्दा है बस कोई उठाता नही। अगली पीढ़ी को चाहिए कि वे राष्ट्र के विकास के लिये अपनी इस औद्योगिक नगरी को फिर से मूलधारा से जोड़े और राष्ट्र को विकास मार्ग पर ले जाये।

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, ३ जनवरी २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०७:१४

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३३

चन्द्रोदय: 🌝 ०७:४९

चन्द्रास्त: 🌜१८:०६

अयन 🌕 उत्तरायने (दक्षिणगोलीय

ऋतु: 🌫️ शिशिर

शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)

मास 👉 पौष

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 प्रतिपदा (२०:३१ तक)

नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (१३:३३ तक)

योग 👉 व्याघात (२५:२५ तक)

प्रथम करण 👉 किंस्तुघ्न (१०:१५ तक)

द्वितीय करण 👉 बव (२०:३१ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 धनु

चंद्र 🌟 मकर (१८:५१ से)

मंगल 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 मकर (उदित, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 धनु (उदय, पश्चिम, वक्री)

शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 वृष

केतु 🌟 वृश्चिक

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०१ से १२:४२

अमृत काल 👉 ०९:१९ से १०:४४

विजय मुहूर्त 👉 १४:०४ से १४:४५

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१९ से १७:४३

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५४ से २४:४९

राहुकाल 👉 ०८:३० से ०९:४७

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ११:०४ से १२:२१

होमाहुति 👉 सूर्य

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पृथ्वी (२०:३१ तक)

चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण १८:५२ से)

शिववास 👉 श्मशान में (२०:३१ से गौरी के साथ)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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पौष शुक्ल पक्ष आरम्भ आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज १३:३३ तक जन्मे शिशुओ का नाम

पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (फा, ढा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम उत्तराषाढ़ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (भे, भो, ज) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – २९:५८ से ०८:०२

मकर – ०८:०२ से ०९:४३

कुम्भ – ०९:४३ से ११:०९

मीन – ११:०९ से १२:३२

मेष – १२:३२ से १४:०६

वृषभ – १४:०६ से १६:०१

मिथुन – १६:०१ से १८:१६

कर्क – १८:१६ से २०:३७

सिंह – २०:३७ से २२:५६

कन्या – २२:५६ से २५:१४

तुला – २५:१४ से २७:३५

वृश्चिक – २७:३५ से २९:५४

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:१३ से ०८:०२

चोर पञ्चक – ०८:०२ से ०९:४३

शुभ मुहूर्त – ०९:४३ से ११:०९

रोग पञ्चक – ११:०९ से १२:३२

चोर पञ्चक – १२:३२ से १३:३३

शुभ मुहूर्त – १३:३३ से १४:०६

रोग पञ्चक – १४:०६ से १६:०१

शुभ मुहूर्त – १६:०१ से १८:१६

मृत्यु पञ्चक – १८:१६ से २०:३१

अग्नि पञ्चक – २०:३१ से २०:३७

शुभ मुहूर्त – २०:३७ से २२:५६

रज पञ्चक – २२:५६ से २५:१४

शुभ मुहूर्त – २५:१४ से २७:३५

चोर पञ्चक – २७:३५ से २९:५४

शुभ मुहूर्त – २९:५४ से ३१:१४

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आज के लिये व्यावसायिक तेजी-मंदी

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सभी तेल, तिलहन, घी में मंदी, रुई में घटबढ़ के बाद तेजी होगी। ब्लुचिप शेयरों में बारी-बारी से बिकवाली का पलड़ा भारी होने से बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न कर सकती है, अत: सावधानी अपेक्षित है।

 

आज का राशिफल

🐐🐂💏🦀🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आपको अधूरे कार्य पूर्ण करने की जल्दी रहेगी जल्दबाजी में कुछ कार्य बिगड़ भी सकते है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर अपनी गलती का गुस्सा अन्य व्यक्ति के ऊपर निकालने से गर्मा गर्मी बढ़ेगी फिर भी अधिकांश कार्य समय से थोड़ा आगे पीछे पूर्ण हो ही जायेंगे। धन लाभ की कामना संध्या के समय पूर्ण हो जायेगी लेकिन आशा से कुछ कम ही। नौकरी पेशा जातक आवश्यक कार्य से लंबे अवकाश का मन बना सकते है। धार्मिक कार्यो में भी विशेष रूचि लेंगे टोने टोटको पर प्रयोग कर सकते है। पारिवारिक वातावरण मध्यम रहेगा। अविवाहितो के लिए रिश्ते आएंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आपका आज का दिन भागदौड़ वाला रहेगा। शारीरिक शिथिलता के बाद भी कार्यो की व्यस्तता सेहत ज्यादा खराब करेगी। धन संबंधित कार्य जोड़ तोड़ की नीति से पूर्ण करलेंगे फिर भी आज के दिन से जो आशा रहेगी उसके पूर्ण होने में अंत तक संदेह रहेगा अधूरे रहने की संभावना ज्यादा है। विद्यार्थ वर्ग मध्यान तक पढ़ाई को लेकर गंभीर रहेंगे इसके बाद चंचलता आने लगेगी। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर किसी की मामूली गलती से बड़ा नुकसान होने की सम्भवना है सतर्क रहें। महिलाये आज स्वयं को अन्य से अत्यंत बुद्धिमान आंकेंगी। घरेलू सुख मिलने से पहले कुछ कटु अनुभव भी होंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए आशा से अधिक फायदेमंद रहेगा। घर एवं बाहर आश्चर्यजनक घटनाएं घटित होंगी। आज जहाँ आप हानि की संभावना रखेंगे वहां से भी लाभ मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर आरंभ में थोड़ी परेशानी हो सकती है लेकिन बाद में स्थिति अनुकूल बनने लगेगी कई साधनो से एक साथ धन लाभ होगा। विरोधी भी आपकी कार्यकुशलता की प्रशंशा करेंगे सामाजिक क्षेत्र पर मान बढ़ेगा परन्तु गृहस्थ में इसके विपरीत वातावरण रहने से होत्साहित हो सकते है। परिजन आज आपकी बात का जल्दी से विश्वास नहीं करेंगे। सेहत की अनदेखी भारी पड़ सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन भी आपको प्रतिकूल फलदेगा। प्रातःकाल से ही कार्य करने के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से असमर्थता रहेगी। मन एक साथ दो विषयो में भटकने से असमंजस में फंसे रहेंगे। बार-बार प्रयास करने पर भी निराशा मिलने से मन ऊबने लगेगा। घर एवं बाहर बड़बोलेपन के कारण स्वयं मुसीबत सर लेंगे। धर्म कर्म में आस्था होने पर भी पूजा के समय ध्यान इधर उधर की बातों में ज्यादा भटकेगा। लोग मीठा बोलकर आपकी परोपकार की वृत्ति का नाजायज फायदा उठाएंगे। कार्य व्यवसाय से आर्थिक लाभ होगा परन्तु ज्यादा देर रोक नही सकेंगे।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको पुराने परिश्रम का फल देगा। व्यवहारिकता से बनाये सम्बन्धों से लाभ की संभावनाएं बनेगी। व्यवसाय से भी मध्यान तक प्रचुर मात्रा में लाभ अर्जित कर पाएंगे। परन्तु आज नए कार्यो में निवेश ना करें अन्यथा रुकावट आ सकती है। घरेलु कार्यो में व्यस्तता रहेगी सुखोपभोग की वस्तुओ पर खर्च करना पड़ेगा। रिश्तेदारी में जाना पड़ सकता है। सामाजिक क्षेत्र पर पारिवारिक स्थिति और ज्यादा बेहतर बनेगी। वाणी एवं व्यवहार की मधुरता किसी को भी आसानी से प्रभावित करेगी। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा होगी दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। सेहत सामान्य रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन गृहक्लेश के कारण वातावरण कलुषित होने की संभावना अधिक है। भाई-बंधू वैरभाव रखेंगे परिवार के अन्य सदस्य भी आपका पक्ष लेने से बचेंगे। जमीन जायदाद सम्बंधित कार्य जल्दबाजी अथवा भावुकता में ना करें अन्यथा बाद में पश्चाताप होगा। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय में सुधार आने से थोड़ी राहत मिलेगी। नौकरी पेशा वर्ग आज पर्यटन के मूड में रहेंगे। स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायते भी रहने से शिथिलता आयेगी। अधिकारी वर्ग से किसी कारण बहस हो सकती है। आस-पड़ोसियों से सम्बन्ध बिगड़ेंगे। यथा सम्भव लंबी यात्रा टालें। चोरी की घटनाएं घट सकती है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपके द्वारा बनाई योजनाएं शीघ्र फलीभूत होंगी। सभी महत्त्वपूर्ण कार्य आज सरलता से पूर्ण होने की संभावना अधिक रहेगी। कार्य व्यस्तता के कारण घरेलु कार्यो की अनदेखी पारिवारिक क्लेश का कारण बन सकती है फिर भी धन लाभ होने से संतुष्टि रहेगी। स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। धर्म कर्म में विश्वास रहने पर भी समय नहीं दे सकेंगे तंत्र मंत्र में अधिक रूचि लेंगे। आज आप सभी को साथ लेकर चलेंगे जिससे अधिक स्नेह एवं सम्मान मिलेगा। परंतु घर के बुजुर्ग एवं अधिकारी वर्ग से सावधान रहें मतभेद के चलते गर्मा-गर्मी हो सकती है। धन लाभ आवश्यकतानुसार हो जाएगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन का पूर्वार्ध कुछ ख़ास नहीं रहेगा दैनिक कार्य सामान्य गति से चलते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर विलम्ब के कारण व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। अधूरे कार्य आज भी लटके रहने की संभावना है। मध्यान के बाद का समय कार्यो से मन भटकायेंगा। आज आप स्वयं को छोड़ इधर-उधर की बातों में ज्यादा रूचि लेंगे लेकिन किसी को बिना मांगे सलाह ना दे अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है दो पक्षो में सुलह कराने में भी आपकी महत्त्वपूर्ण भागीदारी रह सकती है। विरोधी शांत रहेंगे। धन लाभ आज चाह कर भी आशा के अनुकूल नहीं रहेगा। मन बहलाने के लिये अनैतिक कर्म भी कर सकते है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत करेंगे परन्तु बीच-बीच में पारिवारिक उलझने परेशान करेंगी। व्यवसाय में परिश्रम का फल विलम्ब से मिलेगा धन लाभ के लिए अधिक इन्तजार करना पड़ेगा सहकर्मीयो से नम्रता से व्यवहार करें अन्यथा सारा कार्य खुद ही करना पड़ सकता है। आपके व्यवहार में परिवर्तन आने से लोग आश्चर्य करेंगे। सामाजिक क्षेत्र से आय के नवीन साधन बनेंगे उच्चवर्ग के लोगो से लाभदायक जान-पहचान होगी। पारिवारिक जीवन में विषमताओं का अहसास होगा खर्च करने पर भी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी स्वयजनो से वैर विरोध रहेगा फिरभी गंभीर परिणाम नही होंगे।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका आज का दिन प्रतिकूल रहेगा। जिस भी कार्य को करने का प्रयास करेंगे उसमे ही विलंब के साथ कुछ ना कुछ कमी रहेगी। सहकर्मी भी आपके ऊपर छींटाकशी करेंगे जिससे माहौल गरम रहेगा। आज आपकी विचारधारा किसी से भी मेल नही खायेगी जी कारण अन्य लोगो से तालमेल बैठाने में असुविधा रहेगी। घर मे भी भाई बंधुओ से वैचारिक मतभेद के चलते कलह होगी। घर के बुजुर्गो का व्यवहार भी निराश करने वाला रहेगा। आज किसी भी महत्त्वपूर्ण कार्य मे निवेश ना करें हानि की संभावना अधिक है। विपरितलिंगीय के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण रखें।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपको राज समाज से लाभ के साथ-साथ मान-सम्मान भी दिलाएगा। कारोबारी लोग रुके हुए कार्य सहायता मिलने से पूर्ण कर सकेंगे। प्रतिस्पर्धा भी कम रहने से लाभ के आसार बढ़ेंगे। लेन-देन के व्यवहारों से भी निश्चित समय पर धन लाभ हो सकेगा। दाम्पत्य जीवन मे खुशियां बढ़ेंगी। सुख के साधनों की वृद्धि पर खर्च करेंगे। सामाजिक जीवन मे आज आप धनी व्यक्तियों जैसी पहचान बनाएंगे। किसी मांगलिक अथवा धार्मिक कार्यक्रम में उपस्थिति देंगे। महिला वर्ग भी आज महात्त्वकांक्षाओ की पूर्ति होने पर उत्साहित रहेंगी। जननेंद्रित संबंधित समस्या रह सकती है पानी अधिक पियें।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आस-पास का वातावरण अनुकूल मिलने से दिनचर्या सुव्यवस्थित रहेगी कार्यो के प्रति गंभीर रहेंगे जिससे समय से पहले पूर्ण कर लेंगे परन्तु फिर भी आज धन अथवा अन्य लाभ के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आपकी व्यवहार कुशलता की प्रशंसा होगी। मध्यान के आस-पास किसी अन्य व्यक्ति के व्यवहार अथवा कार्य की थकान के कारण स्वभाव में झुंझलाहट आएगी। लोगो से कार्य निकालने के लिए खुशामद भी करनी पड़ेगी। गृहस्थ जीवन सामान्य रूप से चलता रहेगा। महिलाये पुरुषों का बराबर सहयोग करेंगी।

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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏