प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल होगा बदरीनाथ केदारनाथ आगमन, कैलाश मानसरोवर यात्रा नीतीमाणा बार्डर से आरंभ करने की मांग रखनी चाहिए मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को

✍️हरीश मैखुरी

आधुनिक भारत के शिल्पकार, देश के प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi कल दिनांक 21 अक्टूबर को देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर श्री #केदारनाथ धाम के लिए एवं श्री #बद्रीनाथ धाम में श्री हेमकुण्ड साहिब के लिए रोपवे परियोजना का शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल और परसों की बदरीनाथ केदारनाथ आगमन के अवसर पर कैलाश मानसरोवर यात्रा नीतीमाणा बार्डर से आरंभ करने की मांग रखनी चाहिए मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को इस दिशा में आवश्यक पहल करनी होगी। 

बता दें कि 27 Oct को #केदारनाथ व 19 Nov को #बदरीनाथ के कपाट होंगे बंदक। अभी कुछ दिनों पहले ही वर्ष 2022 की चार धाम यात्रा सकुशल सम्पन्नता की ओर अग्रसर होने के साथ ही चार धामों के कपाट बंदी की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गयी है। 

            पिछले दिनों बदरी केदार मंदिर समिति द्वारा आयोजित समारोह में वेदपाठियों व धर्माचार्यों की उपस्थिति में श्री बदरीनाथ, केदारनाथ, मध्यमहेश्वर व तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित जा चुकी हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवम्बर को बंद होंगे वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्टूबर को बंद कर दिये जायेंगे। इसके साथ ही द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर मंदिर के 18 नवम्बर व तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 7 नवम्बर को बंद कर दिए जायेंगे। भगवान रूद्रनाथ के कपाट परसों बंद हो चुके हैं आज रूद्रनाथ की डोली गोपेश्वर पंहुंची है। 

        विजय दशमी के पावन पर्व पर निकले मुहूर्त चिंतामणी और ज्योतिष विज्ञान के अनुसार धर्माचार्यों की उपस्थिति में पंचाग गणना के आधार पर भगवान बदरीनाथ जी के कपाट शीतकाल के लिए 19 नवम्बर को शायं 3:35 बजे बंद कर दिये जाएंगे । तो वहीं केदारनाथ के कपाट 27 अक्तूबर को प्रातः तुला लगन पर भैया दूज के पावन पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। भगवान केदार की चल विग्रह उत्सव डोली अपने विभिन्न पडा़वो को पार करते हुए अपने भक्तों की कुशल क्षेम व आशीष देते हुए 29 अक्तूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो जायेगी। 

      इसी तरहे द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर जी के कपाट शीतकाल हेतु 18 नवम्बर को प्रातः बंद होंगे।भगवान मध्यमहेश्वर की उत्सव डोली अपने भक्तों की कुशल क्षेम व आशीष देते हुए विभिन्न पडावो को पार कर 21 नवम्बर को ऊखीमठ पहुंचेगी, जहाँ मध्यमहेश्वर मेले का भव्य आयोजन होता है। तो वही तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 7 नवम्बर को प्रातः शुभ लगनानुसार बंद कर दिये जायेगें । डोली अपने भक्तों की कुशल क्षेम आशीष देते हुऐ उत्सव डोली 9 नवम्बर को शीतकालीन प्रवेश हेतु मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ मे विराजमान हो जायेगी। श्रद्धालुभक्त गण शीतकाल के दौरान पंच केदारो का दर्शन लाभ पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ मे प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बद्रीविशाल और केदारनाथ धाम में उपस्थित पूरे सनातन धर्म संस्कृति गौरव और सम्मान है लेकिन उत्तराखंड को चाहिए कि इस सद अवसर का लाभ लें नीति और माणा दर्रों से पूर्व काल की भांति तिब्बत व्यापार और कैलाश मानसरोवर यात्रा आरंभ होनी चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भट्ट सहित भाजपा नेतृत्व प्रयास करे पहल करे।