आज का पंचाग आपका राशि फल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बदरीनाथ केदारनाथ यात्रा पर उत्तराखंड को दे रहे हैं बड़ी सौगात, रमा एकादशी व्रत आज, दीपावली के लिए ऐसे करें मिट्टी की पुरानी मूर्तियों का विसर्जन,

🌄सुप्रभातम

सूर्योदय: 🌄 ०६:२५

सूर्यास्त: 🌅 ०५:४२।

चन्द्रोदय: 🌝 २७:०४

चन्द्रास्त: 🌜१५:३७

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: ❄️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 एकादशी (१७:२२ से द्वादशी)

नक्षत्र 👉 मघा (१२:२८ से पूर्वाफाल्गुनी)

योग 👉 शुक्ल (१७:४८ से ब्रह्म)

प्रथम करण 👉 बालव (१७:२२ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (२९:४७ तक)

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बदरीनाथ केदारनाथ यात्रा पर उत्तराखंड को दे सकते हैं बड़ी सौगात।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देवभूमि उत्तराखण्ड पहुंचने पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया स्वागत । उसके बाद पहाड़ी वेशभूषा में प्रधानमंत्री ने केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में चल रहे कार्यो का अवलोकन भी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री बदरीनाथ जायेंगे और पूजा अर्चना करेंगे वे आज रात्रि विश्राम भी भगवान बद्रीविशाल में ही करेंगे।

॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 कन्या 

चंद्र 🌟 सिंह 

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 तुला (अस्त, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२४

अमृत काल 👉 ०९:५३ से ११:३७

विजय मुहूर्त 👉 १३:५४ से १४:३९

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२९ से १७:५३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४० से १८:५६

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३६ से २४:२७

राहुकाल 👉 १०:३७ से १२:०१

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १४:५१ से १६:१५

होमाहुति 👉 राहु (१२:२८ से केतु)

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 कैलाश पर (१७:२२ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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रमा एकादशी व्रत (सभी के लिये), गौवत्स द्वादशी (गौसेवा संकल्प) आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १२:२८ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

मघा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (मे) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (मो, टा, टी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – ३०:१० से ०८:३१

वृश्चिक – ०८:३१ से १०:५०

धनु – १०:५० से १२:५४

मकर – १२:५४ से १४:३५

कुम्भ – १४:३५ से १६:०१

मीन – १६:०१ से १७:२४

मेष – १७:२४ से १८:५८

वृषभ – १८:५८ से २०:५३

मिथुन – २०:५३ से २३:०७

कर्क – २३:०७ से २५:२९

सिंह – २५:२९ से २७:४८

कन्या – २७:४८ से ३०:०६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०६:२२ से ०८:३१

शुभ मुहूर्त – ०८:३१ से १०:५०

चोर पञ्चक – १०:५० से १२:२८

शुभ मुहूर्त – १२:२८ से १२:५४

रोग पञ्चक – १२:५४ से १४:३५

शुभ मुहूर्त – १४:३५ से १६:०१

मृत्यु पञ्चक – १६:०१ से १७:२२

अग्नि पञ्चक – १७:२२ से १७:२४

शुभ मुहूर्त – १७:२४ से १८:५८

मृत्यु पञ्चक – १८:५८ से २०:५३

अग्नि पञ्चक – २०:५३ से २३:०७

शुभ मुहूर्त – २३:०७ से २५:२९

रज पञ्चक – २५:२९ से २७:४८

शुभ मुहूर्त – २७:४८ से ३०:०६

चोर पञ्चक – ३०:०६ से ३०:२३

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप बाहर के कार्यो में अत्यंत रुचि लेंगे बुद्धि विवेक भी अन्य दिनों की तुलना में अधिक इस्तेमाल करने से सामाजिक क्षेत्र पर आपकी छवि परोपकारी भद्र इंसान जैसी बनेगी लेकिन घरेलु मामलो में इसके विपरीत आचरण करेंगे किसी परिजन से किया वादा टालने पर घर मे अशांति का माहौल बनेगा फिर भी इसे सुधारने की जगह दबाव डालकर शांत करने का प्रयास करेंगे जिसमें असफलता ही मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर लाभ के अवसर सजह मिलेंगे लेकिन अधिक आत्मविश्वास के कारण हाथ से निकल भी सकते है धन लाभ संचय करने लायक होगा इसके लिये आराम त्यागना पड़ेगा। बेरोजगारों को किसी वरिष्ठ परिजन के सहयोग से रोजगार की दिशा में आशा की किरण मिलेगी निकट भविष्य में शुभ समाचार भी मिल सकता है। विपरीत लिंगीय आकर्षण सार्वजनिक क्षेत्र पर मान हानि अथवा हास्य का कारण बन सकता है। कफ पित्त की समस्या बनेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आप किसी पुरानी गलती को फिर से दोहराने पर मुश्किल में फंस सकते है इसका ध्यान अवश्य रखें। घर के सदस्य दिन के आरम्भ से ही किसी न किसी कारण से नाराज रहेंगे सबको एक साथ संतुष्ट नही कर पाएंगे फिर भी कोशिश जरूर करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज जिस समय आशा नही रहेगी तभी अकस्मात कार्य आएगा सतर्क रहने की आवश्यकता है आज वैसे ही काम मे मन नही लगेगा ऊपर से धन लाभ के प्रसंग भी कुछ समय के लिये ही बनेंगे। मध्यान बाद के समय मन उटपटांग कार्यो की तरफ भागेगा। मित्र मंडली में बैठने पर अनैतिक कार्यो में अवश्य पड़ सकते है बाद में इसका परिणाम गंभीर हो सकता है इसलिये आज ज्यादा से ज्यादा समय परिजनों के साथ बिताने का प्रयास करें। मौज शौक के साथ घरेलू सुख सुविधा जुटाने पर अत्यधिक खर्च होगा। रक्त संचार में गड़बड़ी अथवा गिरने से चोटादि का भय है।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा लेकिन आज आपके स्वभाव में अचानक लचीलापन आएगा। आप जहां भी रहेंगे वही आलस्य प्रमाद फैलाएंगे। किसी भी कार्य को लेकर गंभीरता ना रहने के कारण घरवालो की आलोचना सुन्नी पड़ेगी। मध्यान बाद का समय ठीक ठाक रहेगा जिस भी कार्य को करेंगे उसे अन्य लोगो की अपेक्षा जल्दी पूर्ण कर लेने पर प्रशंशा होगी। कार्य व्यवसाय को लेकर भी आज ज्यादा सोच विचार नही करेंगे लेकिन किसी व्यावसायिक यात्रा की योजना मन मे लगी रहेगी लेकिन अंत समय टालनी पड़ेगी। धन की आमद की तुलना में आज खर्च अधिक होगा। धन अथवा सम्पति को लेकर माता अथवा किसी अन्य परिजन से खींचतान हो सकती हैं। घर के सदस्यों की किसी पुरानी फरमाइश को पूर्ण करने में धन व्यय होगा। संध्या के समय मनोकामना पूर्ति होने से प्रसन्न रहेंगे। सेहत सामान्य रहेगी फिर भी अकस्मात से सावधान रहें। यात्रा में खर्च के बाद भी उद्देश्य पूर्ति नही हो सकेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज प्रातः काल से ही आप संतोषि नजर आएंगे शरीर भी आलस्य से भरा रहेगा जिससे किसी भी प्रकार के जटिल कार्यो को करने से बचेंगे लेकिन घरेलू समस्याए आज चैन से आराम नही करने देंगे। परिवार का कोई न कोई सदस्य अपनी समस्याएं लेकर आता रहेगा। छोटी मोटी उलझनों को सुलझाने में ही मध्यान तक का समय निकल जायेगा। कार्य क्षेत्र से आज ज्यादा आशा नही रहेगी फिर भी अकस्मात लाभ होने से आश्चर्य में पड़ेंगे एक बार धन लाभ होने पर लोभ बढ़ेगा लेकिन आगे के लिए ज्यादा उम्मीद ना लगाए। सार्वजनिक क्षेत्र पर आज पहले सम्मान मिलेगा लेकिन कुछ ही समय मे किसी से बहस बाजी हो सकती है इससे दूर रहे अन्यथा दुसरो के चक्कर मे अपना सम्मान खो देंगे। कंधे कमर में दर्द अथवा कही चोट लग सकती है।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आप दिन भर खुश मिजाज रहेंगे लेकिन जल्दी से किसी काम को करने के लिये तैयार भी नही होंगे। मध्यान तक का समय आलस्य में बीतेगा कही पर्यटक स्थल अथवा रिश्तेदारी में जाने की योजना बनाएंगे। व्यवसायी वर्ग कार्य क्षेत्र पर आज ज्यादा समय नही दे पाएंगे फिर भी कम समय और परिश्रम की तुलना में अधिक लाभ मिल जाएगा धन की प्राप्ति आज विलंब से होने के कारण प्राप्ति पर उत्साह नही रहेगा। पति-पत्नी से आकस्मिक खुशी मिलेगी लेकिन किसी गलतफहमी अथवा कार्य शैली पसंद ना आने के कारण झगड़ा होने की भी संभावना है। पैतृक कारणों से समाज मे मान सम्मान बढेगा। नौकरी वाले लोग जब तक घरवालो से चार बाते नही सुनेगें तब तक घर मे आलस्य प्रमाद ही फैलाएंगे। काम की जगह मनोरंजन के लिये तत्पर रहेंगे। संध्या का समय उत्तम भोजन मनपसंद वस्तु मिलने से आनंद में बीतेगा। परिवार में किसी को अस्पताल ले जाना पड़ सकता है।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन बीते दिन की तुलना में मानसिक रूप से शांति वाला रहेगा। लेकिन आज भी काम धंदे को लेकर कोई आशा की किरण नजर नही आने से मन मे नकारात्मक भाव बढ़ेंगे। जिस भी कार्य को करने का प्रयास करेंगे उसी में व्यवधान आने से आरम्भ में ही निराश हो जाएंगे।सन्तानो के भविष्य को लेकर मन ही मन विचार बनाएंगे पर कोई हल नही मिलेगा। कार्य व्यवसाय में आज काम चलाऊ धन मिल जाएगा लेकिन सर पर कोई न कोई कर्ज रहने के कारण चिंतित ही रहेंगे। विरोधी पक्ष अथवा अन्य लोगो की उन्नति देख मन अधिक दुखी होगा। कार्य क्षेत्र पर लोगो से सहयोग के आश्वासन ही मिलेंगे मदद के समय सब अपनी समस्या बता कर दूर भागेंगे। घरेलू अथवा व्यावसायिक कारणों से किसी से उधार लेने की नौबत आ सकती है। संध्या बाद से स्थिति में सुधार आएगा लेकिन सेहत नरम होने से इसका लाभ नही उठा पाएंगे। परिवार में किसी को लंबे रोग होने की आशंका है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आप अपने कार्य व्यवसाय की जगह घरेलू एवं सामाजिक मामलों को अधिक महत्त्व देंगे दिन के आरंभिक भाग में शारीरिक स्फूर्ति की कमी रहेगी दैनिक कार्यो में एक बार विलंब होने पर दिन के शेष कार्यो में भी विलंब होता जाएगा। व्यवसायी वर्ग आज कम समय मे अधिक लाभ पाने का प्रयास करेंगे लेकिन सफलता नही मिलेगी फिर भी धन की आमद कम ही सही होगी जरूर। आज आपसे ज्यादा परिजन काम धंदे को लेकर चिंतित दिखेंगे सहयोग भी बिना मांगे मिल जायेगा लेकिन आप ज्यादा झंझट में पड़ना पसंद नही करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर सरकारी कार्यो को बनाने के लिये प्रयास करेंगे यहां आज पारिवारिक एवं स्वय की प्रतिष्ठा भी काम नही आएगी। घर की स्थिति सामान्य रहेगी लेकिन सभी काम धीमी गति से चलने पर थोड़ी असुविधा अनुभव करेंगे। सर एवं कमर दर्द की शिकायत रहेगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप केवल अपने मन की ही सुनेगें और करेंगे भी वैसा ही। कोई आपके हित की बात भी कहे उसका आपको कोई फर्क नही पड़ेगा। मध्यान तक कि दिनचार्य व्यर्थ की बातों में खराब करेंगे स्वयं जो मन आये करेंगे लेकिन कोई अन्य खास कर घर के सदस्य छोटे भाई बहन की मामूली गलतियो को भी बढ़ाचढ़ा कर बोलेंगे। पति पत्नी के बीच अहम को लेकर नोकझोंक होगी कारण भी घरेलू सदस्य ही बनेंगे। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा आशा रखना व्यर्थ रहेगा मेहनत के अनुसार फल प्राप्त होगा। किसी से पुरानी उगाही का पैसा पाने के लिये जोर जबरदस्ती का सहारा लेना पड़ेगा इसमे जितना लाभ नही होगा उतनी बदनामी हो सकती है। धार्मिक आस्थाओं में कल की तुलना में कमी आएगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर हास्य के पात्र बन सकते है अपने विचारों को मन मे ही रखें। कुछ समय के लिए मनपसंद वातावरण मिलने से दिमागी शान्ति मिलेगी। गर्म सर्द होने से कष्ट होगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप दिन के आरम्भ से ही आराम की तलाश में रहेंगे लेकिन होगा इसके विपरीत ही। घरेलू कार्यो के साथ कोई अधूरा व्यावसायिक कार्य सर पर आने से आपकी कामना पूर्ति मन मे ही रह जाएगी। कार्य क्षेत्र पर आज व्यवसाय आशानुकूल नही मिलने से थोड़ी ही देर में ऊबन अनुभव करेंगे। आज किसी के द्वारा पुराना वादा पूरा ना कर पाने पर अपमानित भी हो सकते है। धन की आमद आज सीमित ही रहेगी और फिजूल खर्च अधिक जिससे भविष्य में आर्थिक संकट से गुजरना पड़ेगा। सहकर्मी एवं निकटस्थ स्वार्थ के समय मीठा व्यवहार करेंगे पर काम पड़ने पर नजर नही आएंगे। घरेलू वातावरण संध्या के समय अकस्मात उग्र हो सकता है आज सभी को एकसाथ खुश रखना नामुमकिन है। लापरवाही में चोट लगवाएंगे अग्नि से भी सावधान रहें।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज सेहत में पहले से सुधार रहेगा लेकिन फिर भी आलस्य करेंगे। कोई भी काम सर आने पर ही करेंगे जिससे घर और कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था पनपेगी। मध्यान तक दिन का कोई लक्ष्य ना होने के कारण व्यर्थ समय खराब होगा इसके बाद कार्य व्यवसाय में अधूरे कार्य पूर्ण करने की जल्दबाजी में शरीर की अवहेलना करेंगे आज घरेलू कार्य भी एकसाथ आने से परेशानी होगी लेकिन किसी का सहयोग मिलने से थोड़ी राहत भी मिलेगी। आज घर के सदस्य जिस सुख शांति की कामना करेंगे वह आप दे नही पाएंगे जिससे किसी न किसी से रूठना मनाना लगा रहेगा कुछ न कुछ लोभ अथवा खर्च करने के बाद ही शांति स्थापित होगी। घर के बड़े बुजुर्ग भी आपकी लचर नीति से परेशान होंगे। लेकिन विद्या बुद्धि का प्रभाव सार्वजनिक क्षेत्र से वाहवाही दिलाएगा। संध्या बाद किसी से अकस्मात झगड़ा हो सकता है। थकान के कारण आलस्य भी बढ़ेगा।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आपका व्यक्तित्त्व निखरा हुआ रहेगा लेकिन स्वभाव में व्यवहारिकता की कमी स्नेही जनो से संबंधों में खटास बढ़ाएगी। आज आप जिससे लाभ उठाने का विचार कर रहे है वह व्यक्ति स्वयं आपसे कोई न कोई काम निकालने के चक्कर मे रहेगा लेकिन मन की बात प्रकट ना करने पर असमंजस की स्थिति काम होने नही देगी धन लाभ प्रयास के बाद अल्प मात्रा में ही होगा। नौकरी पेशाओ को अतिरिक्त कार्य भर मिलेगा परन्तु कोई तिकडम लगाकर इससे बच निकलेंगे। मध्यान तक किसी न किसी कार्य से व्यस्तता रहने के कारण अपनी कामनाओ की पूर्ति ना होने पर क्रोध आएगा इसके बाद किसी भी कार्य को करने के लिये तैयार नही होंगे। संध्या का समय मित्र प्रियजन के साथ एकांत स्थान में आनंद से बिताएंगे। पेट एवं कमर दर्द की शिकायत रहेगी पतले दही का सेवन लाभ दे सकता है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आपकी कार्य शैली अत्यंत धीमी रहेगी। दिन के आरम्भ से ही सुस्ती रहने के कारण समस्त कार्य विलंब से चलेंगे। नौकरी पेशाओ को आज यात्रा पर्यटन की योजना अंत समय मे निरस्त करनी पड़ेगी इससे क्रोध तो आएगा लेकिन परिस्थितिवश शांत ही रहेंगे। व्यवसायी वर्ग कार्य क्षेत्र पर भी ख्यालो में खोए रहेंगे काम करने का मन नही करेगा फिर भी किसी अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए जबरदस्ती लगना पड़ेगा। धन की आमद आज आशा न होने पर भी होगी जिससे उदासीनता उत्साह में बदल जाएगी। घरेलू वातावरण आज छोटी छोटी बातों पर गरम होगा लेकिन थोड़े विलंब से परिजनों की कामना पूर्ति करने पर सब सामान्य हो जाएगा। माता अथवा पैतृक कार्यो में लाभ होने की संभावना है लेकिन इसके लिये आपको नरम व्यवहार करना पड़ेगा। सेहत रात्रि से नरम होगी कफ सर्दी खांसी की संभावना हैं। 

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🔮 *_21 अक्टूबर 2022 को है रमा एकादशी व्रत? जानें तिथि, पूजा मुहूर्त, पारण समय और महत्व_*

*_हिंदू कैलेंडर के आधार पर रमा एकादशी का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है. रमा एकादशी का व्रत करने से ब्रह्म हत्या सहित अनेक प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं. जो भी व्यक्ति रमा एकादशी व्रत की कथा को पढ़ता या सुनता है, उसके भी पाप मिट जाते हैं. इस व्रत को करने वाला व्यक्ति मृत्यु के बाद विष्णु लोक में स्थान प्राप्त करता है. जानते हैं आचार्य श्री गोपी राम से कि रमा एकादशी व्रत कब है और पूजा मुहूर्त एवं पारण समय क्या है?_*

📜 *_रमा एकादशी 2022 तिथि_*

*_हिन्दु पंचाग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 20 अक्टूबर दिन गुरुवार को शाम 04 बजकर 04 मिनट से शुरू होगी और यह तिथि अगले दिन 21 अक्टूबर शुक्रवार को शाम 05 बजकर 22 मिट तक मान्य रहेगी. अब उदयातिथि को देखा जाए तो 21 अक्टूबर को प्राप्त हो रही है, इसलिए रमा एकादशी का व्रत 21 अक्टूबर को रखा जाएगा._*

⚛️ *_रमा एकादशी 2022 पूजा मुहूर्त_*

*_रमा एकादशी के दिन प्रात:काल से ही शुक्ल योग प्रारंभ हो रहा है, जो शाम 05 बजकर 48 मिनट तक है. उसके बाद से ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा. ये दोनों ही योग पूजा पाठ के लिए शुभ हैं. रमा एकादशी व्रत की पूजा करने का श्रेष्ठ मुहूर्त प्रात: 07 बजकर 50 मिनट से सुबह 09 बजकर 15 मिनट तक है. यह लाभ उन्नति प्रदान करने वाला मुहूर्त है._*

*_उसके बाद सुबह 09 बजकर 15 मिनट से सुबह 10 बजकर 40 मिनट तक अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त है. आप इन दोनों ही मुहूर्त में पूजा करते हैं तो आपके लिए लाभकारी है. आपका कल्याण होगा._*

💧 *_रमा एकादशी 2022 पारण समय_*

*_जो लोग 21 अक्टूबर को रमा एकादशी व्रत रखेंगे, वे व्रत का पारण अलगे दिन 22 अक्टूबर शनिवार को प्रात: 06 बजकर 26 मिनट से कर सकते हैं. पारण समाप्ति का समय उस दिन 08 बजकर 42 मिनट पर है. आपको इस बीच पारण कर लेना चाहिए. इस दिन द्वादशी तिथि का समापन शाम 06 बजकर 02 मिनट पर है._*

🚩 *_रमा एकादशी व्रत का महत्व_*

*_जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से कार्तिक कृष्ण एकादशी व्रत के महात्म को बताने को कहा, तब श्रीकृष्ण ने कहा कि इस व्रत को रमा एकादशी के नाम से जानते हैं. जो भी इस व्रत को करता है, उसके पाप मिट जाते हैं और वह मृत्यु के बाद श्रीहरि के लोक में स्थान पाता है._*

📖 *_रमा एकादशी की कहानी क्या है?_*

*_मुचुकुंडा नाम का एक राजा था जिसकी चंद्रभागा नाम की एक बेटी थी। उसकी शादी राजा चन्द्रसेन के पुत्र शोभन से हुई थी। राजा मुचुकुंडा भगवान विष्णु के भक्त थे और उन्होंने अपने राज्य के सभी व्यक्तियों को रमा एकादशी के उपवास का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया था। चंद्रभागा अपने बचपन से रमा एकादशी व्रत रखती थीं।_*

*_एक बार जब उसके पति राजकुमार शोभन कृष्ण पक्ष के समय राजा मुचुकुंडा के राज्य में उपस्थित थे और यह रमा एकादशी उपवास का दिन था। अतः, उसे भी उस दिन उपवास का पालन जरूरी था। शोभन अपने बीमार और कमजोर स्वास्थ्य के कारण उपवास नहीं कर पाए। चंद्रभागा ने अपने पति से किसी अन्य जगह जाने के लिए कहा क्योंकि अगर वह यहां रहेंगे, तो उन्हें यह अनुष्ठान करना होगा। लेकिन, शोभन ने कहा कि वह वहां ही रहेगा और रमा एकादशी का उपवास भी रखेगा, चलो देखते हैं क्या होता है।_*

*_चूंकि शोभन कमजोर था, अतः प्यास और भूख के कारण, आधी रात को उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन रमा एकादशी उपवास को करने से प्राप्त गुणों के कारण, राजकुमार को स्वर्ग में जगह मिली और एक अद्वितीय और महान साम्राज्य प्राप्त किया। लेकिन इस कारणवश कि उससे जबरदस्ती उपवास कराया जा रहा था, राज्य अदृश्य था। एक बार मुचुकुंडा साम्राज्य से एक ब्राह्मण बाहर निकला, और उसने शोभन और उसके राज्य को देखा। राजकुमार ने सभी घटनाओं को ब्राह्मण को बताया और अपनी पत्नी, चंद्रभागा को सबकुछ बताने के लिए कहा। ब्राह्मण वापस लौटे और राजकुमार की पत्नी को सब कुछ बताया। कई रमा एकादशी व्रतों का पालन करने के कारण चंद्रभागा द्वारा प्राप्त लाभ और योग्यता के कारण, चंद्रभागा ने अपने दिव्य आशीर्वादों के साथ साम्राज्य को वास्तविकता में बदल दिया और दोनों ने हमेशा के लिए राज्य बनाया और एक दिव्य और आनंदमय जीवन जीना शुरू कर दिया।_*

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🌷🌹🙏🏻🌹🌷
. *””सदा प्रसन्न रहिये””*
*𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄•𖡼👣𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄•𖡼✍️हरीश मैखुरी 9634342461 

एक विनम्र निवेदन:-

दीपावली पर लगभग हर घर में श्री गणेश और लक्ष्मी जी की नई मूर्तियों की पूजा होगी.. लेकिन,पुरानी मूर्ति का क्या होगा..?
कुछ लोग शायद इसे प्रवाहित कर देंगे और कुछ लोग.. पेड़ के नीचे रख देंगे..??
विनम्र निवेदन उन कुछ लोगों से जो इन मूर्तियो की जिसकी साल भर पूजा की..अपने लिए बहुत कुछ माँगा भी होगा अब उन्हें ऐसे ही किसी पेड़ के नीचे रख देंगे .(यह उसी तरह होगा जैसे माँ बाप जब बुड्ढे हो जाते हैं तब उन्हें आश्रम भेज दिया जाए) ऐसा न करें।
ऐसा कदापि न करें । बल्कि,एक टब पानी में थोड़ा गंगाजल डाल कर मूर्ति को उसमें रख दें।
एक-दो दिन में मूर्ति स्वतः उस में घुल जायेगी। मूर्ति घुले जल को किसी गमले या पेड़ की जड़ में डाल सकते हैं ।
आपका यह प्रयास मूर्ति का सम्मानजनक विसर्जन तो होगा ही.. नदियों को स्वच्छ रखने को उठाया गया सार्थक पहला कदम भी होगा..! लोग हमारे धर्म का मजाक भी नही बनायेगे आपने देखा होगा अन्य धर्म के लोग हम हिंदुओ के देवी देवताओं की यहाँ वहाँ मूर्तियों पड़ी होने पर फब्तियां कसते है। आशा है आप लोग इस तरह का कार्य न स्वयं करेंगे व दुसरों को भी ऐसा करने से रोकेंगे ।
सहयोग की अपेक्षा के साथ!