बजट सत्र के पहले दिन स्थाई राजधानी गैरसैंण का मुद्दा छाया रहा

 

हरीश मैखुरी 

भराड़ीसैंण –  गैरसैण में आहुत उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र का पहला दिन न केवल सदन के अंदर हंगामेदार रहा बल्कि विधानसभा के बाहर भी उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाने की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। जहां पहली बार हुए राज्यपाल के पूरे अभिभाषण में कांग्रेस के विधायकों ने पूरे समय स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाये जाने के पक्ष में जोरदार नारे बाजी की, वहीं उत्तराखंड क्रांति दल, सीपीएम, कांग्रेस, उत्तराखंड महिला मंच और अनेक संगठनों ने गैरसैंण को तत्काल स्थाई राजधानी घोषित करने के लिए सदन से बाहर सड़क पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सरकार की तमाम सुरक्षा एजेंसियों को धता बताकर जंगल के रास्ते विधानसभा भवन के नजदीक पहुंचने में सफल रहे, प्रदर्शन काफी जबरदस्त रहा जिस कारण दिवाली खाल में घंटों जाम की स्थिति बनी रही जिसमें कई मंत्री भी फंसे। आन्दोलनकारियों के भारी आक्रोश को देखते हुए जहां सरकार भयभीत नजर आई और प्रदर्शनकारियों को 10 किलोमीटर पहले ही खेती मालसी में बैरीकेट लगा कर रोक दिया। वहीं पुलिस को भी खेती बैरीकेट और दिवालीखाल बैरीकेट खासी मशक्कत करनी पड़ी और लगभग 500 प्रदर्शनकारियों को जिनमें भारी संख्या में महिलाएं भी सम्मिलित थी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया । एक तरह से उत्तराखंड की स्थाई राजधानी आंदोलनकारियों ने अब स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है 20 मार्च 2018 से गैरसैंण में चल रहे हफ्ते भर के बजट सत्र के दौरान स्थाई राजधानी के सवाल पर कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल के पूरे अभिभाषण के दौरान जबरदस्त नारेबाजी की इस नारेबाजी की वजह से जहां राज्यपाल ने शोरशराबे के बीच बीच अपना भाषण प्रस्तुत किया राज्यपाल के  बजट भाषण में सरकार की नीतियों की रूपरेखा फोकस करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध बनाने के लिए भी कार्ययोजना प्रस्तुत की गई। 

वहीं सदन के बाहर राजधानी आंदोलनकारियों ने दिवाली खाल के पास सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक जाम लगाए रखा और जमकर नारेबाजी की, प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी, उत्तराखंड महिला मंच कई क्षेत्रीय संगठन और उत्तराखंड क्रांति दल सम्मिलित रहे आंदोलनकारियों का कहना था कि हम सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ हैं, भारतीय जनता पार्टी की सरकार स्थाई राजधानी को लटकाए रखना चाहती है और राजधानी बनाना नहीं चाहती। उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि हमारा मकसद सरकार को चेताना था हम अपने मिशन में सफल रहे। उत्तराखंड क्रांति दल ने जिस तरह से अप्रत्याशित रूप से भारी तादाद में पहुंचकर सरकार को घेरा इसकी उम्मीद न सरकार को थी और न इसकी भनक सुरक्षा एजेंसियों को लगी यह एकदम अप्रत्याशित था,  चुनाव में हार के बाद उत्तराखंड क्रांति दल अब एक्शन मोड में आ गया। 

बजट भाषण के तुरन्त बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने प्रेस संबोधन कहा कि गैरसैंण में पहली बार प्रस्तुत महामहिम राज्यपाल का अभिभाषण निर्विघ्न संपन्न हुआ उम्मीद है सप्ताह भर का यह सत्र शानदार चलेगा।

इधर स्थाई राजधानी के सवाल पर सरकार का पक्ष रखते हुए काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि सरकार स्थाई राजधानी की दिशा में काम कर रही है और हम उत्तराखंड की जन भावनाओं के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि समय आने पर  पता चल जाएगा सरकार क्या कर रही है। वे स्थाई राजधानी के प्रति आश्वस्त दिखे 
भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी ने भी कहा कि सरकार जन भावनाओं के अनुरूप चरवद्ध तरीके से स्थाई राजधानी की दिशा में आगे बढ़ रही है उसी दिशा में कार्य हो रहा है। जबकि कांग्रेस की तरफ से प्रदर्शन में पहुंचे पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और कर्णप्रयाग क्षेत्र के विधायक रहे डॉक्टर अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी गैरसैंण में कांग्रेस के किए धरे पर पानी फेर रही है  स्थाई राजधानी के मुद्दे पर त्रिवेंद्र सरकार इमानदारी से काम नहीं कर रही, स्थाई राजधानी का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी को बहुत भारी पड़ेगा। 

तीन बजे दुबारा चले सत्र में पिंडर के दिवंगत विधायक मगनलाल को शोक प्रस्ताव  पेश किया गया और सदन अगले दिन सुबह  11बे तक स्थगि किया गया।