मंत्री के जनता दरबार में जहर खाने वाले ट्रांसपोर्टर पांडेय की मौत से उठे कई सवाल

भाजपा कार्यालय में सुबोध उनियाल कृषि मंत्री जनता दरबार के दौरान जहर खाने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय की मौत हो गई है। पांडेय का तीन दिनों से मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन आज उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं पांडेय केे निधन पर सीएम ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पांडेेय को बेहतर से बेहतर ट्रीटमेंट देने का प्रयास किया।

दरअसल, भाजपा मुख्यालय में शनिवार को लगे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में श्री सिद्धिविनायक ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक प्रकाश पांडेय ने जहर खाकर पहुंच गया। बीरेंद्र भाई को संबोधित एक बीडीयो उसने आरोप लगाया कि सरकारी विभागों में उसका पेमेंट फंसा हुआ है, प्रदेश सरकार में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी वजह से उसने जहर खा लिया है। और अब वह नहीं बचेगा। https://youtu.be/F5lNEB6uyZI इस घटना से भाजपा मुख्यालय में हड़कंप मच गया। आनन-फानन फरियादी को अस्पताल पहुंचाया गया।

शाम को उसकी हालात खराब होते देख मैक्स अस्पताल रैफर कर दिया गया। फरियादी ने अपना नाम प्रकाश पांडे, निवासी नई कालोनी, काठगोदाम नैनीताल बताया। उधर, मैक्स में भर्ती प्रकाश पांडे को देखने के लिए नेता भी अस्पताल में पहुंचने लगे। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अस्पताल पहुंचकर पीड़ित को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।

प्रकाश पांडे की मौत की सूचना के बाद हल्द्वानी में भी माहौल गमगीन है। नेता प्रतिपक्ष व स्थानीय विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने सीएम त्रिवेंद्र रावत को फोन कर पीड़ित परिवार को तत्काल राहत के तौर पर दस लाख रुपये की सहायता दिए जाने की मांग उठाई। साथ ही प्रकाश की पत्नी कमला पांडे को नौकरी दिए जाने की मांग की। डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से परेशान होकर प्रकाश ने आत्महत्या जैसा कदम मजबूर होकर उठाया है।

प्रकाश के दो बच्चों की स्कूल की फीस करीब 22 हजार अभी जमा होनी है। कांग्रेस नेे आरोप लगाया है कि ये जीएसटी और नोटबंदी के प्रभाव सामने आने लगे हैं। वहीं एक राजनीतिक दल के कुछ लोगांे पर प्रकाश पांडेय को जहर खाकर फरियादी बनाने का आरोप भी लग रहा है।