संस्कृति और संस्कार को ईवेंट बनाने की प्रवृत्ति से बचाना नयी पीढ़ी का दायित्व, आज का पंचाग आपका राशि फल, अद्वितीय है भारत का प्राचीन मूर्ति शिल्प

संस्कृति और संस्कार को ईवेंट बनाने की प्रवृत्ति से बचने के लिए यह मांगें भी तेज हो रही हैं जो दहेज को लेकर नहीं बल्कि विवाह संपन्न कराने को लेकर हैं!*

(चिरायुशाली आशीष और सौभाग्यवती अंजली का प्रतीकात्मक छवि चित्र) 

*1🌹 कोई प्री वैडिंग शूट नहीं होगा.*

*2🌹 वधु विवाह में लहंगा नहीं साड़ी पहनेगी.*

*3🌹 मैरिज लॉन में ऊटपटांग कानफोड़ू संगीत की बजाय इंस्ट्रूमेंटल शास्त्रीय संगीत और स्थानीय परम्पराओं पर आधारित मांगल गीत बजेगा.*

*4🌹 वरमाला के समय केवल वर वधु ही स्टेज पर रहेंगे.*

*5🌹 वरमाला के समय वर या वधु को उठाकर उचकाने वालों को विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.*

*6🌹 पंडितजी द्वारा विवाह प्रक्रिया आरंभ करने के उपरांत कोई उन्हें रोके टोकेगा नहीं.*

*7🌹 कैमरामैन फेरों आदि के चित्र दूर से लेगा न कि बार बार पंडितजी को टोक कर. ये देवताओं का आह्वान करके किया जा रहा विवाह समारोह है ना की किसी फिल्म की शूटिंग*

*8🌹 वर वधु द्वारा कैमरामैन के कहने पर उल्टे सीधे पोज नहीं बनाये जायेंगे.*

*9🌹विवाह समारोह दिन में हो और शाम तक विदाई संपन्न हो जिससे किसी भी गेस्ट को रात 12 से 1 बजे खाना खाने से होने वाली समस्या जैसे अनिद्रा, एसिडिटी आदि से परेशान ना होना पड़े। इसके अतिरिक्त अतिथियों को अपने घर पहुंचने में मध्य रात्रि तक का समय ना लगे और असुविधा ना हो। जिससे मेहमान जो स्वयं को सुंदर वस्त्र आभूषणों से सजा कर आते है स्वयं सजा न पाए।*

*10🌹 वर वधु को सबके सामने किस या आलिंगन के लिए कहने वाले को तुरंत विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.*

*11, 🌹वर-वधु को कोई दूल्हा-दुल्हन नहीं  बोलेगा। एवम विवाह से पूर्व परिचितों और रिश्तेदारों से निवेदन किया जायेगा कि वर वधु को दुल्हा-दुल्हन न कहें। इसी तरह विवाह को शादी नहीं कहा जायेगा। ये आग्रह वरमाला के समय भी किया जायेगा।*

*12, 🌹हलवाई हिन्दू ही बुलवाया जायेगा और उसे स्पष्ट रूप से समझा दिया जायेगा कि कोई ऐसा वेटर, हलवाई या तंदूरी रोटी बनाने न लायें। जिससे थूक, मूत, टट्टी, पेशाब वाले भोजन से बचा जा सके।*

*13, 🌹विवाह सनातन धर्मावलंबियों का है तो बैंड, घोड़ा, डीजे, बारात लाइट, घोड़ा, फोटोग्राफर, टेंट, लाइटिंग, कपड़े वाला, आभूषण वाला, मेकअप मैन, मेहंदी आर्टिस्ट, कार-बस मालिक व ड्राइवर सभी सनातनी होने चाहिये। इससे हमारे सनातनी भाई सम्पन्न होंगे, और हमारा पैसा दुरूपयोग नहीं होगा।*

*14, 🌹विवाह के भोजन में पार्टी वाला नकली घी प्रयोग में नहीं लाया जायेगा । ये नकली घी पशु चर्बी से बना हो सकता है। स्वदेशी कम्पनी की घी प्रयोग किया जायेगा।*

*समाज सुधार करने के लिए सुंदर सुझाव!*

 *संस्कारी बनना है ड्रामेबाज नहीं 🙏🚩

🕉️*प्रथम दृष्टया देखने मे आपको यह मूर्ति #भगवान_नृसिंह की एक #प्राचीन प्रतिमा भर दिखेगी, गहराई से देखने पर आपको दिखेगा- इसे बनाने में लगने वाला वर्षों का परिश्रम, #आर्किटेक्चर का अद्भुत ज्ञान, गजब का धैर्य, महानतम प्राचीन तकनीक का प्रयोग, और फिर आपका सर श्रद्धा से नतमस्तक हो जाएगा हमारे उन महान पूर्वजो के प्रति जिन्होंने इसका निर्माण किया है।

ज़रा भगवान के चेहरे के भाव तो देखिए, एक एक एक्सप्रेशन पर कितना बारीकी से काम किया गया है। सोचिए, कितना ज्ञान और क्या ही गज़ब का धैर्य होगा उनके पास। छेनी पर हथौड़े की एक गलत चोट, और महीनों का परिश्रम व्यर्थ…

भगवान नृसिंह की ये प्रतिमा 3200 वर्ष पुरानी है जो पूर्व के #मेसोपोटामिया और वर्तमान इराक में तुर्की-सीरिया बॉर्डर के नजदीक “टिगरिस (यूफ्रेटस)” शहर में खुदाई के दौरान मिली थी। हम यूँ ही नही कहते कि सिर्फ #अयोध्या में ही नही विश्व के कही भी खुदाई कर लो, हर जगह से सिर्फ सनातन ही मिलेगा। जब कही पे भी कुछ भी नही था तब यत्र तत्र सर्वत्र में सिर्फ #सनातन ही था।

गर्व कीजिए अपने आप पर की आप विश्व की सबसे महान #सभ्यता सनातन संस्कृति के वाहक है🚩🙏

*पत्थर में प्राण फूंक दे ऐसी कला केवल अखंड भारत में*

ज्येष्ठ मास का दूसरा प्रदोष व्रत आज
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हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्त्व होता है। यह माह की हर त्रयोदशी को रखा जाता है। इस बार ज्येष्ठ मास का दूसरा प्रदोष व्रत 12 जून को पड़ने वाली त्रयोदशी तिथि को मनाया जाएगा। प्रदोष व्रत जिस दिन पड़ता है उस प्रदोष व्रत का नाम उसी दिन के नाम पर रखा जाता है। ज्येष्ठ माह का दूसरा प्रदोष व्रत 12 जून दिन रविवार को पडेगा। इसलिए इस प्रदोष व्रत को रवि प्रदोष व्रत कहेंगे।

प्रदोष व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इससे भगवान शिव अति प्रसन्न होकर भक्तों के सारे कष्ट दूर करते हैं। प्रदोष व्रत से दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है। व्रती को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।

प्रदोष व्रत तिथि
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पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि 12 जून दिन रविवार को प्रातःकाल 3 बजकर 24 मिनट से शुरु होगी और 13 जून दिन सोमवार को दोपहर बाद 12 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी। रवि प्रदोष व्रत 12 जून को रखा जाएगा। रवि प्रदोष व्रत के पूजन का समय 12 जून को शाम के समय है।

रवि प्रदोष व्रत पूजा– विधि
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प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके साफ कपड़ा पहनें। उसके बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित व्रत का संकल्प लें। भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें। अब भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती को पुष्प अर्पित करें तथा भोग लगाएं। अब पूजा कर अंत में भगवान शिव की आरती करें।

रवि प्रदोष व्रत कथा
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पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में निर्धन ब्राह्मण परिवार रहता था। उस ब्रह्मण की पत्नी प्रदोष व्रत विधिपूर्वक करती थी। एक दिन उस बेटा गांव से बाहर जा रहा था, तभी मार्ग में कुछ चोरों ने उसे घेर लिया। चोरों ने उसकी पोटली छीन ली और उससे अपने घर के गुप्त धन के बारे में बताने को कहा। बालक ने कहा कि पोटली में रोटी के अलावा कुछ नहीं है और उसका परिवार बहुत ही गरीब है, उसके घर में कोई गुप्त धन नहीं है।

चोरों ने उसे छोड़ दिया और आगे बढ़ गए। वह बालक नगर में एक बरगद के पेड़ के नीचे छाए में सो गया। तभी राजा के सिपाही चोरों को खोजते हुए वहां आए और उस बालक को ही चोर समझ कर ले जाकर जेल में बंद कर दिया।

सूर्यास्त के बाद भी जब बालक घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां परेशान हो गई। उस दिन वह प्रदोष व्रत थी। उसने शिव पूजा के समय भोलेनाथ से प्रार्थना की कि उसका पुत्र कुशल हो, उसकी रक्षा करें। भगवान शिव ने उस मां की पुकार सुन ली। फिर शिव जी ने राजा को स्वप्न में बालक को जेल से मुक्त करने का आदेश दिया। साथ ही कहा कि वह बालक निर्दोष है, उसे बंदी बनाकर रखोगे, तो तुम्हारा सर्वनाश हो जाएगा।

दूसरे दिन सुबह राजा ने उस बालक को मुक्त करने का आदेश दिया। बालक राजदरवार में आया और उसने पूरी घटना राजा को बताई। इस पर राजा ने उसे माता पिता को दरबार में बुलाया। ब्रह्माण परिवार दरबार में बुलाए जाने के आदेश डरा हुआ था। जैसे-तैसे वे राजा के दरबार में गए। राजा ने कहा कि आपका पुत्र निर्दोष है, उसे मुक्त कर दिया गया है। राजा ने ब्राह्मण परिवार की जीविका के लिए पांच गांव दान कर दिए।

भगवान शिव की कृपा से वह ब्राह्मण परिवार सुखीपूर्वक जीवन व्यतीत करने लगा। इस प्रकार से प्रदोष व्रत की महिमा का वर्णन किया गया है। इस प्रकार प्रदोष व्रत की महिमा से राजा को भी शिव के दर्शन हो गये।

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻रविवार, १२ जून २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:२९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१०
चन्द्रोदय: 🌝 १७:०२
चन्द्रास्त: 🌜२७:५१
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 ज्येष्ठ
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 त्रयोदशी (२४:२६ से चतुर्दशी)
नक्षत्र 👉 विशाखा (२३:५८ से अनुराधा)
योग 👉 शिव (१७:२७ से सिद्ध)
प्रथम करण 👉 कौलव (१३:५८ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२४:२६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 वृश्चिक (१८:३३ से)
मंगल 🌟 मीन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मेष (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:४५
अमृत काल 👉 १५:५७ से १७:२५
रवियोग 👉 २३:५८ से २९:१५
विजय मुहूर्त 👉 १४:३७ से १५:३४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०५ से १९:२९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१९ से २०:१८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:३७
राहुकाल 👉 १७:३३ से १९:१९
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:१७ से १४:०२
होमाहुति 👉 शनि (२३:५८ तक)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर १८:३३ से)
शिववास 👉 नन्दी पर (२४:२६ से भोजन में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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विवाहादि मुहूर्त कुम्भ ल. रात्रि ११:५५ से १२:४६, मेष वृष ल. रात्रि ०२:१३ से प्रातः ०५:३६ तक। प्रदोष व्रत, वट सावित्री व्रत आरम्भ, द्वादशी तिथि क्षय, आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २३:५५ तक जन्मे शिशुओ का नाम
विशाखा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ती, तू, ते, तो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ना) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृषभ – २७:३७ से ०५:३२
मिथुन – ०५:३२ से ०७:४६
कर्क – ०७:४६ से १०:०८
सिंह – १०:०८ से १२:२७
कन्या – १२:२७ से १४:४५
तुला – १४:४५ से १७:०६
वृश्चिक – १७:०६ से १९:२५
धनु – १९:२५ से २१:२९
मकर – २१:२९ से २३:१०
कुम्भ – २३:१० से २४:३६
मीन – २४:३६ से २५:५९
मेष – २५:५९ से २७:३३
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:१५ से ०५:३२
चोर पञ्चक – ०५:३२ से ०७:४६
शुभ मुहूर्त – ०७:४६ से १०:०८
रोग पञ्चक – १०:०८ से १२:२७
शुभ मुहूर्त – १२:२७ से १४:४५
मृत्यु पञ्चक – १४:४५ से १७:०६
अग्नि पञ्चक – १७:०६ से १९:२५
शुभ मुहूर्त – १९:२५ से २१:२९
रज पञ्चक – २१:२९ से २३:१०
शुभ मुहूर्त – २३:१० से २३:५८
चोर पञ्चक – २३:५८ से २४:२६
शुभ मुहूर्त – २४:२६ से २४:३६
रोग पञ्चक – २४:३६ से २५:५९
चोर पञ्चक – २५:५९ से २७:३३
शुभ मुहूर्त – २७:३३ से २९:१५
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन सभी कार्य मे सफलता दिलाएगा। पूर्व में किये गए परिश्रम का फल आज अवश्य ही धन लाभ के रूप में मिलेगा लेकिन ध्यान रहे व्यवहारिकता से ही लाभ में वृद्धि हो सकती है लोभ अथवा अहम में रहे तो लाभ सीमित रह जायेगा। कार्य व्यवसाय में बिना किसी सहयोग के उन्नति होगी भविष्य की योजनाओं पर खर्च के साथ बचत भी करेंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े बौद्धिक श्रम से धन खर्च कर बना लेंगे। दिमागी रूप से शांत रहने के कारण परिजनों के साथ संबंधों में निकटता आएगी। वृद्धजन का आशीर्वाद मिलेगा परोपकार की भावना आज कम ही रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन के आरंभिक भाग को छोड़ शेष सामान्य रहेगा। प्रातः काल सेहत में नरमी रहेगी लेकिन पहले की अपेक्षा सुधार भी आएगा आलस्य के कारण कार्य के प्रति टालमटोल करेंगे मध्यान बाद मानसिक रूप से स्थिरता आएगी कार्यो के प्रति गंभीरता बढ़ेगी लेकिन मजबूरी में ही करेंगे। धार्मिक कार्यो में आस्था मजबूत होगी। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा आशा नही रहेगी फिर भी दौड़ धूप का सकारात्मक परिणाम भविष्य में लाभ की आशा बनाए रखेगा। परिजन आपकी गतिविधयों पर नजर रखेंगे किसी भी अनैतिक कार्य से बचें अन्यथा सुख शांति बिगड़ सकती है। धन लाभ से खर्च ज्यादा रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन बुद्धि विवेक में विकास होगा लेकिन इससे मनिच्छित सफलता नही मिल सकेगी दिन के पहले भाग में घर मे पुरानी बात के कारण मतभेद रहेंगे शांत रहने का प्रयास करें अन्यथा दिन भर मानसिक अशांति रहेगी। कार्य क्षेत्र पर नए तरीके से काम करने का प्रयास करेंगे इससे अन्य लोगो मे आपकी बुद्धि कौशल का प्रचार होगा पर धन लाभ के लिये तरसना पड़ेगा परिश्रम करने पर भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। लोग केवल मीठा बोलकर अपना हित साधेंगे सहयोग कोई नही करेगा। सेहत में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। परिवार की आवश्यकता पूर्ती करने में असमर्थ रहेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन के आरंभ में किसी गुप्त कारण से चिंतित रहेंगे स्वयं अथवा किसी परिजन की गलती के कारण घर मे कलह होने की आशंका से मन व्याकुल रहेगा परिजनों के आगे सोच समझकर ही बात करें डर के कारण उलजुलूल बयानों से खुद ही शक पैदा करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी शांति की कमी रहेगी धन अथवा किसी वस्तु को लेकर गरमा गरमी होने की संभावना है। लाभ की संभावनाए बनते बनते बिगड़ेंगी। सामाजिक एवं पारिवारिक व्यवहारों की जगह मौज-शौक पर खर्च करेंगे। सहयोगियों से आज कम ही बनेगी। मानसिक दबाव के कारण सर दर्द रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन से आप काफी उम्मीद लगाए रहेंगे लेकिन दिन निराश करने वाल रहेगा। आवश्यक कार्य मनमौजी प्रवृति के कारण अधूरे रहेंगे। जिस कार्य से लाभ की आशा रहेगी उसमे किसी का हस्तक्षेप पड़ने से हानि होगीं। भागीदारी के कार्य मे स्पष्टता रखें गलतफहमी संबंद तोड़ सकती है। धन लाभ की संभावनाए ही बनेगी लेकिन पूर्ण नही हो सकेगी। लोग आपका सहयोग करने की जगह त्रुटियां निकालेंगे। रमणीय पयर्टक स्थल की यात्रा होगी खर्च में नियंत्रण रखने पर भी अकस्मात होने से कोष में कमी आएगी। शारीरिक रूप से कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी। जोखिम वाले कार्यो से आज डोर रहना ही बेहतर रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन के पूर्वार्ध की संतोषी प्रवृति मध्यान तक बेचैनी में बदल जाएगी। धन को लेकर आज कोई जोखिम नही लेंगे लेकिन लाभ पाने के लिये किसी भी प्रकार से कसर भी नही छोड़ेंगे दिन भर के कार्य कलापो से असंतोष होगा परन्तु आकस्मिक लाभ होने पर थोड़ी राहत मिलेगी आज आप जिस लाभ के अधिकारी है उसमें किसी का गलत मार्गदर्शन कमी लाएगा फिर भी खर्चो की पूर्ति आसानी से हो जाएगी। नौकरी वाले लोग धन लाभ की आशा में रहेंगे पर आज निराश ही होना पड़ेगा। परिवार के सदस्य अन्य की कमिया बता स्वय की गलती पर पर्दा डालेंगे थोड़े मतभेद के बाद भी शांति रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन का आरंभ शांति से व्यतीत होगा लेकिन इसके बाद व्यर्थ के प्रपंचो में पड़कर मानसिक शांति खो देंगे। करने योग्य कार्य छोड़ अनर्गल प्रवृतियों में समय और धन नष्ट करेंगे। सरकारी क्षेत्र से आशाजनक समाचार मिलेंगे लेकिन सफलता आज संदिग्ध ही रहेगी। कार्य व्यवसाय में बड़ा निर्णय लेने का विचार बनाएंगे यह भविष्य के लिये लाभदायक रहेगा। धन की आमद सोच से थोड़ी कम रहेगी पुराने कार्यो से लाभ होगा लेकिन ज्यादा देर टिकेगा नही। व्यापार विस्तार की योजना भी बनाएंगे जिसमे सफलता निश्चित रहेगी। घर में किसी खुशखबरी के मिलने से आनंद का वातावरण बनेगा। सेहत सामान्य रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन बीते समय की तुलना में बेहतर बीतेगा। दिन के आरंभ में अधिकांश कार्य हानि होने के डर से करने से कतराएंगे मध्यान तक मन पर चंचलता हावी रहेगी अनिर्णय की स्थिति अव्यवस्था बढ़ाएगी। किसी अनुभवी की सलाह मिलने पर हिम्मत आएगी कार्य व्यवसाय से आज लाभ की उम्मीद कम ही रखें निवेश करने से ना डरें भविष्य के लाभ के लिए आवश्यक है। धन लाभ की कामना संध्या तक पूर्ण होगी लेकिन कुछ कमी के साथ। वर्जित कार्यो में रुचि रहेगी जो सम्मान के साथ धन हानि का कारण बन सकती है इससे दूर रहें। खासी जुखाम से पीड़ा की संभावना है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भागदौड़ भरी जिंदगी में शांति की तलाश में रहेंगे मन में आज कुछ ना कुछ उठापटक लगी रहेगी। दिन के आरंभ में जो भी योजना बनाएंगे अन्य कार्य आने से इनमे फेरबदल करना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय की जगह आज सार्वजनिक क्षेत्र से उम्मीद अधिक रहेगी। व्यवसायी वर्ग सही दिशा में जा रहे कार्यो के प्रति आशंकित रहेंगे लाभ के नजदीक पहुच कर निर्णय बदलने पर होने वाले लाभ में कमी आएगी। सरकारी कार्य धीमी गति से आगे बढ़ेंगे। मित्र परिचितों से संबंधो में मधुरता बढ़ेगी फिर भी छोटी-छोटी बातों को अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा। परिवार में बीमारियों के कारण उदासीनता रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन पूर्वार्ध में पहले मिली सफलता के कारण निश्चिन्त रहेंगे महत्त्वपूर्ण कार्यो में लापरवाही करेंगे लेकिन मध्यान के बाद ही स्थिति को भाँप कर मेहनत के लिये प्रेरित होंगे। आज किये परिश्रम का फल निकट भविष्य में कुछ ना कुछ आर्थिक अथवा अन्य प्रकार से वृद्धि कराएगा। घर मे सुखोपभोग के साधन की खरीद की योजना बनेगी परन्तु आज बजट की कमी के कारण टालना भी पड़ सकता है। धन लाभ आशाजनक लेकिन भाग दौड़ के बाद ही होगा खर्च साथ लगे रहने से परिजनों की इच्छापूर्ति करने में विलंब होगा फिर भी आपसी तालमेल बना रहेगा स्वास्थ्य को लेकर आशंकित रहेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आप पूर्व में की गलतियों की समीक्षा करेंगे भविष्य को लेकर थोड़ी चिंता भी रहेगी। कार्य व्यवसाय में आज कही से भी लाभ की उम्मीद नजर नही आएगी फिर भी मानसिक रूप से संतोषी ही नजर आएंगे। धन को लेकर जोड़ तोड़ की नीति अपनाने की जगह शांति से परिस्थिति अनुकूल बनने की प्रतीक्षा में रहेंगे। मन की इच्छाओं की तुलना में आज कर्म कम ही करेंगे भागदौड़ से बच बैठकर लाभ कमाने के चक्कर मे रहना अभाव को जन्म देगा। शारीरिक रूप से भी थोड़ा कष्ट रहेगा। परिजनों की बनी बनाई योजना पर लचीले व्यवहार के कारण पानी फेर देंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन के पहले भाग को छोड़ शेष समय शारीरिक एवं मानसिक समस्या का सामना करना पड़ेगा प्रातः काल से ही स्वास्थ्य में नरमी आने लगेगी लेकिन इसके प्रति लापरवाही करेंगे परिणाम स्वरूप मध्यान बाद स्थिति खराब होने लगेगी लेकिन ज्यादा गंभीर भी नही होगी। लेदेकर अपने नियमित कार्यो को किसी के सहयोग से पूरा कर लेंगे। धन की आमद आज आशाजनक नही रहेगी। सरकारी अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्यो को आज टालना ही बेहतर रहेगा। धन खर्च करने पर भी अधिकतर कार्य अधूरे ही रहेंगे। परिजनों के साथ संबंधो में रुखापन आएगा मतलब से बात करेंगे।
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