गोचर— पर्यावरण मित्र हड़ताल पर  , कूड़े के ढेर में तब्दील हुआ शहर

संदीप 
गोचर नगर पालिका के पर्यावरण मित्रों ने 3 माह से वेतन न मिलने के कारण 11 दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा I पर्यावरण मित्रों के हड़ताल पर चले जाने के कारण शहर में गंदगी के अंबार लग गया हैI  गली, मोहल्ले, मुख्य बाजार सहित सभी वार्डों में कूड़े के ढेर लगे हैं I सफाई व्यवस्था चरमरा गई है, जिसके कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है I लेकिन अभी तक स्वच्छता में अपना अग्रणीय भूमिका निभाने वालेपर्यावरण मित्रों का वेतन का भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके कारण उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है I 11 दिन से फैली  गंदगी से  जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है  Iअगर  हाल ऐसे ही रहे तो  महामारी का रूप ले सकता है I 
एसडीएम कर्णप्रयाग ने गौचर नगर पालिका के हड़ताली कर्मचारियों का आज  संज्ञान लिया I हड़ताल पर बैठे कर्मचारियो के बीच पहुंचकर उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग ने वार्ता की I  एसडीएम द्वारा हड़ताल को समाप्त करने की बात पर हड़ताल पर बैठे लोगों ने एसडीएम को सुनाई खरी खोटी सुनाई ,कर्मचारियों के विरोध के बाद एसडीएम कर्णप्रयाग बैरंग लौटे  I  वही भाजपा के लोगो का कहना है कि पालिका अध्यक्ष की गलतियों का खामियाजा सफाई कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है ।  हडताली कर्मचारियों का कहना है की जब  तक हमें वेतन नहीं मिलता हम लोग काम नहीं करेंगे  I वही एसडीएम कर्णप्रयाग का कहना है कि हमने सफाई कर्मियों को 7 दिन का आश्वासन दिया है ,जल्दी ही उनको वेतन दिया जाएगा I यदि वे लोग अपने मांग पर अड़े रहे तो हमें वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ेगी I
 माननीय हाईकोर्ट से बहाल होने के बावजूद भी अभी तक नगरपालिका गोचर के अध्यक्ष की वित्तीय अधिकार बहाल नहीं किए गए हैं I जिनके कारण पर्यावरण मित्रों सहित ठेकेदारों को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है और नगर में विकास के कार्य ठप पड़े हुए हैं I जिससे माननीय प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के सपने को पलीता लग रहा है लेकिन सूबे  की सरकार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही हैI