उत्तराखंड में शीघ्र हो सकता है मुख्यमंत्री का नाम सुनिश्चित, संसदीय बोर्ड मिला प्रधानमंत्री से, दिल्ली पंहुचे अनेक नेता

✍️हरीश मैखुरी उत्तराखंड में  नये मुख्यमंत्री नाम शीघ्र होगा घोषित, दिल्ली पहुंचे कई नेता

उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार मिल चुकी है। अब विधान मंडल दल के नेता का चुनाव होना है। इसलिए राज्यपाल से भेंट कर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दिनांक 11 मार्च शुक्रवार को दोपहर 1:30 पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। श्री पुष्कर सिंह धामी का इस्तीफ़ा स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने की अवधि तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।वहीं वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री वंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर बना दिया गया है। 

अब शीघ्र ही प्रदेश को नया मुख्यमंत्री भी मिल जाएगा। 20 मार्च से पहले नए मुख्यमंत्री के नाम का निर्णय हो सकता है। बीजेपी के नेता नए मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन कर रहे हैं। प्रदेश में पिछली बार की भांति बार बार मुख्यमंत्री बदलने जैसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। बीजेपी प्रदेश संगठन की ओर से नव निर्वाचित विधायकों को होली के बाद देहरादून में उपलब्ध रहने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में हाईकमान को अपनी रिपोर्ट दे दी है। इस बीच मुख्यमंत्री की दौड़ में  सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल विजय बहुगुणा सहित अनेक नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। जबकि, कुछ नेता प्रदेश में ही विधायकों की घेराबंदी में जुटे हुए हैं। राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी उत्तराखंड विधान मंडल दल के नेता चयन हेतु पर्यवेक्षक बनाये गये हैं। सूत्रों के अनुसार गढ़वाल से मुख्यमंत्री और कुमायूं से प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। चर्चाओं के बीच सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक भी रविवार दोपहर दिल्ली रवाना हो गए हैं। अनिल बलूनी, विजय बहुगुणा, ऋतुभूषण खंडूरी और डाॅ धनसिंह रावत भी रेस में बताये गये हैं।