चमोली : पोखरी के एसडीएम ने अपनी बिटिया को आंगनवाड़ी में दिलाया प्रवेश, अपने दायित्वों के प्रति कर्तव्यनिष्ठ इतने कि अवैध धंधेबाजों पर विधि सम्मत कार्यवाही तय रहती है

एसडीएम कमलेश मेहता ने अंग्रेजी स्कूलों को ठेंगा दिखाते हुए अपनी बिटिया को आंगनवाड़ी में शिक्षा हेतु प्रवेश दिलाया। वे समाज के लिए कई संदर्भों मे प्रेरणास्रोत हैं। अनुपम उदाहरण हैं। इनके कार्यकाल में किसी भू ,खनन ,शराब माफिया अपनी माफियागिरी दिखा दिखाने धमकी लोभ या लालच देने की सोच भी नहीं सकते! अवैध अतिक्रमण हटाना हो , भू ,खनन ,शराब आदि माफियाओ पर नकेल कसनी हो या कोई भी अवैध कार्य रोकना हो इनका कोई सानी नहीं । और सबसे बडी बात कोई नेता, अधिकारी, मंत्री, विधायक भी इन पर दबाव डालकर उल्टे सीधे कार्य नहीं करवा सकता। और यदि बात वास्तविक रूप से गरीब,पीडित,शोषितजनो को न्याय दिलाने की हो तो ये एसडीएम कमलेश मेहता सदैव आगे रहते हैं। भ्रष्टाचार मे लिप्त गलत लोग ,माफिया , अधिकारी ,कर्मचारी इनके नाम से ही खौफ खाते है। और इनकी यही सच्ची निष्ठा और कर्तव्य परायणता धंधेबाजों एवं माफियाओं को रास नही आता है। इसलिए वे इनका स्थानांतरण करवाते रहते है। परंतु ये महाशय तब भी अपने कर्तव्यपथ पर डटे रहते है। इन जैसे अधिकारी आज के समय मे बहुत दुर्लभ हैं।संदीप बर्त्वाल) : उत्तराखंड के एक उप जिलाधिकारी खूब चर्चाओं में हैं. उनकी सादगी ने सबका दिल जीत लिया है. एसडीएम ने ऐसा काम किया है कि उनकी सादगी का हर कोई कायल हो गया है. अमूमन ऐसा नहीं देखने को मिलता है लेकिन एसडीएम ने खास काम कर सबका दिल मोह लिया. जी हां हम बात कर रहे हैं पोखरी के एसडीएम कमलेश मेहता की जिन्होंने अपनी बेटी का एडमिशन आंगनबाड़ी में कराया है. इससे गांव के लोग और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां खुश हैं।

आपको बता दें कि पोखरी के एसडीएम कमलेश मेहता ने अपनी छोटी बिटिया अनवी मेहता का पोखरी आंगनबाड़ी में दाखिला करवाया है.अब एसडीएम की नन्ही बिटिया पोखरी के 13 नोनिहालों संग पढ़ और खेल कूद रही है. इसको लेकर पोखरी आंगनबाड़ी केंद्र में अन्य नोनिहालो के परिजन भी बेहद खुश हैं।वहीं एसडीएम मेहता का कहना है कि जब सरकार तमाम सुविधा दे रही है तो बच्चे को महंगे स्कूल में भेजने की क्या जरूरत है। समाज मे सरकारी विद्यालय के प्रति नकारात्मक सोच रखने वालों को उन्होंने बड़ा सन्देश दिया है जिससे सबको सीख लेनी चाहिए. एसडीएम ने गांव खाली कर पलायन कर रहे लोगों को और शहरों का रुख कर रहे लोगों को खास संदेश दिया है।