आज का पंचाग आपका राशि फल, सैक्युलरिज्म की आड़ में भारत वर्ष और भारतीय संस्कृति के साथ कौन कर रहा भीतरघात!

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
श्री हरिहरो
विजयतेतराम

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
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*शनिवार, ६ अगस्त २०२२*

सूर्योदय: 🌄 ०५:४९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:०२
चन्द्रोदय: 🌝 १३:३५
चन्द्रास्त: 🌜२४:१८
अयन🌖दक्षिणायन(उत्तरगोलीय
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि👉नवमी(२६:११से दशमी)
नक्षत्र 👉 विशाखा (१७:५२
से अनुराधा)
योग👉शुक्ल(१२:४२से ब्रह्म
प्रथम करण 👉 बालव
(१५:०८ तक)
द्वितीय करण 👉 कौलव
(२६:११ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 वृश्चिक(१२:०६ से)
मंगल🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र🌟कर्क(उदित, पूर्व, वक्री)
शनि🌟मकर(उदित,पूर्व,वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४९
अमृत काल 👉 ०९:२० से १०:५३
रवियोग 👉 १७:५२ से २९:३९
विजय मुहूर्त 👉 १४:३७ से १५:३१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५३ से १९:१७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०७ से २०:१०
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:४४
राहुकाल 👉 ०९:०१ से १०:४२
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १४:०४ से १५:४५
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर १२:०६ से) शिववास 👉 गौरी के साथ (२६:११ तक
सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (वायविंडिंग अथवा तिलमिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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शुक्र कर्क मे २९:१९ से, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:३४ से ०९:१४ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १७:५२ तक जन्मे शिशुओ का नाम
विशाखा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (तू, ते, तो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ना, नी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – २८:१० से ०६:३२
सिंह – ०६:३२ से ०८:५१
कन्या – ०८:५१ से ११:०९
तुला – ११:०९ से १३:२९
वृश्चिक – १३:२९ से १५:४९
धनु – १५:४९ से १७:५२
मकर – १७:५२ से १९:३३
कुम्भ – १९:३३ से २०:५९
मीन – २०:५९ से २२:२३
मेष – २२:२३ से २३:५७
वृषभ – २३:५७ से २५:५१
मिथुन – २५:५१ से २८:०६
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:३८ से ०६:३२
मृत्यु पञ्चक – ०६:३२ से ०८:५१
अग्नि पञ्चक – ०८:५१ से ११:०९
शुभ मुहूर्त – ११:०९ से १३:२९
रज पञ्चक – १३:२९ से १५:४९
शुभ मुहूर्त – १५:४९ से १७:५२
चोर पञ्चक – १७:५२ से १७:५२
शुभ मुहूर्त – १७:५२ से १९:३३
रोग पञ्चक – १९:३३ से २०:५९
शुभ मुहूर्त – २०:५९ से २२:२३
शुभ मुहूर्त – २२:२३ से २३:५७
रोग पञ्चक – २३:५७ से २५:५१
शुभ मुहूर्त – २५:५१ से २६:११
मृत्यु पञ्चक – २६:११ से २८:०६
अग्नि पञ्चक – २८:०६ से २९:३९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपको प्रतिकूल फलदेगा। प्रातःकाल से ही कार्य करने के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से असमर्थता रहेगी। मन एक साथ दो विषयो में भटकने से असमंजस में फंसे रहेंगे। बार-बार प्रयास करने पर भी निराशा मिलने से मन ऊबने लगेगा। घर एवं बाहर बड़बोलेपन के कारण स्वयं मुसीबत सर लेंगे। धर्म कर्म में आस्था होने पर भी पूजा के समय ध्यान इधर उधर की बातों में ज्यादा भटकेगा। लोग मीठा बोलकर आपकी परोपकार की वृत्ति का नाजायज फायदा उठाएंगे। कार्य व्यवसाय से आर्थिक लाभ होगा परन्तु ज्यादा देर रोक नही सकेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज आपके द्वारा बनाई योजनाएं शीघ्र फलीभूत होंगी। सभी महत्त्वपूर्ण कार्य आज सरलता से पूर्ण होने की संभावना अधिक रहेगी। कार्य व्यस्तता के कारण घरेलु कार्यो की अनदेखी पारिवारिक क्लेश का कारण बन सकती है फिर भी धन लाभ होने से संतुष्टि रहेगी। स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। धर्म कर्म में विश्वास रहने पर भी समय नहीं दे सकेंगे तंत्र मंत्र में अधिक रूचि लेंगे। आज आप सभी को साथ लेकर चलेंगे जिससे अधिक स्नेह एवं सम्मान मिलेगा। परंतु घर के बुजुर्ग एवं अधिकारी वर्ग से सावधान रहें मतभेद के चलते गर्मा-गर्मी हो सकती है। धन लाभ आवश्यकतानुसार हो जाएगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपको अधूरे कार्य पूर्ण करने की जल्दी रहेगी जल्दबाजी में कुछ कार्य बिगड़ भी सकते है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर अपनी गलती का गुस्सा अन्य व्यक्ति के ऊपर निकालने से गर्मा गर्मी बढ़ेगी फिर भी अधिकांश कार्य समय से थोड़ा आगे पीछे पूर्ण हो ही जायेंगे। धन लाभ की कामना संध्या के समय पूर्ण हो जायेगी लेकिन आशा से कुछ कम ही। नौकरी पेशा जातक आवश्यक कार्य से लंबे अवकाश का मन बना सकते है। धार्मिक कार्यो में भी विशेष रूचि लेंगे टोने टोटको पर प्रयोग कर सकते है। पारिवारिक वातावरण मध्यम रहेगा। अविवाहितो के लिए रिश्ते आएंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत करेंगे परन्तु बीच-बीच में पारिवारिक उलझने परेशान करेंगी। व्यवसाय में परिश्रम का फल विलम्ब से मिलेगा धन लाभ के लिए अधिक इन्तजार करना पड़ेगा सहकर्मीयो से नम्रता से व्यवहार करें अन्यथा सारा कार्य खुद ही करना पड़ सकता है। आपके व्यवहार में परिवर्तन आने से लोग आश्चर्य करेंगे। सामाजिक क्षेत्र से आय के नवीन साधन बनेंगे उच्चवर्ग के लोगो से लाभदायक जान-पहचान होगी। पारिवारिक जीवन में विषमताओं का अहसास होगा खर्च करने पर भी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी स्वयजनो से वैर विरोध रहेगा फिरभी गंभीर परिणाम नही होंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन का पहला भाग ठीक ठाक रहेगा इसके बाद गृहक्लेश के कारण वातावरण कलुषित होने की संभावना है। भाई-बंधू वैरभाव रखेंगे परिवार के अन्य सदस्य भी आपका पक्ष लेने से बचेंगे। जमीन जायदाद सम्बंधित कार्य जल्दबाजी अथवा भावुकता में ना करें अन्यथा बाद में पश्चाताप होगा। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय में सुधार आने से थोड़ी राहत मिलेगी। नौकरी पेशा वर्ग आज पर्यटन के मूड में रहेंगे। स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायते भी रहने से शिथिलता आयेगी। अधिकारी वर्ग से किसी कारण बहस हो सकती है। आस-पड़ोसियों से सम्बन्ध बिगड़ेंगे। यथा सम्भव लंबी यात्रा टालें। चोरी की घटनाएं घट सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन दोपहर से आपको पुराने परिश्रम का फल देगा। व्यवहारिकता से बनाये सम्बन्धों से लाभ की संभावनाएं बनेगी। व्यवसाय से भी मध्यान तक प्रचुर मात्रा में लाभ अर्जित कर पाएंगे। परन्तु आज नए कार्यो में निवेश ना करें अन्यथा रुकावट आ सकती है। घरेलु कार्यो में व्यस्तता रहेगी सुखोपभोग की वस्तुओ पर खर्च करना पड़ेगा। रिश्तेदारी में जाना पड़ सकता है। सामाजिक क्षेत्र पर पारिवारिक स्थिति और ज्यादा बेहतर बनेगी। वाणी एवं व्यवहार की मधुरता किसी को भी आसानी से प्रभावित करेगी। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा होगी दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। सेहत सामान्य रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन का पूर्वार्ध कुछ ख़ास नहीं रहेगा दैनिक कार्य सामान्य गति से चलते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर विलम्ब के कारण व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। अधूरे कार्य आज भी लटके रहने की संभावना है। मध्यान के बाद का समय कार्यो से मन भटकायेंगा। आज आप स्वयं को छोड़ इधर-उधर की बातों में ज्यादा रूचि लेंगे लेकिन किसी को बिना मांगे सलाह ना दे अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है दो पक्षो में सुलह कराने में भी आपकी महत्त्वपूर्ण भागीदारी रह सकती है। विरोधी शांत रहेंगे। धन लाभ आज चाह कर भी आशा के अनुकूल नहीं रहेगा। मन बहलाने के लिये अनैतिक कर्म भी कर सकते है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए आशा से अधिक फायदेमंद रहेगा। केवल दोपहर तक धैर्य बनाये रखे इसके बाद घर एवं बाहर आश्चर्यजनक घटनाएं घटित होंगी। आज जहाँ आप हानि की संभावना रखेंगे वहां से भी लाभ मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर आरंभ में थोड़ी परेशानी हो सकती है लेकिन बाद में स्थिति अनुकूल बनने लगेगी कई साधनो से एक साथ धन लाभ होगा। विरोधी भी आपकी कार्यकुशलता की प्रशंशा करेंगे सामाजिक क्षेत्र पर मान बढ़ेगा परन्तु गृहस्थ में इसके विपरीत वातावरण रहने से होत्साहित हो सकते है। परिजन आज आपकी बात का जल्दी से विश्वास नहीं करेंगे। सेहत की अनदेखी भारी पड़ सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन दोपहर से पहले प्रतिकूल होने लगेगा। जिस भी कार्य को करने का प्रयास करेंगे उसमे ही विलंब के साथ कुछ ना कुछ कमी रहेगी। सहकर्मी भी आपके ऊपर छींटाकशी करेंगे जिससे माहौल गरम रहेगा। आज आपकी विचारधारा किसी से भी मेल नही खायेगी जी कारण अन्य लोगो से तालमेल बैठाने में असुविधा रहेगी। घर मे भी भाई बंधुओ से वैचारिक मतभेद के चलते कलह होगी। घर के बुजुर्गो का व्यवहार भी निराश करने वाला रहेगा। आज किसी भी महत्त्वपूर्ण कार्य मे निवेश ना करें हानि की संभावना अधिक है। विपरितलिंगीय के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण रखें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपको राज समाज से लाभ के साथ-सातः मान-सम्मान भी दिलाएगा। कारोबारी लोग रुके हुए कार्य सहायता मिलने से पूर्ण कर सकेंगे। प्रतिस्पर्धा भी कम रहने से लाभ के आसार बढ़ेंगे। लेन-देन के व्यवहारों से भी निश्चित समय पर धन लाभ हो सकेगा। दाम्पत्य जीवन मे खुशियां बढ़ेंगी। सुख के साधनों की वृद्धि पर खर्च करेंगे। सामाजिक जीवन मे आज आप धनी व्यक्तियों जैसी पहचान बनाएंगे। किसी मांगलिक अथवा धार्मिक कार्यक्रम में उपस्थिति देंगे। महिला वर्ग भी आज महात्त्वकांक्षाओ की पूर्ति होने पर उत्साहित रहेंगी। जननेंद्रित संबंधित समस्या रह सकती है पानी अधिक पियें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आस-पास का वातावरण अनुकूल मिलने से दिनचर्या सुव्यवस्थित रहेगी कार्यो के प्रति गंभीर रहेंगे जिससे समय से पहले पूर्ण कर लेंगे परन्तु फिर भी आज धन अथवा अन्य लाभ के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आपकी व्यवहार कुशलता की प्रशंसा होगी। मध्यान के आस-पास किसी अन्य व्यक्ति के व्यवहार अथवा कार्य की थकान के कारण स्वभाव में झुंझलाहट आएगी। लोगो से कार्य निकालने के लिए खुशामद भी करनी पड़ेगी। गृहस्थ जीवन सामान्य रूप से चलता रहेगा। महिलाये पुरुषों का बराबर सहयोग करेंगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन भागदौड़ वाला रहेगा। शारीरिक शिथिलता के बाद भी कार्यो की व्यस्तता सेहत ज्यादा खराब करेगी। धन संबंधित कार्य जोड़ तोड़ की नीति से पूर्ण करलेंगे फिर भी आज के दिन से जो आशा रहेगी उसके पूर्ण होने में अंत तक संदेह रहेगा अधूरे रहने की संभावना ज्यादा है। विद्यार्थ वर्ग मध्यान तक पढ़ाई को लेकर गंभीर रहेंगे इसके बाद चंचलता आने लगेगी। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर किसी की मामूली गलती से बड़ा नुकसान होने की सम्भवना है सतर्क रहें। महिलाये आज स्वयं को अन्य से अत्यंत बुद्धिमान आंकेंगी। घरेलू सुख मिलने से पहले कुछ कटु अनुभव भी होंगे।
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 आप भी इन प्रश्नों पर गौर करना कि…

१. जिस #सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं…

२. जिस सम्राट का राज चिन्ह अशोक #चक्र भारत देश अपने झंडे में लगता है…..

३.जिस सम्राट का राज चिन्ह चारमुखी शेर को भारत देश राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाती है और #सत्यमेव जयते को अपनाया गया।

४. जिस देश में #सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर #अशोक चक्र दिया जाता है …

५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने #अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एक छत्री #राज किया हो …

६. जिस सम्राट के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार भारतीय इतिहासका सबसे #स्वर्णिम काल मानते हैं …

७. जिस सम्राट के शासन काल में भारत #विश्व गुरु था, सोने की चिड़िया था, जनता खुशहाल और भेदभाव रहित थी …

८. जिस सम्राट के शासन काल #जी टी रोड जैसे कई हाईवे रोड बने, पूरे रोड पर पेड़ लगाये गए, सराये बनायीं गईं इंसान तो इंसान जानवरों के लिए भी प्रथम बार हॉस्पिटल खोले गए, जानवरों को मारना बंद कर दिया गया …

ऐसे महान सम्राट #अशोक कि #जयंती उनके अपने देश भारत में #क्यों नहीं मनायी जाती, न कि कोई #छुट्टी घोषित कि गई है अफ़सोस जिन लोगों को ये जयंती मनानी चाहिए, वो लोग अपना #इतिहास ही नहीं जानते और जो जानते हैं.. वो मानना नहीं #चाहते ।

1. जो जीता वही चंद्रगुप्त ना होकर जो जीता वही सिकन्दर “कैसे” हो गया… ? (जबकि ये बात सभी जानते हैं कि…
सिकंदर की सेना ने चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रभाव को देखते हुये ही लड़ने से मना कर दिया था.. बहुत ही बुरी तरह मनोबल टूट गया था… जिस कारण , सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)

2. #महाराणा प्रताप ”महान”
ना होकर … अकबर ”महान” कैसे हो गया…? जबकि, अकबर अपने हरम में हजारों लड़कियों को रखैल के तौर पर रखता था … यहाँ तक कि उसने अपनी बेटियो और बहनोँ की शादी तक पर प्रतिबँध लगा दिया था जबकि.. महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के #लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था)

3. #सवाई जय सिंह को “महान वास्तुप्रिय” राजा ना कहकर शाहजहाँ को यह उपाधि किस आधार मिली.. ? जबकि… साक्ष्य बताते हैं कि…. जयपुर के #हवा महल से लेकर तेजोमहालय {ताजमहल} तक …. महाराजा जय सिंह ने ही बनवाया था.!

4. जो स्थान महान #मराठा क्षत्रिय वीर शिवाजी को मिलना चाहिये वो … क्रूर और आतंकी औरंगजेब को क्यों और कैसे मिल गया ..?

5. #स्वामी विवेकानंद और आचार्य
चाणक्य की जगह… गांधी को महात्मा बोलकर … हिंदुस्तान पर क्यों #थोप दिया गया…?

6. तेजोमहालय- ताजमहल ..लालकोट- लाल किला .. फतेहपुर सीकरी का देव महल- बुलन्द दरवाजा … एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञ वराह मिहिर की मिहिरावली(महरौली) स्थित वेधशाला- कुतुबमीनार .. क्यों और #कैसे हो गया …?

7. यहाँ तक कि….. राष्ट्रीय गान भी… संस्कृत के #वन्दे मातरम की जगह गुलामी का #प्रतीक जन-गण-मन हो गया है कैसे और क्यों हो गया ..?

8. और तो और…. हमारे आराध्य भगवान् राम.. कृष्ण तो इतिहास से कहाँ और कब गायब हो गये पता ही नहीं चला … #आखिर कैसे ?

9. यहाँ तक कि…. हमारे आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पावन अयोध्या … भी कब और कैसे #विवादित बना दी गयी… हमें पता तक नहीं चला…
कहने का तात्पर्य ये है कि… हमारे दुश्मन सिर्फ….बाबर, गजनवी, लंगड़ा तैमूरलंग …ही नहीं हैं … बल्कि आज के सफेदपोश #सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े #दूश्मन हैं…. जिन्होंने हम हिन्दुओं के अन्दर हीन भाबना का उदय कर सेकुलरिज्म का बीज #उत्पन्न किया ..🙄🙄🤔🤔(साभार शोशल मीडिया)