*┈┉सनातन धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है┉┈*
*👉🏻लेख क्र.-सधस/२०८०/कार्तिक/कृ./२*
*┈┉══════❀((“”””ॐ””””))❀═════
*🗓आज का पञ्चाङ्ग एवम् राशिफल 🗓*
*🌻सोमवार, ३० अक्टूबर २०२३🌻*
*सूर्योदय: 🌄 ०६:३२*
*सूर्यास्त: 🌅 १७:४९*
*चन्द्रोदय: 🌝 १८:५५*
*चन्द्रास्त: 🌜 ३०:५९*
*अयन 🌖 दक्षिणायन*
*ऋतु: 🏔️ हेमंत*
*शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)*
*विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (पिंगल) (महाराष्ट्र एवम् गुजरात के अनुसार २०७९)*
*संवत्सर 👉 शोभकृत*
*संवत्सर (उत्तर )👉 पिंगल*
*युगाब्द 👉 ५१२५*
*मास 👉 कार्तिक (महाराष्ट्र एवम् गुजरात के अनुसार आश्विन)*
*पक्ष 👉 कृष्ण*
*तिथि 👉 द्वितीया (२२:२२ से तृतीया)*
*नक्षत्र 👉 कृतिका (२८:०० से रोहिणी)*
*योग 👉 व्यतीपात (१७:३२ से वरियान)*
*प्रथम करण 👉 तैतिल (११:०३ तक)*
*द्वितीय करण 👉 गर (२२:२२ तक)*
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*॥ गोचर ग्रहा: ॥*
*🌖🌗🌖🌗*
*सूर्य 🌟 तुला*
*चंद्र 🌟 वृष (१०:२६ से)*
*मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)*
*बुध 🌟 तुला (अस्त, पूर्व, वक्री)*
*गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)*
*शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)*
*शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)*
*राहु 🌟 मीन*
*केतु 🌟 कन्या*
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*शुभाशुभ मुहूर्त विचार*
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*अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४८ से १२:३३*
*राहुकाल 👉 ०७:५६ से ०९:२१*
*यमगण्ड 👉 १०:४६ से १२:१०*
*दुर्मुहूर्त 👉 १२:३३ से १३:१८*
*अमृत काल 👉 २५:४१ से २७:१४*
*सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २८:०१ से ३०:३०*
*विजय मुहूर्त 👉 १३:५१ से १४:३५*
*गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३२ से १७:५८*
*सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:३२ से १८:५०*
*निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७*
*राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम*
*होमाहुति 👉 मंगल*
*दिशाशूल 👉 पूर्व*
*नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (२८:०१ से)*
*अग्निवास 👉 पृथ्वी (२२:२२ तक)*
*चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण १०:२८ से)*
*शिववास 👉 सभा में (२२:२२ से क्रीड़ा में)*
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*☄चौघड़िया विचार☄*
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*॥ दिन का चौघड़िया ॥*
*१ – अमृत २ – काल*
*३ – शुभ ४ – रोग*
*५ – उद्वेग ६ – चर*
*७ – लाभ ८ – अमृत*
*॥रात्रि का चौघड़िया॥*
*१ – चर २ – रोग*
*३ – काल ४ – लाभ*
*५ – उद्वेग ६ – शुभ*
*७ – अमृत ८ – चर*
*नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।*
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*शुभ यात्रा दिशा*
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*दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)*
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*तिथि विशेष*
*🗓📆🗓📆*
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*राहु मीन मे केतु कन्या मे १४:१७ से, अशुन्य शयन व्रत आदि।*
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*आज जन्मे शिशुओं का नामकरण*
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*आज २८:०१ तक जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (अ, ई, उ, ए) नामक्षर से तथा इसके जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ओ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।*
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*उदय-लग्न मुहूर्त*
*तुला – २९:३५ बजे से ०७:५६*
*वृश्चिक – ०७:५६ से १०:१६*
*धनु – १०:१६ से १२:१९*
*मकर – १२:१९ से १४:००*
*कुम्भ – १४:०० से १५:२६*
*मीन – १५:२६ से १६:५०*
*मेष – १६:५० से १८:२३*
*वृषभ – १८:२३ से २०:१८*
*मिथुन – २०:१८ से २२:३३*
*कर्क – २२:३३ से २४:५५*
*सिंह – २४:५५ से २७:१४*
*कन्या – २७:१४ से २९:३१*
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*पञ्चक रहित मुहूर्त*
*अग्नि पञ्चक – ०६:२९ से ०७:५६*
*शुभ मुहूर्त – ०७:५६ से १०:१६*
*रज पञ्चक – १०:१६ से १२:१९*
*शुभ मुहूर्त – १२:१९ से १४:००*
*चोर पञ्चक – १४:०० से १५:२६*
*शुभ मुहूर्त – १५:२६ से १६:५०*
*शुभ मुहूर्त – १६:५० से १८:२३*
*चोर पञ्चक – १८:२३ से २०:१८*
*शुभ मुहूर्त – २०:१८ से २२:२२*
*रोग पञ्चक – २२:२२ से २२:३३*
*शुभ मुहूर्त – २२:३३ से २४:५५*
*मृत्यु पञ्चक – २४:५५ से २७:१४*
*अग्नि पञ्चक – २७:१४ से २८:०१*
*शुभ मुहूर्त – २८:०१ से २९:३१*
*रज पञ्चक – २९:३१ से ३०:३०*
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*आज का सुविचार*
⛳🔱😊🙏🏻⚜️🕉️
*हर एक मनुष्य दूसरे के दोष दिखाने में प्रवीण (निपुण) होता है। किन्तु स्वयं के दोष या तो उसे दिखता नही, या फिर वह उस दोषों की अनदेखी करता है।*😊🚩✅
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*आज का राशिफल*
*🐐🐂💏💮🐅👩*
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*मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)*
*आपको आज का दिन मिश्रित फल देगा। दिन के पूर्वार्ध में पूर्व में बनाई योजनाये सही दिशा में आगे बढ़ेगी परन्तु कुछ समय बाद किसी के विरोध अथवा अन्य कारणों से इनमे बदलाव करना पड़ेगा। आयवश्यक कार्यो में विलम्ब होने से निराशा होगी। यात्रा की में भी विघ्न आने से स्थगित करनी पड़ सकती है। पारिवारिक वातावरण स्वार्थ पर आधारित रहेगा। स्त्री एवं संतान के मध्य तालमेल बनाना मुश्किल खड़ी करेगा। धन लाभ के लिए आज अधिक बौद्धिक परिश्रम करना पड़ेगा। खर्च आय से अधिक रहेंगे। सन्तानो से कष्ट होगा।*
*वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
*आपका दिन आनंद से बीतेगा दिन के पूर्वार्ध में कार्य व्यवसाय बेहतर चलेगा इसमें व्यस्तता भी अधिक रहेगी मध्यान से पहले का समय घरेलू आवश्यकताओ की पूर्ति करने में बीतेगा। आज विपरीत लिंगीय आकर्षण से बच कर रहे अन्यथा धन एवं मान हानि भी होगी। सन्तानो के ऊपर आज गर्व होगा। लेकिन आपके किसी गलत आचरण के कारण सम्मान को ठेस पहुच सकती है। धन लाभ प्रचुर मात्रा में होगा परन्तु घरेलु खर्च अधिक रहने से बचत मुश्किल से ही कर पाएंगे। पुराने मित्रों एवं संबंधियों से मिलने पर खुशी होगी।*
*मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)*
*आज आप किसी के बहकावे अथवा प्रलोभन में ना आये संवेदनशीलता अधिक रहने से आँख बंद करके किसी भी कार्य के लिए सहमति ना दें अन्यथा भारी हानि हो सकती है। पैतृक सम्पति सम्बंधित मामले उलझने से पारिवारिक वातावरण बिगड़ेगा। सरकारी कार्य भेंट पूजा के बिना करना संभव नहीं रहेगा। पुराने मित्रों से आकस्मिक भेंट आनंदित करेगी। कार्य क्षेत्र अधिक सतर्क रहें चोरी अथवा अन्य कारणों से नुक्सान हो सकता है। पारिवारिक समस्याओं की लापरवाही करने से स्थिति विकट हो सकती है। धार्मिक अनुष्ठानों पर खर्च करेंगे।*
*कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
*आपका आज का दिन सामान्य से अधिक शुभ फल देने वाला रहेगा। सामाजिक एवं व्यावसायिक क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर मिलेगा फिर भी इससे आर्थिक लाभ की आशा ना रखे सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। धन लाभ के लिए आज थोड़ा अधिक बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम करना पड़ेगा। धार्मिक कार्यो में भी सहभागिता देंगे। मध्यान के समय कार्य व्यवसाय में गति रहने से व्यस्तता रहेगी। शारीरिक रूप से थका हुआ अनुभव होगा। परिजनो की इच्छा पूर्ती पर खर्च करेंगे। गृहस्थ सुख सामान्य रहेगा। ऊपरी आय की भी संभावना है।*
*सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
*आज आपको सरकारी कार्यो से आकस्मिक लाभ होगा। पिता से संबंध बेहतर होने का लाभ मिलेगा। घर में मांगलिक कार्य के कारण अथवा अन्य घरेलु कार्यो में अधिक व्यस्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आशा के अनुरूप व्यवसाय होने से धन लाभ होगा। सुख के ऊपर फिजूल खर्च भी अधिक रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से चहल-पहल रहेगी। आज किसी के ऊपर अतिविश्वास ना करें। अतिक्रोध बने बनाये कार्य को चौपट कर सकता है ध्यान रहे। आय के नविन साधनों की प्राप्ति होगी। घर में आनंद का वातावरण रहेगा।*
*कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
*आज आप पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा बेहतर स्वास्थ्य अनुभव करेंगे। बड़े लोगो से व्यवहारिक ज्ञान मिलेगा। आज कुछ अलग करने का प्रयास करेंगे इसमें कुछ हद तक सफल भी रहेंगे परन्तु धन अथवा अन्य कारण से बाधा आएगी। सामाजिक कार्यो के प्रति रूचि लेने से प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बड़बोलेपन के कारण मान हानि हो सकती है संयमित व्यवहार करें। किसी परिजन अथवा सहकर्मी का विपरीत व्यवहार रंग में भंग का कार्य करेगा क्रोध में आकर कोई गलत हरकत ना करें। संध्या के समय धन लाभ होने से आयवश्यक कार्य पूर्ण कर पाएंगे।*
*तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
*आपका आज का दिन शारीरिक रूप से अशुभ रहेगा। प्रातः काल से ही आँख में जलन अथवा अंगों में दर्द रहने से निष्क्रियता रहेगी। कार्यो में उत्साहहीनता रहने के कारण पूर्व निर्धारित योजनाएं टालनी पड़ सकती है। व्यवसायिक स्थल पर प्रतिस्पर्धा के कारण टकराव की स्थिति बनेगी। आज के दिन शालीनता के साथ व्यवहार करना फायदेमंद रहेगा। अधिक क्रोध एवं ईर्ष्या की प्रवृति धन के साथ-साथ प्रियजनों से आपसी व्यवहार बिगाड़ेगी। भाग्योन्नति में बाधाएं आएँगी।*
*वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
*आज के दिन आप लाभ-हानि की परवाह नही करेंगे। सामाजिक एवं पारिवारिक क्षेत्र पर आज आप भाग्यशाली माने जाएंगे। आपके अधिकांश कार्य सरलता से बनते चले जाएंगे। जायदाद सम्बंधित कार्यो को आज करना शुभ रहेगा। सरकार की तरफ से लाभदायक समाचार मिल सकता है। विदेश सम्बंधित कार्यो में भी सफलता सुनिश्चित रहेगी। धार्मिक क्षेत्र पर योगदान के लिए सम्मानित किए जाएंगे। परिवार में भी आज आपको विशेष स्नेह एव सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। धन लाभ के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।*
*धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)*
*आज के दिन खर्च विशेष रहेंगे लेकिन धन लाभ के अवसर भी मिलने से तालमेल बना रहेगा। कार्य क्षेत्र के साथ साथ घरेलु कार्य अधिक रहने से व्यस्तता बढ़ेगी। मध्यान के समय धन लाभ के अवसर भी मिलेंगे परन्तु आशा के अनुसार सफलता नहीं मिल पाएगी। घर में सजावट एवं बदलाव लाने के लिए समय एवं धन खर्च होगा। सन्तानो की जिद के चलते थोड़े असहज रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने का लाभ नही उठा पाएंगे। प्रतिष्ठा को लेकर आज आप अधिक संवेदनशील रहेंगे। नौकरी पेशा जातको को थोड़ी परेशानी रहेगी। संध्या का समय एकांत वास में बिताना पसंद करेंगे।*
*मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)*
*आज के दिन सेहत में थोड़ी गिरावट रह सकती है। परंतु बाकि सब कार्य एवं व्यवहार यथावत चलते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर थोड़े समय में ही अधिक लाभ मिल जाएगा। समय निकाल कर पर्यटन की योजना बनाएंगे। पौरिणीक धार्मिक स्थलों की यात्रा हो सकती है। परिवार में भी आज भावनात्मकता अधिक रहने से एक दूसरे के विचारों की कद्र करेंगे। उगाही करने पर उधारी की वापसी हो सकेगी। संध्या के बाद स्थिति में परिवर्तन आने से क्रोध एवं नकारात्मक भावनाएं बढ़ेंगी।*
*कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
*आपका आज का दिन भी थोड़ा उतार चढ़ाव वाला रहेगा। संबंधो में चाह कर भी मधुरता नहीं रख पाएंगे। परिजनों से बात-बात पर मतभेद बनेंगे। गलतफहमियां भी आज अधिक परेशान करेंगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से अधिक ध्यान देना पड़ेगा। आज आपके हिस्से का लाभ कोई अन्य व्यक्ति ले सकता है। संभावित अनुबंध निरस्त होने से मन भारी रहेगा। धन लाभ के लिए किसी की मान गुहार करनी पड़ेगी फिर भी काम चलाऊ प्राप्ति हो जाएगी। लंबी यात्रा की योजना स्थगित करनी पड़ सकती है। पारिवारिक खर्च अधिक बढ़ने से परेशानी होगी।*
*मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
*आज आपके कार्यो में लचरता रहेगी। किसी भी निर्णय पर ज्यादा देर नही टिकेंगे। आप अपने ही गैरजिम्मेदार व्यवहार के कारण कष्ट उठाएंगे। कार्यो में लापरवाही भी अधिक रहेगी। हर कार्य में शक करने के कारण परिवार अथवा कार्य क्षेत्र पर तनातनी हो सकती है। व्यवसाय विपरीत रहने से धन लाभ आज मुश्किल से ही हो पायेगा। किसी दूर रहने वाले रिश्तेदार से सुखद समाचार मिलेगा। परिवार में किसी की बीमारी पर खर्च होगा। सरकारी कार्यो के पीछे व्यर्थ की भाग दौड़ करनी पड़ेगी। सेहत का विशेष ध्यान रखें।*
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शुभेन कर्मणा सौख्यं दुःखं पापेन कर्मणा। कृतं फलति सर्वत्र नाकृतं भुज्यते क्वचित्।।
*बाबा महाकाल जी की जय*
*⛳⚜सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳*🪔✌️🪔 *कार्तिक में कम से कम 2️⃣ दीपदान, बदल सकता है आपके 😇 भाग्य को*
🗓️ 29 अक्टूबर से 27 नवंबर 2023
🌱🪔 *कार्तिक मास में दीपदान की है भारी महिमा*
🌱🪔 *तुलसी, 🌳🪔पीपल देव, 🔱🪔देव मंदिर आदि में* इस कार्तिक मास में *नित्य दीपदान का नियम बनाएं*🙏🙏
*🪔 दीपदान का अर्थ होता है -* आस्था के साथ दीपक प्रज्वलित करना।
📚 पुराणों में वर्णित है कि-
1️⃣🪔 कार्तिक में दीपदान की तुलना *अश्वमेघ यज्ञ से की है l*(पद्म पुराण)
कार्तिक में घी अथवा तिल के तेल से जिसका दीपक जलता रहता है, *उसे अश्वमेघ यज्ञ से क्या लेना है !*
2️⃣🪔 *दीपदान से बढ़कर न कोई व्रत है, न था और न होगा ही l* (अग्नि पुराण)
3️⃣ कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण के समय और नर्मदा में चन्द्रग्रहण के समय, *अपने वजन के बराबर स्वर्ण के तुलादान करने का जो पुण्य है वह केवल दीपदान से* मिल जाता है।
4️⃣🪔 कार्तिक में दीपदान का एक मुख्य उद्देश्य *पितरों का मार्ग प्रशस्त करना भी है।*
5️⃣📖 पद्मपुराण में *महादेव कार्तिक में दीपदान का माहात्म्य सुनाते हुए* अपने पुत्र कार्तिकेय से कहते हैं
➡ *“मनुष्य के पितर अन्य पितृगणों के साथ सदा इस बात की अभिलाषा करते हैं कि* क्या हमारे कुल में भी कोई ऐसा उत्तम पितृभक्त पुत्र उत्पन्न होगा, *जो कार्तिक में दीपदान करके श्रीकेशव को संतुष्ट कर सके।*
➖🪔➖🪔➖🪔➖🪔
🛕🪔 *दीपदान कहाँ करें ❓*
1️⃣🛕 *देवालय (मंदिर) में, गौशाला में, वृक्ष के नीचे, तुलसी के समक्ष, नदी के तट पर, सड़क पर, चौराहे पर, ब्राह्मण के घर में, अपने घर में ।*
➡ जो मनुष्य देवमन्दिर अथवा ब्राह्मण के गृह में दीपदान करता है, *वह सब कुछ प्राप्त कर लेता है।*(दीप दान)
2️⃣🛕 पद्मपुराण के अनुसार *मंदिरों में और नदी के किनारे दीपदान करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।*
दुर्गम स्थान अथवा भूमि पर दीपदान करने से व्यक्ति नरक जाने से बच जाता है।
🔥 जो देवालय में, नदी के किनारे, सड़क पर दीप देता है, *उसे सर्वतोमुखी लक्ष्मी प्राप्त होती है।*
3️⃣ 🪔🪔 *कार्तिक में प्रतिदिन दो दीपक जरूर जलाएं।* एक *श्रीहरि नारायण* के समक्ष तथा दूसरा *शिवलिंग* के समक्ष ।
3️⃣🛕 पद्मपुराण के अनुसार जिसने कार्तिक में *भगवान् केशव के समक्ष दीपदान किया है*, उसने सम्पूर्ण यज्ञों का अनुष्ठान कर लिया और समस्त तीर्थों में गोता लगा लिया।
4️⃣🛕 ब्रह्मवैवर्त पुराण में कहा गया है जो कार्तिक में *श्रीहरि को घी का दीप देता है*, वह जितने पल दीपक जलता है, *उतने वर्षों तक हरिधाम में आनन्द भोगता है।* फिर अपनी योनि में आकर विष्णुभक्ति पाता है; महाधनवान, नेत्र की ज्योति से युक्त तथा दीप्तिमान होता है।
5️⃣🛕 स्कन्दपुराण के अनुसार जो कार्तिक मास की *रात्रि में श्रद्धापूर्वक शिवजी के समीप दीपमाला समर्पित करता है*, उसके चढ़ाये गए वे दीप शिवलिंग के सामने जितने समय तक जलते हैं, उतने *हजार युगों तक दाता स्वर्गलोक में प्रतिष्ठित होता है*
6️⃣🛕 लिंगपुराण के अनुसार जो कार्तिक महिने में *शिवजी के सामने घृत का दीपक समर्पित करता है* अथवा विधान के साथ पूजित होते हुए परमेश्वर का दर्शन श्रद्धापूर्वक करता है, *वह ब्रह्मलोक को जाता है।*
7️⃣🛕 *जो शिव के समक्ष एक बार भी घृत का दीपक अर्पित करता है*, वह वर्णाश्रमी लोगों के लिये दुर्लभ स्थिर गति प्राप्त करता है।
जो विधान के अनुसार भक्तिपूर्वक लोहे, ताँबे, चाँदी अथवा सोने का बना हुआ दीपक शिव को समर्पित है, वह दस हजार सूर्यों के सामान देदीप्यमान विमानों से शिवलोक को जाता है।
➖🪔➖🪔➖🪔➖🪔
🪔🤔 *दीपदान कैसे करें ❓*
🔖 *मिट्टी, ताँबा, चाँदी, पीतल अथवा सोने के दीपक लें।*
🔖 उनको अच्छे से साफ़ कर लें। *मिटटी के दीपक को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगो कर* सुखा लें।
🔖 उसके पश्च्यात *प्रदोषकाल में अथवा सूर्यास्त के बाद* उचित समय मिलने पर *दीपक, तेल, गाय घी, बत्ती, चावल अथवा गेहूँ लेकर मंदिर जाएँ।*
🔖 घी में रुई की बत्ती तथा तेल के दीपक में लाल धागे या कलावा की बत्ती इस्तेमाल कर सकते हैं । *दीपक रखने से पहले उसको चावल अथवा गेहूं अथवा सप्तधान्य का आसन दें।*
📍📍📍 *दीपक को भूल कर भी सीधा पृथ्वी पर न रखें* क्योंकि कालिका पुराण का कथन है – *सब कुछ सहने वाली पृथ्वी को अकारण किया गया पदाघात और दीपक का ताप सहन नही होता ।*
🔖 *उसके बाद एक *तेल का दीपक शिवलिंग के समक्ष* रखें और दूसरा *गाय के घी का दीपक श्रीहरि नारायण* के समक्ष रखें ।
🔖 उसके बाद *दीपक मंत्र पढ़ते हुए दोनों दीप प्रज्वलित करें।* दीपक को प्रणाम करें। दारिद्रदहन शिवस्तोत्र तथा गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करें।
*दीपक मंत्र* –
दीप ज्योति परब्रह्म,
दीप ज्योति जनार्दन l
दीपो हरतु मे पापम,
संध्या दीपो नमोस्तुतेl
शुभम करोति कल्याणम, आरोग्यम्, सुख-संपदा, शत्रु बुद्धि विनाशं च,
दीप ज्योति नमोस्तुते ll
🪔➖🪔➖🪔➖🪔➖🪔
🖐️🪔 *पाँच दिन जरूर जरूर करें दीपदान*
🖐️ अगर किसी विशेष कारण से *कार्तिक में प्रत्येक दिन आप दीपदान करने में असमर्थ हैं तो* पांच विशेष दिन जरूर करें।
📖 पद्मपुराण, उत्तरखंड में स्वयं महादेव कार्तिकेय को दीपावली, *कार्तिक कृष्णपक्ष के पाँच दिन में दीपदान का विशेष महत्व बताते हैं:*
➡ बेटा! विशेषतः *कृष्णपक्ष में 5 दिन (रमा एकादशी से दीपावली तक) बड़े पवित्र हैं।* उनमें जो भी दान किया जाता है, वह *सब अक्षय और सम्पूर्ण कामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है।*
🌚🪔 *रात्रि में सूर्यास्त हो जाने पर घर में, गौशाला में, देववृक्ष के नीचे तथा मन्दिरों में दीपक जलाकर रखना चाहिए।*
➡️ *देवताओं के मंदिरों में, शमशान में और नदियों के तट पर भी* अपने कल्याण के लिए घृत आदि से पाँच दिनों तक दीप जलाने चाहिए।
👆ऐसा करने से जिनके श्राद्ध और तर्पण नहीं हुए हैं, वे *पापी पितर भी दीपदान के पुण्य से परम मोक्ष को प्राप्त होते हैं।*🕉️🕉️🕉️🕉️
अब उत्तराखंड राज्य में स्थित 117 मदरसों में भी संस्कृत की शिक्षा दी जाएगी। यह जानकारी खुद उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने दी। उन्होंने कहा कि मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने जा रहे हैं। इसमें अन्य विषयों के साथ संस्कृत शिक्षा भी शामिल है।
उन्होंने कहा, उत्तराखंड देवभूमि है, अगर यहां संस्कृत नहीं पढ़ाई जाएगी तो कहां पढ़ाई जाएगी। अब मुस्लिम समाज के लोग भी बदलाव चाहते हैं। मदरसों के अपग्रेडेशन से वे भी खुश हैं। उन्होंने कहा कि एक मुस्लिम लड़की रजिया सुल्ताना ने संस्कृत में पीएचडी की है। रजिया संस्कृत में कुरान का अनुवाद कर रही हैं। रजिया को वक्फ बोर्ड की राज्य स्तरीय शिक्षा समिति में बतौर सदस्य शामिल किया जाएगा। शम्स ने कहा कि बोर्ड में पंजीकृत मदरसों को मॉडर्न किया जा रहा है। इसमें बच्चों को स्मार्ट क्लास व आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ टैबलेट व कंप्यूटर भी मुहैया कराए जाएंगे।इसी क्रम में उत्तराखंड के चार जिलों में चार मदरसों को आधुनिक शिक्षा की शुरुआत की जा रही है। वक्फ बोर्ड में पंजीकृत मदरसा हिफजुल कुरआन कुंजाग्रांट की कमेटी ने खुद को मॉडर्न मदरसा में शामिल करने का प्रस्ताव रखा, जिसे वक्फ बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
यह मक्का का चित्र है, मुसलमानों का सबसे पवित्र स्थान खाने काबा की।
साल 1941 में ली गई इस तस्वीर में काबा परिसर में बारिश का पानी भरा हुआ है, और इधर आकर कहते हैं लाल किला और ताजमहल हमने बनाए हैं🤣।
82 साल पहले इनके पास एक ड्रेनेज सिस्टम तक नहीं था जो इनकी सबसे महत्वपूर्ण जगह से बारिश का पानी निकाल सके लेकिन वहाँ से हज़ारों किमी दूर भारत में 354 साल पहले औरंगजेब ने कथित ज्ञानवापी मस्ज़िद में फव्वारा लगवा दिया था