आज का पंचाग, आपका राशि फल, होलिका दहन का मुहूर्त विधि और अपनी राशि के अनुसार आहुति डालने के चमत्कारी लाभ, मौन से बदल जाता है मन और संवर जाता है तन एवं धन

*पुराण के अनुसार निम्न महापुरुषों को अमरता का वरदान प्राप्त है ।*
*१. राजा बली*
*२. अश्वत्थामा*
*३. वेदव्यास*
*४. हनुमान*
*५. विभीषण*
*६. कृपाचार्य*
*७. परशुराम ।*

*विशेष :– यदि आपका नाम उपरोक्त सूचि में नहीं है तो कृपया मास्क पहने, सामाजिक दूरी बनाए रखे, सेनिटाइजर का उपयोग करें, हाथ धोते रहे ।*
*पुनश्च :– स्वयं, परिवार, समाज, राष्ट्र के लिये चलते फिरते कोरोना बम बनने से बचे ।*

🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७७ || शक-सम्वत् १९४२ || सौम्यायन् || प्रमादी नाम संवत्सर|| वसन्त ऋतु || फाल्गुन शुक्लपक्ष || तिथि पूर्णिमा || भानुवासर || चैत्र सौर १५ प्रविष्ठ || तदनुसार २८ मार्च २०२१ ई० || नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी अपराह्न ५:३१ तक उपरान्त हस्त || कन्यास्थ चन्द्रमा || व्रत-स्नान- दानकी फाल्गुनी पूर्णिमा || होलिका दहन ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

आज का पंचांग
दिनांक – 28 मार्च 2021 (होलिका दहन)
दिन – रविवार
विक्रम संवत् – 2077
शक संवत् – 1942
अयन – उत्तरायण
ऋतु – बसंत
मास – फाल्गुन
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पूर्णिमा
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी सांय 05:36 तक तत्पश्चात हस्त
योग – वृद्धि
दिशाशूल – पश्चिम, दक्षिण पश्चिम
सूर्योदय – 06:23 (जयपुर)
सूर्यास्त – 18:42 (जयपुर)
राहुकाल – 16:30 – 18:00 अभिजीत मुहूर्त – 12:01 – 12:49

*होली 2021: सूर्यास्त प्रदोष काल 6 बजकर 37 मिनट से 8 बजकर 56 मिनट तक होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, अपनी राशि के अनुसार डालें आहुति*

मेष राशि को राजकाज में प्रसिद्धि मिलेगी। आर्थिक पक्ष में मजबूती आयेगी। परिवार में असंतोष रहेगा। सरकारी लाभ की उम्मीद रख सकते हैं। रिश्तेदार या पुराने मित्र की सहायता से आपको कारोबार में तरक्की मिलेगी। नौकरी पेशा जातकों के लिए बहुत लाभकारी रहेगा। निर्माण प्रगति पर रहेगा। वाणी के कारण भ्रांति खड़ी हो सकती है। विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों की पराजय होगी।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला
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✡️वृष ✡️
28-03-2021
 आज व्यावसायिक सन्दर्भ में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। किन्तु आमदनी में बढोत्तरी संभव है। वैवाहिक जीवन सुखद एवं अनुकूल रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। संतान या प्रेम संबंध को लेकर चली आ रही समस्या दूर होगी। माता-पिता और गुरूजनों से संबंध मधुर रहेंगे। आपका दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों एवं जीवन संबंधी उच्च दर्शन की ओर भी आकृष्ट हो सकता है। कार्य में सफलता और यश मिलने से उत्साह बढ़ेगा।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : गुलाबी रंग
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🙏🏽मिथुन ✡️
28-03-2021
 आज रुके हुए काम समय से पूरे होंगे। इस राशि के जो लोग होटल के बिजनेस से जुड़े हुए हैं, उन्हें अचानक से मुनाफा मिल सकता है। आज आप बच्चों के साथ अधिक समय बितायेंगे। आपको नौकरी के लिए जल्द ही कोई अच्छी खबर मिलने की संभावना है। आपको अपनी मनचाही कंपनी में इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता है। लेखकों के लिए आज का दिन बहुत बढ़िया है। आपका करियर नये रूप में उभरेगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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✡️कर्क ✡️
28-03-2021
 करियर में जो कदम उठाएंगे, उनका असर लंबे समय तक आप पर रहेगा। आप सामाजिक दायरे में सक्रिय रहेंगे। सभी से मिलकर बातें करेंगे। दोस्त, पड़ोसी और रिश्तेदार किसी खास मामले में आपकी पूरी तरह मदद करेंगे। प्रेम संबंध भी शुरू हो सकता है। कुछ काम आप दूसरों पर छोड़ दें। बाहर घूमने का भी मन बनेगा। नया वाहन खरीदने की इच्छा होगी। आप खर्चे पर कंट्रोल करने की पूरी कोशिश करेंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हरा रंग
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✡️सिंह ✡️
28-03-2021
 आज आपका मूड रोमांटिक रहेगा। आप अपने जीवन में धर्म के महत्व को जानना चाहेंगे। इस राह पर चलने से आपको खुशी व शांति मिलेगी। आप खाली वक्त का आनन्द ले सकेंगे। मनोरंजन एवं ऐशो-आराम के साधनों पर जरूरत से ज़्यादा खर्च न करें। ऐसे व्यक्ति को चुनें जो सही मायने में आपकी इज्जत करे और आने वाले समय में खूब खुशियां दें। पैसों से जुड़ी समस्या में आपको सफलता मिलेगी। बचत आपके आत्मविश्वास-स्तर को बढ़ावा देगी।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️कन्या✡️
28-03-2021
 शिक्षण से जुड़े जातकों की अच्छी प्रगति संभव है। रुचि के विषयों में आपका ज्ञान बढ़ेगा। आपके छात्र शिक्षा क्षेत्र में चमकेंगे और नवीन तरीकों से समस्याओं को सुलझाने में आपकी सहायता करेंगे। अपनी विशेष प्रतिभा के लिए आप पहचान हासिल करेंगे। व्यवसाय क्षेत्र में, आप प्रशंसा प्राप्त करेंगे और अच्छा उत्थान या पदोन्नति भी प्राप्त कर सकते हैं। आपकी लोकप्रियता काफी बढ़ सकती है। आपकी आमदनी बढ़ेगी जबकि आपके खर्च घटेंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : ग्रे रंग
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✡️तुला ✡️
28-03-2021
 आज जिस भी काम को पूरा करना चाहेंगे, उसमें थोड़ी रुकावट आ सकती है। आप किसी मित्र से मिलने उसके घर जा सकते हैं। आज पैसों में हेर-फेर हो सकता है। उधार लेन-देन से पहले आपको अच्छी तरह से सोच लेना चाहिए। आज आप रिश्तों में सुधार लाने की कोशिश करेंगे। शाम तक कुछ घरेलू सामान खरीदने के लिए आप मार्केट जाने का प्लान बना सकते हैं। इस राशि के जो लोग सेल्स और मार्केटिंग से जुड़े हैं, उन्हें उन्नति के कई सुनहरे अवसर मिलने की उम्मीद है।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️वृश्चिक ✡️
28-03-2021
 दिनभर आप बिजी रहेंगे। जल्दी ही आपके सामने अच्छे मौके आ सकते हैं। बिजनेस या शिक्षा के कारणों से यात्रा का कार्यक्रम भी जल्दी बन सकता है। सहयोग और दोस्ती से ज्यादातर काम पूरे हो सकते हैं। ऊंचा पद पाने की इच्छा तेज हो सकती है। सिर्फ अपनी उपलब्धियों को अपने बॉस की जानकारी में रख दें। कामकाज के हिसाब से दिन अच्छा रहेगा। सेहत पहले से बेहतर हो जाएगी। आज आपके साथ सब कुछ बेहतर बना रहेगा।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : गहरा हरा
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✡️धनु✡️
28-03-202
 कई दिनों से चली आ रही परेशानी का हल आज मिल सकता है। पारिवारिक मामलों को लेकर आपकी माँ की सलाह मददगार साबित होगी। आपको अपने बजट से सावधान रहने की आवश्यकता है। किसी विशेष व्यक्ति से सहयोग मिलेगा। अपनी शारीरिक सेहत सुधारने को संतुलित आहर लें आर्थिक परेशानियों के चलते आप व्यक्तियों को आलोचना एवं वादविवाद का सामना करना पड़ सकता है। भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा। आपका पारिवारिक-जीवन आरामदायक और सुखद रहेगा। आपका जीवनसाथी आज आपसे रोमांटिक रहने वाला होगा।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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✡️मकर ✡️
28-03-2021
 आज का दिन आपके लिए कुछ परेशानी वाला हो सकता है। नौकरी पेशा जातकों के लिए यह समय मुश्किलों से भरा रह सकता है। व्यावसयिक सदंर्भ में चीजे जस की तस रहेंगी। आर्थिक पक्ष में गिरावट संभव है। आपके जीवन-साथी की सेहत आपकी चिंता का कारण बन सकती है और उन्हें चिकित्सकीय देखरेख की जरूरत पड़ सकती है। सही समय पर आपकी सहायता किसी को बड़ी परेशानी से बचा सकती है। अपने प्रिय के साथ आज अच्छी तरह बर्ताव करें। झूठे आडम्बर को अपनी शानों-शौकत न बनाए। प्रेम संबंध में तनातनी का माहौल रह सकता है।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
✡️कुंभ ✡️
28-03-2021
 आज आपको कोई शुभ सूचना मिलेगी। आपको बिजनेस के क्षेत्र में बड़े-बड़े लोगों से मिलने का मौका मिलेगा। आपकी तरक्की सुनिश्चित है। जीवनसाथी का भी पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। नौकरी के क्षेत्र में भी आपको तरक्की मिलेगी। पारिवारिक जीवन हर तरह से बेहतर रहेगा। आपको बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। उच्चधिकारियों से सहयोग प्राप्त होगा। ऑफिस में सीनियर्स आपके काम से प्रभावित होकर आपको कोई तोहफा दे सकते हैं। आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : पीला हरा
✡️मीन ✡️
28-03-2021
 लोग आपको मदद के साथ सलाह भी देंगे। सारी परिस्थिति आप अपने दम पर संभाल लेंगे। जिस काम पर आप पिछले कुछ समय से मेहनत करते आ रहे हैं, आपको उसका फायदा भी होगा। आपको जो काम दिया गया है, उसके बारे में साथ के लोगों से साफ-साफ बात करें। दूसरों की मदद करने की पूरी कोशिश कर सकते हैं। इस राशि के अविवाहित लोगों का रिश्ता भी तय हो सकता है। नए लोगों से मिलने के भी योग बन रहे हैं।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : गुलाबी रंग
आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️ 8449046631🙏🙏🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🙏🏽🙏🏽
[28/3, 09:31] चक्रधर प्रसाद शास्त्री: इस साल 28 मार्च 2021,को होलिका दहन और 29 मार्च 2021को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। 28 मार्च को होलिका दहन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल से मध्यरात्रि से कुछ समय पूर्व तक है। प्रदोष काल सूर्यास्त 6:37 बजे से लेकर 8 बजकर 56 मिनट तक है। होलिका दहन के दिन सुबह 6:08 मिनट से लेकर दोपहर 12:32 बजे तक भद्रा है। भद्रा को विघ्नकारक माना गया है। भद्रा में होलिका दहन करने से हानि और अशुभ फल मिलते हैं। इसी भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता है।
राशियों के अनुसार होलिका में डालें आहुति
=मेष और वृश्चिक राशि के लोग गुड़ की आहुति दें।
=वृष राशि वाले होलिका में चीनी की
=मिथुन और कन्या राशि के लोग कपूर की
=कर्क के लोग लोहबान की
=सिंह राशि के लोग गुड़ की
=तुला राशि वाले कपूर की
=धनु और मीन के लोग जौ और चना की
=मकर व कुंभ वाले तिल कr होलिका दहन में आहुति दें।
होलिका दहन 2021 पूजा की विधि
होलिका दहन से पहले विधि विधान के साथ होलिका की पूजा करें। इस दौरान होलिका के सामने पूर्व या उतर दिशा की ओर मुख करके पूजा करने का विधान है। पहले होलिका को आचमन से जल लेकर सांकेतिक रूप से स्नान के लिए जल अर्पण करें। इसके पश्चात कच्चे सूत को होलिका के चारों और तीन या सात परिक्रमा करते हुए लपेटना है। सूत के माध्यम से उन्हें वस्त्र अर्पण किये जाते हैं। फिर रोली, अक्षत, फूल, फूल माला, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करें। पूजन के बाद लोटे में जल लेकर उसमें पुष्प, अक्षत, सुगन्ध मिला कर अघ् र्य दें। इस दौरान नई फसल के कुछ अंश जैसे पके चने और गेंहूं, जौं की बालियां भी होलिका को अर्पण करने का विधान है।
उपाय: होलिका से अपनी मुश्किलों से ऐसे कम सकते हैं
=शरीर की उबटन को होलिका में जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
=सफलता प्राप्ति को होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें।
=गृह क्लेश से निजात पाने और सुख-शांति के लिए होलिका की अग्नि में जौ-आटा चढ़ाएं।
=भय और कर्ज से निजात पाने के लिए नरसिंह स्रोत का पाठ करना लाभदायक होता है।
=होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
=घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतार कर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है।
=होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से बेकार खर्च रुक जाते हैं।
=लगातार बीमारी से परेशान हैं तो होलिका दहन के बाद बची राख मरीज़ के सोने वाले स्थान पर छिड़कने से लाभ मिलता है।
=बुरी नजर से बचाव के लिए गाय के गोबर में जौ, अरसी और कुश मिलाकर छोटा उपला बना कर इसे घर के मुख्य दरवाज़े पर लटका दें।
शादी नहीं हो रही है तो होली पर करें यह उपाय
=जिन जातकों की शादी नहीं हो रही है और विलंब हो रहा है तो होली के दिन शिव मंदिर में पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग पर पान, सुपारी और हल्दी की गांठ भी अर्पित करें। शादी की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए होलिका दहन के दौरान पांच सुपारी, पांच इलायची, मेवे, हल्दी की गांठ और पीले चावल लें जाए और इसकी पूजा कर इसे घर में देवी के सामने रख दें। ऐसा करने से शादी में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है और जल्द ही विवाह के योग बन जाते हैं। दांपत्य जीवन में शांति के लिए होली की रात उत्तर दिशा में एक पाट पर सफेद कपड़ा बिछा कर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल के ढेर पर नव ग्रह यंत्र स्थापित करें। इसके बाद केसर का तिलक कर घी का दीपक जला कर पूजन करें।
नवविवाहिताओं को होली पर जाना चाहिए मायके
शास्त्रीय परम्परा के अनुसार नवविवाहिता को अपनी पहली होली पर मायके जाना चाहिए। होली के मौके पर सभी नई दुल्हन अपनी पहली होली अपने मायके में ही मनाती हैं। इस परंपरा को सालों से निभाया जा रहा है। होली के मौके पर नवविवाहिता अपने मायके चली जाती है और वहीं पर अपनी पहली होली मनाती है। माना जाता है कि शादी के बाद पहली होली पिहर में खेलने से एक नवविवाहिता का जीवन सुखमय और सौहार्द पूर्ण बीतता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर यह रिवाज इसलिए भी है कि शादी के बाद मायके में होली और पति से दूरी उनके बीच के प्रेम को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
पहली होली नवविवाहिता और सास के लिए अशुभ
पहली होली सास और बहू एक साथ कभी नहीं देखती, क्योंकि सास और नई बहू का एक साथ होली को जलते देखना अशुभ माना जाता है, जिसका असर घर के लोगों पर पड़ता है। यह भी मत है कि यदि कोई सास और नविवाहिता एक साथ होली को जलता हुआ देखती है तो उनमें से किसी एक की मृत्यु भी हो सकती है। इसी कारण से पहली होली पर नवविवाहिता अपने मायके जाकर ही पहली होली खेलती है। पति और पत्नी के बीच इस अहसास को बढ़ाने के लिए मायके में पहली होली मनाने की परम्परा शुरू की गई थी।
वायरस से बचने को होलिका में डालें हवन सामग्री
होलिका दहन में प्रत्येक परिवार से आधा किलो हवन सामग्री के साथ 50 ग्राम कपूर और 10 ग्राम सफेद इलायची मिलाकर होलिका में अवश्य डालें, जिससे प्रदूषित वातावरण शुद्ध होगा, कोरोना जैसे वायरस भी नष्ट हो सकेंगे। इसके बाद प्रतिदिन सुबह गाय के गोबर से बने कंडे को जला कर अपने इष्ट का 21 बार नाम लेकर आहुति देकर हवन अवश्य करें। ऐसा करने से कोरोना जैसे वायरस से बचाओ हो सकेगा।
*🌹होली पर भी मां लक्ष्मी बरसाती हैं धन, पीली सरसों का यह उपाय कर देगा आपको दंग🌹*
*⭕मां लक्ष्मी दिवाली पर ही नहीं होली पर भी देती हैं अपार धन का वरदान, जानिए कैसे—*
इस होली पर सरसों के हवन से मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न
यदि आप चाहें तो रंगों के त्योहार होली पर आपकी किस्मत चमक सकती है। लक्ष्मी की बारिश और सुख-समृद्धि कब आपके जीवन में प्रवेश करेगी, यह आपको पता भी नहीं चलेगा।
यह सब मुमकिन होगा *•’पीली सरसों’* के जरिए। इसके लिए आपको होलिका दहन पर पीली सरसों से हवन करना होगा। ऐसा करने पर आपकी हर शुभ मनोकामना पूरी होगी।
जी हां, दीपावली के त्योहार की तरह होली में भी आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं।
होलिका दहन के वक्त सभी राशियों के व्यक्ति पीली सरसों से हवन करें तो वे वर्षभर प्रसन्न रहेंगे, रोग और भय दूर होंगे। इसके अलावा सुख-समृद्धि  क्षीरोदार्णवसम्भवम् विजय की भी प्राप्ति होगी।
इसके लिए *•’रक्षोघ्नि मंत्र सूक्त’* मंत्र को कम से कम 108 बार बोलकर पीली सरसों को होलिका दहन में समर्पित करें। इससे धन लाभ होगा।
आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर 8449046631🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🎉

 

इस साल 28 मार्च 2021,को होलिका दहन और 29 मार्च 2021को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। 28 मार्च को होलिका दहन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल से मध्यरात्रि से कुछ समय पूर्व तक है। प्रदोष काल सूर्यास्त 6:37 बजे से लेकर 8 बजकर 56 मिनट तक है। होलिका दहन के दिन सुबह 6:08 मिनट से लेकर दोपहर 12:32 बजे तक भद्रा है। भद्रा को विघ्नकारक माना गया है। भद्रा में होलिका दहन करने से हानि और अशुभ फल मिलते हैं। इसी भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता है।

राशियों के अनुसार होलिका में डालें आहुति
=मेष और वृश्चिक राशि के लोग गुड़ की आहुति दें।
=वृष राशि वाले होलिका में चीनी की
=मिथुन और कन्या राशि के लोग कपूर की
=कर्क के लोग लोहबान की
=सिंह राशि के लोग गुड़ की
=तुला राशि वाले कपूर की
=धनु और मीन के लोग जौ और चना की
=मकर व कुंभ वाले तिल कr होलिका दहन में आहुति दें।

होलिका दहन 2021 पूजा की विधि

होलिका दहन से पहले विधि विधान के साथ होलिका की पूजा करें। इस दौरान होलिका के सामने पूर्व या उतर दिशा की ओर मुख करके पूजा करने का विधान है। पहले होलिका को आचमन से जल लेकर सांकेतिक रूप से स्नान के लिए जल अर्पण करें। इसके पश्चात कच्चे सूत को होलिका के चारों और तीन या सात परिक्रमा करते हुए लपेटना है। सूत के माध्यम से उन्हें वस्त्र अर्पण किये जाते हैं। फिर रोली, अक्षत, फूल, फूल माला, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करें। पूजन के बाद लोटे में जल लेकर उसमें पुष्प, अक्षत, सुगन्ध मिला कर अघ् र्य दें। इस दौरान नई फसल के कुछ अंश जैसे पके चने और गेंहूं, जौं की बालियां भी होलिका को अर्पण करने का विधान है।

उपाय: होलिका से अपनी मुश्किलों से ऐसे कम सकते हैं
=शरीर की उबटन को होलिका में जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
=सफलता प्राप्ति को होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें।
=गृह क्लेश से निजात पाने और सुख-शांति के लिए होलिका की अग्नि में जौ-आटा चढ़ाएं।
=भय और कर्ज से निजात पाने के लिए नरसिंह स्रोत का पाठ करना लाभदायक होता है।
=होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
=घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतार कर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है।
=होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से बेकार खर्च रुक जाते हैं।
=लगातार बीमारी से परेशान हैं तो होलिका दहन के बाद बची राख मरीज़ के सोने वाले स्थान पर छिड़कने से लाभ मिलता है।
=बुरी नजर से बचाव के लिए गाय के गोबर में जौ, अरसी और कुश मिलाकर छोटा उपला बना कर इसे घर के मुख्य दरवाज़े पर लटका दें।

शादी नहीं हो रही है तो होली पर करें यह उपाय
=जिन जातकों की शादी नहीं हो रही है और विलंब हो रहा है तो होली के दिन शिव मंदिर में पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग पर पान, सुपारी और हल्दी की गांठ भी अर्पित करें। शादी की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए होलिका दहन के दौरान पांच सुपारी, पांच इलायची, मेवे, हल्दी की गांठ और पीले चावल लें जाए और इसकी पूजा कर इसे घर में देवी के सामने रख दें। ऐसा करने से शादी में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है और जल्द ही विवाह के योग बन जाते हैं। दांपत्य जीवन में शांति के लिए होली की रात उत्तर दिशा में एक पाट पर सफेद कपड़ा बिछा कर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल के ढेर पर नव ग्रह यंत्र स्थापित करें। इसके बाद केसर का तिलक कर घी का दीपक जला कर पूजन करें।

नवविवाहिताओं को होली पर जाना चाहिए मायके
शास्त्रीय परम्परा के अनुसार नवविवाहिता को अपनी पहली होली पर मायके जाना चाहिए। होली के मौके पर सभी नई दुल्हन अपनी पहली होली अपने मायके में ही मनाती हैं। इस परंपरा को सालों से निभाया जा रहा है। होली के मौके पर नवविवाहिता अपने मायके चली जाती है और वहीं पर अपनी पहली होली मनाती है। माना जाता है कि शादी के बाद पहली होली पिहर में खेलने से एक नवविवाहिता का जीवन सुखमय और सौहार्द पूर्ण बीतता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर यह रिवाज इसलिए भी है कि शादी के बाद मायके में होली और पति से दूरी उनके बीच के प्रेम को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।

पहली होली नवविवाहिता और सास के लिए अशुभ
पहली होली सास और बहू एक साथ कभी नहीं देखती, क्योंकि सास और नई बहू का एक साथ होली को जलते देखना अशुभ माना जाता है, जिसका असर घर के लोगों पर पड़ता है। यह भी मत है कि यदि कोई सास और नविवाहिता एक साथ होली को जलता हुआ देखती है तो उनमें से किसी एक की मृत्यु भी हो सकती है। इसी कारण से पहली होली पर नवविवाहिता अपने मायके जाकर ही पहली होली खेलती है। पति और पत्नी के बीच इस अहसास को बढ़ाने के लिए मायके में पहली होली मनाने की परम्परा शुरू की गई थी।

वायरस से बचने को होलिका में डालें हवन सामग्री
होलिका दहन में प्रत्येक परिवार से आधा किलो हवन सामग्री के साथ 50 ग्राम कपूर और 10 ग्राम सफेद इलायची मिलाकर होलिका में अवश्य डालें, जिससे प्रदूषित वातावरण शुद्ध होगा, कोरोना जैसे वायरस भी नष्ट हो सकेंगे। इसके बाद प्रतिदिन सुबह गाय के गोबर से बने कंडे को जला कर अपने इष्ट का 21 बार नाम लेकर आहुति देकर हवन अवश्य करें। ऐसा करने से कोरोना जैसे वायरस से बचाओ हो सकेगा।

*🌹होली पर भी मां लक्ष्मी बरसाती हैं धन, पीली सरसों का यह उपाय कर देगा आपको दंग🌹*
*⭕मां लक्ष्मी दिवाली पर ही नहीं होली पर भी देती हैं अपार धन का वरदान, जानिए कैसे—*

इस होली पर सरसों के हवन से मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न

यदि आप चाहें तो रंगों के त्योहार होली पर आपकी किस्मत चमक सकती है। लक्ष्मी की बारिश और सुख-समृद्धि कब आपके जीवन में प्रवेश करेगी, यह आपको पता भी नहीं चलेगा।

यह सब मुमकिन होगा *•’पीली सरसों’* के जरिए। इसके लिए आपको होलिका दहन पर पीली सरसों से हवन करना होगा। ऐसा करने पर आपकी हर शुभ मनोकामना पूरी होगी।

जी हां, दीपावली के त्योहार की तरह होली में भी आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं।

होलिका दहन के वक्त सभी राशियों के व्यक्ति पीली सरसों से हवन करें तो वे वर्षभर प्रसन्न रहेंगे, रोग और भय दूर होंगे। इसके अलावा सुख-समृद्धि और विजय की भी प्राप्ति होगी।

इसके लिए *•’रक्षोघ्नि मंत्र सूक्त’* मंत्र को कम से कम 108 बार बोलकर पीली सरसों को होलिका दहन में समर्पित करें। इससे धन लाभ होगा।
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🔆 मौन बैठने से बदल सकता है आपका जीवन 🔆

🌹 अगर आप अपनी इच्छा से कुछ समय के लिए बोलना छोड़ दें, मौन धारण कर लें तो इससे आपको क्या फायदे हो सकते हैं-

🌹 मौन के लाभ
मौन की शुरुआत जुबान के चुप होने से होती है। धीरे-धीरे जुबान के बाद आपका मन भी चुप हो जाता है। मन में चुप्पी जब गहराएगी तो आंखें, चेहरा और पूरा शरीर चुप और शांत होने लगेगा। तब आप इस संसार को नए सिरे से देखना शुरू कर पाएंगे। बिल्कुल उस तरह से जैसे कोई नवजात शिशु संसार को देखता है। जरूरी है कि मौन रहने के दौरान सिर्फ श्वांसों के आवागमन को ही महसूस करते हुए उसका आनंद लें। मौन से मन की शक्ति बढ़ती है। शक्तिशाली मन में किसी भी प्रकार का भय, क्रोध, चिंता और व्यग्रता नहीं रहती। मौन का अभ्यास करने से सभी प्रकार के मानसिक विकार समाप्त हो जाते हैं। आइये जानते हैं मौन के सात महत्वपूर्ण फायदों के बारे में।

🌹 संतुष्टि
कुछ न बोलना, यानि अपनी एक सुविधा से मुंह मोड़ना। जी हां, बोलना आपके लिए एक बहुत बड़ी सुविधा ही होती है। जो आपके मन में चल रहा होता है उसे आप तुरंत बोल देते हैं। लेकिन, मौन रहने से चीजें बिल्कुल बदल जाती हैं। मौन अभाव में भी खुश रहना सिखाता है।

🌹अभिव्यक्ति
जब आप सिर्फ लिखकर बात कर सकते हैं तो आप सिर्फ वही लिखेंगे जो बहुत जरूरी होगा। कई बार आप बहुत बातें करके भी कम कह पाते हो। लेकिन ऐसे में आप सिर्फ कहते हो, बात नहीं करते। इस तरह से आप अपने आपको अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते हैं।

🌹प्रशंसा
हमारे बोल पाने की वजह से हमारा जीवन आसान हो जाता है, लेकिन जब आप मौन धारण करेंगे तब आपको ये अहसास होगा कि आप दूसरो पर कितना निर्भर हैं। मौन रहने से आप दूसरों को ध्यान से सुनते हैं। अपने परिवार, अपने दोस्तों को ध्यान से सुनना, उनकी प्रशंसा करना ही है।

🌹ध्यान देना
जब आप बोल पाते हैं तो आपका फोन आपका ध्यान भटकाने का काम करता है। मौन आपको ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर करता है। इससे किसी एक चीज या बात पर ध्यान लगाना आसान हो जाता है।

🌹विचार
शोर से विचारों का आकार बिगड़ सकता है। बाहर के शोर के लिए तो शायद हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन अपने द्वारा उत्पन्न शोर को मौन जरूर कर सकते हैं। मौन विचारों को आकार देने में हमारी मदद करता है। हर रोज अपने विचारों को बेहतर आकार देने के लिए मौन रहें।

🌹प्रकृति
जब आप हर मौसम में मौन धारण करना शुरू कर देंगे तो आप जान पाएंगे कि बसंत में चलने वाली हवा और सर्दियों में चलने वाली हवा की आवाज भी अलग-अलग होती है। मौन हमें प्रकृति के करीब लाता है। मौन होकर बाहर टहलें। आप पाएंगे कि प्रकृति के पास आपको देने के लिए काफी कुछ है।

🌹शरीर
मौन आपको आपके शरीर पर ध्यान देना सिखाता है। अपनी आंखें बंद करें और अपने आप से पूछें, “मुझे अपने हाथ में क्या महसूस हो रहा है?” अपने शरीर को महसूस करने से आपका अशांत मन भी शांत हो जाता है। शांत मन स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है।