आज का पंचाग आपका राशि फल, पांच चीजें जो कभी अपवित्र नहीं होती, अपना सुप्रभात ऐसे आरंभ करें, मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में लेंगे ऐसे बडे़ निर्णय!

*दिनाँक:-07/03/2024, गुरुवार*
द्वादशी, कृष्ण पक्ष,
माघ/फाल्गुन
“””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वादशी 25:19:15 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र—— उत्तराषाढा 13:02:03
योग———- वरियान 08:22:30
योग———— परिघ 28:44:25
करण———– कौलव 14:50:20
करण———– तैतुल 25:19:15
वार———————– गुरूवार
माह———————- फाल्गुन
चन्द्र राशि——————– मकर
सूर्य राशि———————कुम्भ
रितु————————- वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————– 1945
कलि संवत—————– 5124

वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:38:21
सूर्यास्त————— 18:22:11
दिन काल————- 11:43:49
रात्री काल————- 12:15:06
चंद्रास्त—————- 15:00:03
चंद्रोदय—————- 29:12:50

लग्न—- कुम्भ 22°46′ , 322°46′

सूर्य नक्षत्र————- पूर्वभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र————– उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

जा—- उत्तराषाढा 07:32:45

जी—- उत्तराषाढा 13:02:03

खी—- श्रवण 18:29:16

खू—- श्रवण 23:54:33

खे—- श्रवण 29:18:01

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कुम्भ 22:10, पूoभाo 1 से
चन्द्र=मकर 06:30 , उ o षाo 3 दा
बुध =कुम्भ 29:53′ पू oभा o 3 दा
शु क्र= मकर 29°05, धनिष्ठा ‘ 2 गी
मंगल=मकर 23°30 ‘ श्रवण’ 4 खो
गुरु=मेष 18°30 भरणी , 2 लू
शनि=कुम्भ 16°50 ‘ शतभिषा ,3 सी
राहू=(व) मीन 23°15 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 23°15 चित्रा , 1 पे

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 13:58 – 15:26 अशुभ
यम घंटा 06:38 – 08:06 अशुभ
गुली काल 09:34 – 11: 02अशुभ
अभिजित 12:07 – 12:54 शुभ
दूर मुहूर्त 10:33 – 11:20 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:14 – 16:01 अशुभ
वर्ज्यम 16:40 – 18:08 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:39 – 08:07 शुभ
अमृत 08:07 – 09:35 शुभ
काल 09:35 – 11:03 अशुभ
शुभ 11:03 – 12:31 शुभ
रोग 12:31 – 13:58 अशुभ
उद्वेग 13:58 – 15:26 अशुभ
चर 15:26 – 16:54 शुभ
लाभ 16:54 – 18:22 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 18:22 – 19:54 अशुभ
शुभ 19:54 – 21:26 शुभ
अमृत 21:26 – 22:58 शुभ
चर 22:58 – 24:30* शुभ
रोग 24:30* – 26:02* अशुभ
काल 26:02* – 27:34* अशुभ
लाभ 27:34* – 29:06* शुभ
उद्वेग 29:06* – 30:38* अशुभ

💮होरा, दिन
बृहस्पति 06:38 – 07:37
मंगल 07:37 – 08:36
सूर्य 08:36 – 09:34
शुक्र 09:34 – 10:33
बुध 10:33 – 11:32
चन्द्र 11:32 – 12:30
शनि 12:30 – 13:29
बृहस्पति 13:29 – 14:28
मंगल 14:28 – 15:26
सूर्य 15:26 – 16:25
शुक्र 16:25 – 17:24
बुध 17:24 – 18:22

🚩होरा, रात
चन्द्र 18:22 – 19:23
शनि 19:23 – 20:25
बृहस्पति 20:25 – 21:26
मंगल 21:26 – 22:27
सूर्य 22:27 – 23:28
शुक्र 23:28 – 24:30
बुध 24:30* – 25:31
चन्द्र 25:31* – 26:32
शनि 26:32* – 27:34
बृहस्पति 27:34* – 28:35
मंगल 28:35* – 29:36
सूर्य 29:36* – 30:37

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कुम्भ > 04:32 से 06:08 तक
मीन > 06:08 से 07:28 तक
मेष > 07: 28 से 09:20 तक
वृषभ > 09:20 से 11:14 तक
मिथुन > 11:14 से 13:26 तक
कर्क > 13:26 से 15:50 तक
सिंह > 15:50 से 17:58 तक
कन्या > 17:58 से 20:14 तक
तुला > 20:14 से 22:10 तक
वृश्चिक > 22:10 से 00:30 तक
धनु > 00:30 से 02:40 तक
मकर > 02:40 से 04:26 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
🐂मेष
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।

🐏वृष
व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें। शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है।

👫मिथुन
घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे।

🦀कर्क
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।

🐅सिंह
किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।

🙍‍♀️कन्या
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

⚖️तुला
पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें।

🦂वृश्चिक
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अप‍रिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें। शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे।

🏹धनु
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।

🐊मकर
सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी।

🍯कुंभ
आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें। चोट व रोग से परेशानी संभव है।

🐟मीन
आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
*✍️ आचार्य पांडुरंगराव शास्त्री* 

पांच वस्तु ऐसी हे ,जो अपवित्र होते हुए भी पवित्र है….
〰〰🌼〰〰🌼〰〰🌼〰〰🌼〰〰🌼〰〰
उच्छिष्टं शिवनिर्माल्यं
वमनं शवकर्पटम् ।
काकविष्टा ते पञ्चैते
पवित्राति मनोहरा॥

1. उच्छिष्ट — गाय का दूध ।
गाय का दूध पहेले उसका बछडा पीकर उच्छिष्ट करता है।फिर भी वह पवित्र ओर शिव पर चढता हे ।

2. शिव निर्माल्यं – गंगा का जल

गंगा जी का अवतरण स्वर्ग से सीधी शिव जी के मस्तक पे आई नियमानुसार शिव जी पर चढायी हुइ हर चीज़ निर्माल्य यानि (प्रवाहित करने योग्य) है पर गंगाजल पवित्र है.

3. वमनम्—उल्टी — शहद..

मधुमख्खी जब फूलो का रस लेके अपने छल्ले पे आती है , तब वो अपने मुख से उसे निकालती है ,जिससे शहद बनता है ,जो पवित्र कार्यो मे लिया जाता है.

4. शव कर्पटम्— रेशमी वस्त्र

धार्मिक कार्यो को संपादित करने के लिये पवित्रता की आवश्यकता रहती है , रेशमी वस्त्र को पवित्र माना गया है , पर रेशम को बनाने के लिये रेशमी किडें को उबलते पानी मे डाला जाता है ,ओर उसकी मौत हो जाती है उसके बाद रेशम मिलता है तो हुआ शव कर्पट फिर भी पवित्र है ।

5. काक विष्टा— कौए का मल

कौवा पीपल वगेरे पेडो के फल खाता है ,ओर उन पेडो के बीज अपनी विष्टा मे इधर उधर छोड देता है ,जीसमे से पेडोकी उत्पत्ति होती है ,आपने देखा होगा की कही भी पीपल के पेड उगते नहि हे बल्कि पीपल काक विष्टा से उगता है ,फिर भी पवित्र है।
〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️

महाशिवरात्रि की अग्रिम शुभकामनाएं

कहां से तुम शुरू करोगे? जागृति से शुरू करो। सुबह उठो, एक ही भाव से उठो कि आज दिन साक्षी का प्रयोग करूंगा। और जब पहली दफा तुम्हें सुबह नींद खुलती है, तब चित्त बड़ा ताजा होता है, हलका होता है; न विचार होते हैं, न सपने होते हैं। रातभर के विश्राम के बाद, तुम्हारे भीतर भी एक सुबह होती है, बाहर भी एक सुबह होती है। तनाव नहीं होते। आकाश में बादल नहीं होते। तुम हलके होते हो। जल्दी ही काम की, दौड़ की दुनिया शुरू होगी, फिर मुश्किल होगा।

तो जैसे ही तुम्हें पता चले, सुबह की नींद टूट गयी,आंख मत खोलना। उस वक्त चित्त बहुत संवेदनशील है। जैसे ही पता चले कि नींद टूट गयी, पहला ध्यान करना कि मैं साक्षी हूं। रोज सुबह उठते समय पांच मिनट आंख बंद किये ही पड़े रहना। आंख मत खोलना। आंख खोलते ही संसार दिखाई पड़ा कि तुम खो जाओगे। आंख बंद ही रखना और भीतर एक भाव करना कि मैं साक्षी हूं कर्त्ता नहीं हूं। और यह साक्षी— भाव दिन भर सधे, बारबार इसका मैं स्मरण कर सकूं—ऐसे भाव में डूबे हुए तुम उठना और थोड़ी देर इसे संभालने की कोशिश करना; क्योंकि शुरू—शुरू में सबसे ज्यादा आसान होगा। उठो, बिस्तर के नीचे पैर रखो—होशपूर्वक रखना; खान करने जाओ—होशपूर्वक सान करना; सुबह का नाश्ता करो—होशपूर्वक नाश्ता करना।

होशपूर्वक का अर्थ है कि यह सब मेरे बाहर हो रहा है। शरीर की जरूरत हैं मेरी नहीं। मेरी कोई जरूरत ही नहीं है। है भी नहीं; क्योंकि तुम स्वयं परमात्मा हो, तुम्हारी क्या जरूरत हो सकती है? तुम पूर्ण हो। तुम ब्रह्मस्वरूप हो। सब कुछ तुम्हारा है। तुम्हारी कोई भी जरूरत नहीं। आत्मा किसी जरूरत से नहीं चलती। उसके लिए कोई ईंधन की जरूरत नहीं है—बिना बाती बिन तेल। मेरी कोई जरूरत नहीं है; शरीर की जरूरत है—स्नान, भोजन, उठना, काम।

 

इसे संभालने की कोशिश करना। इस धागे को जितनी देर तक खींच सको, खींचना। जल्दी यह खो जाएगा। काम— धाम की दुनिया है। पुरानी आदत है। मगर रोज—रोज इसको सींचना। यह पौधा धीरे— धीरे बड़ा होगा। दिखाई भी नहीं पड़ेगा कि कब बड़ा हो रहा है, क्योंकि इतने धीमे— धीमे बढ़ेगा। लेकिन अचानक एक दिन तुम पाओगे कि दिनभर एक धागे की तरह, तुम्हारे भीतर प्रकाश की एक किरण बनी रहती है। और वह प्रकाश की किरण तुम्हारे जीवन को रासायनिक रूप से बदल देगी। क्रोध कम आयेगा; क्योंकि साक्षी को कैसा क्रोध! मोह कम पकड़ेगा; क्योंकि साक्षी को कैसा मोह! चीजेंघटेंगी—सफलता—असफलता होगी, सुख—दुख आयेंगे;लेकिन तुम कम डावांडोल होओगे क्योंकि साक्षी का कैसा कंपन। सुख आयेगा, उसे भी तुम देख लोगे; दुख आयेगा, उसे भी देख लोगे और तुम्हारे भीतर सतत धारा बनी रहेगी कि मैं देखनेवाला हूं भोक्ता नहीं हूं।

MODI 3.0 मे क्या होगा खास 2024:

1) वक़्फ़ बोर्ड ख़त्म होगा(ये कश्मीर के धारा 370 से भी ज्यादा ख़तरनाक है)
2) CAA_NRC क़ानून लागु कर के 10 करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठियों को भगाया जायेगा
3) माइनॉरिटी कमिसन ख़त्म होगा
4) पूजा स्थल क़ानून ख़त्म होगा_(हिन्दुओ के हज़ारों मन्दिर वापस मिलेंगे/ जिसे स्जिद बनाकर दे दिया गया था)
5) आतंकवाद की फैक्ट्री मदरसा को बैन कर के समान शिक्षा क़ानून बनेगा
6) केंद्र और 29 राज्य सरकार द्वारा चलाया जाने वाला 600 अल्पसंख्यक मंत्रालय ख़त्म होगा जो 77 साल से लगातार चल रहा है।
7) सबके लिए 2 बच्चों का क़ानून बनेगा_(जनसंख्या नियंत्रण क़ानून)
8) UCC_(समान नागरिक क़ानून पुरे भारत मे लागु होगा/ जिससे 4-4 निकाह और 3 तलाक बैन होगा)
9) पथ्थर बाज़ों और दंगाइयों की 100% संपत्ति जप्त कर 10 साल सजा का प्रावधान होगा
10) भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी
शक्ति(अर्थव्यवस्था) बनाने के लिए IT मैनुक्चरिंग AI एंग्रीकल्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर मे निवेश को 100% बढ़ाया जायेगा
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
तो जी जान से जोर लगा दो मित्रो अबकी बार भाजपा 400 पार #ModiKaParivar