आज का पंचाग आपकी राशि, संकट चतुर्थी पर संकटों से मुक्ति हेतु करें ये उपाय, आपात स्थितियों के लिए तैयारियां

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 

⛅ *दिनांक 31 जनवरी 2021*
⛅ *दिन – रविवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2077*
⛅ *शक संवत – 1942*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – शिशिर*
⛅ *मास – माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – पौष)*
⛅ *पक्ष – कृष्ण*
⛅ *तिथि – तृतीया रात्रि 08:24 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
⛅ *नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी 01 फरवरी रात्रि 01:18 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग – शोभन दोपहर 12:33 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
⛅ *राहुकाल – शाम 05:04 से शाम 06:28 तक*
⛅ *सूर्योदय – 07:17*
⛅ *सूर्यास्त – 18:27*
⛅ *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण – संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09:05)*
💥 *विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए* 🌷

माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार
माघ अमावस्या 11 फरवरी 2021, गुरुवार
मेष
आज का दिन आपके लिए कोई शुभ समाचार लेकर आएगा। आपको आज कुछ अजनबी लोगों का सहयोग मिल सकता है। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा लेकिन आपके कुछ विरोधी भी आज परास्त होंगे। यदि बिना कारण के कुछ व्यवधान आपके मार्ग में आ रहे हैं, तो आज आपको उनसे लाभ हो सकता है। आपको कोई नया निर्माण कार्य की आवश्यकता भी महसूस होगी।
वृष
आज आप अपने धन को गलत तरीके से बढ़ाने की बिल्कुल कोशिश ना करें अन्यथा आज आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आज आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है और आपके पुराने मित्र मित्रों से भी आज आपकी मुलाकात होगी। आपके कुछ आर्थिक और पारिवारिक संकोच हैं। जो अभी भी दबाव में रहेंगे यदि आज आप अधिक उत्साह और तत्परता दिखाएंगे तो आपका कार्य बिगड़ सकता है इसलिए सावधानी बरतें
मिथुन
आज आपको अपने परिवार के समस्याओं को देखते हुए कोई भी गलत निर्णय लेना कठिन होगा आपके द्वारा किए गए कार्यों का विरोध होगा परिवार में जो भी विषय बताएं चल रही हैं वह आज सर उठा सकते हैं हालांकि आपका मान सम्मान फिर भी बढ़ेगा अप्रत्याशित लाभ आपको मिल सकता है आज के दिन आप आर्थिक तौर पर करने वाले लेनदेन से सावधानी बरतें।
कर्क
आज आपको कुछ दूर की यात्रा करनी पड़ सकती है लेकिन मन में चल रही परेशानी के कारण आज आपका मन कंठा ग्रस्त रहेगा। कुछ अधूरे कार्य हैं जिनको आप जो आप को निपटाने होंगे और सुख वैद्य को बराबर समझ कर अपने भाग्य पर छोड़ना होगा। आप आज जो परिश्रम करेंगे उससे आपको लाभ होगा परिवार में खुशहाली रहेगी।
सिंह
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा व्यापार और व्यवसाय से जुड़े जातकों के लिए आज अनेक क्षेत्रों में साख बढ़ी हुई दिखेगी। भाग्य आपका साथ देगा। आज आपके सभी काम समय पर पूरे होते नजर आएंगे। आपको लगेगा क्या आपके अच्छे दिन आ गए जिससे आपका मन प्रफुल्लित हो उठेगा, लेकिन आपको खर्चों पर नियंत्रण रखना जरूरी होगा।
कन्या
आज आप संतान को लेकर कुछ चिंतित हो सकते हैं, लेकिन समझदारी से काम ले आपको आपको अपने परिवार में हो रहे उत्साह और त्योहारों में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त होगा। अच्छा भोजन करने से आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा और आपको शुभ समाचार मिलना लगातार जारी रहेगा जिससे आपका मन प्रसन्न होगा इसलिए वही कार्य करने की सोची जिनकी आपको पूरे होने की उम्मीद है।
तुला
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। कार्य के क्षेत्र में आपके धाक जमी रहेगी। वह आपके सभी मामले एक के बाद एक सदस्य चले जाएंगे लेकिन आप को आंख के कष्ट के कारण स्वास्थ्य प्रभावित लगेगा जिससे आपके कार्यक्षेत्र में अस्थिरता रहेगी। आपको समय के अनुसार चलना होगा तभी उन्नति करेंगे वरना समय आप को पीछे छोड़ देगा।
वृश्चिक
आपके मन में आज कुछ उलझन ने होंगी जिनके कारण सिर में दर्द की समस्या रहेगी। फिर संतान के लिए भी आज थोड़ी चिंता रहेगी। दांपत्य जीवन किस सुख में वृद्धि होगी। पड़ोसियों के कारण आज आपको कुछ परेशानी हो सकती है। आपको जतिन कार्यों का निष्पादन होगा और लाभदायक उपकर्म का का संचालन भी होगा। आज अपने स्वास्थ्य का थोड़ा ज्यादा ध्यान रखें।
धनु
आपकी आज घर और वाहन से संबंधित समस्याएं चल रही हैं। आज वह एक बार फिर से सर उठा शक्ति है। शुभ संदेश आपके मन का उत्साह बढ़ेगा। आपके हाथ में धन संपदा सब कुछ होने के बावजूद भी कुछ पारिवारिक अशांति रहेगी इसलिए यदि आप कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं तो सबसे पहले ही ना ले सोच विचार कर लें। आज आपको अपने स्वजनों का भी सहयोग मिलेगा जिससे मन प्रसन्न होगा।
मकर
आपको आज अपनी किसी चल या अचल संपत्ति का पारिवारिक विवाद नेपाल निपटाना अवश्य हो जाएगा और आप आज अपनी पारिवारिक व्यवस्था को बनाने में व्यस्त रहेंगे। आपने जो सोचा है आज है सभी कार्य सफल होंगे और यदि आपके मित्र आपके कार्य में विरोध कर रहे हैं तो उन में कमी आएगी। पराक्रम भाव और पुरुषार्थ की योजनाएं बनती नजर आ रही है।
कुंभ
आज आपको अपने पितरों से लाभ की आशा होगी पुराने दोस्तों के आने से परिवार के सभी लोग व्यस्त रहेंगे। यदि आप किसी पर भी अर्थ में संदेह और तर्क वितर्क में रहेंगे तो धन की हानि हो सकती है। अपने नियोजित कार्यक्रमों पर ध्यान दें जो सफल होंगे और आज आपको आर्थिक लाभ के शुभ अवसर मिलेंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
मीन
आज के दिन आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। जीवन साथी से आर्थिक कारणों से दूरी रहेगी लेकिन प्रेम भरपूर रहेगा। आपका समय लाभकारी है आप अपने कुशल व्यवहार से सब कुछ पा सकते हैं। जटिलताएं खत्म होंगी और आज के दिन आपके विरोधी आपसे परास्त होंगे।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
दिनांक 31 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं।
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31,
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57,
शुभ वर्ष :  2031, 2040 2060,
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान,
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा,
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी

👉 *31 जनवरी 2021 रविवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09:05)*
🙏🏻 *शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :*
🌷 *ॐ गं गणपते नमः ।*
🌷 *ॐ सोमाय नमः ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

‪🌷 *चतुर्थी‬ तिथि विशेष* 🌷
🙏🏻 *चतुर्थी तिथि के स्वामी ‪भगवान गणेश‬जी हैं।*
📆 *हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।*
🙏🏻 *पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥*
➡ *“ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *कोई कष्ट हो तो* 🌷
🙏🏻 *हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |*
👉🏻 *छः मंत्र इस प्रकार हैं –*
🌷 *ॐ सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे ।*
🌷 *ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।*
🌷 *ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।*
🌷 *ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । और जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है ।*
🌷 *ॐ अविघ्नाय नम:*
🌷 *ॐ विघ्नकरत्र्येय नम:*
पंचक आरम्भ
फरवरी 12, 2021, शुक्रवार को 02:11 am

पंचक अंत
फरवरी 16, 2021, मंगलवार को 08:57 pm

षटतिला एकादशी रविवार, 07 फरवरी 2021
जया एकादशी मंगलवार, 23 फरवरी 2021

09 फरवरी- भौम प्रदोष व्रत
24 फरवरी- प्रदोष व्रत

माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार
माघ अमावस्या 11 फरवरी 2021, गुरुवार
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अपनी संतानों को सभी कष्टों से मुक्ति दिलाने वाली संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत माघ कृष्णपक्ष चतुर्थी 31 जनवरी को मनाया जाएगा। देश के कई भागों में ये व्रत 1 फरवरी को भी मनाया जाएगा। यह व्रत सविधि संपन्न करने के लिए सभी मुहूर्त ग्रंथों के अनुसार एक ही नियम हैं कि चंद्रमा का उदय और चतुर्थी दोनों संयोग होना चाहिए, अर्थात चंद्रमा को अर्घ्य तभी दिया जा सकता जब चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय हो रहा हो और चन्द्रदेव अर्घ्य तभी स्वीकार करेंगे जब चतुर्थी तिथि विद्यमान हो दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत 31 जनवरी और 01 फरवरी को भी
दिल्ली के समयानुसार 31 जनवरी को तृतीया तिथि रात्रि 08 बजकर 23 मिनट पर समाप्त हो रही है और चतुर्थी तिथि का शुभारंभ हो रहा है। इस दिन चंद्रमा का उदय रात्रि 08 बजकर 39 मिनट पर हो रहा है जिसके परिणामस्वरूप चतुर्थी और चंद्रोदय का अच्छा संयोग मिल रहा है। इसलिए दिल्ली में संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत 31जनवरी को ही निर्विवाद रूप से मनाया जायेगा। आपके राज्य-शहर में भी ये व्रत चंद्रोदय के समय ही मनाया जाना है इसलिए स्थानीय चंद्रोदय के अनुसार ही व्रत का निर्णय करें।

गणेश और चन्द्रमा का मिलेगा आशीर्वाद
मन के स्वामी चंद्रमा और बुद्धि के स्वामी गणेश जी के संयोग के परिणामस्वरुप इस चतुर्थी व्रत के करने से मानसिक शांति, कार्य सफलता, प्रतिष्ठा में वृद्धि और घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करने में सहायक सिद्ध होती है। इस दिन किया गया व्रत और पूजा पाठ वर्ष पर्यंत सुख शान्ति और पारिवारिक विकास में सहायक सिद्ध होता है। यह उत्तर भारतीयों का प्रमुख पर्व है। शास्त्र परंपरा के अनुसार इस दिन गुड और तिल का पिंड बनाकर उसे पर्वतरूप समझकर दान किया जाता है। गुड़ और तिल के लड्डू रात्रि में चंद्रमा और गणेश की पूजा के उपरांत अगले दिन प्रसाद स्वरुप दान करना चाहिए। गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप नैवेद्य, ऋतु फल आदि से गणेश जी का षोडशोपचार विधि से पूजन करें और चंद्रमा को अर्घ्य भी दें। 
 
*प्रशासक समिति✊🚩*
(२८/०१)
*🚩जय सत्य सनातन🚩*
*🚨भीषण आपातकाल की पूर्वतैयारी-१८🚨*
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*🔥भावी भीषण आपात्काल का सामना करने हेतु विविध स्तरों पर अभी से प्रयास आरंभ करें !-०४*
*♦️१ इ १. औषधीय वनपस्तियों की बोआई करें तथा आवश्यकता के अनुसार उनका उपयोग करना भी आरंभ करें !*
घर का छत अथवा पिछवाडे में, साथ ही गांव में भी औषधीय वनस्पतियों की बोआई करें । (औषधीय वनस्पतियों की बोआई के विषय में जानकारी तथा विविध विकारों पर उनके उपयोग सनातन के ‘भूमि की उपलब्धता के अनुसार औषधीय वनस्पतियों की बोआई’ तथा ‘औषधीय वनस्पतियों की बोआई कैसे करें ?, इन ग्रंथों में दी गई हैं । ?’ अब सनातन द्वारा ‘सुलभ घरेलु आयुर्वेदयी चिकित्सा’ यह ग्रंथ भी शीघ्र प्रकाशित होनेवाला है ।) आवश्यकता के अनुसार औषधीय वनस्पतियों का उपयोग करना भी आरंभ करें ।
*♦️१ इ २. विकार-निर्मूलन हेतु ‘बिंदुदाबन’, प्राणशक्तिवहन उपाय’, ‘खाली बक्सों के उपाय एवं नामजप’ इन उपायपद्धतियों को सीख लें तथा आवश्यकता के अनुसार उनका उपयोग भी आरंभ करें !*
सनातन की ओर से इन विषयों के ग्रंथ प्रकाशित किए गए हैं ।
*♦️१ इ ३. अपने परिचित वैद्य से पूछकर घर में अगले कुछ वर्षोें तक टिक सकेंगी, ऐसी आयुर्वेदीय औषधियों का पर्याप्त संग्रह रखें !*
*♦️१ ई. अन्य सूत्र*
*⚜️१ ई १.* आधुनिक चिकित्सा उपकरण, उदा. आंखों का शस्त्रकर्म, दंतचिकित्सा इत्यादि अभी ही कर लें ।
*⚜️१ ई २.* कुल आवश्यकताएं, उदा. कुछ विशिष्ट पदार्थ ही पसंद होना, स्नान के लिए गर्म पानी ही लगना, निरंतर पंखे की हवा लगना, बिना एसी के नींद न आना, जहां पैदल जा सकते हैं, ऐसे स्थानों पर जाने के लिए भी दोपहिया-चारपहिया वाहन का उपयोग करना, आदि आदतों को धीरे-धीरे घटाने की आदत डाल लें !
*👇१ ई ३.* प्रतिकूल स्थिति में भी शरीर कार्यक्षम रहे; इसके लिए प्रतिदिन व्यायाम, (उदा. सूर्यनमस्कार, पैदल चलना आदि), प्राणायाम, योगासन आदि करें ।
*आगे:-* २. आपत्काल की दृष्टि से मानसिक स्तर पर आवश्यक है। 
*🚩।। जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम् ।।🚩*