आज का पंचाग आपका राशि फल, मनुस्मृति, भाग्य और विधाता, मुहूर्त ना जन्म लेने का है और ना ही मरने का है ये खेल आपके कर्म का है

*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी 

🌞 ~ *आज का सनातन धर्म पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 12 मार्च 2021*
⛅ *दिन – शुक्रवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2077*
⛅ *शक संवत – 1942*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – वसंत*
⛅ *मास – फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – माघ)*
⛅ *पक्ष – कृष्ण*
⛅ *तिथि – चतुर्दशी शाम 03:02 तक तत्पश्चात अमावस्या*
⛅ *नक्षत्र – शतभिषा रात्रि 10:51 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*
⛅ *योग – सिद्ध सुबह 08:30 तक तत्पश्चात साध्य*
⛅ *राहुकाल – सुबह 11:19 से दोपहर 12:48 तक*
⛅ *सूर्योदय – 06:51*
⛅ *सूर्यास्त – 18:45*
(सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे जिलेवार अंतर संभव है)
⛅ *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -*
💥 *विशेष – चतुर्दशी और अमावस्या के दिन ब्रह्मचर्य पालन करे तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷

➡ *13 मार्च 2021 शनिवार को अमावस्या है ।*
🏡 *घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
या पारिवारिक कलह रहती हो तो घर मे जब पोछा लगये तो उस पानी मे पिसा हुआ कपूर ;फिटकरी ;खड़ा नामक और गौझरण मिला के लगाइए और फिर परिवर्तन देखिए।

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *अमावस्या* 🌷

🙏🏻 *अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)*
🌞 *~ सनातन धर्म पंचांग ~* 🌞

🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷

🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*
🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*
🔥 *आहुति मंत्र* 🔥
🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*

पंचक
11 मार्च प्रात: 9.19 बजे से 16 मार्च प्रात: 4.45 बजे तक
7 अप्रैल दोपहर 3 बजे से 12 अप्रैल प्रात: 11.30 बजे तक

आमलकी एकादशी गुरुवार, 25 मार्च 2021

26 मार्च: प्रदोष व्रत

फाल्गुन पूर्णिमा 28 मार्च, रविवार

फाल्गुनी अमावस्या- शनिवार, 13 मार्च 2021.
जय श्री राम 
मेष
आज का दिन आपके लिए कुछ परिवर्तन लेकर आ सकता है। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन होने से आप कभी घबराते नहीं हैं लेकिन सरकार और व्यवस्था की तरफ से कुछ ऐसे बदलाव हो सकते हैं, जिससे आपकी हिम्मत जवाब दे सकती है। भाई-बहनों की सलाह से आज आपके सभी कार्य पूर्ण होते दिख रहे हैं। ससुराल पक्ष के किसी भी व्यक्ति के लेनदेन से बचना होगा, नहीं तो रिश्तों में खटास आ सकती है। संतान के भविष्य के प्रति सचेत रहें।
जय श्री राम 

वृष 
आज का दिन आपके कार्यक्षेत्र में कुछ निराशा लेकर आएगा, लेकिन आपको कठिन परिश्रम करके उस निराशा को खत्म करना होगा। आप हमेशा ही दूसरों के भरोसे कुछ प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन ऐसा बहुत लंबे समय तक नहीं चलेगा। आपके धन कोष में आज कमी हो सकती है, लेकिन परेशान ना हों क्योंकि वह ज्यादा समय तक नहीं चलेगी। आज पड़ोसी से किसी भी वाद विवाद से बचना होगा।
जय श्री राम 
मिथुन
आज आपके शत्रु प्रबल रहेंगे। वह आपके काम में अड़ंगा डाल सकते हैं या किसी अटकलबाजी के कारण आप अपने लक्ष्य से दूर रह सकते हैं। यदि आप इसी तरह लक्ष्य से दूर होते रहेंगे, तो आपका उत्साह घटता रहेगा और आपकी प्रगति में रुकावटें आती रहेंगी, इसलिए स्वयं को जरूरत के हिसाब से ढाल लें ताकि कोई भी आप का फायदा ना उठा सके। आज आपके परिवार में कोई जन्मदिन इत्यादि हो सकता है, जिससे परिवार के सभी सदस्य व्यस्त नजर आएंगे। आज शाम के समय कहीं से धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
जय श्री राम 
कर्क
आपके व्यवसाय में आज आपको कई ऐसे अवसर मिलेंगे, जो आप को प्रगति के मार्ग पर ले जाएंगे, जिससे परिचय में आपको अपनी आर्थिक स्थिति की चिंता थोड़ी कम होगी। ऐसे अवसरों को आपको पहचानना होगा। समाज सेवा करना लाभदायक रहेगा। दुगनी रात चौगुनी उन्नति करेंगे। यदि आप इसके लिए किसी संगठन से जुड़ना चाहते हैं, तो वह बहुत अच्छा रहेगा। जीवनसाथी का आज आपको भरपूर सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों को आज अपने भविष्य को सुदृढ़ बनाने के लिए कुछ नयी प्रतियोगिताओं में भाग लेना पड़ेगा।
जय श्री राम 
सिंह
आपकी नौकरी व्यवसाय में आज आपको अपने अधिकारियों का सानिध्य प्राप्त होगा, जिससे एक नई ऊर्जा उत्पन्न होगी। आप अपने मधुर व्यवहार के कारण आज अपने व्यवसाय के चारों ओर के माहौल को खुशनुमा बना देंगे, जिससे आपके कुछ शत्रु भी उत्पन्न हो सकते हैं। विद्यार्थी आज अपना कुछ समय मनोरंजन के कार्यों में भी व्यतीत करेंगे। आज आप अपनी संतान के प्रति अपने दायित्व को पूरा करेंगे।
जय श्री राम 
कन्या
आज का दिन आपको ज्यादा सोचने के लिए मजबूर करेगा क्योंकि कामकाज की स्थिति अनुकूल नहीं है। परिवार में संपत्ति के लिए चल रहे बंटवारे को आप को स्वीकार करना होगा, जिससे आपके मन को ठेस पहुंचेगी। आपके भाई या बहन की शादी का प्रस्ताव आज प्रबल हो सकता है। आज शाम के समय आप किसी धार्मिक स्थान पर भी जा सकते हैं।
जय श्री राम 
तुला
आपको अपने कार्य क्षेत्र में स्वयं ही मेहनत करनी होगी। सभी कार्य दूसरों के भरोसे नहीं छोडने होंगे क्योंकि लोग इसका फायदा उठा सकते हैं। आज शाम का समय आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ बिताएंगे, जो आपके लिए राहत भरा रहेगा। आज आपके पिताजी की सेहत में कुछ गिरावट आ सकती है, इसलिए ध्यान रखें। संपत्ति को लेकर आज परिवार में कई वाद विवाद उत्पन्न हो सकता है।
जय श्री राम 
वृश्चिक
आज आप अपने व्यवसाय को लेकर थोड़े चिंतित रहेंगे क्योंकि आपको एक के बाद एक नुकसान सहने पढ़ रहे होंगे, लेकिन परेशान ना हों। आज आपको अपने कार्यों को करने में थोड़ा विलंब हो सकता है। आर्थिक स्थिति की चिंता हो सकती है। विद्यार्थी अपने भविष्य की योजनाओं के लिए कठिन परिश्रम करते नजर आएंगे। धर्म-कर्म के कार्यक्रम में आज आपकी रुचि बढ़ी नजर आएगी।
धनु
आज का दिन आपके लिए उत्तम फलदायक रहेगा। आपके जो जरूरी कार्य चल रहे थे। आज उनके बन जाने से आपको भरपूर खुशी मिलेगी और आगे का समय आपका अच्छा कटने लगेगा और इसके बाद यह भी आपकी आर्थिक स्थिति के लिए एक अच्छी खुशखबरी होगी। यदि आपका कहीं पर रुका हुआ धन था, तो वह भी आपके हाथ लग सकता है, जिससे आपके दोनों हाथ में लड्डू होंगे। आपको ऐसा महसूस होगा। प्रेम जीवन सुदृढ़ होगा।
जय श्री राम 
मकर
आज का दिन आपके लिए काफी उलझन भरा रहेगा। एक ओर तो आप अपने जीवनसाथी के लिए कोई उपहार खरीदने की जल्दी में रहेंगे, तो दूसरी और आपको अपने कार्य क्षेत्र में काम करने का प्रेशर भी ज्यादा रहेगा। सही वक्त पर आज आपका वाहन भी आपका साथ नहीं देगा, इसलिए आपको अपनी सूझबूझ का परिचय देना होगा। आज आप दान पुण्य के कार्यों पर भी कुछ धन दे सकते हैं।
कुंभ
आज आप अपने दोस्तों के साथ अपने व्यवसाय की चर्चा कर सकते हैं। उनकी सलाह आपके व्यवसाय के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। आज आप अपने आप को थोड़ा कमजोर महसूस करेंगे, इसलिए सेहत का ध्यान रखना आवश्यक है। यदि आप बहुत लंबे समय से कोई धन-संपत्ति खरीदना चाहते थे, तो उसके लिए आज दिन उत्तम रहेगा। जीवनसाथी की सलाह आज आपके लिए कारगर साबित होगी।
मीन
आज आप अपने व्यवसाय के लिए गंभीर सोच विचार वाले नजर आएंगे, बहुत समय से व्यवसाय पर ध्यान न देने के कारण जो परेशानी चल रही है। आज आप उनको समझेंगे, लेकिन उसके लिए आपको आलस्य का त्याग करना होगा, तभी यह संभव है आज आप अपने जीवन साथी के लिए कोई उपहार खरीद सकते हैं, जिससे वह खुश नजर आएंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में आज कुछ निराशा हाथ लग सकती है।

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं

दिनांक 12 को जन्मे व्यक्तियों का अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं।
जय श्री राम विनोद ज्योतिषी जींद 9416060892
9416101327

शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30

शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9

शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052

ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु

शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी

कैसा रहेगा यह वर्ष
घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद है। नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है।

जय श्री राम विनोद ज्योतिषी 
जींद हरियाणा 9416060892,💐🙏भगवान मनु सृष्टि के आदि पुरुष हैं💐💐भगवान मनु सृष्टि के आदि पुरुष हैं, उन्होंने समस्त विश्व को दुखों से मुक्ति दिलाने के लिए मानव सृष्टि के कल्याण हेतु सार्वभौमिक रीति नीति सुनिश्चित की है। ये रीति नीतियां आज की भांति किसी संप्रदाय विशेष के लिए न हो कर मानवता के लिए हैं। समस्त सृष्टि के कल्याण के लिए हैं। मनु महाराज सतयुग के महाराज हुए हैं। उनकी विश्व कल्याण की रीति नीति शाश्वत और सर्वकालिक होने के कारण ही लोगों ने उन्हें अपना आदर्श माना है। कुछ लोग अज्ञानता अथवा दुराग्रह वश मनुवादी कह कर इन रीति नीतियों का उपहास भी करते हैं लेकिन वे ऐसे ही हैं जैसे हम कभी सूर्य की गर्मी से तंग होने पर जीवन दाता भगवान सूर्य को ही अपशब्द कह डालते हैं। मनु महाराज के समकक्ष सतयुग के राजा मान्धाता भी चक्रवर्ती हुए हैं 

मनुस्मृति सनातन का एक प्राचीन धर्म शास्त्र है। इसे मानव-धर्म-शास्त्र, मनुसंहिता आदि नामों से भी जाना जाता है। यह उपदेश के रूप में है जो मनु द्वारा ऋषियों  को दिया गया। इसके बाद के ‘धर्मग्रन्थकारों’ ने मनुस्मृति को एक सन्दर्भ के रूप में स्वीकारते हुए इसका अनुसरण किया है।धर्मशास्त्रों के ग्रंथकारों के अतिरिक्त शंकराचार्य , शबर स्वामी  जैसे दार्शनिक भी प्रमाणरूपेण इस ग्रन्थ को उद्धृत करते हैं। परम्परानुसार यह स्मृति  स्वायंभुव मनु  द्वारा रचित है, वैवस्वत या प्राचनेस मनु द्वारा नहीं। मनुस्मृति से यह भी पता चलता है कि स्वायंभुव मनु के मूलशास्त्र का आश्रय कर भृगु  ने उस स्मृति का उपबृंहण (परिवर्धन) किया था, जो प्रचलित मनुस्मृति के नाम से प्रसिद्ध है। इस ‘भार्गवीया मनुस्मृति’ की तरह ‘नारदीया मनुस्मृति’ भी प्रचलित है। मनुस्मृति वह धर्मशास्त्र है जिसकी मान्यता जगविख्यात है। न केवल भारत में अपितु विदेश में भी इसके प्रमाण के आधार पर निर्णय होते रहे हैं और आज भी होते हैं। अतः धर्मशास्त्र के रूप में मनुस्मृति को विश्व की अमूल्य निधि माना जाता है। भारत में वेदों के उपरान्त सर्वाधिक मान्यता और प्रचलन ‘मनुस्मृति’ का ही है। इसमें चारों वर्णों, चारों आश्रमों, सोलह संस्कारों तथा सृष्टि उत्पत्ति के अतिरिक्त राज्य की व्यवस्था, राजा के कर्तव्य, भांति-भांति के विवादों, सेना का प्रबन्ध आदि उन सभी विषयों पर परामर्श दिया गया है जो कि मानव मात्र के जीवन में घटित होने सम्भव है। यह सब धर्म-व्यवस्था वेद पर आधारित है। मनु महाराज के जीवन और उनके रचनाकाल के विषय में इतिहास-पुराण स्पष्ट नहीं हैं। तथापि सभी एक स्वर से स्वीकार करते हैं कि मनु आदिपुरुष थे और उनका यह शास्त्र आदिशास्त्र है।

तदुुपरांत धर्मग्रंथों के अनुसार राजा वैवस्वत मनु का जन्म 6382 विक्रम संवत पूर्व वैशाख कृष्ण पक्ष 1 को हुआ था अर्थात ईसा पूर्व 6324 को हुआ था। मनु: पीपाभिधो जात उत्तराफाल्गुनी युजी ।

पूर्णिमायां ध्रुवे चैत्र्यां धनवारे बुधस्य च ।

*भगवान श्री रामचन्द्र जी का विवाह और राज्याभिषेक दोनों शुभ मुहूर्त देख कर ही किया गया था, फिर भी ना वैवाहिक जीवन सफल हुआ और ना ही राज्याभिषेक।*

*और जब मुनि वशिष्ठ से*
*इसका जवाब मांगा गया तो*
*उन्होंने साफ कह दिया-*

*सुनहु भरत भावी प्रबल*
*बिलखि कहेहूं मुनिनाथ*
*लाभ-हानि जीवन-मरण*
*यश – अपयश विधि हाथ*

*👉🏿अर्थात:-*
*जो विधि ने निर्धारित किया है।*
*वही होकर रहेगा।*

*ना भगवान श्री राम जी के*
*जीवन को बदला जा सका और*
*ना ही भगवान श्री कृष्ण जी के।*

*ना ही भगवान शिव, सती की मृत्यु*
*को टाल सके, जबकि महामृत्युंजय*
*मंत्र उन्हीं का आह्वान करता है।*

*ना श्री गुरु अर्जुन देव जी, ना श्री गुरु तेग बहादुर जी और ना ही दश्मेश पिता श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी अपने साथ होने वाले विधि के विधान को टाल सके, जबकि आप सब समर्थ थे।*

*रामकृष्ण परमहंस जी भी*
*अपने कैंसर को ना टाल सके।*

*ना रावण अपने जीवन को बदल*
*पाया और ना ही कंस, जबकि दोनों*
*के पास समस्त शक्तियां थीं।*

*मानव अपने जन्म के साथ ही जीवन, मरण, यश, अपयश, लाभ, हानि, स्वास्थ्य, बीमारी, देह, रंग, परिवार, समाज, देश और स्थान सब पहले से ही निर्धारित करके आता है।*

*इसलिए अच्छे कर्म करें वही आपके संचित कर्म हैं कर्म ही प्रारब्ध हैं प्रारब्ध से ही भाग्य बनता है उसी को विधाता आपको वापस देते हैं यही विधि का विधान है। इसलिए सरल रहें, सहज रहें, मन कर्म और वचन से सद्कर्म में लीन रहें। हिंसा न करें हिंसा ही अधर्म है। अधर्म का नाश ही धर्म है। मुहूर्त ना जन्म लेने का है और ना ही मरने का है ये सब खेल आपके कर्म का है जो सदैव आपके ही साथ चलता है * छीणे पुण्ये मृत्युलोका वसंति अर्थात पुण्य छीण होने पर ही मृत्युलोक वापस आना पड़ता है। अन्यथा आप अमर हैं। इसीलिए अपनी अमरता के लिए प्रयासरत रहें मृत्युर्माम अमृत्य गमय:… हरीश मैखुरी 

💐💐 *||।।हरिॐ।।||* 💐💐

*किसके जीवन में समस्याएं नहीं आती? सभी के जीवन में आती हैं। कुछ लोग समस्याओं के आने पर घबरा जाते हैं, वे हार जाते हैं। परंतु *कुछ लोग घबराते नहीं, वे उनसे युद्ध करते हैं, और जीत भी जाते हैं।*
यदि जीवन में समस्याएं न आएं, तो व्यक्ति में शक्ति और गुणों का विकास कैसे होगा?
ये समस्याएं आपकी शक्ति और गुणों का विकास करती हैं। आपके अंदर संघर्ष करने के सामर्थ्य को बढ़ाती हैं। जैसे रात को अंधेरा हो जाता है, तो सितारे चमकते हैं। वे रात के अंधेरे में ही तो दिखाई देते हैं। दिन में तो सूर्य प्रकाश में वे दिखते नहीं। यदि दिन की तरह, सदा ही प्रकाश बना रहे, तो उन तारों का क्या मूल्य, जो दिन में दिखते ही नहीं।
*रात्रि में अंधकार होता है, तभी उनकी चमक आपको सुंदर और आकर्षक लगती है।* इसलिए आप उदास निराश बुझे हुए से, टूटे हुए सितारे की तरह से न जीएँ। बल्कि एक चमकता हुआ सितारा बनें. समस्याओं से संघर्ष करें, उन्हें जीतें, और चमकते सितारे की तरह संसार के सामने प्रस्तुत होवें। तभी आपका जीवन सार्थक होगा। – *स्वामी विवेकानंद परिव्राजक*

🔶आरोग्य🔶 सुबह पेट साफ नहीं होता तो उसके लिए घरेलू उपाय
राजेश मंत्री
कब्ज की समस्या एक आम समस्या है। यह बहुत लोगों में देखने को मिलती है। परंतु इस समय से छुटकारा पाने के लिए हम क्या करें कि सुबह-सुबह हमारा पेट बड़ी ही आसानी से साफ हो जाए। आइए जानते हैं इसके बारे में-

लस्सी :- अगर हम रोजाना दोपहर के भोजन में एक गिलास लस्सी और उसमें थोड़ा सा जीरा और काला नमक डालकर पीते हैं तो हमारी यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाती है और हमारा पेट सुबह साफ हो जाता है।

सौंफ:- अगर हम रोजाना खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करते हैं तो इससे हमारे पेट में गैस नहीं बनती है और पेट भी सुबह अच्छी तरह से साफ हो जाता है।

नींबू और शहद :- अगर हम सुबह हल्के से गरम पानी ने थोड़ी सी शहद और नींबू डालकर पीते हैं, तो हमारा पेट एक बार में अच्छी तरह से साफ हो जाता है

गोमूत्र अर्क:- अगर हम कुछ दिनों के लिए सुबह- सुबह खाली पेट थोड़ा सा गोअर्क पीते हैं, तो हमारी यह समस्या हमेशा- हमेशा के लिए समाप्त हो जाती हैं।

सलाद:-अगर हम रोजाना सलाद खाते हैं तो भी हम इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं और सुबह हमारा पेट भी अच्छी तरह से साफ हो जाता है।

फाइबर युक्त भोजन:-अगर हम रोजाना अपने आहार में फाइबर की मात्रा अधिक लेते हैं, तो यह भी कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने का 1 रामबाण उपाय हैं।

फलों का सेवन:- अगर हम नित्य प्रति कोई भी एक या दो फल खाते हैं, तो इससे भी हमारा पेट अच्छी तरह से साफ हो जाता है।पपीता इसके लिए बहुत ही अच्छा फल है ।

दूध:- अगर हम रोजाना एक गिलास दूध पीते हैं तो इससे भी कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

पानी :- अगर हम रोजाना 2 या 3 लीटर पानी पीते हैं, तो इससे भी कब्ज जैसी समस्या से काफी छुटकारा मिलता है और हमारा पेट सुबह अच्छी तरह से साफ हो जाता है। नोट:- यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिये है !