*हमारे पूर्वजों की दूरदर्शिता*
लाखों वर्षों पूर्व हमारे वेद पुराणों में बीमारी को रोकने के लिए स्वच्छता के उपदेश दिए गये हैं 👇
1. लवणं व्यञ्जनं चैव घृतं
तैलं तथैव च ।
लेह्यं पेयं च विविधं
हस्तदत्तं न भक्षयेत् ।।
धर्म सिन्धु ३पू. आह्निक
*नमक, घी, तेल, चावल और अन्य खाद्य पदार्थ हाथ से न परोसें, चम्मच का उपयोग करें* ।
2. अनातुरः स्वानि खानि न
स्पृशेदनिमित्ततः ।।
मनुस्मृति ४/१४४
*बिना समुचित कारण के अपनें हाथ से अपनी इंद्रियों, अर्थात आंख, नाक, कान आदि, को न छुयें।*
3. अपमृज्यान्न च स्न्नातो
गात्राण्यम्बरपाणिभिः ।।
मार्कण्डेय पुराण ३४/५२
*पहने कपड़े को दोबारा न पहनें, स्नान के बाद बदन को सुखाएं*।
4. हस्तपादे मुखे चैव पञ्चाद्रे
भोजनं चरेत् ।।
पद्म०सृष्टि.५१/८८
नाप्रक्षालितपाणिपादो
भुञ्जीत ।।
सुश्रुतसंहिता चिकित्सा
२४/९८
*अपने हाथों, पांव, मुँह को भोजन करने के पहले धोएं*।
5. स्न्नानाचारविहीनस्य सर्वाः
स्युः निष्फलाः क्रियाः ।।
वाघलस्मृति ६९
*बिना स्नान और शुद्धि के किया गया हर कर्म निष्फल होता है।*
6. न धारयेत् परस्यैवं
स्न्नानवस्त्रं कदाचन ।I
पद्म० सृष्टि.५१/८६
*दूसरे व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गये वस्त्र (तौलिया आदि) को स्नान के बाद शरीर पोछने के लिए उपयोग न करें।*
7. अन्यदेव भवद्वासः
शयनीये नरोत्तम ।
अन्यद् रथ्यासु देवानाम
अर्चायाम् अन्यदेव हि ।।
महाभारत अनु १०४/८६
*शयन, बाहर जाने और पूजा के समय अलग अलग वस्त्र उपयोग करें।*
8. तथा न अन्यधृतं (वस्त्रं
धार्यम् ।।
महाभारत अनु १०४/८६
*दूसरे के पहने वस्त्र को न धारण करें.*
9. न अप्रक्षालितं पूर्वधृतं
वसनं बिभृयाद् ।।
विष्णुस्मृति ६४
*एक बार पहनें कपड़े को दोबारा बिना धोये न पहनें।*
10. न आद्रं परिदधीत ।।
गोभिसगृह्यसूत्र ३/५/२४
*गीले कपड़े न पहनें।*
ये सावधानियां हमारे सनातन धर्म में लाखों वर्षों पूर्व बताई गई हैं. स्वच्छता के लिए हमें उस समय आगाह किया गया था, जब माइक्रोस्कोप नहीं था, लेकिन हमारे पूर्वजों ने इस वैदिक ज्ञान को धर्म के रूप स्थापित किया, सदाचार के रूप में अनुसरण करने को कहा।*सबसे दिलचस्प तथ्य* 🧐
1. नाखूनों पर दिखाई देने वाली Zn की कमी
2. दूध के साथ विटामिन सी की गोलियां न लें। दूध उसके अवशोषण को कम कर देता है
3. लगभग जो दवा हम लेते हैं उसका प्लेसीबो प्रभाव होता है: – इसका मतलब है कि यह केवल रोगियों को सुखद प्रभाव और संतुष्टि देता है
4. कई डॉक्टर M.B.B.S पूरा करने के बाद भी ईसीजी को नहीं समझ सकते हैं।
5. यदि कोई डॉक्टर कहता है कि बीमारी का कारण अज्ञातहेतुक है, तो इसका मतलब है कि उसे भी इसका कारण नहीं पता है।
6. एक बुखार आपको मर सकता है। !!
7. बिना साइड इफेक्ट के ऐसी कोई चीज और दवा नहीं है। हालांकि अधिकांश दुष्प्रभाव शरीर द्वारा आसानी से लड़े जाते हैं। एस्पिरिन जैसे कुछ को आंतरिक रक्तस्राव का कारण माना जाता है।
8. सब्जियों में 97% पानी होता है, और बाकी फाइबर और खनिज और विटामिन होते हैं। इसलिए सब्जियां खाना अच्छा है।
9. ज्यादातर एक डॉक्टर डॉक्टर से शादी करता है। कारण है M.B.B.S का लंबा सफर यह 5.5 साल का है। तो एक डॉक्टर ही डॉक्टर को समझ सकता है,
10. अगर आपके हाथ या नाखून पीले हैं, तो महिला में सबसे आम निदान एनीमिया (कम हीमोग्लोबिन) है
11. पसीने की मीठी गंध मधुमेह का संकेत है। यह ओडी केटोएसिडोसिस के कारण है। तो कीटोन बॉडी पसीने में आती है मुख्य रूप से एसीटोन (अगर मैं गलत नहीं हूं)
12. दवा का रंग सिर्फ मरीजों को सुखद प्रभाव देता है। इसका प्रत्यक्ष रूप से कोई लाभ और महत्व नहीं है।
13. विटामिन बी12 पादप स्रोतों में कभी भी मौजूद नहीं होता है। शाकाहारियों के लिए विटामिन बी 12 का एकमात्र स्रोत दही
14 है। विटामिन की कमी से बीमारी होती है लेकिन विटामिन की अधिकता से बीमारी भी होती है। इसलिए लंबे समय तक विटामिन की दवा लेने से पहले सावधानी बरतें
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*तिलक लगाने के बाद चावल के दाने क्यों लगाए जाते है…???*
ये तो आपने अक्सर देखा होगा, कि जब आपके घर में कोई त्यौहार, शादी या पूजा का समय होता है, तो इसकी शुभ शुरुआत व्यक्ति को तिलक लगा कर की जाती है. जी हां ये तो सब को मालूम है कि पूजा के दौरान व्यक्ति को तिलक लगाया जाता है, क्यूकि तिलक लगाना शुभ माना जाता है. मगर क्या आपने कभी ये सोचा है कि तिलक लगाने के बाद व्यक्ति के माथे पर चावल क्यों लगाए जाते है. यकीनन आपको कभी ये सोचने की जरूरत ही नहीं पड़ी होगी. हालांकि आज हम आपको ये बताएंगे कि तिलक लगाने के बाद उसके ऊपर चावल क्यों लगाए जाते है. गौरतलब है कि पूजा के दौरान माथे पर कुमकुम का तिलक लगाते समय चावल के दाने भी ललाट पर जरूर लगाए जाते है।
ऐसा क्यों किया जाता है, इसके पीछे की वजह भी आज हम आपको विस्तार से बताते है. अगर वैज्ञानिक दृष्टि की बात करे तो माथे पर तिलक लगाने से दिमाग में शांति और शीतलता बनी रहती है. इसके इलावा चावल को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. वही अगर शास्त्रों की बात करे तो चावल को हविष्य यानि हवन में देवी देवताओ को चढ़ाने वाला शुद्ध अन्न माना जाता है। एक और मान्यता के अनुसार चावल का एक अन्य नाम अक्षत भी है इसका अर्थ कभी क्षय ना होने वाला या जिसका कभी नाश नही होता है। तभी तो हम हर खास मौके पर चावल जरूर बनाते है. दरअसल ऐसा माना जाता है कि कच्चे चावल व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते है. यही वजह है कि पूजा के दौरान न केवल माथे पर तिलक लगाया जाता है, बल्कि पूजा की विधि संपन्न करने के लिए भी चावलों का इस्तेमाल किया जाता है।
आपने अक्सर देखा होगा कि पूजा में तिलक और पुष्प के साथ कुछ मीठा और चावल जरूर होते है. वो इसलिए क्यूकि पूजा की विधि बिना चावलों के पूरी नहीं हो सकती. यही वजह है कि चावलों को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है और इसे माथे पर तिलक के साथ लगाया जाता है.
इसके इलावा पूजा में भी कुमकुम के तिलक के ऊपर चावल के दाने इसलिए लगाए जाते है, ताकि हमारे आस पास जो नकारात्मक ऊर्जा है, वो दूर जा सके या खत्म हो सके. जी हां इसे लगाने का उद्देश्य यही होता है कि वो नकारात्मक ऊर्जा वास्तव में सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो सके।
यक़ीनन इसे पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि माथे पर कुमकुम का तिलक लगाने के बाद उसके ऊपर चावल के दाने क्यों लगाए जाते है. हालांकि अगर आप पूजा के समय माथे पर केवल तिलक लगाते है और चावल के दानो का इस्तेमाल नहीं करते, तो यह सही नहीं है। अगर आप ऐसा करते है, तो अब से ऐसा कभी मत कीजियेगा, क्यूकि इससे न केवल पूजा अधूरी होने का आभास होता है, बल्कि इससे नकारात्मक ऊर्जा भी आपके आस पास भटकती रहती है. इसलिए हम तो यही कहेगे कि हर पूजा में चावलों का विशेष महत्व है. ऐसे में आपको चावलों का प्रयोग करना कभी नहीं भूलना चाहिए।
हम आशा करते हैं, कि इस जानकारी को पढ़ने के बाद आपको चावलों का महत्व पूरी तरह से समझ आया होगा।
🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, ५ जनवरी २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०७:१४
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३३
चन्द्रोदय: 🌝 ०९:३५
चन्द्रास्त: 🌜२०:२७
अयन 🌕 उत्तरायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌫️ शिशिर
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 पौष
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 तृतीया (१४:३४ तक)
नक्षत्र 👉 श्रवण (०८:४६ तक)
योग 👉 वज्र (१८:१५ तक)
प्रथम करण 👉 गर (१४:३४ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२५:२६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 धनु
चंद्र 🌟 कुंम्भ (१९:५३ से)
मंगल 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मकर (उदित, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 धनु (उदय, पश्चिम, वक्री)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 २१:२८ से २२:५८
रवियोग 👉 ०८:४६ से ३१:११
विजय मुहूर्त 👉 १४:०५ से १४:४६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२१ से १७:४५
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५५ से २४:५०
ब्रह्म मुहूर्त 👉 २९:२४ से ३०:१९
राहुकाल 👉 १२:२२ से १३:३९
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०८:३१ से ०९:४८
होमाहुति 👉 सूर्य (०८:४६ तक)
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१४:३४ तक)
भद्रावास 👉 मृत्यु (२५:२६ से)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम १९:५४ से)
शिववास 👉 सभा में (१४:३४ क्रीड़ा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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शुक्र वक्री पश्चिम में, पंचक आरम्भ १९:५३ से आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०८:४६ तक जन्मे शिशुओ का नाम
श्रवण नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (खो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम धनिष्ठा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ग, गी, गू, गे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
धनु – २९:५० से ०७:५४
मकर – ०७:५४ से ०९:३५
कुम्भ – ०९:३५ से ११:०१
मीन – ११:०१ से १२:२४
मेष – १२:२४ से १३:५८
वृषभ – १३:५८ से १५:५३
मिथुन – १५:५३ से १८:०८
कर्क – १८:०८ से २०:२९
सिंह – २०:२९ से २२:४८
कन्या – २२:४८ से २५:०६
तुला – २५:०६ से २७:२७
वृश्चिक – २७:२७ से २९:४६
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०७:१४ से ०७:५४
शुभ मुहूर्त – ०७:५४ से ०८:४६
रज पञ्चक – ०८:४६ से ०९:३५
शुभ मुहूर्त – ०९:३५ से ११:०१
चोर पञ्चक – ११:०१ से १२:२४
रज पञ्चक – १२:२४ से १३:५८
शुभ मुहूर्त – १३:५८ से १४:३४
चोर पञ्चक – १४:३४ से १५:५३
शुभ मुहूर्त – १५:५३ से १८:०८
रोग पञ्चक – १८:०८ से २०:२९
शुभ मुहूर्त – २०:२९ से २२:४८
मृत्यु पञ्चक – २२:४८ से २५:०६
अग्नि पञ्चक – २५:०६ से २७:२७
शुभ मुहूर्त – २७:२७ से २९:४६
शुभ मुहूर्त – २९:४६ से ३१:११
रज पञ्चक – ३१:११ से ३१:१४
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज दिन का पहला भाग आपकी आशाओं के विपरीत रहने वाला है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहने से धन की कमी अनुभव होगी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर कीसी से कर्ज लेने की नौबत भी आ सकती है। आस-पडोसी की गलतियों को आज नजरअंदाज करें अन्यथा छोटी बात बड़ा विवाद खड़ा कर देगी। परिजनों की सहानुभूति मानसिक कमजोरी दूर करेगी। धार्मिक गतिविधियों में भी फिजूल खर्ची पर नियंत्रण रखें। अल्प धन लाभ होगा। मध्यान बाद स्थिति में कुछ समय के लिये सुधार तो आएगा लेकिन स्वभाव में लापरवाही भी बढ़ने से कोई खास लाभ नही उठा पाएंगे।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन के पूर्वार्ध में आपको परिश्रम के अनुसार फल ना मिलने से मानसिक पीड़ा हो सकती है। दिमाग में नए-नए विचार आने से किसी ठोस निर्णय लेने में परेशानी होगी। नई वस्तुओ की खरीददारी अथवा नये कार्य में निवेश आज ना करें। उत्तरार्ध के बाद स्थिति बेहतर होने लगेगी। धन की आमद होने से वित्तीय आयोजन कर पाएंगे। थोक के व्यवसायी आज निवेश कर सकते है आगे लाभ होगा। परिवार में किसी के बीमार होने से धन का व्यय भी रहेगा परन्तु शांति भी रहेगी। धर्म पर खर्च कर सकते है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता अधिक रहेगी हाथ में लिए अनुबंध समय पर पूर्ण नहीं करने के कारण आलोचना हो सकती है। स्वभाव से भी आज ढीलापन रहने के कारण भागदौड़ वाले कार्यो से बचने का प्रयास करेंगे। लेकिन फिर भी आज कार्य क्षेत्र पर अधिकांश कार्य अपने ही बलबूते करना पड़ेगा। सहकारी कार्य लेट-लतीफी के कारण अधूरे रहेंगे। नयी योजनाओं को हाथ में लेने से पहले हानि-लाभ की समीक्षा करलें। संध्या के बाद आर्थिक विषयो में सफलता मिलेगी। यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी लेकिन आज टालना ही बेहतर रहेगा। सर, अथवा कमर से निचले भाग में समस्या बनने की सम्भवना है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आंशिक शुभ रहेगा। पुरानी गलतियों या व्यवहार की कमी के कारण आज मन में ग्लानि रहेगी। सेहत भी आज थोड़ी विपरीत रहने से मन की बहुप्रतीक्षित इच्छा अधूरी रह सकती है परन्तु आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभदायक रहेगा। थोड़े परिश्रम से आशा से अधिक मुनाफा कमा सकते है इसके लिए कुछ अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। आज शेयर सट्टे में निवेश शीघ्र लाभ देगा। पैतृक संपत्ति के कार्य अधूरे रह सकते है। घरेलू सुख सामान्य से उत्तम रहेगा। आज कही सुनी बातों पर विश्वास ना करें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन भी ग्रह स्थिति घर बाहर उथल पुथल कराएगी में आपको घरेलु मामलो में विशेष सावधानी बरतने की आयवश्यक रहेगी। रूठने-मनाने में दिन का कुछ भाग व्यर्थ हो सकता है। बुजुर्ग वर्ग भी आज आपकी विचारधारा के विपरीत सोच रखेंगे जिससे तालमेल बैठाने में मुश्किल होगी। कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति आपकी लाचारी का फायदा उठा सकता है। आज किसी के आगे समर्पण ना करें थोड़ा धैर्य रख मध्यान बाद की प्रतीक्षा करें परिस्थितियां सुधारने पर राहत मिलने लगेगी। आज बाहरी व्यक्ति से मन के भेद प्रकट ना करें। सेहत अकस्मात खराब हो सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आप कार्यो की भरमार रहने के कारण भ्रमित हो सकते है। परिश्रम का उचित फल नहीं मिलेगा दोपहर तक कार्यो में व्यवधान आने से निराश रहेंगे परन्तु संध्या के समय किसी परिचित के सहयोग से लाभ होने से खर्च निकल जाएंगे। लेकिन संध्या का समय शारीरिक रूप से सावधानी बरतने का है आकस्मिक दुर्घटना अथवा किसी अशुभ समाचार के मिलने से मन परेशान होगा। सरकारी कार्य आज भी निरस्त करें। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय नहीं दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी अस्तव्यस्त रहने से मनोकामना अधूरी रह सकती है। मध्यान तक जोखिम वाले कार्यो से बचने का प्रयास करें अन्यथा परेशानी में पड़ सकते है। आज कार्य क्षेत्र पर किसी से ना उलझे पद एवं प्रतिष्ठा की हानि हो सकती है। सांसारिक गतिविधियों में व्यस्त रहने के कारण स्वयं की अनदेखी करनी पड़ेगी परन्तु इसके बदले धन लाभ होने से संतोष रहेगा। दोपहर बाद धर्म-कर्म में अधिक रुचि रहेगी धार्मिक कार्यक्रमो में उपस्थिति देंगे। घर के बुजुर्गो से नए अनुभव मिलेंगे। पत्नी संतान का सुख मिलेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे लेकिन आज हाथ खुला रहने से भविष्य में बड़े खर्च की योजना भी बनेगी। सामाजिक गतिविधियों में पूरा समय ना दे पाने से लोगो से दूरी बन सकती है। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा। सन्तानो के ऊपर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। सेहत छोटी मोटी व्याधि को छोड़ सामान्य रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन मिला-जुला रहेगा। सेहत लगभग सामान्य रहेगी। आज कई दिनों से लटके किसी अनुबंध के आगे बढ़ने से धन लाभ की कामना अधूरी रहेगी। व्यवसाय के ऊपर अधिक ध्यान देने के बाद भी कार्य विलम्ब से पूर्ण होंगे लाभ के कई अवसर मिलेंगे परन्तु धनागम के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। संध्या बाद आवश्यकता अनुसार धन की पूर्ति हो जाएगी। आज कार्य क्षेत्र पर आपकी लापरवाही के चलते अधिकारी वर्ग गर्म हो सकते है। स्टेशनरी अथवा प्रिंटिंग के कार्य से जुड़े जातको को आकस्मिक नए अनुबंध मिल सकते है। परिवार के लिए आप कुछ नया करेंगे।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। सार्वजनिक क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने की संभावना है। बेरोजगार व्यक्तियों को भी रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा लेकिन बड़बोलेपन के कारण महिलाओं के सम्मान में कमी होगी। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़ने से कमर अथवा अन्य अंगों में दर्द की शिकायत रहेगी। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। यात्रा आज किसी न किसी रूप में लाभदायक सिद्ध होगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप अधिक लापरवाह रहने के कारण हानि उठा सकते है। प्रातः काल से ही यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने के बाद भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। नौकरों के ऊपर ज्यादा विश्वास भी हानि का कारण बन सकता है। कार्य क्षेत्र पर चोरी जैसी गतिविधि अथवा आप पर आरोप लगाए जा सकते है सावधान रहे। वाणी में कठोरता रहने से घर में कलह होने की सम्भवना है। आर्थिक लेन-देन लिख कर ही करें। संध्या का समय थकान वाला रहेगा कोई नापसंद कार्य भी करना पड़ सकता है। शारीरिक कमजोरी अनुभव करेंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पहले भाग में आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद होगी। व्यक्तित्व का भी विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। लेकिन धन हाथ मे आने के बाद दिमाग उटपटांग कामो में उलझेगा साथ ही कुछ समय के लिये पारिवारिक समस्याओं के कारण मन अशांत रहेगा। घर में किसी विवाद के बढ़ने की सम्भवना है। मौन दर्शक बनकर रहने में ही भलाई है। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। अतिआवश्यक कार्य दोपहर बाद करना ही हितकर रहेगा।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏