आज का पंचाग आपका राशि फल, आगंन में तुलसी और घर में शंख रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और देवता प्रसन्न होते हैं, चलो अपने शाकाहार का परीक्षण करते हैं, मुगल आक्रमणकारी नये रूप में अतिक्रमणकारी हैं!

🌺🙏🏻 जय श्री गणेशाय नमः 🙏🏻🌺

🌺🙏🏻 जय माता दी 🙏🏻🌺

🌺🙏🏻 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🏻 🌺

*दिनांक :𝀈*
*१६/०३/२०२४, शनिवार*
सप्तमी, शुक्ल पक्ष,
फाल्गुन दिल्ली
______________(समाप्ति काल )

तिथि——सप्तमी 21:37:55 तक
पक्ष————————-शुक्ल
नक्षत्र———–रोहिणी 16:04:29
योग————–प्रीती 18:06:17
करण————–गर 09:47:39
करण———-वणिज 21:37:55
वार———————–शनिवार
माह———————–फाल्गुन
चन्द्र राशि——–वृषभ 28:19:53
चन्द्र राशि——————-मिथुन
सूर्य राशि———————-मीन
रितु————————–वसंत
आयन——————–उत्तरायण
संवत्सर——————-शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————–पिंगल
विक्रम संवत—————-2080
गुजराती संवत————-2080
शक संवत——————1945
कलि संवत—————–5124

दिल्ली
सूर्योदय—————-06:30:36
सूर्यास्त—————-18:29:00
दिन काल————-11:58:23
रात्री काल————-12:00:27
चंद्रोदय—————- 10:29:30
चंद्रास्त—————- 25:15:35*

लग्न—- मीन 1°44′ , 331°44′

सूर्य नक्षत्र———— पूर्वा भाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र—————— रोहिणी
नक्षत्र पाया——————- लोहा

*💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮*

राहू काल 09:30- 11:00 अशुभ
यम घंटा 13:59 – 15:29 अशुभ
गुली काल 06:31 – 07:00
अभिजित 12:06 – 12:54 शुभ
दूर मुहूर्त 08:06 – 08:54अशुभ
वर्ज्यम 08:00 – 09:37 अशुभ

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो कालीमिर्च अथवा लौंग खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषुचl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*💮🚩 पद, चरण 🚩💮*

वी—- रोहिणी 10:00:58

वु—- रोहिणी 16:04:29

वे—- मृगशिरा 22:10:48

वो—- मृगशिरा 28:19:53

*💮🚩 ग्रह गोचर 🚩💮*

ग्रह =राशी, अंश,नक्षत्र,पद
=====================
सूर्य= मीन 01:10, पूo भाo 4 दी
चन्द्र= वृषभ 18:30, रोहिणी 3 वी
बुध= मीन 16:53′ रेवती 1 दे
शुक्र= कुम्भ 10°05, शतभिषा’ 2 सा
मंगल= कुम्भ 00°30′ धनिष्ठा’ 3 गु
गुरु= मेष 19°30 भरणी, 2 लू
शनि= कुम्भ 17°50′ शतभिषा 4 सू
राहू= (व) मीन 22°45 रेवती, 2 दो
केतु= (व) कन्या 22°45 हस्त, 4 ठ

💮चोघडिया, दिन
काल 06:29 – 07:58 अशुभ
शुभ 07:58 – 09:28 शुभ
रोग 09:28 – 10:58 अशुभ
उद्वेग 10:58 – 12:28 अशुभ
चर 12:28 – 13:58 शुभ
लाभ 13:58 – 15:28 शुभ
अमृत 15:28 – 16:57 शुभ
काल 16:57 – 18:27 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:27 – 19:57 शुभ
उद्वेग 19:57 – 21:27 अशुभ
शुभ 21:27 – 22:57 शुभ
अमृत 22:57 – 24:27* शुभ
चर 24:27* – 25:57* शुभ
रोग 25:57* – 27:27* अशुभ
काल 27:27* – 28:57* अशुभ
लाभ 28:57* – 30:27* शुभ
 
*नोट :-* दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
*चर* में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
*उद्वेग* में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
*शुभ* में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
*लाभ* में व्यापार करें।
*रोग* में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
*काल* में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
*अमृत* में सभी शुभ कार्य करें।
 
💮होरा, दिन
शनि 06:29 – 07:28
बृहस्पति 07:28 – 08:28
मंगल 08:28 – 09:28
सूर्य 09:28 – 10:28
शुक्र 10:28 – 11:28
बुध 11:28 – 12:28
चन्द्र 12:28 – 13:28
शनि 13:28 – 14:28
बृहस्पति 14:28 – 15:28
मंगल 15:28 – 16:27
सूर्य 16:27 – 17:27
शुक्र 17:27 – 18:27

🚩होरा, रात
बुध 18:27 – 19:27
चन्द्र 19:27 – 20:27
शनि 20:27 – 21:27
बृहस्पति 21:27 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:27
सूर्य 23:27 – 24:27
शुक्र 24:27* – 25:27
बुध 25:27* – 26:27
चन्द्र 26:27* – 27:27
शनि 27:27* – 28:27
बृहस्पति 28:27* – 29:27
मंगल 29:27* – 30:27

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मीन > 05:30 से 06:56 तक
मेष > 06: 56 से 08:48 तक
वृषभ > 08:48 से 10:42 तक
मिथुन > 10:42 से 12:54 तक
कर्क > 12:54 से 15:18 तक
सिंह > 15:18 से 17:26 तक
कन्या > 17:26 से 19:42 तक
तुला > 19:42 से 21:38 तक
वृश्चिक > 21:38 से 23:58 तक
धनु > 23:58 से 01:56 तक
मकर > 01:56 से 03:58 तक
कुम्भ > 04:00 से 05:26 तक

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

7 + 7 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 21:38 से प्रारम्भ

स्वर्ग लोक =शुभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ, अमृत सिद्धि योग 16:05 तक

*🚩💮 शुभ विचार 💮🚩*

का चिन्ता मम जीवने यदि हरिविश्वन्भरो गीयते ।
नो चेदर्भकजीवनाय जननीस्तन्यं कथं निःसरेत् ।।

इत्यालोच्य मुहुर्मुहुर्यदुपते लक्ष्मीपते केवलम् ।
त्वत्पदाम्बुजसेवनेन सततं कालो मया नीयते ।।
।। चा o नी o।।

हे विश्वम्भर तू सबका पालन करता है. मै मेरे गुजारे की क्यों चिंता करू जब मेरा मन तेरी महिमा गाने में लगा हुआ है. आपके अनुग्रह के बिना एक माता की छाती से दूध नहीं बह सकता और शिशु का पालन नहीं हो सकता. मै हरदम यही सोचता हुआ, हे यदु वंशियो के प्रभु, हे लक्ष्मी पति, मेरा पूरा समय आपकी ही चरण सेवा में खर्च करता हू.

*💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮*

गीता -: ज्ञानकर्मसन्यास योग अo-04

यस्य सर्वे समारम्भाः कामसंकल्पवर्जिताः ।,
ज्ञानाग्निदग्धकर्माणं तमाहुः पंडितं बुधाः ॥,

जिसके सम्पूर्ण शास्त्रसम्मत कर्म बिना कामना और संकल्प के होते हैं तथा जिसके समस्त कर्म ज्ञानरूप अग्नि द्वारा भस्म हो गए हैं, उस महापुरुष को ज्ञानीजन भी पंडित कहते हैं॥,19॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अच्छे लोगों से भेंट होगी जो आपके हितचिंतक रहेंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। नौकरी में पदोन्नाति के योग हैं। आलस्य से बचकर रहें। परिवार की मदद मिलेगी।

🐂वृष
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता से हर्ष होगा। सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। विचारों से सकारात्मकता बढ़ेगी। दुस्साहस न करें। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

👫मिथुन
कष्ट, भय, चिंता व बेचैनी का माहौल बन सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें। महत्वपूर्ण कार्यों में हस्तक्षेप से नुकसान की आशंका है। परिवार में तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा।

🦀कर्क
प्रतिष्ठा बढ़ेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। यात्रा का शुभ योग होने के साथ ही कठिन कार्य में भी सफलता मिल सकेगी। रिश्तेदारों से संपत्ति संबंधी विवाद हो सकता है। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। पुराना रोग उभर सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।

🐅सिंह
शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। मन में उत्साह रहेगा, जिससे कार्य की गति बढ़ेगी। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ होगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी।

🙍‍♀️कन्या
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। नेत्र पीड़ा हो सकती है। अधिकारी वर्ग विशेष सहयोग नहीं करेंगे। ऋण लेना पड़ सकता है। यात्रा आज नहीं करें। परिवार के कार्यों को प्राथमिकता दें। आपकी बुद्धिमत्ता सामाजिक सम्मान दिलाएगी।

⚖️तुला
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बचें। कार्य-व्यवसाय में लाभ होने की संभावना है। दांपत्य जीवन में अनुकूलता रहेगी। सामाजिक समारोहों में भाग लेंगे। सुकर्मों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे।

🦂वृश्चिक
भ्रम की स्थिति बन सकती है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हल हो सकेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। रुका धन मिलेगा।

🏹धनु
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। मितव्ययिता को ध्यान में रखें। कुटुंबियों से संबंध सुधरेंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। खर्चों में कमी करें। सश्रम किए गए कार्य पूर्ण होंगे।

🐊मकर
फालतू खर्च होगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाएगा। परिवार की चिंता रहेगी। आय से व्यय अधिक होंगे। अजनबियों पर विश्वास से हानि हो सकती है।

🍯कुंभ
राजनीतिक व्यक्तियों से लाभकारी योग बनेंगे। साझेदारी में नवीन प्रस्ताव प्राप्त हो सकेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। गर्व-अहंकार को दूर करें। मनोबल बढ़ने से तनाव कम होगा।

🐟मीन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखें। पत्नी के बतलाए रास्ते पर चलने से लाभ की संभावना बनती है। यात्रा से लाभ। वाहन-मशीनरी खरीदी के योग हैं। व्यवसाय में अड़चनें आएंगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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मुगल आक्रमणकारियों द्वारा हमारे अखंड भारत में अयोध्या काशी मथुरा सहित २८ ००० मंदिर लूटे गये विद्रुप और नष्ट किए गए, उसके उपरांत हमारे इतिहास को बदलने ने का षड्यंत्र भी हुआ। जिन दुर्दांत लुटेरे आक्रांता अधर्मी कबीलों के अपने देश में उस काल में झोपड़ियां तक नहीं थी, उनके नाम पर भारत में अनेक महल और दुर्ग चेंप दिए गए। विशेष रूप से आगरा का #तेजोमहालय और दिल्ली का #लालकोट इसी के उदाहरण हैं। लाल किले का वास्तविक नाम #लालकोट है, इसे दसवीं शताब्दी में महाराजा #अनंगपाल #तोमर द्वितीय ने बनवाया था। जबकि मुगल आक्रमणकारियों ने पहली बार बारहवीं शताब्दी में भारत में घुसपैठ की यानी #लालदुर्ग बनने के दो सौ वर्षों बाद मुगल भारत में पैर जमा सके थे। उसी तरह आगरे के शिव माहाप्रासाद #तेजोमहालय को गुदवा कर विद्रुप कर उसे ताजमहल बताया गया है। ताजमहल के नीचे भी विशाल जलेरी सहित शिवलिंग आज भी विद्यमान है कोई सर्वेक्षण तो करवाये। अखंड भारत में हजारों तरह के महल और किले भारतीय आर्किटेक्चर के अनुपम उदाहरण हैं। जबकि मुगल आक्रमणकारियों के देशों में आज भी ऐसे महल और किले देखने तक को नहीं मिलते। महान इतिहासकार #पुरूषोत्तम_नागेश_ओक ने ताजमहल और लाल किले सहित भारत के अनेक महलों और किलों के इतिहास पर विस्तार से लिखा है। #ओक ने बताया कि इन सभी निर्माणों का मुगलों से कोई संबंध नहीं है उन्होंने तो केवल कब्जा कर विद्रुप किया। स्वतंत्रता के बाद भी देश के पहले शिक्षामंत्री मौलाना अब्दुल कलाम के निर्देशन में पुरूषोत्तम नागेश ओक जैसे महान इतिहासकारों को छिपा कर देश भर के पाठ्यक्रमों में बामपंथियों की कूट रचित कहानियां छाप दी गयी। लेकिन जब भी इतिहास देखोगे तो हमारे पूर्वजों द्वारा तब भी ऐसे महल, किले और मंदिर बनाये गये जिनके आज भी प्रमाणिक साक्ष्य हैं। हम आज भी राम मंदिर जैसे कालजयी मंदिर बना रहे हैं। अरब देशों व आस्ट्रेलिया तक में मंदिर बना रहे हैं। लेकिन वे आज भी आक्रमणकारी ही हैं। वे #बामियान की अद्वितीय बौद्ध मूर्तियों को नष्ट नहीं कर पाये तो बम से उड़ाते हैं। वे आज भी ट्वीन टावरों पर आक्रमण करते हैं लेकिन अपनी संसद नहीं बना पाते, उनकी #संसद भी भारत ने बनायी है। मुगल आक्रान्ता अब नये रूप में आ गये हैं वे आक्रमणकारियों की जगह पर अब नये रूप में अतिक्रमणकारी बन चुके हैं। वे नये रूप में पाकिस्तान बंग्लादेश जैसे भारत के हिस्सों सहित सत्तावन देशों की प्राचीन संस्कृति नष्ट कर कब्जा चुके हैं। और मक्कार इतने कि #शिवलिंग को #फव्वारा बता कर उसके उपर बजू करते हैं। #सिम्मी #पीएफआई और #वबक्फबोर्ड के रूप में नया मुगल ही तो है। जहाँ देखो उनका अतिक्रमण जारी है। अतिक्रमण के बल पर देश के भीतर अनेक गाजा पट्टी विकसित कर ली गयी है, हल्द्वानी #बनभूलपुरा या पश्चिम बंगाल का #संदेश_खाली तो उदाहरण मात्र हैं। ✍️हरीश मैखुरी

यदि हम अपने आप को शाकाहारी मानते हैं या शाकाहारी बनना चाहते हैं तो इसे आवश्य पढ़ें और पढाऐ।

😳 *क्या आप शाकाहारी हैं ? तो ये सच आपको चौंका सकता है…??*

😣 *भारत में कुल ३,६०० (3600) बड़े कत्लखाने हैं, जिनके पास पशुओं को काटने का लाईसेंस है ! जो सरकार ने दे रखा है !!*

😢 *इसके इलावा ३५,००० (35000 )से अधिक छोटे मोटे कत्लखाने हैं जो गैर कानूनी ढंग से चल रहे हैं ! कोई कुछ पूछने वाला नहीं है जहाँ हर साल ०४ (4) करोड़ पशुओं का कत्ल किया जाता है !*

👺 *जिसमें गाय ,भैंस , सूअर, बकरा ,बकरी, ऊंट आदि शामिल हैं ! मुर्गीयाँ कितनी काटी जाती है इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है !*

😖 *मांस के इलावा दूसरी जो चीज कतल से प्राप्त की जाती है वो है तेल ! उसे टेलो (Tellow) कहते हैं.*

😞 *जैसे गाय के मांस से जो तेल निकलता है उसे गाय की वसा (Beef Tellow) और सूअर की मांस से जो तेल निकलता है उसे सूअर की वसा (Pork Tellow) कहते है !*

😱 **इस तेल का सबसे ज़्यादा उपयोग चेहरे में लगाने वाली क्रीम बनाने में होता है जैसे फेयर एंड लवली (Fair & Lovely), पॉन्ड्स (Ponds), इमामी (Emami) इत्यादि.*

💧 *ये तेल क्रीम बनाने वाली कंपनियों द्वारा खरीदा जाता है और जैसा कि आप जानते हैं मद्रास उच्च न्यायालय में श्री राजीव दीक्षित ने विदेशी कंपनी फेयर एंड लवली (Fair and Lovely) के खिलाफ मुकदमा जीता था !*

😁 *जिसमे कंपनी ने खुद माना था कि हम इस फेयर एंड लवली क्रीम (Fair and Lovely) में सूअर की चर्बी का तेल मिलाते हैं !*

😐 *तो कत्लखानों मे मांस और तेल के बाद, जानवरों का खून निकाला जाता है ! कसाई गाय और दूसरे पशुओं को पहले उल्टा रस्सी से टांग देते हैं….*

😗 *फिर तेज धार वाले चाकू से उनकी गर्दन पर वार किया जाता है और एक दम खून बहने लगता है. नीचे उन्होंने एक ड्रम रखा होता है जिसमें खून इकठा किया जाता है.*

👿 *तो खून का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है अँग्रेजी दवा (एलोपैथिक) बनाने में. पशुओं के शरीर से निकला हुआ खून से एक दवा बनाई जाती है उसका नाम है डेक्सोरेंज (Dexorange) !*

😷 *यह बहुत ही ज्यादा उपयोग में ली जाने वाली दवा है और डाक्टर इसको खून की कमी के लिए महिलाओं को लिखते हैं, खासकर जब वो गर्भावस्था मे होती है!*

😭 *क्यूंकि तब महिलाओं में खून की कमी आ जाती है और डाक्टर उनको जानवरों के खून से बनी दवा लिखते हैं.*

😝 *इसके इलावा इस रक्त का प्रयोग बहुत बड़े पैमाने पर लिपस्टिक (Lipstick) बनाने में होता है !*

*इसके बाद रक्त एक और प्रयोग चाय बनाने में बहुत सी कंपनिया करती है !*

❓ *अब चाय तो पौधे से प्राप्त होती है ! और चाय के पौधे की ऊंचाई उतनी ही होता है, जितना गेहूँ के पोधे की होता है !*

❓ *उसमें पत्तियाँ होती हैं और पत्तियों के नीचे का हिस्सा जो कच्चा ही टूट कर गिरता है, जिसमें चाय का रंग नहीं होता है !*

👉 *तो फिर क्या करते हैं कि इसको चाय जैसा बनाया जाता है ! अगर उस निचले हिस्से को सुखा कर पानी में डालें तो चाय जैसा रंग नहीं आता !*

❓ *तो ये विदेशी कंपनियाँ Brookbond, Lipton, आदि क्या करती हैं: जानवरों के खून को इसमें मिलकर सूखा कर डिब्बे मे बंद कर बेचती हैं !*

👉 *तकनीकी भाषा में इसे चाय का बुरा (Tea Dust) कहते हैं ! तो इसके इलवा कुछ कंपनियाँ नाखून पॉलिश (Nail Polish) बनाने ने प्रयोग करती हैं !!*

🐚 *मांस, तेल ,खून के बाद कत्लखानों मे पशुओं की हड्डियाँ निकलती हैं. इसका प्रयोग दंत मंजन (Tooth Paste) बनाने वाली कंपनियाँ करती हैं.*

😳 *Colgate, Close Up, Pepsodent, Cibaca, आदि आदि ! शेविंग क्रीम (Shaving Cream) बनाने वाली काफी कंपनियाँ भी इसका प्रयोग करती हैं !*

😭 *और आजकल इन हड्डियों का प्रयोग जो होने लगा है टैल्कम Powder बनाने में ! क्यूंकि ये थोड़ा सस्ता पड़ता है.*

🍁 *वैसे टैल्कम Powder पत्थर से बनता है ! और ६० से ७० रुपए किलो मिलता है और पशुओं की हड्डियों का Powder २५ से ३० रुपए किलो मिल जाता है !!*

👉 शंख का जल विष्णुजी और लक्ष्मीजी को बहुत प्रिय लगता है।
👉 घर के मन्दिर में शंख, शालग्राम और तुलसी एक स्थान पर रखना चाहिए।
👉 अश्वत्थामा का जन्म, कर्म, तप अर्जुन के तुल्य ही था, परन्तु अर्जुन ने *शिवलिङ्ग* और अश्वत्थामा ने *शिव मूर्ति* का पूजन किया था।
👉 शिव *लिङ्गार्चन* करने से अर्जुन में आत्मयोग एवं सम्पूर्ण शास्त्रयोग प्राप्त हो गए थे।
👉 ऋषि, देवता, गन्धर्व, अप्सरा – इनकी *ऊर्ध्व स्थिति* शिवलिङ्ग की अर्चना करने से हुई है।
👉 महाभारत काल से पहले देश में अनेक सम्प्रदाय नहीं थे।
👉 शिवलिङ्ग का अर्थ *अण्डाकार ज्योति* से है। जिसने पूरे संसार को प्रकट किया है। यही आकृति संसार का उपादान कारण है।
👉 अन्नदान का नारी, नर कोई भी हो, जो भूखा हो, वही पात्र है।
👉 द्विज को अपने जीवनकाल में कम से कम 24 लाख गायत्री का जप अवश्य करना चाहिए।
👉 3 वर्ष तक सूर्य की पूजा विधिवत् करने से कुष्ठ रोग समाप्त हो जाता है।🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️