आज का पंचाग आपका राशि फल, धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज, अमेरिका में एक लीटर गंगाजल 250 डालर में क्यों मिलता है ?

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄

,🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७९ || शक-सम्वत् १९४४ || याम्यायन् || नल नाम संवत्सर || वर्षा ऋतु || श्रावण शुक्लपक्ष || तिथि पंचमी पूर्वाह्न ५:४४ तक उपरान्त षष्ठी || चांद्र वासर || श्रावण सौर १९ प्रविष्ठा || तदनुसार ०३ अगस्त २०२२ ई० || नक्षत्र हस्त अपराह्न ६:२४ तक उपरान्त चित्रा (त्वष्टा) || कन्यास्थ चन्द्रमा ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, ३ अगस्त २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:४४
सूर्यास्त: 🌅 ०७:०४
चन्द्रोदय: 🌝 १०:२९
चन्द्रास्त: 🌜२२:३२
अयन 🌖 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 पञ्चमी (०५:४१ से षष्ठी)
नक्षत्र 👉 हस्त (१८:२४ से चित्रा)
योग 👉 सिद्ध (१७:४९ से साध्य)
प्रथम करण 👉 बालव (०५:४१ तक)
द्वितीय करण 👉 कौलव (१७:४५ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 कन्या
मंगल 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️
अमृत काल 👉 १२:१० से १३:५०
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:३७ से १८:२४
रवियोग 👉 ०५:३७ से ०९:५१
विजय मुहूर्त 👉 १४:३८ से १५:३२
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५५ से १९:१९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०९ से २०:१२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:४४
राहुकाल 👉 १२:२३ से १४:०४
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:१८ से ०९:००
होमाहुति 👉 बुध
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पाताल (०५:४१ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 कैलाश पर (०५:४१ से नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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*वरं शून्या शाला न च खलु वरो दुष्टवृषभो*
*वरं वेश्या पत्नी न पुनरविनीता कुलवधू:।*
*वरं वासोSरण्ये न पुनरविवेकाधिपपुरे।*
*वरं प्राणत्यागो पुनरधमानामुपगमः।।*
📝 *भावार्थ* 👉🏾 दुष्ट बैल होनेसे सूनी गोशाला अच्छी है, खोटे चरित्र वाली स्त्रीसे गणिका भली है, विवेकहीन राजाके राज्यमें रहनेसे वनमें रहना अच्छा है और अधम लोगोंके समागम करनेसे मरना अच्छा है।
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

तिथि विशेष
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वर्णषष्ठी, श्री कल्कि अवतार जन्मोत्सव, ऋग्वेद उपाकर्म, विवाह मुहूर्त (हिमाचल, हरियाणा, कश्मीर एवं पंजाब आदि प्रांतो के लिए) गोधुलि सायं ०६:०६ से ०७:५२, मकर-कर्क ल. सायं ०६:२४ से प्रातः ०५:५५ तक, नींव खुदाई एवं गृहारम्भ+गृह प्रवेश+उद्योग-मशीनरी आरम्भ+देव प्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०५:५६ से ०९:१३ तक,व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त+वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:५३ से दोपहर १२:३३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १८:२४ तक जन्मे शिशुओ का नाम
हस्त नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ष, ण, ठ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम चित्रा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (पे, पो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – २८:२२ से ०६:४४
सिंह – ०६:४४ से ०९:०२
कन्या – ०९:०२ से ११:२०
तुला – ११:२० से १३:४१
वृश्चिक – १३:४१ से १६:०१
धनु – १६:०१ से १८:०४
मकर – १८:०४ से १९:४५
कुम्भ – १९:४५ से २१:११
मीन – २१:११ से २२:३५
मेष – २२:३५ से २४:०८
वृषभ – २४:०८ से २६:०३
मिथुन – २६:०३ से २८:१८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०५:३७ से ०५:४१
शुभ मुहूर्त – ०५:४१ से ०६:४४
मृत्यु पञ्चक – ०६:४४ से ०९:०२
अग्नि पञ्चक – ०९:०२ से ११:२०
शुभ मुहूर्त – ११:२० से १३:४१
रज पञ्चक – १३:४१ से १६:०१
शुभ मुहूर्त – १६:०१ से १८:०४
चोर पञ्चक – १८:०४ से १८:२४
शुभ मुहूर्त – १८:२४ से १९:४५
रोग पञ्चक – १९:४५ से २१:११
शुभ मुहूर्त – २१:११ से २२:३५
शुभ मुहूर्त – २२:३५ से २४:०८
रोग पञ्चक – २४:०८ से २६:०३
शुभ मुहूर्त – २६:०३ से २८:१८
मृत्यु पञ्चक – २८:१८ से २९:३७
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी स्वास्थ्य नरम रहने से घर एवं कार्य क्षेत्र का वातावरण अस्त-व्यस्त रहेगा। महत्त्वपूर्ण कार्य अधूरे रहने से धन सम्बंधित समस्या बनेगी। बुजुर्गो का सहयोग मिलने से मन को राहत मिलेगी। सरकारी कार्यो विशेष कर कागजातों को सावधानी से रखें। कार्य क्षेत्र से आज अवकाश कर आराम करना हितकर रहेगा। दवा से एलर्जी हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य का आरंभ लाभदायक सिद्ध होगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। परिवार के ऊपर खर्च करेंगे दाम्पत्य सुख मिलेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी आपके लिए विषम फलदायक रहेगा। पारिवारिक कलह से आज मन ग्लानि से भरा रहेगा। संतानों का उद्दण्ड व्यवहार व्यथित करेगा। कार्य के प्रति उत्साह की कमी रहने से अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। आवेश से बचें अन्यथा संबंधों में कड़वाहट आ सकती है। सेहत में आकस्मिक गिरावट आने से अशान्त रहेंगे। धैर्य से दिन बिताएं।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपका आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्य क्षेत्र पर परिश्रम के अनुरूप लाभ होगा लेकिन आकस्मिक खर्च परेशान करेंगे। धन की उगाही के कारण आज किसी से विवाद हो सकता है। पारिवारिक सदस्यों के साथ वाणी का प्रयोग देखभाल कर ही करें। यथा संभव यात्रा से बचे अन्यथा बीमार पड़ सकते है। जोड़ो सम्बंधित परेशानी रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन भी आपको आरंभिक भाग मे प्रतिकूल परिस्थितयो का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद का समय संतोषजनक रहेगा। आज छोटी-छोटी बातों पर क्रोध करने से बच्चे अन्यथा स्नेहीजन आज आपके व्यवहार के कारण दूरी बनाएंगे। दोपहर के बाद कार्यो में विलम्ब होगा। किसी श्रेष्ठ व्यक्ति से अनबन होने की भी संभावना है। आज मौन रहने से कई समस्याओं से बचेंगे। धन पाने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आप सुख-शांति से व्यतित करेंगे। स्वास्थ्य आज उत्तम रहेगा।आज आपके महत्त्व पूर्ण कार्य आसानी से सफल होंगे। आत्म विश्वास बढ़ेगा। घर के बुजुर्गो का आशीर्वाद मिलेगा। धार्मिक यात्रा की योजना बनाएंगे। पारिवारिक वातावरण आनंददायक रहेगा। कार्य क्षेत्र की व्यस्तता के कारण मनोरंजन का आनंद ख़राब होगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिये प्रतिकूल परिस्थितयां लाएगा। आज आपके व्यवहार में उग्रता रहेगी जिससे घर बाहर का वातावरण अशान्त होगा। वाणी की संयमित रखे अन्यथा मान हानि की प्रबल सम्भावनाये है। कार्यो में विलम्ब होगा सरकारी कार्य लंबित रहेंगे। कार्य क्षेत्र में नीरसता रहेगी। धन को काम से ही खर्च करें। कार्यो में जोखिम ना लें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा। घरेलु अथवा सामाजिक कार्यो के कारण आज कार्य क्षेत्र पर अधिक समय नहीं दे पाएंगे। परिवार रिश्तेदारी में मांगलिक कार्यक्रम होंगे। आज धन की आमद कामचलाऊ होगी आय की अपेक्षा व्यय अधिक रहेगा। व्यस्त दिनचर्या के कारण संध्या के आसपास सेहत भी ख़राब हो सकती है सावधान रहें। आज कोई बड़ा निर्णय सोच समझ कर ही लें। दुर्व्यसनों से बचें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन भर परिस्थितथिया आपके पक्ष में रहेंगी। स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। सरकारी कार्यो में भी सफलता मिलने की अधिक सम्भवना है। सरकारी कर्मचारियों को पद अथवा धन लाभ होगा। रिश्तेदारो के ऊपर खर्च भी करना पड़ेगा। घर में परिजन आप से कुछ आशा रखेंगे। व्यापारियों को आज थोड़े विलम्ब से धन लाभ होगा। यात्रा आनंददायक रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आप आनंद में बितायेंगे। आज आध्यत्म में विशेष रूचि रहेगी। पूजन-सत्संग का आयोजन करेंगे। शुभ धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है। उगाही से लाभ होगा। परिजनों के साथ प्रेम भरा व्यवहार मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर स्त्री का सहयोग मिलेने से धन लाभ होगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति करेंगे। सपनो की दुनिया को छोड़ आज यथार्थ में जियेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपका आज का दिन अशुभ रहेगा। सेहत अस्थिर रहने से कार्यो को उत्साह से नहीं कर पाएंगे। थोड़े कार्य में ही थकान अनुभव होगी। आर्थिक विषयो को लेकर बेचैनी रहेगी। सरकार विरोधी कार्य मान हानि करा सकता है। कुछ समय घर के बुजुर्गो के पास व्यतीत करें लाभ होगा। आज कोई वित्तीय लेनदेन अथवा उधारी ना करें। आलस्य अधिक रहेगा। कल से स्थिति मे सुधार आने लगेगा धैर्य से काम करें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। आज आप अपने कार्यो को उत्साह से निर्धारित समय पर पूर्ण कर पाएंगे। जिससे हर क्षेत्र में प्रशंशा के पात्र बनेंगे। आवश्यकता के अनुसार धन की प्राप्ति हो जायेगी।आकस्मिक यात्रा के योग बन सकते है। परिवार में निकटता का आभास होगा। संध्या के समय पेट सम्बंधित परेशानी हो सकती है। खान-पान संयमित रखें।
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*गंगा जल*
अमेरिका में एक लीटर गंगाजल 250 डालर में क्यों मिलता है ? सर्दी के मौसम में कई बार खांसी हो जाती है। जब डॉक्टर से खांसी ठीक नही हुई तो किसी ने बताया कि डाक्टर से खांसी ठीक नहीं होती तब गंगाजल पिलाना चाहिए।
गंगाजल तो मरते हुए व्यक्ति के मुंह में डाला जाता है, हमने तो ऐसा सुना है ; तो डॉक्टर साहिब बोले- नहीं ! कई रोगों का इलाज भी है। दिन में तीन बार दो-दो चम्मच गंगाजल पिया और तीन दिन में खांसी ठीक हो गई। यह अनुभव है, हम इसे गंगाजल का चमत्कार नहीं मानते, उसके औषधीय गुणों का प्रमाण मानते हैं।
कई इतिहासकार बताते हैं कि सम्राट अकबर स्वयं तो गंगा जल का सेवन करता ही था, मेहमानों को भी गंगा जल पिलाता था। इतिहासकार लिखते हैं कि अंग्रेज जब कलकत्ता से वापस इंग्लैंड जाते थे, तो पीने के लिए जहाज में गंगा का पानी ले जाते थे, क्योंकि वह सड़ता नहीं था। इसके विपरीत अंग्रेज जो पानी अपने देश से लाते थे वह रास्ते में ही सड़ जाता था।
करीब सवा सौ साल पहले आगरा में तैनात ब्रिटिश डाक्टर एमई हॉकिन ने वैज्ञानिक परीक्षण से सिद्ध किया था कि हैजे का बैक्टीरिया गंगा के पानी में डालने पर कुछ ही देर में मर गया। दिलचस्प ये है कि इस समय वैज्ञानिक भी पाते हैं कि गंगा में बैक्टीरिया को मारने की गजब की क्षमता है। लखनऊ के नेशनल बोटैनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट एनबीआरआई के निदेशक डॉक्टर चंद्र शेखर नौटियाल ने एक अनुसंधान में प्रमाणित किया है कि गंगा के पानी में बीमारी पैदा करने वाले ई-कोलाई बैक्टीरिया को मारने की क्षमता बरकरार है। डॉ नौटियाल का इस विषय में कहना है कि गंगा जल में यह शक्ति गंगोत्री और हिमालय से आती है। 
गंगा जब हिमालय से आती है तो कई तरह की मिट्टी, कई तरह के खनिज, कई तरह की जड़ी बूटियों से मिलती मिलाती है। कुल मिलाकर कुछ ऐसा मिश्रण बनता है- जिसे हम अभी तक नहीं समझ पाए हैं। डॉक्टर नौटियाल ने परीक्षण के लिए तीन तरह का गंगा जल लिया था। उन्होंने तीनों तरह के गंगा जल में ई-कोलाई बैक्टीरिया डाला। नौटियाल ने पाया कि ताजे गंगा पानी में बैक्टीरिया तीन दिन जीवित रहा, आठ दिन पुराने पानी में एक हफ्ते और सोलह साल पुराने पानी में 15 दिन। यानी तीनों तरह के गंगा जल में ई-कोलाई बैक्टीरिया जीवित नहीं रह पाया।
वैज्ञानिक कहते हैं कि गंगा के पानी में बैक्टीरिया को खाने वाले बैक्टीरियोफाज वायरस होते हैं। ये वायरस बैक्टीरिया की तादाद बढ़ते ही सक्रिय होते हैं और बैक्टीरिया को मारने के बाद फिर छिप जाते हैं। मगर सबसे महत्वपूर्ण सवाल इस बात की पहचान करना है कि गंगा के पानी में रोगाणुओं को मारने की यह अद्भुत क्षमता कहाँ से आती है?
दूसरी ओर एक लंबे अरसे से गंगा पर शोध करने वाले आईआईटी रुड़की में पर्यावरण विज्ञान के रिटायर्ड प्रोफेसर देवेंद्र स्वरुप भार्गव का कहना है कि गंगा को साफ रखने वाला यह तत्व गंगा की तलहटी में ही सब जगह मौजूद है। डाक्टर भार्गव कहते हैं कि गंगा के पानी में वातावरण से आक्सीजन सोखने की अद्भुत क्षमता है। भार्गव का कहना है कि दूसरी नदियों के मुकाबले गंगा में सड़ने वाली गंदगी को हजम करने की क्षमता 15 से 20 गुना ज्यादा है।
गंगा *माता* इसलिए है कि गंगाजल अमृत है, जब तक अंग्रेज किसी बात को प्रमाणित नहीं करते तब तक भारतीय लोग सत्य नहीं मानते। भारतीय लोग हमारे सनातन ग्रन्थों में लिखी किसी भी बात को तब तक सत्य नहीं मानेंगे जब तक कि कोई विदेशी वैज्ञानिक या विदेशी संस्था उस बात की सत्यता की पुष्टि नहीं कर दे। इसलिए इस आलेख के वैज्ञानिकों के 
वक्तव्य BBC बीबीसी हिन्दी सेवा से साभार लिये गये हैं…
*हर हर गंगे…🙏🏻
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श्रीमद्भागवत महापुराण के पांचवें स्कन्ध तथा ग्यारवें स्कन्ध में भगवान् ऋषभदेव के सौ पुत्रों का वर्णन आया हैं । उनमें सबसे बड़े भरत जी हैं । जिन्हें जड़ भरत के नाम से जानते हैं । उन्हीं के नाम से इस देश का नाम “भारतवर्ष” पड़ा । पहले इस देश का नाम “अजनाभवर्ष” हुआ करता था ।
बाकी के निन्यानबे में नौ पुत्र इस भारतवर्ष के नौ द्वीपों के अधिपति हुए और बाकी के इक्यासी पुत्र कर्मकाण्ड के रचयिता ब्राह्मण हो गए ।
बचे नौ , वे नौ संन्यासी हो गये । जिनके नाम हैं — कवि , हरि , अंतरिक्ष , प्रबुद्ध , पिप्पलायन , आविर्होत्र , द्रुमिल , चमस और करभाजन ।
विद्वानों का मानना है कि इनमें से सबसे छोटे जो करभाजन ऋषि थे , वे ही भगवान् की प्रेरणा प्राप्त करके विक्रम संवत् १९६४ (ईस्वी सम्वत् १९०७) श्रावण शुक्ल द्वितीया के दिन, सरयूपारीण ब्राह्मण कुल में , पिता  पं. श्री रामनिधि ओझा तथा माता श्रीमती शिवरानी के यहां कलिकाल के जीवों को परम्पराप्राप्त वेदादि शास्त्रों का ज्ञानोपदेश तथा धर्म , भक्ति का प्रचार करने के लिए कलियुग में श्री स्वामी करपात्री जी के रूप में अवतरित हुए थे । 
पूज्यपाद महाराजश्री का चरित्र, ग्रन्थ, प्रवचन , सनातन वैदिक धर्म के लिए किए गए अथक संघर्ष , गौ-ब्राह्मण-धर्म के लिए सही गई यातनाएं आदि को स्मरण करते हुए , आज महाराजश्री के जयन्ती के दिन उनके श्रीचरणों में कृतज्ञता पूर्वक कोटिशः प्रणाम निवेदित करता हूँ । 
धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जयन्ती की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐