सगी बहनों पर युवक ने फेंका एसिड

मंगलौर में लिब्बरहेड़ी गांव में झोपड़ी में सो रही दो सगी बहनों पर एक युवक ने रात में एसिड फेंककर फरार हो गया। एसिड की चपेट में आने से दोनों बहने गंभीर रूप से झुल गयी। दोनों को मेरठ के एक अस्पताल में भेजा गया है। बताया गया है कि दिन के समय दोनों बहनों का एक युवक से विवाद हुआ था। परिजन इस विवाद को ही घटना से जोड़कर देख रहे है। पुलिस को मामले की तहरीर दे दी गई है।

मुजफ्फरनगर में खतौली के पास स्थित सरठेडी गांव निवासी बेदू मंगलौर के लिब्बरहेड़ी गांव में एक गन्ने की चर्खी पर काम करता है। बेदू गन्ने की चर्खी के पास ही बनी झोपड़ी में अपने परिवार के साथ रहता है। बेदू की बड़ी बेटी सोनी उम्र 26 साल भी दो दिन पहले अपने परिजनों से मिलने के लिये लिब्बरहेड़ी गांव में आई थी। बताया गया है कि गुरूवार की रात को बेदू और उसकी पत्नी गन्ने की चर्खी पर काम करने के लिये चले गये। जबकि सोनी अपनी छोटी बहन सरिता उम्र 17 साल के साथ झोपड़ी में ही सो गई। रात को किसी समय दोनों बहनों पर किसी ने एसिड फेंक दिया। दोनों बहनों ने वहां से एक युवक को भागते देखा।

सरिता के चेहरे और सिर पर तथा सोनी के हाथ और चेहरे पर एसिड के छींटे पड़े हैं। शोर शराबा सुनकर इनके परिजन समेत अन्य ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंच गये। दोनों बहनों को एसिड से झुलसा देख परिजनों के होश उड़ गये। आनन-फानन दोनों को मंगलौर स्थित चिकित्सालय ले जाया गया।

जहां से उसे रुड़की के लिये रेफर कर दिया गया। देर रात रुड़की के एक निजी अस्पताल से उसे मेरठ के लिये रेफर कर दिया गया। शुक्रवार की शाम को बेदू ने पुलिस को मामले की तहरीर दी है। उसने एक युवक पर शक जताते हुए कहा कि गुरुवार की सुबह उसकी बेटियों का युवक से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।