अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी से देश भर में गुस्सा, केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे प्रेस स्वतंत्रता पर हमला बताया

पालघर व   सुशांत सहित कई मामलों में महाराष्ट्र  सरकार को कटघरे में खड़े करने वाले  रिपब्लिक चैनल के प्रमुख अर्नब गोस्वामी के घर आज तड़के पहुंची मुंबई पुलिस अर्नब ने कहा कि सरकार बंद हो चुके केस में पुलिस भेज कर जबरन घर में घुसकर मारपीट नहीं कर सकते,बता दें कि 2018 का वो केस, जिसे कोर्ट ने भी खारिज कर दिया था,अब अर्णब को घर से उठाने के लिए मुंबई पुलिस ने उसी का सहारा लिया। 

 करीब 25 से 50 की संख्या में हथियारों से लैस मुंबई पुलिस आज तड़के अर्नब के घर पहुंची और उनको को कुछ इस तरह से वैन में लेकर जाया गया, जैसे वो बड़ा अपराधी हो, अर्नब की पत्नी ने इन पुलिसकर्मियों को ‘एनकाउंटर कॉप्स’ बताया।
बता दें कि पालघर में दो साधुओं समेत एक ड्राइवर की लिंचिग के बाद रिपब्लिक टीवी के प्रमुख अर्नब गोस्वामी लगातार कॉन्ग्रेस और उद्धव सरकार पर हमलावर रहे। उन्होंने इस घटना पर चुप्पी को लेकर कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से तीखे सवाल पूछे थे। इसके बाद यूथ कॉन्ग्रेस के दो कार्यकर्ताओं ने उन पर हमल किया। देशभर के कई राज्यों में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। मुंबई पुलिस ने उनसे घंटो पूछताछ की।
शोशल मीडिया में पर लोगों का फूटा गुस्सा कहा महाराष्ट्र में इमरजेंसी का स्वागत हैं ?अर्णब गोस्वामी ने पुलिस वैन से कहा, “इन्होंने मुझे मारा है। मेरे साथ शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार किया है।”
शोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने लिखा एक ही तो मर्द पत्रकार है जो साधु संतों महंतों और सनातन की आवाज बुलंद करता है..
अर्नब गोस्वामी की गलत गिरफ्तारी, उनके साथ मारपीट पत्रकारिता के अलावा “हिन्दुत्व” पर भी हमला है ! जागो हिन्दुओं और अर्नब के समर्थन में आवाज बुलंद करो,, 
एक ने लिखा “जिस मुम्बई में फैसला आने तक आतंकवादी को बिरयानी खिलाई गई, उस मुम्बई में एक पत्रकार के साथ मारपीट और गिरफ्तारी ऐसे की जा रही है कि जैसे कोई बड़ा अपराधी हो। रिपब्लिक की खबरों पर आपत्ति थी तो सरकार को कोर्ट जाने चाहिए था” 
 एक अन्य यूजर ने लिखा बीजेपी को भी इस गिरफ्तारी पर चुप्पी साधने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। एक राष्ट्रवादी पत्रकार का इस प्रकार गिरफ्तार हो जाना और केंद्र का हाथ पर हाथ धरे बैठना पूर्णत अस्वीकार्य है। 
इधर भारतीय जनता पार्टी सांसद और केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करके कहा कि अर्नब की गिरफ्तारी प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है। (Prakash Javadekar) ने गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की है और महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘हम महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमले की निंदा करते हैं। यह प्रेस के साथ बर्ताव का तरीका नहीं है। यह हमें आपातकाल के उन दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ इस तरह से व्यवहार किया गया था।The arrest of Arnab Goswami, angry across the country, Union Information Broadcasting Minister Prakash Javadekar and Union Minister Smriti Irani called it an attack on press freedom
उतर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने फेसबुक वाल पर लिखा #मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय एवं दुखद है। जिन #लोकतंत्र व संविधान विरोधी ताकतों ने 1975 में #Emergency लगाई थी उसी तरह की मनःस्थिति के साथ आज महाराष्ट्र सरकार पत्रकारों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है। #ArnabGoswami जी की गिरफ्तारी #महाराष्ट्र_सरकार की #तानाशाही को प्रदर्शित करता है। हम इस तरह छिपी मंशा से की गई कार्यवाही की घोर भर्त्सना करते हैं।
रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रेस क्लब ऑफि इंडिया पर पत्रकारों का प्रदर्शन। उद्धव सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
 उतराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस की भर्त्सना की। 
बहुत से लोगों ने शोशल मीडिया पर महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है