“कुछ मुहब्बत शादी के बाद भी अधूरी रहती है! …प्यार करते हैं उन्हें, परेशान थोड़ी करेंगे! अगर उसे आज़ादी चाहिए तो ठीक है! -ये वीडियो बनाने के बाद 23 साल की आयशा साबरमती नदी में कूद पड़ी!

“कुछ मुहब्बत शादी के बाद भी अधूरी रहती है!
…प्यार करते हैं उन्हें,परेशान थोड़ी करेंगे! अगर उसे आज़ादी चाहिए तो ठीक है!

-ये वीडियो बनाने के बाद 23 साल की आयशा साबरमती नदी में कूद पड़ी!

जिस पति से प्रेम था, उसकी बेक़द्री न सह पाई और घुटन भरी ज़िंदगी को मुस्कुराते हुए तमाचा मार गई

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला हँसते-हँसते नदी में कूद जाती है। हिजाब पहनी इस महिला के आत्महत्या के वीडियो को देख कर लोग दंग हैं कि कोई ऐसा क्यों करेगा?

गुजरात के अहमदाबाद में एक विवाहिता ने साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली है. उसने आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें उसने कहा कि जितनी भी जिंदगी मिली, सुकून है. अब वह खुदा से मिलना चाहती है. घटना के बाद मौके पर पहुंची रिवरफ्रंट पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

आयशा ने अपने वीडियो में कहा, ‘हैलो, मेरा नाम आयशा आरिफ खान है. मैं जो कुछ भी करने जा रही हूं, मेरी मर्जी से करने जा रही हूं. इसमें किसी का दबाव नहीं है. ये समझ लीजिए कि खुदा की दी जिंदगी इतनी ही थी और मुझे इतनी जिंदगी बहुत सुकून वाली मिली. और डैड, कब तक लड़ोगे? केस विड्रॉल कर लीजिए.’
आयशा ने आगे कहा, ‘एक चीज जरूर सीख रही हूं कि मोहब्बत करनी है तो दो तरफा करो, क्योंकि एकतरफा में कुछ हासिल नहीं है. मोहब्बत तो निकाह के बाद भी अधूरी रहती है. ऐ प्यारी सी नदी, प्रे करते हैं कि मुझे अपने में समा ले और मेरे पीठ पीछे जो भी हो, प्लीज ज्यादा बखेड़ा मत करना.’
 ‘मैं हवाओं की तरह हूं, बस बहते रहना चाहती हूं. किसी के लिए नहीं रुकना, मैं खुश हूं कि आज के दिन जिन सवालों के जवाब चाहिए थे, वे मिल गए और मुझे जिसको जो बताना था, बता चुकी हूं. थैंक्यू, मुझे दुआओं में याद रखना. पता नहीं, जन्नत मिले न मिले. चलो अलविदा’
दरअसल, अहमदाबाद में रहने वाले और पेशे से टेलर आयशा के पिता लियाकत अली ने बताया कि उनकी बेटी का निकाह 2018 में जालौर (राजस्थान) में रहने वाले आरिफ खान से हुआ था. पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा था. (Photos: File)
लियाकत अली का यह भी आरोप है कि पैसे देने के बाद आरिफ के परिवार का लालच बढ़ता गया. कुछ महीनों पहले आरिफ फिर से आयशा को अहमदाबाद छोड़ गया था. आरिफ तो आयशा से फोन तक पर बात नहीं करता था. कुछ दिनों पहले आयशा ने गुस्से में खुदकुशी करने की धमकी दी थी. इस पर आरिफ ने जवाब दिया कि मरना है तो जाके मर जा।
       तो क्या इक्कीसवीं शदी में भी भारतीय समाज में पशुचारक हिंसक कबीलों का अमानवीय आचरण इतने खतरनाक स्तर तक हावी है कि उसमें आयशा जैसी मासूमों की सरल भावनाओं और प्यार को जगह नहीं बचती? और उसे आतमोसर्ग के लिए विवश किया जाता है? इससे दुखद और क्या हो सकता है?  जम्मू की आयशा के लिए रात-दिन एक करने वाले आत्महत्या के लिए विवश करने हेतु इस मासूम बालिका के हत्यारों को कितनी सजा दिला सकते हैं ये देखने वाली बात होगी। 
                           बड़ी खबर 
* म्यांमार में शांतिपूर्ण विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस की फायरिंग, कम से कम 18 प्रदर्शनकारियों की मौत
* हांगकांग में पुलिस ने फिर लोकतंत्र समर्थक 47 लोगों पर किया मुकदमा दर्ज

*पूर्व अमेरिकी राष्टपति डोनाल्ड ट्म्प ने नई पार्टी बनाने की अटकलों को किया खारिज, रिपब्लिकन दल को करेंगे मजबूत

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज AIIMS दिल्ली में # COVID19 वैक्सीन की पहली खुराक ली। उन्हें भारत बायोटेक का COVAXIN प्रशासित किया गया था।