भारत सरकार में सूचना प्रसारण सचिव और संस्थापक अध्यक्ष उत्तराखंड सर्विस कमीशन श्री नरोत्तम प्रसाद नवानी के निधन से चमोली जनपद में छाया शोक, जनप्रतिनिधियों ने दी श्रध्दांजलि

उत्तराखंड के लिए बड़े दुख का विषय है कि दि.02.02.2022 को सुबह श्री नरोत्तम प्रसाद नवानी आइ.ए.एस. (से.नि.) पूर्व सचिव सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार, संस्थापक चेयरमैन उत्तराखंड सर्विस कमीशन अब हमारे बीच नहीं रहे। 

श्री एन.पी.नवानी पुत्र स्वर्गीय श्री धर्मा नंद नवानी ग्राम ऐरोली का अपने छेत्र के विकास व उत्तराखंड सर्विस कमीशन को सुचारू रूप से संचालित करने मे बहुत बड़ा योगदान रहा

उन्होंने त्रिपुरा के चीफ सेक्रेटरी रह कर भी अनेक विकास के कार्य किए। 

अपनी साफ सुधरी छवी व मेहनत के आज भी भारत सरकार मे उनका नाम है

ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज चैनल और न्यूज ग्रूप की ओर से श्री एन० पी० नवानी जी , पूर्व अध्यक्ष उत्तराणी को विनम्र श्रृरद्धांजलि।– ✍️हरीश मैखुरी (संपादक) 

 श्री एन० पी० नवानी जी का कल 02 /02/2022 को अपने निवास स्थान 25सी ओसीएस अपार्टमेंट मयूर विहार में निधन हो गया । कल ही अन्तिम दाह संसकार भी किया जा चुका है।

 नवानी जी उत्तरायणी संस्था के दूसरे अध्यक्ष रहे थे। अगस्त 1997 में सूचना और प्रसारण मंत्रालय से सचिव पद से सेवा निवृत्त हुए । उसके बाद नवानी जी ने सदस्य केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) जयपुर पीठ , संस्थापक अध्यक्ष उत्तरांचल लोक सेवा आयोग और सेक्रेटरी जनरल इन्डियन ब्रौडकास्किंग फाउंडेशन के पदों की जिम्मेदारी ली। लेकिन उन्होंने उत्तराखंड के प्रति अपनी कर्मठता और लगाव को कभी नही छोड़ा।

श्री नवानी उत्तरयणी संस्था के अध्यक्ष कार्यकाल और उसके बाद वह उत्तरायणी के लिए निस्वार्थ समर्पित रहे। यू पी पुनर्गठन और उत्तराखंड राज्य निर्माण (UP Reorganization and formation of Uttarakhand State ) में उत्तरयणी ने नवानी जी की अध्यक्षता और मार्ग दर्शन से कई मुद्दों पर अपनी राय देकर बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई।   

निजी रूप में भी नवानी जी उत्तराखंड की समस्याओं और उनके समाधान के बारे में अपने लेखों के माध्यम से प्रशासन को निरन्तर जगाते रहते थे।जैसे “पर्वतीय युवा वर्ग और चुनौतियां” “The emerging state of Uttaranchal : Challenges and Future” “Shaking Himalaya,Sinking Morale: Facing the future”, “Chipko and now Beej Bachao Andolan”etc. 

समय समय पर लिखे गए अपने इन लेखों का एक संग्रह नवानी जी ने “मेरे लेख -मिला जुला गुलदस्ता” नाम से 2011 में प्रकाशित किया।

यद्यपि वह पिछले कुछ सालों से अस्वस्थ्य रहने के कारण उत्तरायणी के कार्यक्रमों में भाग नही ले पा रहे थे फिर भी उत्तरायणी की गतिविधियों से अपने को अवगत रखते थे। मैं जब भी उनके स्वास्थ्य का हालचाल पूछने उनके घर जाता तो वह अपने स्वास्थ्य के बारे मे कम बताते (क्योंकि बाद में वह कम बोला करते थे) लेकिन उत्तरायणी के बारे में जानने के लिए ज्यादा उत्सुक रहते थे। कोरोना काल में इन मुलाकातों का दौर भी खत्म हो गया। 

जब अपना कोई घनिष्ठ चला जाता है तो दुःख होता ही है। लेकिन सच यह भी है कि कोई हमेशा साथ नही रहता। ईश्वर नवानी जी के परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को शांति मिले। उन्होंने आदि बदरी के पास भी एक हनुमान मंदिर बनवाया जिसमें निरंतर पूजा चलती है। 

श्री नवानी के निधन परमुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी और उत्तराखंड के पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। गुरू रामराय के महंत देवेंद्र दास ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।  श्री नवानी के निधन से पूरी चांदपुर पट्टी और जनपद चमोली में शोक छा गया।वरिष्ठ अधिवक्ता एवं नन्दादेवी राजजात समिति के राजगुरु एडवोकेट #भुवन_नौटियाल ने भावभीनी श्रध्दांजलि और नमन् करते हुए कहा कि उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा टीका मैखुरी, अनिल नौटियाल, और मुकेश नेगी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। 

नवानी जी के पुत्र गौरव का सम्पर्क मोबाइल नं 9810462477.