होली के त्योहार पर छाया मातम गधेरे में डूबने से रूद्रप्रयाग जनपद के संतोष सिंह की मृत्यु

दुखद घटना -रुद्रप्रयाग उखीमठ के ग्राम कांडा निवासी संतोष सिंह पुत्र कलम की डूबने से असामयिक निधन की सूचना मन को झकझोर करने वाली है। बताया गया कि होली के अवसर पर मदमहेश्वर घाटी के गौंडार गांव में भीमसी गघेरे में पानी का सही अनुमान न होने के कारण युवक की डूबने से मृत्यु हो गई। पहाड़ी गदेरे और नदिया कितने जानलेवा हैं खुद पहाड़ी युवा ,जिसकी परवरिस पहाड़ो में हुई वही नहीं समझ पाया, बढ़ती गर्मी के कारण पिघलती वर्फ कब गदेरे से नदी का स्वरूप लेले पता नहीं चलता, और जब बच्चे इन गदेरों में नहाने जाते हैं तो वे ऐसी चट्टानों में फंस जाते हैं ,कि वो बाहर निकल ही नहीं पाते और उनका मृत शरीर ढूंढना बहुत मुश्किल हो जाता और हर साल होली पर कहीं घरों के चिराग बुझ जाते हैं। अत:अपने बच्चों को पहाड़ो  पर भेजने से पहले यहां की भोगोलिक स्थिति की जानकारी जरूर दे,समझदार बच्चा जरुर समझ जायेगा, और हर साल ऐसी अनहोनी होने से बचिए। भगवान दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों स्थान दें एवं शोकाकुल परिवार को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने उनकी दुखद मृत्यु पर दुख जताते हुए कहा कि ‘संतोष सिंह पुत्र कलम सिंह निवासी ग्राम कांडा ऊखीमठ की डूबने से हुई असामयिक मृत्यु से मन व्यथित है।
भगवान श्री केदार नाथ जी पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों स्थान दें, एवं शोकाकुल परिवार को इस असीम कष्ट को सहने की शक्ति प्रदान करें।’ बताया गया है कि संतोष सिंह भारतीय जनता पार्टी के मीडिया सेल के लिए भी कार्य करते थे। 

वहीं काठगोदाम बैराज में होली के अवसर पर डूब रहे युवक को बचाने के लिए बैराज में कूदे और अपना कर्तव्य निर्वहन करते हुए नैनीताल पुलिस के युवा चौकी इंचार्ज अमरपाल सिंह का श्रेष्ठ बलिदान तो बहुत ही दुखद रहा। होली जानलेवा बन रही है। सुरक्षित होली मनाना भी हमारे संस्कृति का अंग बने। इसके लिए प्रयास होने चाहिए।