कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी टीका मैखुरी को जनसभा की अनुमति निरस्त करने पर उठाए सवाल

 12 फरवरी को कर्णप्रयाग के मुख्य बाजार में निर्दलीय प्रत्याशी टीका प्रसाद मैखुरी की एक जनसभा प्रस्तावित थी । इसके लिए 9 फरवरी को प्रशासन से अनुमति भी मिल चुकी थी । टीका मैखुरी के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि सरकार के इशारों पर अब प्रशाषन ने उन्हें कर्णप्रयाग में जनसभा करने के लिये मना कर दिया है । इसके पीछे प्रशासन द्वारा कोविड 19 के नियमो का कारण बताया जा रहा है । टीका प्रसाद मैखुरी के भाई एडवोकेट अनिल मैखुरी ने कहा कि हमे 9 फरवरी को प्रशाषन द्वारा अनुमति दे दी गयी थी जिस आधार पर हमने सारी ब्यवस्था कर दी है । लेकिन हमारी जनसभा को एन वक्त पर रोका जा रहा है जब हमने कार्यक्रम का अधिक से अधिक खर्चा कर दिया है । यह उन्होंने सवाल खड़ा किया कि यह किसके इशारों पर हो रहा है!! जब इस विधानसभा में राष्ट्रीय नेताओं की रैली में भीड़ जुट सकती है तो एक निर्दलीय प्रत्याशी की सभा को लेकर इतने नियम कानून कहां से आ जा रहे है । एडवोकेट अनिल मैखुरी ने कहा कि सरकार के इशारों पर हमारी आवाज को दबाया जा रहा है। लेकिन जनता इन सबका जबाब 14 फरवरी को हमारे पक्ष में देकर इन राष्ट्रीय पार्टियों को सबक सिखाने का कार्य करेगी । उन्हो कहा कि नेनिर्दलीय टीका मैखुरी का शानदार चुनाव प्रचार और टीका के समर्थकों की बढ़ती संख्या भी इसका कारण हो सकता है। निर्दलीय प्रत्याशी टीका प्रसाद मैखुरी ने कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय और रोचक बना दिया है। जिसके चलते बड़े राजनीतिक दल भी खासे पशोपेश में हैं।