नृसिंहमंदिर जोशीमठ में प्राणप्रतिष्ठा और मूर्ति स्थापना कार्यक्रम शुरू

हरीश मैखुरी

आदि गूरूशंकराचार्य जी की तपस्थली ज्योतिर्मठ(जोशीमठ) में उत्तराखण्ड का तीसरा सबसे ऊँचा मन्दिर बनकर तैयार हो चूका है। 18 अप्रेल को भगवान नरसिंग नवनिर्मित मन्दिर में विराजमान होंगे। इससे पहले मंदिर में 108 कुंटल फूलों से मंदिर का श्रृंगार किया गया है 16 तारीख को जला यात्रा कार्यक्रम हुआ 17 तारीख को यज्ञ हवन विशेष पूजा में होंगे मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल और  मुख्य कार्य अधिकारी श्री बी डी सिंह ने बताया कि इस विशेष कार्यक्रम के लिए भारी संख्या में स्थानीय लोगों सहित देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया है।  आज 17 तारीख को मंदिर का शुद्धिकरण और हवन होगा उसके बाद 18 तारीख को पूर्वाहन में श्री नरसिंह भगवान पंचायतन सहित नवनिर्मित मंदिर में प्रवेश करेंगे और प्रतिष्ठित किए जाएंगे और उसके बाद 12:00 बजे से भोग प्रसाद एवं सायंकालीन भजन संध्या 8:00 बजे रात से होगी कार्यक्रम में बी डी सिंह मुख्य कार्य अधिकारी रजनी भंडारी उपाध्यक्ष बद्री केदार मंदिर समिति श्री गणेश गोदियाल अध्यक्ष बद्री केदार मंदिर समिति क्षेत्रीय विधायक महेन्द्र भट्ट, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी सहित अनेक जाने माने लोग उपस्थित हैं

यह नरसिंह भगवान का वही मंदिर वहीं विग्रह और वही तपस्थली है जहां आदि गुरु शंकराचार्य ने नरसिंह ही शक्ति की उपासना की थी