नन्दासैंण महाविद्यालय के अच्छे दिन: उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत के साथ विधायक नेगी द्वारा भूमि पूजन

रिपोर्ट – हरीश मैखुरी

चमोली जनपद में नन्दासैंण महाविद्यालय के अच्छे दिन शुरू हो गए हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ इस महाविद्यालय का भूमि पूजन किया। डॉक्टर धन सिंह रावत ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा के लिए समर्पित है और हम इसी 15 दिसंबर से उच्च शिक्षण संस्थानों को भी विधिवत खोलने के लिए तैयार हैं उन्होंने कहा कि नन्दासैंण महाविद्यालय इस क्षेत्र से उच्च शिक्षा के लिए होने वाले पलायन रोकेगा और यहां से नई प्रतिभाएं उभर कर आएंगी। 

    इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने क्षेत्र की जनता को बधाई देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में इस महाविद्यालय की घोषणा हुई लेकिन महविद्यालय का भवन नहीं  बन सका था। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में ना केवल इस महाविद्यालय के लिए बजट आवंटित किया बल्कि उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत के द्वारा आज यहां पर महाविद्द्यालय का भूमि पूजन भी कर दिया। यह भवन जल्दी ही बनकर तैयार हो जाएगा और क्षेत्रीय युवा पीढ़ी को अपने ही क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।
      बता दें कि इस महाविद्यालय का उद्घाटन पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी के विधायक रहते 14 सितम्बर 2016 को मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में हुआ था डाॅ मैखुरी का सपना था की विधानसभा के इस पिछड़े क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ेंगे तो विधानसभा के इस क्षेत्र का विकास कैसे संभव होगा? इसी दिन मुख्यमंत्री हरीश रावत के द्वारा आईटीआई का भूमि पूजन और डिग्री कालेज का उद्घाटन एक साथ हुआ था। 
     आज नन्दासैंण महाविद्यालय के भूमि पूजन के इस अवसर पर काफी संख्या में क्षेत्रीय जनता भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रघुवीर बिष्ट सहित भारी संख्या में मीडिया कर्मी भी उपस्थित रहे।
     वहां के क्षेत्र पंचायत सदस्य और नन्दासैंण महाविद्यालय अभिभावक संघ के अध्यक्ष हरेंद्र सिंह चौधरी ने नन्दासैंण महाविद्यालय के भूमि पूजन पर खुशी जताते हुए सरकार का धन्यवाद किया और मांग की है कि इस महाविद्यालय का नाम डॉक्टर अनुसूया प्रसाद मैखुरी स्मृति महाविद्यालय रखा जाए उन्होंने कहा कि डॉक्टर अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने इस महाविद्यालय की स्थापना के लिए अथक प्रयास किए थे।