भारत की नयी कारें कर देंगी तेल वाले देशों का खेल समाप्त : एथनॉल और पानी से दौडेंगी कार नीतिन गडकरी ने किया लोकार्पण

भारत के सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी ने आज पूरी तरह पैट्रोल मुक्त कार का लोकार्पण किया इसमें एक बूंद भी पैट्रोल नहीं लगेगा ये कार या तो किसान के गन्ने से बने एथनॉल से चलेगी या उसी से चार्ज बैटरी से। यानी तेल वाले देशों पर भारत की निर्भरता पूरी तरह समाप्त होने वाली है तेल गया तेल लेने तेल का खेल समाप्त। अब संसार पर रोब जमाने वाले ये तेल वाले देश कहां जाएंगे❓️एथनॉल का पैंसा देश किसान की जेब में जायेगा और एथनॉल को नालियों में बहाने से जो प्रदूषण होता था वो भी नहीं होगा। यानी तेल का पैंसा विदेश नहीं जायेगा बल्कि देश का किसान मालामाल होगा और प्रदूषण भी नहीं होगा। 

तेल वाले जाएंगे तेल लेने❗️

दुनियां के जितने भी देश तेल के खेल से पूरी दुनिया पर राज कर रहे हैं शीघ्र ही इनका खेल खत्म होने वाला है, और फिर आएगा अगले अनंत समय तक भारत जैसे देशों का दुनिया पर राज.

आने वाला समय न्यूक्लियर फ्यूजन और हाइड्रोजन का है। हालांकि इन दोनों टेक्नोलॉजीज के ऊपर अमेरिका, चीन,भारत और दुनिया के कई देश एक साथ काम कर रहे हैं लेकिन सबसे पहले इसमें भारत को सफलता मिली है और भारत ने बड़ी तेजी से हाइड्रोजन फ्यूल को बनाने के लिए इलेक्ट्रोलाइजर बड़ी मात्रा में बनाने भी आरंभ कर दिए हैं.

कुछ दिनों पहलस नीतिन गडकरी पानी से चलने वाली कार का भी लोकार्पण कर चुके हैं।  2025 के बाद की दुनियां भारत की दुनियां होगी इस दुनिया पर भारत का एक छत्र राज यदि नहीं भी होगा तो भी विश्व पर भारत का पूरा दबदबा होगा। यह दबदबा बिल्कुल ऐसा ही होगा जैसा आज अमेरिका का पूरी दुनियां पर है। 

2025 से 2035 तक का समय ट्रांसफॉर्मिंग फोर न्यू टेक्नोलॉजी का समय होगा जिसमें लोग फॉसिल फ्यूल को छोड़कर ग्रीन फ्यूल को अपनाएंगे यानी कि पेट्रोल-डीजल कोयला, आदि को छोड़कर हाइड्रोजन, सोलर एनर्जी, न्यूक्लियर फ्यूजन, विंड एनर्जी, सोडियम आयन बैटरी, नैनो डायमंड बैटरी आदि की तरफ अग्रसर होंगे। 

यही समय भारत के लिए स्वर्णिम होगा और भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अति महत्वपूर्ण होगा। शुभस्य शीघ्रम्❗️केंद्र द्वारा वैकल्पिक ईंधन पर भरोसा करने का एक प्रमुख कारण पेट्रोल और डीजल की बढ़ती लागत है। पिछले कुछ वर्षों में कई बढ़ोतरी के बाद, दोनों पारंपरिक ईंधन की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। गडकरी का मानना है कि इथेनॉल उन लोगों के लिए एक समाधान प्रदान करता है जो अभी तक इलेक्ट्रिक वाहन नहीं अपनाना चाहते हैं। मंत्री जी ने कहा, “अगर आप इसकी तुलना पेट्रोल से करेंगे तो इथेनॉल का रेट 60 रुपये है जबकि पेट्रोल का रेट 120 रुपये प्रति लीटर है। साथ ही यह 40 फीसदी बिजली पैदा करेगा। औसत 15 रुपये प्रति लीटर होगा।”