मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी गीता धामी ने सड़क किनारे खड़े वैंडर से गन्ने का जूस पीते हुए कही ये बड़ी बात

✍️हरीश मैखुरी

सड़क किनारे गन्ने का जूस पीने हेतु खड़ी ये महिला कोई सामान्य महिला नहीं अपितु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की धर्मपत्नी गीता धामी हैं। जिन्होंने बनबसा से टनकपुर जाते समय कड़कती धूप मे काम कर रहे सोनू के ठेले पर रुक कर गन्ने का रस खरीद कर पिया। गीता धामी ने कहा कि ‘गर्मियों में मुझे जब भी अवसर मिलता है तो सड़क किनारे खड़े वैंडर से गन्ने का जूस अवश्य पीती हूं।’

गीता धामी ने कहा कि ‘मैं सदैव हमारे जो स्ट्रीट वेंडर, ठेले या रेड़ी के माध्यम से अपनी आजीविका चलाते है उनसे कुछ न कुछ खरीददारी करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर भारत की धारा से जोड़ने हेतु प्रोत्साहित करती हूं।’

मुझे प्रसन्नता है कि आदरणीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपने छोटे से कार्यकाल में भी गन्ना किसानो के हित मे भी एक बड़ा फैसला लेते हुए गन्ने के समर्थन मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि की है जिससे कि आज इस निर्णय से प्रदेश के अनेको गन्ना किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी हों चाहे उनकी पत्नी आम लोगों से जुड़ाव और आम लोगों की तरह जीवनशैली ही उन्हें विशिष्ट बनाती है। यूंही नहीं कोई धामी बन जाता ध्यान धारणा और जनजीवन से आचार व्यवहार एक महान नेता बनने की पहली शर्त हैं जिसे धामी परिवार ने अपने आचरण से सिद्ध किया है।