मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और चीफआफ डिफेंस विपिन रावत से की विशेष भेंट, उत्तराखंड में विज्ञापन दरों से डिजिटल मीडिया संगठनों में रोष, गोपेश्वर और देवाल में रोपे गये पौधों के संरक्षण का संकल्प

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में डीआरडीओ के माध्यम से एक -एक कोविड केयर सेंटर की स्थापना करवाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा की इन कोविड केयर सेंटरों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सौगात है।

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि और वीरभूमि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत जिले सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को हर संभव मदद दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ श्री बिपिन रावत से उनके आवास पर भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री एवं सी.डी.एस के बीच उत्तराखंड में रक्षा निर्माण और एयरोस्पेस निर्माण के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए चर्चा की गई। इस संबंध में जल्द ही उत्तराखंड से एक प्रतिनिधिमंडल सी.डी.एस श्री बिपिन रावत से मिलेगा।

उत्तराखंड डिजिटल मीडिया संगठनों ने नई विज्ञापन दर पर रोष जताया, उत्तराखंड में न्यूज़ पोर्टल्स के विभिन्न संगठनों द्वारा उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन द्वारा आयोजित वर्चुअल बैठक में भागीदारी निभाते हुए कहा है कि वर्तमान में जो विज्ञापन दर ई टेंडर प्रक्रिया के बाद सामने आई है वह एक बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है व यह विज्ञापन दर सीधे सीधे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सरकार को फेल करने की साजिश का हिस्सा है। इस विज्ञापन प्रक्रिया को देखकर पत्रकार संगठन अपने को ठगा हुआ व अपमानित महसूस कर रहे हैं।
उत्तराखंड डिजिटल मीडिया संगठन के वरिष्ठ पत्रकार साथियों ने इस ई टेंडर प्रक्रिया की स्वीकार्यता पर कई प्रश्न चिह्न लगाए हैं व शंका जताई है कि यह प्रक्रिया बिना विभागीय मिलीभगत के हो ही नहीं सकती थी। सभी ने कहा कि जब सोशल मीडिया का प्लेट फॉर्म उत्तराखंड के पत्रकारों हेतु बिशेष रूप से तैयार किया गया था तब उसमें साफ-साफ शर्त लिखी गयी थी कि इसमें प्रदेश से बाहर के किसी भी न्यूज़ पोर्टल को स्थान नहीं दिया जाएगा, लेकिन पूर्व महानिदेशक सूचना पंकज पांडे के समय यह शर्त उससे बेहद सफाई से हटा दी गयी और इसमें अमेंडमेंट किया गया।
सोशल मीडिया से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा है कि बिना विभागीय मिली भगत के यह सम्भव हो ही नहीं सकता कि कोई ई टेंडर में ऐसे रेट दर्ज कर दे। उन्होंने कहा कि विभाग में ही कुछ भ्रष्ट व करप्ट अधिकारी हैं जो किसी भी हद तक जाकर यह चाहते हैं कि पत्रकार त्रस्त होकर मुख्यमंत्री तीरथ के पक्ष की जगह उनके विपक्ष में खबरें लगाए।
इस दौरान सभी ने अपने अपने पक्ष रखते हुए कहा है कि इस मामले को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, सचिव सूचना व महानिदेशक सूचना के समक्ष विभिन्न पक्षों को दृष्टिगत रखते हुए रखा जाय ताकि अग्रिम भविष्य में सूचना विभाग इस सब पर ठोस नीति बनाये व स्क्रीनिंग के समय ही यह अच्छी तरह जांच ले कि सरकार जिन्हें सरकारी विज्ञापनों में नामित कर उन्हें सूचीबद्ध कर रही है क्या उन्होंने प्रदेश सरकार के विकास कार्यों को अपने न्यूज़ पोर्टल्स में प्रमुखता से स्थान दिया है।
चर्चा में ज्यादात्तर पत्रकारों का मानना था कि इस बार सूचीबद्ध न्यूज़ पोर्टल्स में कतिपय ऐसे भी हैं जिनके न्यूज़ पोर्टल्स में सरकार क्या पूरे प्रदेश भर की राजनैतिक, सामाजिक, सामाजिक, आर्थिक व अन्य विभिन्न गतिविधियों सम्बन्धी एक भी खबर नहीं है।
उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज इष्टवाल ने कहा कि यह वर्चुअल बैठक इसलिए आहूत की गई थी, क्योंकि इस बार 345 न्यूज़ पोर्टल्स सूचीबद्ध की श्रेणी में शामिल किए गए हैं व जिनमें से ज्यादात्तर न्यूज़ पोर्टल्स द्वारा वर्तमान में जारी विज्ञापन दर पर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध दर्ज करते हुए इसे इसे सरकार विरोधी करार दिया है व आशंका व्यक्त की है कि जिन्होंने भी ऐसे रेट डाले हैं यह पार्टी के अंदरूनी कलह या फिर उत्तराखंड में इस चुनाव में ताल ठोक रहे किसी बड़े राजनैतिक दल के इशारे पर किसी बड़ी साजिश के तहत किया गया कार्य बताया है।
इस वर्चुअल बैठक में गढ़वाल कुमाऊं से वरिष्ठ पत्रकार नागेंद्र उनियाल, अविकल थपलियाल, घनश्याम जोशी, हर्षबर्द्धन पांडे, विनोद भगत, पंकज पंवार, आलोक शर्मा, नवीन जोशी, चन्द्रशेखर जोशी, शैलेश नौटियाल इत्यादि ने प्रतिभाग किया है।

रोपित पौधों के संरक्षण का ले संकल्प।

देवाल: पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण मित्र एवं वन्य जीव प्रेमी बलवंत बिष्ट ,सूरज बिष्ट ,हीरा बिष्ट ,वन पंचायत सलाहकार परिषद की सदस्य सरपंच यशोदा बिष्ट ,गीता ,ममता ,ज्योति, लक्ष्मी ,संगीता गोलू बिष्ट आदि ने पर्यावरण दिवस मनाने के साथ-साथ अन्य लोगों को पर्यावरण दिवस मनाने भीअसली महत्व तब होगा जब हम अपने आसपास के वनस्पति पेड़-पौधे जीव-जंतु का संरक्षण करेंगे और हमे इनके दोहन को रोकना पड़ेगा ताकि पर्यावरण संतुलन बन सके अन्यथा जिस प्रकार से वर्तमान समय में पर्यावरण संतुलन बिगड़ा है उसके गंभीर परिणाम हमको भुगतने पड़ेंगे जिसके जिम्मेदार हम स्वयं होंगे। पर्यावरण दिवस का असली महत्व तभी होगा जब हम इस दिन प्रकृति में निहित प्राकृतिक वनस्पति को बचाने का संकल्प लेंगे और मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा पर्यावरण मेरा गांव ) के तहत सघन पौधारोपण करें तभी हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा।
पर्यावरण प्रेमी बलवंत सिंह बिष्ट ने कहा ये प्राकृतिक वनस्पति प्रकृति ने जो हमे निःशुल्क उपहार में दिये हैं उनका संरक्षण करना हर मानव का कर्तव्य हैं ये पेड़ पौधें जो हमें दिखाई दे रहे है वे हमारे पूर्वजों की देन हैं और हमारे लिए रखे हैं अब हमारा दाइत्व हैं उन्हें बचाकर हम भी अपने आनेवाली पीढ़ी के लिए रखे यही इस प्रकृति की सच्ची सेवा होगी। 

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पुलिस कप्तान श्री यशवंत सिंह चौहान जी के सानिध्य में पुलिस मैदान एवं पुलिस लाइन एवं गोपेश्वर के बाईं पास पर जो कि पुलिस विभाग ने यादगार वन के रूप पिछले दो साल से विकसित किया है और बहुत अच्छे देवदार और अन्य पौध बहुत ही सुन्दर हुई हैं इन्हीं स्थानों पर सौ पौधों का आज जिसमें वन्य एवं फल पौधों का भव्य रोपण किया गया है और इनके संरक्षण की सम्पूर्ण जिम्मेदारी कप्तान साहब ने थानाध्यक्ष गोपेश्वर श्री रौतेला जी को सौंपी गई है इस पावन पर्व पर दिनेश चन्द्र तिवारी और सहयोगी चण्डी प्रसाद तिवारी भी शामिल हुएअअण
एक बार आप सभी भद्र जनों को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं

उतराखंड देहरादून
06-06-2021
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन उत्तराखंड में कोरोना मरीजों का आंकड़ा पहुंचा334024
वहीं उत्तराखंड मे 305339
लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुये
अभी भी उत्तराखंड में 16125 केस एक्टिव
आज उत्तराखंड में कोरोना के (446) मामले सामने आये
देहरादून121 हरिद्वार67
पौड़ी20 उतरकाशी23 टिहरी54 बागेश्वर06
नैनीताल25 अलमोड़ा07
पिथौरागढ़61
उधमसिंह नगर26
रुद्रप्रयाग09 चंपावत04 चमोली23
आज कोरोना से मरने वालों की संख्या है 23 देहरादून से रमन जायसवाल की रिपोर्ट