चमोली—-मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के विकास कार्यो की समीक्षा ,अधिकारीयों को दिए निर्देश

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के विकास कार्यो की विधानसभा वाईज समीक्षा करते हुए प्रस्तावित कार्यो में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने सभी प्रस्तावित कार्यो को गम्भीरता से लेते हुए समयबद्व तरीके से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। कहा कि विकास कार्यो में किसी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। 
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विभिन्न विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं जल्द पूरा करते हुए मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिये। बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने मास्टर प्लान के अनुरूप ही बद्रीनाथ धाम में निर्माण कार्य कराने को कहा। ब्रदीनाथ एवं गोविन्द घाट में आधुनिक शौचालय निर्माण के लिए एक सप्ताह में भूमि चयन करने तथा साइनेज लगवाने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। गोविन्द घाट, बद्रीनाथ एवं पुलना में पार्किंग निर्माण के लिए प्रस्तावित डीपीआर से संबधित आपत्तियों का शीघ्र निराकरण कर कार्य शुरू कराने के निर्देश दिये। सुलभ इंटरनेशनल संस्था के पास निर्माण कार्यो की अधिकता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने किसी अन्य एजेंन्सी के माध्यम से कार्य कराने पर विचार करने को कहा। ताकि प्रस्तावित निर्माण कार्यो को समय से पूरा किया जा सके। जोशीमठ में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के छात्रावास व विद्यालय भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध न होने की समस्या पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय मानकों के अनुसार किसी अन्य स्थान को चयनित करने को कहा। बाम्पा मेले की महत्ता को देखते हुए सीएम ने एक सप्ताह के भीतर बाम्पा मेले को राजकीय मेला घोषित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। 
कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने गैरसैंण के सुनियोजित विकास के लिए जल्द मास्टर प्लान तैयार करने को कहा। गैरसैंण में पेयजल की समस्या को हल करने के लिए झील निमार्ण हेतु डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिये। भराडीसैंण में हैलीपैड का विस्तार करने तथा गैरसैंण में प्रेक्षागृह की डीपीआर तैयार करने को कहा। गैरसैंण नगर पालिका क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाने हेतु शीघ्र कार्य प्रारम्भ कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। उन्होंने गैरसैंण में जमीन की खरीद एवं बिक्री पर लगाई गई रोक पर भी गम्भीरता से विचार विमर्श करने को कहा। उन्होंने कहा कि हरगढ को एक्सीलेंस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय प्रजाति के पुष्प लगाये जायेंगे। 
सीएम घोषणा में शामिल विभिन्न मोटर मार्गो की प्रगति समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने समयबद्वता के साथ निर्माण कार्यो को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को सड़क कटिंग मलवे का निर्धारित मानकों के अनुसार उचित तरीके से निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न पेयजल योजनाओं, पार्किग, विद्यालयों के कक्षा-कक्ष निर्माण सहित अन्य विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तार से समीक्षा की। वीसी के दौरान कनेक्टिविटी चले जाने के कारण थराली विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा नही हो सकी।  
वीसी में जिलाधिकारी आशीष जोशी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बद्रीनाथ तथा माणा को स्वच्छ आॅइकाॅनिक प्लेस घोषित किया जा चुका है तथा मास्टर प्लान तैयार होने पर उसके अनुसार ही निर्माण कार्य कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ में पेट्रोल पम्प व गैस एजेन्सी तथा जोशीमठ में हैलीपैड निर्माण के लिए भूमि का चयन किया जा चुका है तथा बद्रीनाथ में आधुनिक शौचालय निर्माण के लिए भूमि देखी जा रही है। बद्रीनाथ में पार्किगं के लिए 16.92 करोड, गोविन्द घाट पार्किग के लिए 2.38 करोड़, गोपेश्वर नगर क्षेत्र में आॅडिटोरियम निर्माण के लिए 9.11 करोड़ के प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि लामबगड में 3 किमी0 पैदल वाईपास रास्ते का सुधारीकरण बीएडीपी के तहत कराया जायेगा। गैरसैंण नगर पालिका क्षेत्र में प्रस्तावित स्ट्रीट लाइट के लिए नगर पालिका द्वारा 60 लाख का आंगणन तैयार किया है। 
वीसी में मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी मोहन सिंह बर्निया, डीएफओ अमित कंवर, डीएफओ एनएन पाण्डेय, सीएमओ तृप्ति बहुगुणा, एसडीएम परमानंद राम, एसडीएम योगेन्द्र सिंह, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, पीडी प्रकाश रावत, डीपीआरओ बीएस दुग्ताल, सीवीओ डा0 लोकेश कुमार, सीएचओ नरेन्द्र यादव, सीईओ एलएम चमोला, जीएम डीआईसी डा0 एमएस सजवाण सहित सड़क, पेयजल, विद्युत, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, कृषि, पर्यटन आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।