ब्रेकिंग – ज्ञानवापी में 12.8 फिट के विशालकाय शिवलिंग मिलने का समाचार, कोर्ट ने संबंधित क्षेत्र सील करने के दिए आदेश

✍️हरीश मैखुरी

*ज्ञानवापी में सर्वे पूरा हुआ ज्ञानवापी में वज़ूखाने का पूरा पानी निकालने के बाद उसमे 12 फीट 8 इंच व्यास का शिवलिंग मिला । शिवलिंग मिलते ही हर हर महादेव के नारे लगने लगे, और सभी हिंदू पक्ष के लोग खुशी में नाचने लगे*

*ज्ञानवापी सर्वे के दौरान वहाँ वज़ूखाने के अंदर से शिवलिंग मिला है। हम उसकी CRPF प्रोटेक्शन माँगने सिविल कोर्ट जा रहे उस एरिया को सील किया जायेगा– वकील विष्णु जैन

*वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे पूरा हो चुका है, मुसलमानों के बाजूखाने का पानी जाने वाले कुएं को साफ कराने के बाद कुंड में 12.8 फ़ीट ब्यास का शिवलिंग मिला। 

 ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सुबह दस बजे तक कुल दो घंटे एडवोकेट कमिश्‍नर की कार्यवाही की गई। इसी के साथ तीन दिन तक ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का कार्य पूरा हो गया। इस मधय सर्वे में शामिल सभी सदस्‍य ज्ञानवापी परिसर से सर्वे के बाद वापस लौट गए। इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान वादी पक्ष के सोहनलाल आर्य ने बताया कि नंदी जिसका इंतजार कर रहे थे वह बाबा मिल गए। इतिहास कालखंड में जो भी लिखा था वह मिल गया है। जिसकी जनता को प्रतीक्षा थी आखिरकार वह बाबा अब मिल गए हैं

मीडिया से बातचीत के दौरान उन्‍होंने बताया कि जो भी सोचा या माना गया था उसकी उम्‍मीद से कहीं अधिक परिणाम इस सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष को हासिल हुए हैं। उन्‍होंने सोमवार को सर्वे के अंतिम दिन को बहुत बड़ा दिन बताया। कहा कि- हिंदू पक्ष के लिए भी आज का दिन बहुत बड़ा है। बताते चलें कि सोहनलाल आर्य 52 लोगों की उस टीम में शामिल हैं जो एडवोकेट कमिश्‍नर की कार्यवाही ज्ञानवापी मस्जिद में कर रही थी। जिन खोजा तिन पाइयां गहरे पानी पैठ का उदाहरण देते हुए उन्‍होंने इशारों- इशारों में उन्‍होंने तीन दिनों की एडवोकेट कमिश्‍नर की कार्यवाही को उजागर किया है। बताते चलें कि वाराणसी में महमूरगंज निवासी लक्ष्‍मी देवी (श्रृंगार गौरी मामले की याचिकाकर्ता) के पति सोहनलाल आर्य इस मामले में अदालत की ओर से सर्वे की 52 लोगों की टीम में शामिल किए गए थे। 

सोहनलाल आर्य ने कबीर दास के दोहे का उदाहरण दिया कि – जिन खोजा तिन पाइयां, गहरे पानी पैठ। इस बात पर उनसे इसका अर्थ बताने को कहा गया तो उन्‍होंने स्‍पष्‍ट जवाब दिया कि नंदी जिसका इंतजार कर रहे थे वह बाबा मिल गए हैं। बताते चलें कि पहले दिन की कार्यवाही के बाद ही सोहनलाल आर्य ने विक्‍ट्री साइन बनाकर हिंदू मंदिर होने के साक्ष्‍यों को लेकर आशा जताई थी। अब आखिरी दिन सोमवार को हुई कार्यवाही के बाद उन्‍होंने नंदी का मुंह ज्ञानवापी मस्जिद की ओर होने की वजहों को लेकर बाबा विश्‍वनाथ के मिल जाने की जानकारी दी। हालांकि, इससे अधिक उन्‍होंने मामला अ‍दालत में होने की वजह से जानकारी देने से मना कर दिया।

DM ने कहा कि ये लोगों के निजी विचार हैं सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में रखी जाएगी, विवादित परिसर को सील करने के आदेश, CRPF तैनात की गई, मामले में मस्जिद पक्ष हाइपर एक्टिव हो गया है, इसकी सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई है कल सुनवाई होगी। शिवलिंग मिलने के समाचार के बाद शोशल मीडिया पर यह कार्टून तेजी से वायरल हो रहा है। 

फिलहाल ज्ञानवापी में 12.8 फिट के विशालकाय शिवलिंग मिलने के बाद कोर्ट ने संबंधित क्षेत्र सील करने के आदेश दिए हैं। 

ज्ञानवापी सर्वेक्षण टीम के एक सदस्य ने खुलासा किया है कि जहाँ पढ़ी जाती है नमाज, वहाँ ॐ का चिह्न: – ज्ञानवापी के इंच-इंच पर हिन्दू प्रतीक, संस्कृत श्लोक, खंभों पर मूर्तियाँएक सत्य और जानिए। 

जैसे ही सर्वे टीम को पता चला कि बाबा का शिवलिंग मिल चुका है, हिंदू पक्षकार के वकील विष्णु जैन दौड़े-दौड़े अदालत गए। क्यों गए? ताकि जिस स्थान पर शिवलिंग प्राप्त हुआ है उसी स्थान पर सुरक्षा घेरा लगाया जा सके। लेकिन क्या होता यदि सुरक्षा घेरा नहीं लगाया जाता ?

क्या मस्जिद में आने वाले लोग उस शिवलिंग को वहां से निकालकर कहीं असुरक्षित कर देते? नहीं। बिल्कुल नहीं। होता यह कि नमाज के वक्त फिर जब भी वे आते, फिर उसी स्थान पर #वजू करते। अर्थात् मुंह खंगालते, थूकते। फिर नमाज अदा करने जाते और महाकाल की धरती काशी में महाकाल भक्तों को इतना भी स्वाधिकार नहीं कि वे ऐसा करने से रोक पाते।

इसलिए वकील विष्णु जैन को अदालत का रुख करना पड़ा। अदालत ने जब जाकर प्रोटेक्शन प्रदान किया है, अब जाकर सुरक्षा घेरा लगाया जाएगा। 

सत्य को जानना और महसूस करना दोनों में कितना अंतर है, समझा जाए तो।