बिगब्रेकिंग – योगी धामी की कैमिस्ट्री से उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में हुआ परिस्थितियों का निस्तारण उत्तराखंड को उत्तरप्रदेश से मिली इन संपत्तियों की चाबी

Big Breaking – Yogi Dhami’s chemistry resolved the situation in Uttarakhand and Uttar Pradesh, Uttarakhand got the keys of these properties from Uttar Pradesh 

✍️हरीश मैखुरी

उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की कैमिस्ट्री से उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में इक्कीस वर्षों से लटकी परिस्थितियों का निस्तारण हो गया है उत्तराखंड को उत्तरप्रदेश से अनेक संपत्तियों की चाबी मिल गयी है। एक ही दल की सरकार होने का यही लाभ है  बड़ी समस्याओं का हल सहजता से निकल जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा देवभूमि उत्तराखंड को लेकर जो मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई गयी आज उसी का परिणाम है कि वर्षों से लंबित मामलों का समाधान संभव हो पाया। उत्तराखंड राज्य के लिए यह गर्व का पल है कि वर्षों पुरानी समस्या का हल निकला और अलकनंदा पर्यटक आवास, उत्तराखंड को और भागीरथी पर्यटक आवास, उत्तर प्रदेश को मिल गया है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “मेरे प्रयासों को हमारे युवा और यशस्वी मुख्यमंत्री श्री Pushkar Singh Dhami जी ने आगे बढ़ाने का कार्य किया वो अत्यंत सराहनीय है”

बता दें कि 2013 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सरकार द्वारा उत्तराखंड के पेंशनर्स की पेंशन पर रोक लगा दी थी, लेकिन 2017-18 में दोनों राज्य सरकारों की वार्ता के बाद ₹2500 करोड़ से अधिक की यह धनराशि भी उत्तराखंड को मिल पाई और अब  लगभग ₹700 करोड़ वार्षिक उत्तराखंड को निरंतर मिल रहे हैं जो कि बहुत बड़ी पूंजी है।

इसी प्रकार से दोनों राज्यों ने मिलकर परिवहन विभाग सम्बंधी विषयों का भी समाधान कर लिया  जिससे दोनों को ही अच्छी आय होने लगी है। ऐसे ही नहरों और कई अन्य लंबित मामले थे जिनका समाधान हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सचमुच नो पेंडेन्शी की नीति पर कार्य करते हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने आज ऋषिकुल, महाविद्यालय हरिद्वार में सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा रचित स्पर्श गंगा गीत एवं खण्डकाव्य ‘‘ मैं गंगा बोल रही’’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि डॉ. निशंक जी ने 2009 में स्पर्श गंगा अभियान की शुरूआत की। माँ गंगा एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए उनके द्वारा सराहनीय कार्य किये गये हैं। गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अनेक कार्य हुए हैं।