केन्द्र से उत्तराखंड को जल्दी मिल सकती है इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन परिसर की सौगात

उत्तराखंड जल्द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन का परिसर खुल सकता है। इसके लिए उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडि प्रमुख श्री अनिल बलूनी ने आज केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर जी से अनुरोध किया कि उत्तराखंड में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन ( आईआईएमसी ) का एक परिसर खोला जाये ताकि पत्रकारिता और लेखन में जाने वाली राज्य की प्रतिभाओं को उत्तराखंड में ही शिक्षण, प्रशिक्षण का अवसर प्राप्त हो सके।सांसद बलूनी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर लेखन और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्तराखंड का बहुत बड़ा योगदान है।

उत्तराखंड की अनेक हस्तियों ने इस क्षेत्र मैं बड़ी सेवा की है और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बने हैं। वर्तमान में भी मीडिया में भारी संख्या में उत्तराखंडी सेवा दे रहे। उन्होंने कहा कि अनेक प्रतिभाएं संसाधन के कारण आगे नहीं बढ़ पाती हैं। अगर राज्य में ही एक विश्व स्तरीय संस्थान उपलब्ध होगा तो पत्रकारिता के क्षेत्र में राज्य ही नहीं देश को भी अनेक प्रतिभाएं प्राप्त होंगी।

सांसद बलूनी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री श्री जावड़ेकर ने बहुत सकारात्मक रूप में उनके अनुरोध को लिया है और आश्वस्त किया है कि वह इस दिशा में गंभीर प्रयास करेंगे। उन्हें पूर्ण आशा है कि राज्य को शीघ्र आईआईएमसी का एक परिसर प्राप्त होगा।  केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस संबंध में सकारात्मक रुख अख्तियार करते हुए एक तरह से हामी भर दी है यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो बहुत जल्दी उत्तराखंड में यह पत्रकारिता का संस्थान अस्तित्व में आ जाएगा बताते चलें कि राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी स्वयं भी पत्रकार रहे हैं इसलिए वे इस संस्थान और पत्रकारिता का महत्व दोनों समझते हैं इस संस्थान के खुलने से पत्रकारिता का स्तर भी बढ़ने की उम्मीद है और अभी जो लोग बिना पत्रकारिता के ही पत्रकारिता कर रहे हैं उनके विकल्प भी उत्तराखंड में खड़े होंगे।