आज का पंचाग आपका राशि फल, आपकी रसोई एक संपूर्ण मेडिकल स्टोर है, इसाई मिशनरी भारत में सेवा करती हैं परन्तु गरीब मुस्लिम देशों में सेवा करने क्यों नहीं जाती!, हर युग में अपने अस्तित्व का धर्म युद्ध, संघ कार्यकर्ताओं का प्लेसमेंट देख कर संसार की बड़ी युनिवर्सिटीज अचंभित, ऐसे प्राप्त करें माता पिता का आशीर्वाद

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, १८ दिसंबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:१४

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३२

चन्द्रोदय: 🌝 ११:३७

चन्द्रास्त: 🌜२३:०८

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 हेमन्त 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 मार्गशीर्ष 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 षष्ठी (१५:१३ से सप्तमी)

नक्षत्र 👉 शतभिषा (२५:२२ से पूर्वाभाद्रपद)

योग 👉 वज्र (२१:३२ से सिद्धि)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१५:१३ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (२६:०८ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 धनु 

चंद्र 🌟 मीन (१८:२० से)

मंगल 🌟 वृश्चिक (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 धनु (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 तुला (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५३ से १२:३४

अमृत काल 👉 १८:३७ से २०:०७

रवियोग 👉 ०७:०७ से २५:२२

विजय मुहूर्त 👉 १३:५५ से १४:३६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१७ से १७:४५

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२० से १८:४२

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४६ से २४:४१

राहुकाल 👉 ०८:२४ से ०९:४०

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:५७ से १२:१३

दुर्मुहूर्त 👉 १२:३४ से १३:१५

होमाहुति 👉 बुध (२५:२२ से शुक्र)

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (२५:२२ से) 

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 पश्चिम

शिववास 👉 नन्दी पर (१५:१३ से भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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चंपा-स्कन्द-गुह्य षष्ठी, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:४७ से ११:४५ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २५:२२ तक जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (गो, सा, सि, सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (से) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३१:०३ से ०९:०७

मकर – ०९:०७ से १०:४८

कुम्भ – १०:४८ से १२:१४

मीन – १२:१४ से १३:३७

मेष – १३:३७ से १५:११

वृषभ – १५:११ से १७:०६

मिथुन – १७:०६ से १९:२०

कर्क – १९:२० से २१:४२

सिंह – २१:४२ से २४:०१

कन्या – २४:०१ से २६:१९

तुला – २६:१९ से २८:४०

वृश्चिक – २८:४० से ३०:५९

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:०७ से ०९:०७

चोर पञ्चक – ०९:०७ से १०:४८

शुभ मुहूर्त – १०:४८ से १२:१४

रोग पञ्चक – १२:१४ से १३:३७

चोर पञ्चक – १३:३७ से १५:११

शुभ मुहूर्त – १५:११ से १५:१३

रोग पञ्चक – १५:१३ से १७:०६

शुभ मुहूर्त – १७:०६ से १९:२०

मृत्यु पञ्चक – १९:२० से २१:४२

अग्नि पञ्चक – २१:४२ से २४:०१

शुभ मुहूर्त – २४:०१ से २५:२२

रज पञ्चक – २५:२२ से २६:१९

शुभ मुहूर्त – २६:१९ से २८:४०

चोर पञ्चक – २८:४० से ३०:५९

शुभ मुहूर्त – ३०:५९ से ३१:०७

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज भी दिन के पहले भाग में सेहत संबंधित छोटी-मोटी समस्या रहेगी धीरे-धीरे इसमें सुधार आने लगेगा फिर भी कार्यों के प्रति आज लापरवाही करेंगे। जब तक कार्य सर पर ना आ जाएं करने के लिए तैयार नहीं होंगे करेंगे भी तो बड़ी ही मजबूरी मैं विशेषकर घरेलू कार्यो के प्रति अरुचि रहेगी। किसी अन्य का सहयोग करने के लिए तत्पर रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर बीच-बीच में धन कमाने के अवसर सुलभ होंगे इसके लिए व्यर्थ का भ्रमण भी करना पड़ेगा लेकिन फिर भी धन व्यर्थ के खर्चों विशेषकर शत्रु पक्ष को शांत करने में खर्च होगा। लेकिन घरेलू खर्च की पूर्ति फिर भी आवश्यकता के समय नही कर पाएंगे। परिवार की महिलाओं से बचकर रहें आप की गलतियों को खोज खोज कर झगड़ा कर सकती है। संध्या के समय मौन रहने का का प्रयास करें आपकी बेतुकी बातें कलह करा सकती हैं। मित्र मंडली के व्यवहार कम ही रखना बेहतर रहेगा।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आपका व्यवहार अत्यंत स्वार्थपूर्ण रहेगा। विशेषकर आज परिजनों से मतलब का संबंध रखेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि व्यवहार कुशल बनेगी लेकिन आपके प्रत्येक व्यवहार में कुछ ना कुछ स्वार्थ अवश्य छुपा रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सम्मान तो मिलेगा लेकिन जिस लाभ की तलाश में रहेंगे उसके लिए कुछ ना कुछ तिकड़म अवश्य लगानी पड़ेगी। आज की परिस्थिति को देखते हुए यह आवश्यक भी रहेगी। सहज साधनों से लाभ नहीं हो पाएगा आयात निर्यात एवं दूर प्रदेशों के व्यापार में निवेश करना लाभदायक रहेगा। धन की आमद सामान्य से उत्तम होगी लेकिन अक्समात आने वाले क्रोध पर नियंत्रण रखें बनते कार्य में विघ्न डाल सकता है। पारिवारिक वातावरण में सुख सुविधा मिलने पर भी कुछ ना कुछ अभाव अनुभव करेंगे। श्वसन संबंधित कष्ट अथवा चर्म रोग की शिकायत हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए खास रहेगा। दिन के आरंभ में ही कोई शुभ समाचार मिलने से उत्साहित होंगे। बीते कुछ दिनों की अपेक्षा आज आपके व्यवहार में काफी सुधार देखने को मिलेगा। आज घर हो अथवा बाहर कोई भी कार्य करने से मना नहीं करेंगे। परिजन भी आपका व्यवहार देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे। नौकरी वाले लोग घरेलू कार्यों से फुर्सत पाकर आराम से समय बिताने के पक्ष में रहेंगे। व्यवसायी वर्ग भी काम धंधे से अवकाश लेकर मित्र परिजनों के संग समय बिताना अधिक पसंद करेंगे। कार्य क्षेत्र से कम समय में आवश्यकता अनुसार धन की प्राप्ति हो जाएगी। निकट भविष्य के लिए भी लाभदायक सौदे हाथ लगेंगे अथवा आश्वासन मिलेंगे। किसी दूर रहने वाले परिजन विशेषकर मामा मौसी अथवा भतीजा पक्ष से आपसी संबंधों में कड़वाहट बढ़ने की संभावना है। संध्या का समय मनोवांछित सुख मिलने से आनंद में बीतेगा। छोटे मोटे शारीरिक विकार के बाद भी अनदेखा करेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आप धर्म अध्यात्म में रुचि लेंगे। इसका कारण दैनिक जीवन का संघर्ष एवं विविध परेशानियां भी हो सकता है। रोजगार के लिए अनचाही यात्रा एवं भागदौड़ करनी पड़ेगी इसकी वजह से परिवार में ताल मेल बैठाने में दुविधा भी होगी। आज आपके विचारे अधिकांश कार्य दौड़-धूप करने के बाद भी सफल होने संदिग्ध रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर सहयोग एवं व्यवसाय दोनों केई गति धीमी रहने से परेशानी होगी। धन की आमद युक्ति मुक्ति से अवश्य होगी लेकिन परिवार में किसी की बीमारी अथवा कर्ज के चलते खर्च भी हो जाएगी। आज अपना सर्वस्व देने के बाद भी परिजनों को संतुष्ट करना मुश्किल ही रहेगा फिर भी परिश्रम में कमी ना रखें आने वाला समय आपके लिए लाभदायक हो सकता है। लोहे के औजार अथवा उपकरणों से कार्य करते समय सावधानी बरतें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज दिन के आरंभ से ही मानसिक रूप से बेचैन रहेंगे। किसी अरिष्ट की आशंका से मन भयभीत रहेगा कोई भी कार्य जल्दी से करने का मन नहीं करेगा। मध्यान तक दिमाग में उथल-पुथल लगी रहेगी इसके बाद ही किसी परिजन का मार्गदर्शन मिलने से आगे की योजना पर जुट जाएंगे। कार्यक्षेत्र पर आज ज्यादा समय नहीं दे पाएंगे पुराने आर्थिक व्यवहार कर्ज के लेनदेन को लेकर भाग दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पाएगा जिससे भी मदद की उम्मीद रखेंगे उसी से केवल आश्वासन ही मिलेगा आवश्यकता पड़ने पर ननिहाल पक्ष से भी सहयोग मांगेंगे लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलेगा संध्या के आसपास पुराने परिचित से सहयोग का वादा मिलने के बाद ही मानसिक राहत मिलेगी। आज घरेलू खर्च के अतिरिक्त धर्म-कर्म पर भी वह करना पड़ेगा पारिवारिक वातावरण भी आप की उलझनों के चलते भयभीत रहेगा। आरोग्य बना रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपको शुभ फलों की प्राप्ति कराएगा। दिन के आरंभ में थोड़ा आलस्य प्रमाद रहेगा लेकिन धीरे-धीरे दिनचर्या में गति आने लगेगी। आज परिजनों की मनोकामना पूर्ति करने पर भरपूर स्नेह मिलेगा। मित्र मंडली में भी आवश्यकता के समय सहयोग करने पर आप का दबदबा कायम होगा। कार्य क्षेत्र से आज ज्यादा आशा नहीं रखेंगे फिर भी थोड़े समय में किसी बहुप्रतीक्षित कार्य के बनने से धन प्राप्ति के मार्ग खुलेंगे। धन की आमद आज कमी रह जाएगी फिर भी परेशान नहीं होंगे। आज धर्म-कर्म की जगह शारीरिक सुख एवं मनोरंजन को अधिक महत्व देंगे। दोपहर के बाद का अधिकांश समय पर्यटक स्थल की यात्रा एवं मनोरंजन में व्यतीत होगा उस पर खर्च भी विशेष करेंगे। उत्तम वाहन एवं भोजन का सुख मिलेगा। आज घरेलू कार्य करते समय अथवा चलते समय चोट आदि लगने का भय है सतर्क रहें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आप प्रत्येक क्षेत्र में अपनी कुशलता का परिचय देंगे। बुद्धि विवेक धैर्य सभी की प्रचुर मात्रा रहने पर भी कोई ना कोई प्रसंग ऐसा खड़ा होगा जिससे अक्समात क्रोध आने पर आसपास का वातावरण खराब होगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर अनचाहे शत्रु परेशान करेंगे पारिवारिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए आप कठोर कदम भी उठा सकते हैं। कार्य क्षेत्र पर परिश्रम करने से पीछे नहीं हटेंगे पराक्रम शक्ति भी भरपूर रहेगी। लेकिन भाग्य का साथ कम मिलने से आर्थिक मामले अंत समय में लंबित होंगे अथवा आशा से बहुत कम लाभ देंगे। किसी परिजन के द्वारा अथवा किसी परिजन से बाहरी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र पर अभद्र अथवा उद्दंड व्यवहार करने से पारिवारिक शांति बिगड़ सकती है। धैर्य का परिचय दें अन्यथा विवाद गहरा सकता है। संध्या का समय शांति से बिताने का प्रयास करेंगे लेकिन यहां भी कुछ ना कुछ मानसिक क्लेश बनेगा। अमल पित्त के कारण परेशानी होगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपको धैर्य से बिताने की सलाह है। बचते बचते घर एवं बाहर कई ऐसे प्रसंग बनेंगे जिनसे ना चाहकर भी क्रोध आएगा परिस्थिति को देखकर ही निर्णय लें अन्यथा आपके लिए आने वाला समय परेशानी भरा हो सकता है। वैसे तो आज आप प्रत्येक कार्य सोच समझकर ही करेंगे लेकिन जहां व्यक्तिगत स्वार्थ की बात आएगी वहां समझौता नहीं करेंगे। धन की आमद परिश्रम के बाद आशानुकूल हो जाएगी फिर भी संतोष ना होने पर अनर्गल साधनों से धन कमाने का प्रयास करेंगे। किसी जानकर को धोखा देने पर अपमानित हो सकते हैं। लोभ से बचें अन्यथा स्नेह संबंधों में खटास आएगी। संध्या के समय घर में किसी बड़े खर्चे को लेकर मतभेद हो सकते हैं। घरेलू अथवा कार्य रोजगार के उद्देश्य से यात्रा होगी इससे ज्यादा लाभ की अपेक्षा ना रखें। तीखे एवं मादक भोजन से परहेज करें अन्यथा पेट दर्द कब्ज उल्टी की शिकायत हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन मध्यान तक आपके लिए विशेष उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। पूर्व में बरती किसी अनियमितता के चलते मन भय से व्याकुल रहेगा। आज किसी पुराने जानकार अथवा व्यवहार के ऊपर निकट भविष्य में होने वाला लाभ हानि निर्भर करेगा। कार्य व्यवसाय में लोगों के आश्वासन पर ही निर्भर रहना पड़ेगा जिस भी कार्य को करेंगे उसमें रुकावटें आएंगी ले देकर अपना काम निकालना पड़ेगा। मध्यान तक दिमाग भविष्य की उधेड़बुन में उलझा रहेगा संध्या के आसपास किसी महत्वपूर्ण कार्य के थोड़ा बहुत बनने से मनसे बड़ा बोझ उतरेगा परिजनों को भी मानसिक राहत मिलेगी। छोटी-मोटी सफलता मिलने पर आत्मविश्वास ना खोएं भविष्य की योजना पर तुरंत कार्य आरंभ करें। धन लाभ होगा लेकिन तुरंत ही व्यर्थ के कार्यों पर खर्च हो जाएगा। स्वभाव में विनम्रता रखें अन्यथा किसी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। मानसिक तनाव के चलते शरीर में छोटे-मोटे विकार बन सकते हैं।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप छोटी-छोटी बातों पर क्रोध करने से बचें। प्रत्येक कार्य को दूर दृष्टि से विचार कर ही करें तो दिन आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से संतोषजनक रहेगा। अन्यथा बाद में भाग्य को कोसना पड़ेगा आज दिन में आपको कई बार लोगों के विरोध का सामना करना पड़ेगा इनमें परिजन भी शामिल रहेंगे अनदेखा करना ही बेहतर है। अन्यथा एक बार दिनचर्या व्यवस्थित होने पर इसे सुधार नहीं पाएंगे। कार्यक्षेत्र पर किसी अरुचिकर व्यक्ति अथवा सरकारी हस्तक्षेप बढ़ने से आय के मार्ग सीमित होंगे फिर भी जरुरत के अनुसार धन की आमद किसी ना किसी तरह हो ही जाएगी। आज सरल मार्ग की अपेक्षा अनैतिक साधनों से धन कमाना ज्यादा आसान रहेगा जोखिम होने पर भी परिणामों की चिंता किए बिना भाग्य आजमाएंगे। शेयर सट्टे अथवा शेयर में निवेश करने से बचें हानि हो सकती है। परिजनों की छोटी मोटी उद्दंडता को अनदेखा करें अन्यथा अशांति फैलेगी सेहत पुराने रोगों को छोड़ ठीक ही रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन प्रत्येक क्षेत्र में बीते कुछ दिनों की अपेक्षा बेहतर रहेगा लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी संवेदनहीनता एवं अरुचि का व्यवहार स्वयं अथवा किसी परिजन की मनोकामना पूर्ति में बाधक बन सकता है। कार्यक्षेत्र पर भी आज कोई महत्वपूर्ण कार्य बनाने के लिए किसी नापसंद व्यक्ति का सहयोग अथवा खुशामद करनी पड़ेगी। व्यवसायिक कारणों से यात्रा के योग भी बन रहे हैं अंत समय में टल भी सकते हैं लेकिन इनसे आज लाभ ही होगा। जोखिम वाले कार्यों शेयर सट्टा आदि में निवेश कर सकते हैं तुरंत ही कुछ ना कुछ शुभ परिणाम सामने आएंगे। आज पारिवारिक वातावरण आपकी अपेक्षा के विपरीत रह सकता है। किसी नजदीकी रिश्तेदार से अनबन होने के कारण घर के सदस्यों में अलग-अलग मत बनेंगे। स्वजनों का विरोध भी देखना पड़ेगा। आज उच्च अथवा निम्न रक्तचाप के कारण शारीरिक शीथिलता बन सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप अपनी मर्जी के मालिक रहेंगे। स्वतंत्र स्वभाव होने के कारण किसी के दबाव में नहीं आएंगे। सेहत में थोड़ी नरमी रहेगी। घरेलू कार्यों में लापरवाही के चलते परिजनों से अनबन होगी। महिलाओं का स्वभाव इसके विपरीत रहेगा आलस्य होने पर भी अपने कार्यों को समय से थोड़ा आगे पीछे लेकिन करेंगी जरूर। लेकिन मध्यान्ह बाद कोई कामना पूर्ति ना होने पर नाराज भी हो सकती है। जिसके फलस्वरुप घर में अव्यवस्था फैलेगी मध्यान्ह के बाद सेहत साथ ना देने पर भी परिजनों की प्रसन्नता हेतु कोई कार्य बे मन से करना पड़ेगा। नौकरीपेशा जातक कार्य क्षेत्र से अक्समात बुलावा आने पर मजबूर होंगे लेकिन इसका कुछ ना कुछ ना लाभ अवश्य मिलेगा। संध्या का समय मित्र परिचितों के साथ हास्य भरा वातावरण मिलने से मानसिक एवं शारीरिक कष्ट भूल जाएंगे। वाले कार्य खासकर गहरे जल से बचकर रहें।

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*Political management lessons from MAHABHARATA*

कृष्ण बड़ा निर्मोही है। वंशी बजाने वाले ने महाभारत क्यों रचा! 

आज आपको बताऊंगा की महाभारत के युद्ध मे कृष्ण ने अभिमन्यु को क्यों मरने दिया ?

अभिमन्यु जब तक नही मरा था , महाभारत का युद्ध धर्म युद्ध था एक योद्धा से एक ही योद्धा लड़ता था निहत्थे पे वार नही किया जाता था

रात में युद्ध नहीं होता था पीठ पर वार नहीं होता था. रथी अगर पैदल हो जाये तो वार नहीं होता था गदायुद्ध में कमर के नीचे वार नहीं होता था

कृष्ण जानते थे कि धर्म मर्यादा में रह के युद्ध नहीं जीता जा सकता धर्मयुद्ध में भीष्म द्रोण कर्ण और दुर्योधन जैसे महारथियों को परास्त करना बड़ा मुश्किल होगा

इसलिए कृष्ण ने अभिमन्यु को मरने दिया। (वस्तुतः अभिमन्यु की अल्पआयु भी कृष्ण जानते थे) अनेकों कौरवों ने मिल कर अकेले, निहत्थे, भूमि पर धराशायी अभिमन्यु को अधर्म पूर्वक मारा। 

अभिमन्यु के मरते ही कृष्ण के ऊपर से धर्मयुद्ध का भार / बंधन हट गया अब युद्ध में छल कपट झूठ सच अनीति अधर्म सब अधिकृत हो गया अभिमन्यु वध के उपरांत जयद्रथ का वध कृष्ण के छल से हुआ रात में युद्ध नहीं होगा, ये नियम तोड़ कर कृष्ण ने पांडव योद्धा घटोत्कच से रात में ही कौरव सेना पे आक्रमण करवा दिया

कर्ण की अमोघशक्ति से अर्जुन को बचाने के लिये घटोत्कच को आगे कर उसकी बलि ले ली, कर्ण को मजबूर कर दिया कि वो अमोघ शक्ति जो उसने अर्जुन के लिये बचा के रखी थी उसे घटोत्कच पे खर्च कर दे

अर्जुन को बचाने के लिए कृष्ण ने भीम के पुत्र को मरने दिया आचार्य द्रोण का वध भी युधिष्ठिर से झूठ बुलवा के किया कर्ण को जब मारा तो वो निहत्था और पैदल भी था अंतिम दिन गदा युद्ध मे दुर्योधन जब भीम पे भारी पड़ने लगा तो कृष्ण ने भीम को इशारा किया Fowl खेल बेटा , जांघ तोड़ इसकी Hit Below the Belt धर्म युद्ध गया तेल लेने

अर्णव गोस्वामी पर झूठी कार्यवाही के बाद अब इतना जान लीजिए कि अब Press को हाथ नहीं लगाना, ये नियम खत्म हो गया है।

और ये नियम तथाकथित विपक्ष ने खत्म किया है ।

आगे इन तथाकथित सेक्युलर पत्रकारों को अब बहुत कुछ सहना पड़ेगा ।

अभिमन्यु मर चुका है ।

अब बारी जयद्रथ , द्रोण , कर्ण और दुर्योधन की है ।

धर्म की इस्थापना के लिए साम, दाम, दंड और भेद की नीति यही होती है
धर्म की विजय निश्चित है कृष्ण स्वयं कहते हैं यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत: अभ्युुत्थानम् अधर्मस्य संभावामि युगे युगे
🪷🪷🪷🪷

इसे सेव कर सुरक्षित कर लें, ऐसी पोस्ट कम ही आती है..

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें : जो आपको हमेशा स्वस्थ और स्वास्थ्य रखेंगी

1. दूध और नमक का संयोग किसी भी स्किन डीजीज को जन्म दे सकता है, बाल असमय सफ़ेद… होना या बाल झड़ना भी स्किन डीजीज ही है !

2. दही के साथ खरबूजा, पनीर, दूध और खीर नहीं खानी चाहिए

3. ठंडे जल के साथ घी, तेल, खरबूज, अमरूद, ककड़ी, खीरा, जामुन ,मूंगफली कभी नहीं

4. शहद के साथ मूली , अंगूर, गरम खाद्य कभी नहीं खीर के साथ सत्तू, शराब, खटाई, खिचड़ी ,कटहल कभी नहीं

5.घी के साथ बराबर मात्र में शहद और चीनी भूल कर भी नहीं खाना चाहिए ये तुरंत जहर का काम करेगा !

6.तरबूज के साथ पुदीना या ठंडा पानी कभी नहीं

7. चावल के साथ सिरका कभी नहीं !

8. चाय के साथ ककड़ी खीरा भी कभी मत खाएं !

9.खरबूज के साथ दूध, दही, लहसून और मूली कभी नहीं ।

◾कुछ चीजों को एक साथ खाना अमृत का काम करता है जैसे -:

1. खरबूजे के साथ चीनी

2.इमली के साथ गुड

3.गाजर और मेथी का साग !

4. बथुआ और दही का रायता !

5. मकई के साथ मट्ठा !

6. अमरुद के साथ सौंफ !

7.तरबूज के साथ गुड !

8. मूली और मूली के पत्ते !

9. अनाज या दाल के साथ दूध या दही !

10. आम के साथ गाय का दूध !

11. चावल के साथ दही !

12. खजूर के साथ दूध !

13. चावल के साथ नारियल की गिरी !

14. केले के साथ इलायची !

◾कभी कभी कुछ चीजें बहुत पसंद होने के कारण , हम उसे बहुत ज्यादा खा लेते हैं..जानिये अगर ज्यादा खा ली हैं तो , उसे कैसे पचाया जाएँ :-

1. केले की अधिकता में दो छोटी इलायची !

2. आम पचाने के लिए आधा चम्म्च सोंठ का चूर्ण और गुड !

3.जामुन ज्यादा खा लिया तो 3-4 चुटकी नमक !

4.सेब ज्यादा हो जाए तो दालचीनी का चूर्ण एक ग्राम !

5.खरबूज के लिए आधा कप चीनी का शरबत !

6.तरबूज के लिए सिर्फ एक लौंग !

7. अमरूद के लिए सौंफ !

8. नींबू के लिए नमक !

9. बेर के लिए सिरका !

10. गन्ना ज्यादा चूस लिया हो तो 3-4 बेर खा लीजिये !

11. चावल ज्यादा खा लिया है तो आधाचम्म्च अजवाइन पानी से निगल लीजिये !

12. बैगन के लिए सरसो का तेल एक चम्म्च !

13. मूली ज्यादा खा ली हो तो एक चम्म्च काला तिल चबा लीजिये !

14. बेसन ज्यादा खाया हो तो मूली के पत्ते चबाएं !

15. खाना ज्यादा खा लिया है तो थोड़ी दही खाइये !

16. मटर ज्यादा खाई हो तो अदरक चबाएं !

17. इमली – उड़द की दाल – मूंगफली – शकरकंद या जिमीकंद ज्यादा खा लीजिये तो फिर गुड खाइये !

18. मुंग या चने की दाल ज्यादा खालिये हों तो एक चम्म्च सिरका पी लीजिये !

19. मकई ज्यादा खा गये हो तो मट्ठा पीजिये !

20. घी या खीर ज्यादा खा गये हों तो काली मिर्च चबाएं !

21. पूरी कचौड़ी ज्यादा हो जाए तो गर्म पानी पीजिये !

22. अगर सम्भव हो तो भोजन के साथ ,दो नींबू का रस आपको जरूर ले लेना चाहिए या पानी में मिला कर पीजिये या भोजन में निचोड़ लीजिये ,

80% बीमारियों से बचे रहेंगे !

◾अब ये जानिये कि किस महीने में क्या नही खाना चाहिए और क्या जरूर खाना चाहिए -:

🔹चैत में गुड बिलकुल नहीं खाना ,नीम की पत्ती /फल, फूल खूब चबाना।

🔹बैसाख में नया तेल नहीं खाना ,चावल खूब खाएं !

🔹जेठ में दोपहर में चलना मना है, दोपहर में सोना जरुरी है !

🔹आषाढ़ में पका बेल खाना मना है, घर की मरम्मत जरूरी है !

🔹सावन में साग खाना मना है, हर्रे खाना जरूरी है !

🔹भादो मे दही मत खाना, चना खाना जरुरी है !

🔹कुवार में करेला मना है, गुड खाना जरुरी है !

🔹कार्तिक में जमीन पर सोना मना है, मूली खाना जरूरी है !

🔹अगहन में जीरा नहीं खाना , तेल खाना जरुरी है !

🔹पूस में धनिया नहीं खाना, दूध पीना जरूरी है !

🔹माघ में मिश्री मत खाना ,खिचड़ी खाना जरुरी है !

🔹फागुन में चना मत खाना, प्रातः स्नान और नाश्ता जरुरी है।मुस्लिम देशाें में काेई मदर टेरेसा क्यों नहीं बनती ?

क्या सारी सेवा की आवश्यकता भारत को ही है ?भारत में ही मदर टेरेसा क्यों ?

क्या सूडान, लीबिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, इराक, सऊदी अरब और सीरिया में गरीब नहीं हैं ?

टेरेसा ने वहाँ पर “सेवा” क्यों नहीं की ?

वहाँ वेटिकन वाले क्याें नहीं जाते ?

 शांटा भारत में चाकलेट देने नहीं धर्मांतरण कराने आता है ये बात भारतीयों को कब पता चलेगी! 

हम हिंदू ही आखिर क्यों मजारों पर जाते हैं ?

ये हिंदू धर्म की कमजोरी की निशानी नहीं तो और क्या है ?

हिंदूओं ने सदैव सबको गले लगाया किंतु भारी दुख: इस बात का है कि जिन्हें हमने गले लगाया वही आज कांवेन्ट यानी कन्वर्ट स्कूल और धर्मांतरण करके हमारे गले में छुरी फेरने को तैयार बैठे हैं…

हमारे जयचंद स्वयं इसमें उनकी सहायता कर रहे हैं… जागो भारतीय जागो 

 

संघ की शाखाओं का Placement देखकर

Cambridge, Harvard, Oxford, IIM, IIT, BIT, NIT और पूरी दुनिया हैरान………

राष्ट्रपति,,,,

प्रधानमंत्री,,,,

गृहमंत्री,,,

उपराष्ट्रपति,,,

लोकसभा सभापती

और

18 मुख्यमंत्री,,,,

29 राज्यपाल,,,,

1 लाख शाखाएं,,,,

15 करोड़ स्वयंसेवक,,,,

2 लाख सरस्वती विद्यामंदिर,,,,

5 लाख आचार्य,,,,

एक करोड़ विद्यार्थी,,,,

2 करोड़ भारतीय मजदूर संघ के सदस्य,,,,

1 करोड़ ABVP के कार्यकर्ता,,,,

15 करोड़ बीजेपी सदस्य,,,,

1200 प्रकाशन समूह,,,,

9 हजार पूर्णकालिक एवं,,,,

7 लाख पूर्व सैनिक परिषद,,,,

1 करोड़ विश्व हिन्दू परिषद् सदस्य (पूरे विश्व में),,,,

30 लाख बजरंग दल के हिन्दुत्व सेवक,,,,

1.5 लाख सेवाकार्य,,,,,

18 राज्यों में सरकारें,,,,

283 लोकसभा सांसद,,,

58 राज्यसभा सांसद,,,,

1460 विधायक,,,,

वनवासी कल्याण आश्रम,

सहकार भारती,

वनबंधु परिषद,

संस्कार भारती,

विज्ञान भारती,

लघु उद्योग भारती,

सेवा सहयोग,

सेवा इंटरनॅशनल,

राष्ट्रीय सेविका समिती,

आरोग्य भारती,

दुर्गा वाहिनी,

सामाजिक समरसता मंच,

ऑर्गनाजर,

पांच्यजन्य,

श्रीरामजन्म भूमी मंदिर निर्माण न्यास,

दीनदयाळ शोध संस्थान,

भारतीय विचार साधना,

संस्कृत भारती,

भारत विकास परिषद,

जम्मूकाश्मीर स्टडी सर्कल,

दृष्टी संस्थान,

हिंदू हेल्पलाईन,

हिंदू स्वयंवसेवक संघ,

हिंदू मुन्नानी,

अखिल भारतीय साहित्य परिषद,

भारतीय किसान संघ,

विवेकानंद केंद्र,

तरुण भारत,

अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत,

हिंदुस्थान समाचार,

विश्व संवाद केंद्र,

जनकल्याण रक्तपेढी,

इतिहास संकलन समिती,

स्त्री शक्ती जागरण,

एकल विद्यालय,

धर्म जागरण,

भारत भारती,

सावरकर अध्यासन,

शिवाजी अध्यासन,

पतित पावन संघटना,

हिंदू एकता

और ऐसी कई अनेकह

बस इतना सा है RSS बाबू जी..

ये कांग्रेस या कम्युनिस्ट पार्टी नहीं है जो इतनी जल्दी इसकी जड़े हिल जाएँगी,,,, बड़े बड़े सूरमा RSS मुक्त भारत के सपने देखते देखते दुनिया से ही चले गए…। 95 साल का आरएसएस आने वाले हजारो साल तक भारतवर्ष की सेवा करेगा।

परम: वैभवम ने तुम्हे तत्व राष्ट्रम:।

भारत माता की जय-

*अपने माता पिता का आशीर्वाद पाने के लिए उनका सम्मान सम्मान करें *

जो संतान अपने पिता का निरंतर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं वे भाग्यवान बन जाते हैं और जो माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं वे आरोग्यवान और दीर्घायु होते हैं 

वर्तमान परिस्थितियों में माता-पिता का स्नेह और आशीर्वाद पाने के लिए निम्न 35 उपचार करें

1. उनकी उपस्थिति में अपने फोन को दूर रखो.

2. वे क्या कह रहे हैं इस पर ध्यान दो.

3. उनकी राय स्वीकारें.

4. उनकी बातचीत में सम्मिलित हों.

5. उन्हें सम्मान के साथ देखें.

6. हमेशा उनकी प्रशंसा करें.

7. उनको अच्छा समाचार जरूर बताएँ.

8. उनके साथ बुरा समाचार साझा करने से बचें.

9. उनके दोस्तों और प्रियजनों से अच्छी तरह से बोलें.

10. उनके द्वारा किये गए अच्छे काम सदैव याद रखें.

11. वे यदि एक ही कहानी दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली बार सुन रहे हो.

12. अतीत की दर्दनाक यादों को मत दोहरायें.

13. उनकी उपस्थिति में कानाफ़ूसी न करें.

14. उनके साथ तमीज़ से बैठें.

15. उनके विचारों को न तो घटिया बताये न ही उनकी आलोचना करें.

16. उनकी बात काटने से बचें.

17. उनकी उम्र का सम्मान करें.

18. उनके आसपास उनके पोते/पोतियों को अनुशासित करने अथवा मारने से बचें.

19. उनकी सलाह और निर्देश स्वीकारें.

20. उनका नेतृत्व स्वीकार करें.

21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करें.

22. उनके आगे अथवा सामने से न चलें.

23. उनसे पहले खाने से बचें.

24. उन्हें घूरें नहीं.

25. उन्हें तब भी गौरवान्वित प्रतीत करायें जब कि वे अपने को इसके लायक न समझें.

26. उनके सामने अपने पैर करके या उनकी ओर अपनी पीठ कर के बैठने से बचें.

27. न तो उनकी बुराई करें और न ही किसी अन्य द्वारा की गई उनकी बुराई का वर्णन करें.

28. उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में शामिल करें.

29. उनकी उपस्थिति में ऊबने या अपनी थकान का प्रदर्शन न करें.

30. उनकी गलतियों अथवा अनभिज्ञता पर हँसने से बचें.

31. कहने से पहले उनके काम करें.

32. नियमित रूप से उनके पास जायें.

33. उनके साथ वार्तालाप में अपने शब्दों को ध्यान से चुनें.

34. उन्हें उसी सम्बोधन से सम्मानित करें जो वे पसन्द करते हैं.

35. अपने किसी भी विषय की अपेक्षा उन्हें प्राथमिकता दें…!!!

 

*माता – पिता इस दुनिया में सबसे बड़ा खज़ाना हैं..!!* यह मेसेज हर घर तक पहुंचने मे मदद करे तो बड़ी कृपा होगी मानव जाति का उद्धार संभव हैं, यदि ऊपर लिखी बातों को जीवन में उतार लिया तो। *सबसे पहले भगवान, गुरु माता पिता ही हैं,* हर धर्म में इस बात का उल्लेख हे…!!!

 

सभी के माता पिता को सत् सत् प्रणाम !!!🙏🙏

🚩🚩जय बद्रीविशाल 🚩🚩