आज का पंचाग, आपका राशि फल, पूजापाठ से जुड़ी अति महत्वपूर्ण बातें, बद्रीनाथ में मौनी बाबा ने दर्शनों के लिए त्यागा अन्न जल, भारत के लिए केन्या ने भेजे 12 टन सुदामा के चावल, डीआरडीओ ने विकसित की फाइटर जेट हेतु आइसो थर्मल फोर्जिंग, विश्व शक्ति के रूप में भारत का नवोदय

 

 🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः सभी मित्र मंडली को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाएंगे भगवान हनुमान जी सभी मित्र मंडली की मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे
मंगल ग्रह स्तुति:–
*धरणी गर्भ सम्भूतं, विद्युत् कान्ति समप्रभम्।कुमारं शक्तिहस्तं तं,मंगलं प्रणमाम्यहम्*।।
हिन्दी ब्याख्या:– पृथ्वी के उदर से जिनकी उत्पत्ति हुई विद्युत पुंज बिजली के सामान जिनकी प्रभा है जो हाथों में शक्ति धारण किए रहते हैं उन मंगल देव को मैं प्रणाम करता हूं।
भौम गायत्री मंत्र:–🕉️ *भूमि पुत्राय विद्महे लोहितांगाय धीमहि तन्नो भौम: प्रचोदयात्*।।
भौम गायत्री का यथाशक्ति जप करने के बाद खादिर युक्त पायस घी से दशांश हवन करें।
आपका अपना *पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली* *फलित ज्योतिष शास्त्री** ✡️

दैनिक पंचांग
वीर विक्रमादित्य संवत् ✡️
🙏🏽2078🙏🏽
🙏🏽ज्येष्ठ मासे ✡️
🙏🏽दिनांक ✡️:01 – 06 – 2021(मंगलवार)🙏🏽
सूर्योदय :05.44 पूर्वाह्न
सूर्यास्त :07.04 अपराह्न
सूर्य राशि :वृषभ
चन्द्रोदय :12.07 पूर्वाह्न
चंद्रास्त :12.22 अपराह्न तक
चन्द्र राशि :कुंभ
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :बैशाख 21
पूर्णिमांत महीना :ज्येष्ठ 6
पक्ष :कृष्ण 7
तिथि :षष्ठी 1.06 पूर्वाह्न तक, बाद में सप्तमी
नक्षत्र :धनिष्ठा 4.07 अपराह्नतक, बाद में शतभिषा
योग :इन्द्र 4.14 पूर्वाह्न तक, बाद में वैधृति
करण :विष्टि 12:50 अपराह्नतक, बाद में बव बालव
राहु काल :3.52 पूर्वाह्न-से – 5.32 अपराह्न तक
कुलिक काल :12.31 पूर्वाह्न-से- 2.11 अपराह्न तक
यमगण्ड :9.11 पूर्वाह्न-से – 10.51 पूर्वाह्न तक
अभिजीत मुहूर्त :11.58 पूर्वाह्न – 12.51 अपराह्न तक
दुर्मुहूर्त :08:24 पूर्वाह्न-से – 09:18 पूर्वाह्न, तक11:20 अपराह्न से – 12:03 पूर्वाह्न तक

✍️ चक्रधर प्रसाद शास्त्री: ✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️✡️
🙏🏽आज के लिए राशिफल 🙏🏽(01-06-2021) 🙏🏽
🙏🏽मेष🙏🏽01-06-2021
आज आप अपने काम पर ध्यान देने की पूरी कोशिश करेंगे। आपके मन में कई तरह की बातें सेवारत लोगों को बड़े कामों से लाभ हो सकता है। धन लाभ के योग बन रहे हैं। हर काम मन लगाकर करने से आपको लाभ होगा। आपको अपनी बात कहने के साथ ही दूसरे की बात भी ध्यान से सुन लेनी चाहिए। इससे आपको ही लाभ होगा। परिवार की समस्याओं को सुलझाने के लिये भी आपको थोड़ी शांति बनाये रखनी चाहिए।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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🙏🏽वृष 🙏🏽01-06-2021
किसी संदेहजनक परियोजना में हाथ न डालें, अन्यथा आप खुद को कानूनी पचड़ों से घिरा पा सकते हैं। अपने सामाजिक संपर्कों को सुदृढ करने के लिए अपने आकर्षण और शिष्टता का उपयोग करें। आपकी आर्थिक और व्यावसायिक स्थिति में सुधार होगा। पैतृक संपत्ति प्राप्ति आपके सुख में लाभ करेगी। पारिवारिक सदस्यों से असहमति के कारण मन अनिश्चितताओं और अवांछित तनावों से भरा होगा। माँ की स्वास्थ का ध्यान रखें और नियमित जांच के लिए उन्हें ले जाना न भूलें।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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🙏🏽मिथुन 🙏🏽01-06-2021
आज धार्मिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ेगी। कुछ लोगों के लिए आकस्मिक यात्रा दौड़-भाग भरी और तनावपूर्ण रहेगी। कार्यस्थल पर कार्यभार में अपार तेजी से वृद्धि आप लोगों को देखने को मिल सकती है। साथ ही कार्यक्षेत्र में आप किसी षड्यन्त्र का भी शिकार हो सकते हैं। समस्त प्रकार के मानसिक शांति आप लोगों को मिलने वाली है। रुका पैसा वापस मिलने की संभावना है। राजनीति वाले लोगों के लिए समय शुभ रहेगा।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 1
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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🙏🏽कर्क 🙏🏽01-06-2021
आज आपके मन में किसी बात को लेकर उत्साह बना रहेगा। आप बच्चों के साथ कुछ समय व्यतीत कर सकते हैं। आप सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे आज के दिन किसी भी परेशानी वाले काम से आपको बचकर रहना चाहिए। मन में किसी तरह का कोई भ्रम न रखें, आपके लिए अच्छा रहेगा। कुछ मामलों में बड़े-बुजर्गों की सलाह आपके काम आ सकती है। दोस्तों के साथ संबंध अच्छे होंगे। घर पर कोई फूल वाला पौधा लगाएं, आपके साथ सब कुछ अच्छा होगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
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🙏🏽सिंह 🙏🏽
01-06-2021
आज का दिन आप में से कुछ के लिए काफी विवादास्पद साबित हो सकता है। आपको अपने वरिष्ठों की उपेक्षा का सामना करना पड़ेगा और आपके सहयोगी आपकी कमजोरियों को भुनाने और खेल बिगाड़ने का काम करेंगे। इसलिए, इस चरण में आपको अपने सहकर्मियों के साथ अपनी योजनाओं या अपनी महत्वाकांक्षा का खुलासा या चर्चा नहीं करनी चाहिए। जहां तक संभव हो अपना समय किताबों की कंपनी में बिताएं। पारिवारिक जीवन एवं स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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🙏🏽कन्या🙏🏽01-06-2021
आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। मानसिक स्थिति में अच्छा सुधार आप लोगों को देखने को मिल सकता है। यात्रा करने को यह दिन आपका काफी ही अभिनव निवास करने वाला है। आज आप अच्छा अनुभव करने वाले हैं। संबंधों में सुधार होने के योग बन रहे हैं। सबका सम्मान करें। विद्यार्थी वर्गों को यह दिन अति अभिनव है। रोजगार और नौकरी में अच्छी स्थितियां बन सकती हैं।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
—————————————
🙏🏽तुला 🙏🏽01-06-2021
आज आपके दाम्पत्य संबंधों के बीच दूरियां समाप्त होगी। साथ ही रिश्तों में मधुरता आयेगी, लेकिन व्यपार
की किसी बात को लेकर आप परेशान हो सकते हैं। किसी काम से आपको सरकारी कार्यालयों में भागदौड़ करनी पड़ सकती है। आपका काम पूरा होने में थोड़ा -अधिक समय लगेगा। आज आपको उधार के लेन-देन से बचना चाहिए। कामकाज की व्यस्तता में आपको खाना-पीना बिल्कुल नहीं भूलना चाहिए। साथ ही दैनिक ब्यायाम पर आपको ध्यान देना चाहिए। हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं, आपकी सभी परेशानियां दूर होगी।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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🙏🏽वृश्चिक 🙏🏽01-06-2021
लंबे समय से प्रतीक्षित कानूनी मुद्दे का आकस्मिक निर्णय आपको आश्चर्यचकित करेगा। परिवार आपके लिए प्राथमिक है और आप उन्हें खुश करने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। नौकरी के मोर्चे पर बदलाव या स्थानांतरण के लिए यह अच्छा समय है। नई प्रतिबद्धताओं को बाद में लिया जा सकता है। यात्रा आपके कार्यक्रम में शामिल हो सकती है, इसके लिए तैयार रहें। कार्य क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए, आप नए लोगों से मिल सकते हैं। कुछ लोगो द्वारा दिए गए नवीन विचार आपके काम में सहयोग करेंगे।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : हरा रंग
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🙏🏽धनु 🙏🏽01-06-2021
आज आपको घर वालों का पूरा सहयोग मिलेगा। आपके लिए कुछ फैसलों में सटीकता हो सकती है। आत्मविश्वास के कारण खतरा भरे कार्यों में सफलता मिल सकती हैं। सामाजिक सम्मान बढ़ेगा कई नई चीजें समझने का अवसर भी प्राप्त होगा। दूसरी भाषा या संस्कृति के लोगों से संपर्क बढ़ेगा। ऐसी जानकारियों को उजागर न करें जो व्यक्तिगत और गोपनीय हों। लोगों की हस्तक्षेप वैवाहिक जीवन में परेशानी खड़ी कर सकती है।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
—————————————
🙏🏽मकर 🙏🏽01-06-2021
आज आपका दिन ठीक-ठाक रहेगा। आप अपना ध्यान किसी रचनात्मक कार्य में लगा सकते हैं। व्यापार संबंधी किसी काम में आपको दोस्त की सहायता
लेनी पड़ सकती है। सहायता
लेने से आपका काम जल्दी समाप्त किया जायेगा। आपको किसी भी चीज़ का अधिक तनाव नहीं लेना चाहिए। इससे आपकी स्बास्थ पर असर पड़ सकता है। आप किसी सगे संबंधियों
के साथ मिलकर नये व्यापार में पैसा लगाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको थोड़ा ध्यान पूर्वक काम करना चाहिए। आपके प्रेम-संबंधों में मिठास बनी रहेगी।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 1
भाग्यशाली रंग : गहरा लाल
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🙏🏽कुंभ 🙏🏽01-06-2021
कानून या लेखांकन का अभ्यास करने वाले जातकों को सफलता के लिए अधिक प्रयास करना होगा।आपके लिए घर और कार्यस्थल दोनों जगह कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन शुभ परिपेक्ष्य में यह एक क्षणिक स्थिति है। छोटे भाई या मामा के साथ कुछ अनावश्यक जटिलताएं हो सकती हैं। आपके अधीनस्थ अनावश्यक बहस कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बहस बढ़ सकती है। नए संपर्कों या उपक्रमों से निपटने के दौरान अंतर्ज्ञान काम आएगा। इस समय धैर्य एवं संयम के साथ जीवन की कठिनपरिस्थितियों को हल करें।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : हल्का बैंगनी
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🙏🏽मीन 🙏🏽01-06-2021
आज आपका दिन आनन्ददायक रहेगा, मनोरंजन व ज्ञानार्जन क्षेत्र में समय व्यतीत होगा। अपने कामकाज से जुड़ा कोई नवीन योजना बन सकती है। अपनी सोच सकारात्मक रखें विश्वसनीय व्यक्ति का सहयोग भी मिल सकता है। जिससे उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। दूसरों को समझने के लिए दिन बहुत अच्छा है। आज एक पक्षीय प्यार आपके लिए काफ़ी ख़तरनाक साबित होगा। सड़क पर अनियंत्रितगाड़ी न चलाएँ और अकारण नुकसान मोल लेने से बचें।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला
—————————————
आपका ✍️ *पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री* जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️ 8449046631,9149003677✡️✡️✡️✡️

🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll**********दिनाँक -: 01/06/2021,मंगलवार*
सप्तमी, कृष्ण पक्ष
ज्येष्ठ
“”””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– सप्तमी 24:45:32 तक
पक्ष————————— कृष्ण
नक्षत्र———— धनिष्ठा 16:06:18
योग————- वैधृति 26:59:54
करण——– विष्टि भद्र 12:49:29
करण————– बव 24:45:32
वार————————मंगलवार
माह————————- वैशाख
माह————————– ज्येष्ठ
चन्द्र राशि——————- कुम्भ
सूर्य राशि——————– वृषभ
रितु————————– वसंत
आयन——————– उत्तरायण
संवत्सर———————– प्लव
संवत्सर (उत्तर)——— आनंद
विक्रम संवत——————2078
विक्रम संवत (कर्तक) —–2077
शाका संवत—————– 1943

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:25:21
सूर्यास्त—————– 19:09:01
दिन काल————- 13:43:40
रात्री काल————– 10:16:08
चंद्रास्त—————— 11:11:26
चंद्रोदय—————— 24:45:16

लग्न—- वृषभ 16°35′ , 46°35′

सूर्य नक्षत्र—————— रोहिणी
चन्द्र नक्षत्र—————— धनिष्ठा
नक्षत्र पाया——————–ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

गु—- धनिष्ठा 10:00:28

गे—- धनिष्ठा 16:06:18

गो—- शतभिषा 22:15:02

सा—- शतभिषा 28:26:39

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृषभ 16°52 ‘ रोहिणी , 2 वा
चन्द्र = कुम्भ 00°23 ‘ धनिष्ठा , 3 गु
बुध = मिथुन 00°57′ मृगशिरा’ 3 का
शुक्र= मिथुन 03°55, मृगशिरा ‘ 4 की
मंगल=मिथुन 28°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 3 हा
गुरु=कुम्भ 07°22 ‘ शतभिषा, 1 गो
शनि=मकर 19°43 ‘ श्रवण ‘ 3 खे
राहू=(व)वृषभ 16°40 ‘मृगशिरा , 3 वि
केतु=(व)वृश्चिक 16°40 ज्येष्ठा , 1 नो

*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*

राहू काल 15:43 – 17:26 अशुभ
यम घंटा 08:51 – 10:34 अशुभ
गुली काल 12:17 – 14:00 अशुभ
अभिजित 11:50 -12:45 शुभ
दूर मुहूर्त 08:10 – 09:05 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:16 – 24:10* अशुभ

🚩पंचक अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
रोग 05:25 – 07:08 अशुभ
उद्वेग 07:08 – 08:51 अशुभ
चर 08:51 – 10:34 शुभ
लाभ 10:34 – 12:17 शुभ
अमृत 12:17 – 14:00 शुभ
काल 14:00 – 15:43 अशुभ
शुभ 15:43 – 17:26 शुभ
रोग 17:26 – 19:09 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
काल 19:09 – 20:26 अशुभ
लाभ 20:26 – 21:43 शुभ
उद्वेग 21:43 – 23:00 अशुभ
शुभ 23:00 – 24:17* शुभ
अमृत 24:17* – 25:34* शुभ
चर 25:34* – 26:51* शुभ
रोग 26:51* – 28:08* अशुभ
काल 28:08* – 29:25* अशुभ

💮होरा, दिन
मंगल 05:25 – 06:34
सूर्य 06:34 – 07:43
शुक्र 07:43 – 08:51
बुध 08:51 – 09:59
चन्द्र 09:59 – 11:09
शनि 11:09 – 12:17
बृहस्पति 12:17 – 13:26
मंगल 0 13:26 – 14:34
सूर्य 14:34 – 15:43
शुक्र 15:43 – 16:52
बुध 16:52 – 18:00
चन्द्र 18:00 – 19:09

🚩होरा, रात
शनि 19:09 – 20:00
बृहस्पति 20:00 – 20:52
मंगल 20:52 – 21:43
सूर्य 21:43 – 22:34
शुक्र 22:34 – 23:26
बुध 23:26 – 24:17
चन्द्र 24:17* – 25:08
शनि 25:08* – 25:59
बृहस्पति 25:59* – 26:51
मंगल 26:51* – 27:42
सूर्य 27:42* – 28:34
शुक्र 28:34* – 29:25

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान———————उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 7 + 3 + 1 = 26 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*💮 शिव वास एवं फल -:*

22 + 22 + 5 = 49 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

दोपहर 12:49 तक समाप्त

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

* द्विपुष्कर योग16:09 तक

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

वित्तेन रक्ष्यते धर्मो विद्या योगेन रक्ष्यते ।
मृदुना रक्ष्यते भूपः सत्स्त्रिया रक्ष्यते गृहम् ।।
।।चा o नी o।।

दान गरीबी को ख़त्म करता है. अच्छा आचरण दुःख को मिटाता है. विवेक अज्ञान को नष्ट करता है. जानकारी भय को समाप्त करती है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: कर्म सन्यासयोग अo-5

ब्रह्मण्याधाय कर्माणि सङ्‍गं त्यक्त्वा करोति यः ।,
लिप्यते न स पापेन पद्मपत्रमिवाम्भसा ॥,

जो पुरुष सब कर्मों को परमात्मा में अर्पण करके और आसक्ति को त्याग कर कर्म करता है, वह पुरुष जल से कमल के पत्ते की भाँति पाप से लिप्त नहीं होता॥,10॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कोर्ट-कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। झंझटों में न पड़ें। उधार दिया धन मिलने से राहत हो सकती है। जीवनसाथी का सहयोग उलझे मामले सुलझाने में सहायक हो सकेगा। वाहन सावधानी से चलाएँ।

🐂वृष
चोट, चोरी व विवाद से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से हानि होगी। अपने काम से काम रखें। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएँगे।

👫मिथुन
राजकीय बाधा दूर होकर लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। लाभ होगा। रुके हुए काम समय पर पूरे होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। परिवार की समस्याओं का समाधान हो सकेगा। व्यापार में नई योजनाएँ बनेंगी। व्यापार अच्छा चलेगा।

🦀कर्क
भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभ देंगे। रोजगार मिलेगा। शत्रु भय रहेगा। निवेश व नौकरी लाभ देंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। कार्य के विस्तार की योजनाएँ बनेंगी। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। लाभदायक समाचार मिलेंगे।

🐅सिंह
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं।

🙍‍♀️कन्या
उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। शोक समाचार मिल सकता है। थकान महसूस होगी। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। वाहन चलाते समय सावधानी रखें।

⚖️तुला
रोमांस में समय बीतेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएँ रखें। धनार्जन होगा।

🦂वृश्चिक
अतिथियों का आवागमन रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बना रहेगा। नई योजनाओं की शुरुआत होगी। संतान की प्रगति संभव है। भूमि व संपत्ति संबंधी कार्य होंगे। पूर्व कर्म फलीभूत होंगे। परिवार में सुखद वातावरण रहेगा। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

🏹धनु
बेरोजगारी दूर होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जोखिम न लें। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें। सत्कार्य में रुचि बढ़ेगी। प्रियजनों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक चिंताएँ दूर होंगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

🐊मकर
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्ययवृद्धि होगी। तनाव रहेगा। अपरिचितों पर विश्वास न करें। प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करना चाहिए। रुके हुए काम समय पर होने की संभावना है। विरोधी परास्त होंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। धैर्य एवं संयम बना रहेगा।

🍯कुंभ
दिन प्रेमभरा गुजरेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रुका हुआ धन मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। प्रियजनों से पूरी मदद मिलेगी। धन प्राप्ति के योग हैं। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएँगे। संतान के कार्यों में उन्नति के योग हैं।

🐟मीन
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखें। कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। व्यापार में नई योजनाओं से लाभ होगा।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

*पूजापाठ से जुड़ी हुईं महत्वपूर्ण बातें जिनका महत्व अब पूरा विश्व जानने लगा है, मानने लगा है। 
★ एक हाथ से प्रणाम नहीं करना चाहिए।
★ सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए। 
★ बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें। 
★ जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए। इसे उपांशु जप कहते हैं। इसका फल सौगुणा फलदायक होता हैं।
★ जप करते समय दाहिने हाथ को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए। 
★ जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए।
★ संक्रान्ति, द्वादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं।
★ दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए।
★ यज्ञ, श्राद्ध आदि में काले तिल का प्रयोग करना चाहिए, सफेद तिल का नहीं। 
★ शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए। पीपल की सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करना श्रेष्ठ है, 
★ कूमड़ा-मतीरा-नारियल आदि को स्त्रियां नहीं तोड़े या चाकू आदि से नहीं काटें। यह उत्तम नही माना गया हैं। 
★ भोजन प्रसाद को लाघंना नहीं चाहिए।
★  देव प्रतिमा देखकर अवश्य प्रणाम करें।
★  किसी को भी कोई वस्तु या दान-दक्षिणा दाहिने हाथ से देना चाहिए।
★  एकादशी, अमावस्या, कृृष्ण चतुर्दशी, पूर्णिमा व्रत तथा श्राद्ध के दिन क्षौर-कर्म (दाढ़ी) नहीं बनाना चाहिए ।
★ बिना यज्ञोपवित या शिखा बंधन के जो भी कार्य, कर्म किया जाता है, वह निष्फल हो जाता हैं।
★ शंकर जी को बिल्वपत्र, विष्णु जी को तुलसी, गणेश जी को दूर्वा, लक्ष्मी जी को कमल प्रिय हैं।
★ शंकर जी को शिवरात्रि के सिवाय कुमकुम नहीं चढ़ती।
★ शिवजी को कुंद, विष्णु जी को धतूरा, देवी जी  को आक तथा मदार और सूर्य भगवानको तगर के फूल नहीं चढ़ावे।
★ अक्षत देवताओं को तीन बार तथा पितरों को एक बार धोकर चढ़ावे।
★ नये बिल्व पत्र नहीं मिले तो चढ़ाये हुए बिल्व पत्र धोकर फिर चढ़ाए जा सकते हैं।
★ विष्णु भगवान को चावल गणेश जी  को तुलसी, दुर्गा जी और सूर्य नारायण  को बिल्व पत्र नहीं चढ़ावें।
★ पत्र-पुष्प-फल का मुख नीचे करके नहीं चढ़ावें, जैसे उत्पन्न होते हों वैसे ही चढ़ावें।
★ किंतु बिल्वपत्र उलटा करके डंडी तोड़कर शंकर पर चढ़ावें। 
★पान की डंडी का अग्रभाग तोड़कर चढ़ावें।
★ सड़ा हुआ पान या पुष्प नहीं चढ़ावे।
★ गणेश को तुलसी भाद्र शुक्ल चतुर्थी को चढ़ती हैं।
★ पांच रात्रि तक कमल का फूल बासी नहीं होता है।
★ दस रात्रि तक तुलसी पत्र बासी नहीं होते हैं।
★ सभी धार्मिक कार्यो में पत्नी को दाहिने भाग में बिठाकर धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न करनी चाहिए।
★ पूजन करनेवाला ललाट पर तिलक लगाकर ही पूजा करें।
★ पूर्वाभिमुख बैठकर अपने बांयी ओर घंटा, धूप तथा दाहिनी ओर शंख, जलपात्र एवं पूजन सामग्री रखें।
★ घी का दीपक अपने बांयी ओर तथा देवता को दाहिने ओर रखें एवं चांवल पर दीपक रखकर प्रज्वलित करें। 
★ गणेशजी को तुलसी का पत्र छोड़कर सब पत्र प्रिय हैं।  भैरव की पूजा में तुलसी स्वीकार्य नहीं है। 
★ कुंद का पुष्प शिव को माघ महीने को छोड़कर निषेध है। 
 
★ बिना स्नान किये जो तुलसी पत्र जो तोड़ता है उसे देवता स्वीकार नहीं करते। 
★ रविवार को दूर्वा नहीं तोड़नी चाहिए। 
 
★ केतकी पुष्प शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए। 
 
★ केतकी पुष्प से कार्तिक माह में विष्णु की पूजा अवश्य करें। 
 
★ देवताओं के सामने प्रज्जवलित दीप को बुझाना नहीं चाहिए। 
★ शालिग्राम का आवाह्न तथा विसर्जन नहीं होता। 
 
★ जो मूर्ति स्थापित हो उसमें आवाहन और विसर्जन नहीं होता। 
 
★ तुलसीपत्र को मध्यान्ह के बाद ग्रहण न करें। 
 
★ पूजा करते समय यदि गुरुदेव,ज्येष्ठ व्यक्ति या पूज्य व्यक्ति आ जाए तो उनको उठ कर प्रणाम कर उनकी आज्ञा से शेष कर्म को समाप्त करें। 
 
★ मिट्टी की मूर्ति का आवाहन और विसर्जन होता है और अंत में शास्त्रीयविधि से गंगा प्रवाह भी किया जाता है। 
 
★ कमल को पांच रात,बिल्वपत्र को दस रात और तुलसी को ग्यारह रात बाद शुद्ध करके पूजन के कार्य में लिया जा सकता है। 
 ★ पंचामृत में यदि सब वस्तु प्राप्त न हो सके तो केवल दुग्ध से स्नान कराने मात्र से पंचामृतजन्य फल जाता है। 
 
★ शालिग्राम पर अक्षत नहीं चढ़ता। लाल रंग मिश्रित चावल चढ़ाया जा सकता है। 
 
★ हाथ में धारण किये पुष्प, तांबे के पात्र में चन्दन और चर्म पात्र में गंगाजल अपवित्र हो जाते हैं। 
 
★ पिघला हुआ घी और पतला चन्दन नहीं चढ़ाना चाहिए। 
 
★ प्रतिदिन की पूजा में सफलता के लिए दक्षिणा अवश्य चढ़ाएं। 
 
★ आसन, शयन, दान, भोजन, वस्त्र संग्रह, विवाद और विवाह के समयों पर छींक शुभ मानी गई है।  
 
★ जो मलिन वस्त्र पहनकर, मूषक आदि के काटे वस्त्र, केशादि बाल कर्तन युक्त और मुख दुर्गन्ध युक्त हो, जप आदि करता है उसे देवता नाश कर देते हैं। 
 
★ मिट्टी, गोबर को निशा में और प्रदोषकाल में गोमूत्र को ग्रहण न करें। 
 
★ मूर्ति स्नान में मूर्ति को अंगूठे से न रगड़ें।
 
★ पीपल को नित्य नमस्कार पूर्वाह्न के पश्चात् दोपहर में ही करना चाहिए। इसके बाद न करें।  
 
★ जहां अपूज्यों की पूजा होती है और विद्वानों का अनादर होता है, उस स्थान पर दुर्भिक्ष, मरण और भय उत्पन्न होता है। 
 
★ पौष मास की शुक्ल दशमी तिथि, चैत्र की शुक्ल पंचमी और श्रावण की पूर्णिमा तिथि को लक्ष्मी प्राप्ति के लिए लक्ष्मी का पूजन करें। 
 
★ कृष्णपक्ष में, रिक्तिका तिथि में, श्रवणादी नक्षत्र में लक्ष्मी की पूजा न करें। 
 
★ अपराह्नकाल में, रात्रि में, कृष्ण पक्ष में, द्वादशी तिथि में और अष्टमी को लक्ष्मी का पूजन प्रारम्भ न करें। 
 
★ मंडप के नव भाग होते हैं, वे सब बराबर-बराबर के होते हैं अर्थात् मंडप सब तरफ से चतुरासन होता है, अर्थात् टेढ़ा नहीं होता। जिस कुंड की श्रृंगार द्वारा रचना नहीं होती वह यजमान का नाश करता है। 
★ पूजा-पाठ करते समय हो जाए कुछ गलती तो अंत में जरूर बोलें ये एक मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्।
पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।
यत्पूजितं मया देव! परिपूर्ण तदस्तु मे॥
आप सभी को निवेदन है अगर हो सके तो और लोगों को भी आप इन महत्वपूर्ण बातों से अवगत करा सकते हैं।

कब तक खुश होते रहोगे? अब तो यह DRDO का रोज रोज का काम हो गया है। रोज नई नई तकनीक डेवलप करने में लगा है। रोज प्रेस रिलीज होती है एक नई टेक्निक की। पहले DRDO की साइट पर जाकर लंबा चौड़ा लेख पढ़ो फिर उसका लिंक ढूंढो क्योंकि कोई ना कोई लिब्रान्डु कह देता है कि यह झूठ है या मैंने तो ऐसी न्यूज कहीं नहीं देखी। भारत के DRDO ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो आजतक सिर्फ रूस, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के पास थी। यहां मैं यह बता दूं कि यह तकनीक हमारे दोनों परम मित्रों चीन और पाकिस्तान के पास भी नहीं है।

क्या है यह टेक्निक❓

यह है आइसो थर्मल फोर्जिंग।

इसका क्या फायदा होता है?

तो भाइयों कॉम्बैट फाइटर जेट के इंजिन के लिए इस तकनीक की जरूरत पड़ती है। इस टेक्निक से किये गए फोर्जिंग के पॉर्ट हाई टेम्रेचर और बहुत अधिक दबाव में भी क्रैक नहीं होते। सनद रहे कि फाइटर जेट का इंजिन हमारा परम मित्र चीन भी अभी तक नहीं बना पाया है क्योंकि चीन के पास यह तकनीक अभी तक नहीं है। भारत 1984 से कावेरी इंजिन प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है पर आज तक इंजिन के लिए इस टेक्निक को विकसित नहीं कर पाया था पर अब ऐसा न जाने मोदी जी रोज कौन सा इंजेक्शन लगा देते हैं कि drdo रोज कुछ न कुछ कर देता है और हमें पोस्ट लिखनी पड़ती है।

अब आप अगली पोस्ट का इन्तेजार करो क्योंकि DRDO तो अब ठहरने वाला है नहीं। बता दें कि यह सब मोदी सरकार के आने के बाद हो रहा है। पिछली सरकारों ने डीआरडीओ को साईड कर रखा था। साभार-चंद्रमोहन अग्रवाल

बालब्रह्मचारी धर्मराज भारती (मोनी बाबा) बारह महिने बद्रीविशाल में ही ध्यान साधना करते हैं। और सदैव भगवान के दर्शनों के उपरांत ही भोजन करते हैं। यही गुरू शिष्य परम्प्परा है । इन दिनों लाकडाउन के कारण उन्हें दर्शन के लिए मना करने पर वे 10 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। मोनी बाबा ने फोन पर जानकारी दी कि अब वे जल भी त्याग कर दिया है। इस संबंध में जानकारी के लिए चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीइओ बीडी सिंह का कहना है कि इस संबंध में हम लाकडाउन के गाईडलाइन का अनुपालन कर रहे हैं। इस प्रकरण पर शासन से प्राप्त निर्देश पर ही कुछ किया जाना संभव है। इस संदर्भ में बद्रीनाथ के विधायक और देवस्थानम बोर्ड के सदस्य महेंद्र भट्ट का कहना है कि प्रकरण उनके संज्ञान में है। यदि एक को दर्शन की अनुमति देते हैं तो काफी और लोग भी दर्शन के लिए तैयार बैैठे हैं। फिर भी एक दो दिन में रास्ता निकाल लिया जायेगा। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री जी, जो देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, से अविलंब हस्तक्षेप कर इस प्रकरण को सुलझाने का अनुरोध किया है।

केन्या द्वारा भेजे गए 12 टन अनाज पर बहुत से लोग मज़ाक उड़ा रहे है। सोशल मीडिया पर केन्या को “भिखारी, भिखमंगा, गरीब” आदि आदि कहा जा रहा है। अब एक छोटा सा वाक़या सुनिए।

आपने अमरीका का नाम सुना होगा, मैनहैटन का भी, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का भी और ओसामा बिन लादेन का भी। जो ज़्यादातर लोगों ने नहीं सुना होगा वो है ‘इनोसाईन गाँव’ जो पड़ता है केन्या और तंजानिया के बॉर्डर पर और यहाँ निवास करती है लोकल जनजाति है ‘मसाई’।

अमेरिका पर हुए 9/11 के हमले की ख़बर मसाई लोगों तक पहुचने में कई महीने लग गए। ये ख़बर उन तक तब पहुँची जब उनके गाँव के पास के ही कस्बे में रहने वाली, स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की मेडिकल स्टूडेंट किमेली नाओमा छुट्टियों में वापस केन्या आयी और वहाँ की लोकल जनजाति मसाई को 9/11 का आंखों देखा हाल सुनाया।

कोई बिल्डिंग इतनी ऊंची हो सकती है कि वहाँ से गिरने पर जान चली जाए, झोपड़ी में रहने वाले मसाई लोगों के लिए ये बात अविश्वसनीय थी मगर फिर भी उन लोगों ने अमरीकियों के दुःख को महसूस किया और उसी मेडिकल स्टूडेंट के माध्यम से केन्या की राजधानी नैरोबी में अमेरिकी दूतावास के डिप्टी चीफ़ विलियम ब्रांगिक को एक पत्र भिजवाया जिसे पढ़ने के बाद विलियम ब्रांगिक ने पहले हवाई जहाज का सफर किया, उसके बाद कई मील तक टूटी फूटी सड़क पर कठिनाई का रास्ता पर करते हुए मसाई जनजाति के गाँव पहुँचे।

गाँव पहुँचने पर मसाई जनजाति के लोग इक्कट्ठा हुए और एक कतार में 14 गायें ले कर अमरीकी दूतावास के डिप्टी चीफ़ के पास पहुँचे। मसाईयों के एक बुज़ुर्ग ने गायों से बंधी रस्सी डिप्टी चीफ़ के हांथों पे पकड़ाते हुए एक तख़्ती की तरफ इशारा कर दिया। जानते हैं उस तख़्ती पर क्या लिखा था? लिखा था- “इस दुःख की घड़ी में अमरीका के लोगों की मदद के लिए हम ये गायें उन्हें दान कर रहे हैं”। जी हाँ, उस पत्र को पढ़ कर दुनियाँ के सबसे ताकतवर और समृद्धि देश का राजदूत सैकड़ो मील चल कर चौदह गायों का दान लेने आया था।

गायों के ट्रांसपोर्ट की कठिनाई और कानूनी बाध्यता के कारण गायें तो नहीं जा पायीं मगर उनको बेंचकर एक मसाई आभूषण ख़रीद कर 9/11 मेमोरियल म्यूजियम में रखने की पेशकश की गई। जब ये बात अमरीका के आम नागरिकों तक पहुँची तो पता है क्या हुआ? उन्होंने आभूषण की जगह गाय लेने की ज़िद्द कर दी। ऑनलाइन पिटीशन साइन किये गए की उन्हें आभूषण नहीं गाय ही चाहिए, अधिकारियों को ईमेल लिखे गए, नेताओं से बात की गई और करोड़ों अमरीका वासियों ने मसाई जनजाति और केन्या के लोगों को इस अभूतपूर्व प्रेम के लिए कृतज्ञ भाव से धन्यवाद दिया, उनका अभिनंदन किया।

12 टन अनाज को सहर्ष स्वीकार करिये। दान नहीं, दानी का हृदय देखिये, कंकड़ नहीं, कंकड़ उठा कर सेतु में लगाने वाली गिलहरी की श्रद्धा देखिए।

साभार:राजीव शुक्ला ।।

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ये भाव पता नहीं हम भारतीयों ने कहाँ खो दिया है ?? जहाँ हम गिलहरी योगदान का यशोगान करते थकते नहीं, जहाँ एक भिखारन जब कारगिल योद्धाओं को अपना दान करती है तो हमारी आँखें छलक आती है वो भाव पता नहीं हमने कहाँ खो दिया है ??
क्यों हमारी मनोदशा ऐसी हो चुकी है कि किसी के दान का हम मजाक उड़ाने लगे है ?? राम के भारत भूमि में ऐसे सोच और विचार ??
केन्या के लोग गरीब है, मसाई लोग आज भी भौतिक सुख सुविधाओं से दूर है ,तन पे कपड़े नहीं होते हैं, जंगलों में रहते हैं लेकिन ये हमसे सहस्र गुना ज्यादे अमीर है और धनवान है।
तुम पढ़ लोगे,लिख लोगे,धन कमा लोगे,हर सुख सुविधाओं से लैस हो लोगे, लेकिन ये कभी नहीं कमा पाओगे। कभी नहीं।

हे मेरे केन्या के भाइयों! हमारे देश के एलीट वर्ग को क्षमा कर देना !🙏🙏 क्योंकि आपका दिल बहुत बड़ा है बहुत बड़ा। 🙏🙏गंगवा खोपोली से।

भारत का विश्व शक्ति* के रूप में उदय 👌👌
48 घंटे पहले तक *रूस* यह बोल रहा था कि जो देश *चीन* में जांच की बात करेगा *रूस* उस देश की भी जांच करेगा ! लेकिन,  *अमेरिका* ने जहां एक तरफ से अपने सारे सहयोगी देशों को एकजुट किया, वहीं *रूस* को मनाने की जिम्मेदारी *भारत* को दी गई !! इसी के चलते आज की बैठक में *रूस* ने *चीन* के कदमों के नीचे से जमीन हटा दी और जांच से संबंधित *ऑस्ट्रेलिया* के प्रस्ताव का *Co Sponsor* बन गया 👍👍
…….  बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत है *भारत* की !! इसकी कल्पना भी असंभव थी और *अमेरिका* समेत सारे *पश्चिमी देश, भारत* की इस बात के लिए प्रशंसा कर रहे हैं ! आज *भारत* दुनिया की इकलौती वह महाशक्ति है जिसके *अमेरिका* और *रूस* से एक समान घनिष्ट संबंध हैं ! जो अपने दम पर इन दोनों देशों की विदेश नीति बदलवाने की क्षमता रखता है!! क्या कभी आपने कल्पना की थी कि *भारत* उसी स्थिति में होगा जहां *रूस* जैसा देश अपनी विदेश नीति या वैश्विक नीति *भारत* के कहने पर 48 घंटे के अंदर पूरी तरह पलट दे! *भारत* ने यह कर दिखाया है !
हाल ही में चीन *रूस* के समर्थन के दम पर *भारत* के सीमा क्षेत्रों में चहल कदमी कर रहा था! *भारत* पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन आज *भारत* ने विश्व मंच पर *चीन* को अकेला और एक किनारे कर दिया है !आज की जो यह घटना है इसके बाद से *पाकिस्तान* में बेचैनी और बौखलाहट बेहद ज्यादा बढ़ जाएगी!! उसके ऊपर अस्तित्व का संकट बन जाएगा क्योंकि *भारत* अब *चीन* के कर्मों की सजा *पाकिस्तान* को देना शुरू करेगा !! *चीन* के खिलाफ यह पहली कूटनीतिक जीत *भारत* की हुई है और यह शायद *भारत* के इतिहास में सबसे बड़ी कूटनीतिक जीत में से एक गिनी जाएगी !
आज लगभग दुनिया के *123 छोटे बड़े देश भारत* के साथ खड़े हैं !! आप सभी *भारतीयों* को इस विजय की शुभकामनाएं और *मोदी जी* को धन्यवाद ऐसे सशक्त नेतृत्व के लिए !!
*🌹नमो नमो….. वंदे मातरम्…..🌹*
🙏 भारत माता की जय🙏