आज का पंचाग आपका राशि फल, ऋषि तर्पणी रक्षाबंधन आज, आत्म साक्षात्कार व जगद कल्याण के लिए विष्णु स्त्रोत का पाठ करें, श्री हनुमत् द्वादशाक्षर मंत्र विधान

*येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।*
*तेन त्वाम् अभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥*
जिस रक्षा सूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र मैं तुम्हें बांधता हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा, हे रक्षा तुम स्थिर रहना, स्थिर रहना।

भगवान विष्णु सृष्टि के पालनकर्ता हैं। जब सच्चे मन से विष्णु स्तोत्र का पाठ किया जाता है तो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आती है और वह प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता है। आइए जानते हैं आज के दिन भगवान विष्णु के किस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

इस स्तोत्र का करें पाठ

किं नु नाम सहस्त्राणि जपते च पुन: पुन: ।

यानि नामानि दिव्यानि तानि चाचक्ष्व केशव: ।।1।।

मत्स्यं कूर्मं वराहं च वामनं च जनार्दनम् ।

गोविन्दं पुण्डरीकाक्षं माधवं मधुसूदनम् ।।2।।

पदनाभं सहस्त्राक्षं वनमालिं हलायुधम् ।

गोवर्धनं ऋषीकेशं वैकुण्ठं पुरुषोत्तमम् ।।3।।

विश्वरूपं वासुदेवं रामं नारायणं हरिम् ।

दामोदरं श्रीधरं च वेदांग गरुड़ध्वजम् ।।4।।

अनन्तं कृष्णगोपालं जपतो नास्ति पातकम् ।

गवां कोटिप्रदानस्य अश्वमेधशतस्य च ।।5।।

कन्यादानसहस्त्राणां फलं प्राप्नोति मानव: ।

अमायां वा पौर्णमास्यामेकाद्श्यां तथैव च ।।6।

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, ३१ अगस्त २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०८
सूर्यास्त: 🌅 ०६:४५
चन्द्रोदय: 🌝 १९:१०
चन्द्रास्त: 🌜❌️❌️❌️
अयन 🌖 दक्षिणायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 श्रावण (द्वितीय, शुद्ध)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 पूर्णिमा (०७:०५ से प्रतिपदा, ०३:१८ से द्वितीया)
नक्षत्र 👉 शतभिषा (१७:४५ से पूर्वाभाद्रपद)
योग 👉 सुकर्मा (१७:१६ से धृति)
प्रथम करण 👉 बव (०७:०५ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव (१७:१० तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 कुम्भ
मंगल 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 सिंह (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 कर्क (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५१ से १२:४३
अमृत काल 👉 ११:२७ से १२:५१
विजय मुहूर्त 👉 १४:२५ से १५:१६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४१ से १९:०४
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४१ से १९:४८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५५ से ००:४०
ब्रह्म मुहूर्त 👉 ०४:२३ से ०५:०८
राहुकाल 👉 १३:५३ से १५:२९
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:५३ से ०७:२९
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 दक्षिण
नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (१७:४५ से)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (०३:१८ तक)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 श्मशान में (०७:०५ से गौरी के साथ, ०३:१९ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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स्नान दान हेतु श्रावणी पूर्णिमा, अमरनाथ यात्रा पूर्ण, कोकिला व्रत पूर्ण, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः १०:५२ से दोपहर ०२:०१ तक, भूमि-भवन क्रय- विक्रय मुहूर्त सायं ०५:४५ से रात्रि ११:१८ तक आदि ।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १७:४५ तक जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सा, सि, सु) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (से, सो) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – ०४:५५ से ०७:१३
कन्या – ०७:१३ से ०९:३१
तुला – ०९:३१ से ११:५२
वृश्चिक – ११:५२ से १४:११
धनु – १४:११ से १६:१५
मकर – १६:१५ से १७:५६
कुम्भ – १७:५६ से १९:२२
मीन – १९:२२ से २०:४५
मेष – २०:४५ से २२:१९
वृषभ – २२:१९ से ००:१४
मिथुन – ००:१४ से ०२:२९
कर्क – ०२:२९ से ०४:५१
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०५:५३ से ०७:०५
शुभ मुहूर्त – ०७:०५ से ०७:१३
चोर पञ्चक – ०७:१३ से ०९:३१
शुभ मुहूर्त – ०९:३१ से ११:५२
रोग पञ्चक – ११:५२ से १४:११
शुभ मुहूर्त – १४:११ से १६:१५
मृत्यु पञ्चक – १६:१५ से १७:४५
अग्नि पञ्चक – १७:४५ से १७:५६
शुभ मुहूर्त – १७:५६ से १९:२२
रज पञ्चक – १९:२२ से २०:४५
अग्नि पञ्चक – २०:४५ से २२:१९
शुभ मुहूर्त – २२:१९ से ००:१४
रज पञ्चक – ००:१४ से ०२:२९
रज पञ्चक – ०२:२९ से ०३:१८
शुभ मुहूर्त – ०३:१८ से ०४:५१
चोर पञ्चक – ०४:५१ से ०५:५३
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा सेहत एवं व्यापार दोनों उत्तम रहेंगे। क्रय-विक्रय के व्यवसाय अथवा शेयर सट्टे में निवेश से धन लाभ होगा। अन्य व्यवसाय में भी नए अनुबंध मिलने की सम्भवना रहेगी परन्तु नए व्यवसाय का आरम्भ अभी ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी साथ ही धन की उगाही भी कर पाएंगे। नौकरी पेशा जातको की कार्य क्षेत्र पर सामान्य दिनचर्या रहेगी। धार्मिक कृत्यों विशेषकर टोन टोटको में विश्वास करेंगे। पारिवारिक जीवन में खुशियां बढ़ेंगी शुभसमाचार की प्राप्ति होगी। विरोधीयो के सडयंत्र असफल रहेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन सुयोग बन रहे है कार्यो में सहज सफलता मिलने से उत्साह बढ़ेगा। भाग्य साथ देने से अटके कार्य पूर्ण होंगे धन की आमद भी रुक रुक कर होती रहेगी। पारिवारिक सदस्यों की कार्य क्षेत्र पर भी सहायता मिलेगी। परन्तु सरकारी कार्य में बाधा आने की संभावना है फिर भी किसी के सहयोग से इसे भी पार कर लेंगे। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त कार्य सौंपा जा सकता है इसका लाभ भी शीघ्र मिल जायेगा। दूर रहने वाले रिश्तेदारो से मिलने के प्रसंग बनेंगे। पारिवारिक वातावरण में प्रेम एवं निकटता का अहसास होगा। संताने आज्ञा का पालन करेंगी। स्त्री सुख सामान्य रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप में परोपकार की भावना अधिक रहेगी। अपने कार्यो को छोड़ दुसरो के कार्य करने के कारण परेशानी होगी परन्तु मानसिक संतोष भी रहेगा। दो पक्षो के विवाद के बीच व्यर्थ में फंस सकते है किसी की मध्यस्थता आज भूल कर भी ना करें। परिश्रम वाले कार्यो को करने में शारीरिक रूप से अक्षम रहेंगे। अर्थ एवं परिवारिक कारणों से चिंता रहेगी। किसी से मदद लेना चाहेंगे उसमे भी निराशा ही मिलेगी। लोग आपकी मदद करने की जगह आपकी बातों को हास्य में लेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन अधिक संवेदनहीनता प्रत्येक कार्यो में हानि करा सकती है। आज आप हर किसी को शक की दृष्टि से देखेंगे जिससे मन हीन भावना से ग्रस्त रहेगा। कार्य व्यवसाय के साथ-साथ गृहस्थ में भी संघर्ष अधिक रहेगा। परिवार की शांति स्वार्थ के कारण भंग हो सकती है। भाई बंधू अपनी बात मनवाने के लिए गलत व्यवहार से भी नहीं चूकेंगे। परिवार में किसी के आकस्मिक बीमार पड़ने के कारण भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। स्त्रीवर्ग अधिक भावुक रहेंगी जिससे आपसी सम्बन्ध बिखरने से बच भी सकते है। सरकारी अथवा अन्य कागजी कार्य आँख बंद कर ना करें। सन्तानो के साथ कुछ समय अवश्य बिताएं।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपका मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक धन कमाना रहेगा। व्यावसायिक कार्य भी निर्बाध्य रूप से चलते रहेंगे आय के एक से अधिक साधन बनेंगे व्यस्तता भी अधिक रहने के कारण बीच बीच में शारीरिक समस्या खड़ी हो सकती है फिर भी आप परवाह किये बिना कार्यो में लगे रहेंगे। धन लाभ आशा के अनुरूप होगा परंतु अंतिम समय में व्यवधान भी आएंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों पर नजर रखें लापरवाही नुक्सान कराएगी। नौकरी पेशा जातक बेहतर कार्य के लिए पदोन्नत हो सकते है। लेकिन घरेलु वातावरण शंका के कारण ख़राब हो सकता है। स्त्री वर्ग से नाराजगी रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन भी शुभफलदायी रहेगा। कुछ दिनों से मन में चल रही योजनाएं आज फलीभूत हो सकेंगी परन्तु इसके लिए अधिक परिश्रम भी करना पड़ेगा। धन लाभ के भी कई अवसर आएंगे लेकिन सफलता कुछ में ही मिलेगी फिर भी संध्या तक पर्याप्त धन अर्जित कर लेंगे। नौकरी पेशा जातक कार्यो के प्रति अधिक समर्पित रहने पर भी कुछ ना कुछ कमी का अनुभव करेंगे। सामाजिक जीवन पहले की अपेक्षा ज्यादा बेहतर बनेगा। मित्र स्वयजनो के साथ यात्रा प्रवास की योजना बनेगी। दाम्पत्य जीवन भी आज बेहतर रहेगा लेकीन किसी के रूठने मनाने का क्रम लगा रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन मिला जुला फल देगा। प्रातः काल से ही किसी कार्य को करने में किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी एवं जो सहयोग मिलेगा वह भी पर्याप्त नहीं रहेगा। बाहर की अपेक्षा घर के लोग ही सहायता के लिए आगे आएंगे फिर भी अन्य कार्यो की और ध्यान दें अन्यथा यहाँ भी लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त आय के अवसर मिलेंगे परन्तु अनैतिक कार्यो में ना पढ़ें हानि ही होगी इसका ध्यान रखें। अधिकारी वर्ग आपके प्रति उदासीन रहेंगे इसलिए कार्य निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। गृहस्थ में आपसी तालमेल बना रहेगा। महिलाएं अधिक सहयोगी सिद्ध होंगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आर्थिक विषयो को लेकर नई समस्याएं बनेगी जिनका समाधान होने में समय लग सकता है। कार्य क्षेत्र पर उदासीनता रहने से धन की आमद कम रहेगी। नौकरी पेशा जातक अथवा महिलाएं मनोकामना पूर्ती ना होने से अनमने मन से कार्य करेंगे। बीमारियों पर भी खर्च होने के योग है शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। विद्यार्थी वर्ग को भी परिश्रम का उचित परिणाम नहीं मिलने से दुःख होगा। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे फिजूल खर्च पर भी नियंत्रण रखें। घर में थोड़ी खींच-तान होने पर भी स्थिति नियंत्रित रहेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन अवश्य धन लाभ कराएगा। लाभ की उम्मीद प्रातः काल से ही रहेगी लेकिन टलते टलते दोपहर तक ही इसमें सफलता मिलेगी। प्रातः काल में कुछ दिनों से टल रहे कार्य को करने की जल्दी रहेगी। मध्यान का समय काम ना होने से आराम में बीतेगा। महिलाएं भी कामना पूर्ती से प्रसन्न रहेंगी। सामाजिक क्षेत्र पर वर्चस्व में कमी आने पर भी दिनचर्या सामान्य ही रहेगी। नौकरी पेशा जातक किसी जटिल कार्य को लेकर परेशान हो सकते है परन्तु सहायता मिलने पर कार्य पूर्ण कर लेंगे। दाम्पत्य जीवन में आज भी नीरसता ही अधिक रहने वाली है। सामाजिक आयोजनों में जाना टल भी सकता है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपका स्वभाव संतोषी रहेगा। घर एवं बाहर परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी सुविधा अनुसार ही कार्य करेंगे कार्य विस्तार के मूड में आज बिलकुल नहीं रहेगें। बीच-बीच में अकारण ही क्रोध की स्थिति भी बनेगी फिर भी हालात खराब नहीं होने देंगे। सरकारी कार्यो में ढील देना हानि कारक रह सकता है। प्रतिस्पर्धी भी आपकी मनोदशा देख कर जम कर फायदा उठाएंगे लेकिन परोपकार की भावना प्रबल रहने से इन बातों का आपके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। परिजन आपकी अधिक उदार वृति का विरोध कर सकते है। संताने मनमानी करेंगी। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपके अंदर चंचलता अधिक रहेगी। किसी भी बात पर ज्यादा देर नहीं टिकेंगे इससे आस पास के लोगो को परेशानी हो सकती है साथ ही आपकी प्रतिष्ठा भी कम होगी। कार्य क्षेत्र पर भी विचार निरंतर बदलते रहेंगे जिससे सही निर्णय नहीं ले पाएंगे लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है। आज मन को एकाग्र करके ही लाभ कमाया जा सकता है। आध्यत्म में भी यही स्थिति बनेगी रूचि होने पर भी मन इधर उधर भटकने से कोई लाभ नहीं होगा। पारिवारिक वातावरण अधिक बोलने की प्रवृति के कारण अस्त-व्यस्त रहेगा। घर के लोग आपकी बातों पर जल्दी से यकीन नहीं करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा दिन के आरंभिक भाग में कल वाली स्थिति यथावत रहेगी। जिस कार्य को करने की सोचेंगे उसीमें किसी के हस्तक्षेप करने से भ्रामक स्थिति बनेगी। विलम्ब से बचने के लिये जल्दबाजी करेंगे जिससे कार्य में सफाई नहीं रहेगी। परन्तु दोपहर के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगेगी धन लाभ होने से रुके कार्यो में गति आएगी। नौकरी पेशा जातको पर अधिकारी वर्ग अधिक विश्वास करेंगे। सरकारी कार्यो में भी सफलता की संभावना बढ़ने से प्रसन्नता रहेगी लेकिन इनके आज पूर्ण होने में संदेह रहेगा। घरेलु वातावरण में भी सुधार आएगा।
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*_श्री हनुमत् द्वादशाक्षर मंत्र विधान_*

*_विनियोग_*
_ॐ अस्य श्री हनुमत द्वादशाक्षर मंत्रस्य शिव ऋषिः_
*_अतिजगती_*
_छन्दः रुद्रात्मक हनुमान देवता, हं बीजं हुं शक्तिः, फट्कीलकं_
_श्री हनुमत् वरप्रसाद सिद्ध्यर्थे मम सर्वकामार्थ सिद्ध्यर्थे_
_(अभीष्ट कामना उल्लेख करें)_
_जपे विनियोगः_
*_ऋष्यादिन्यास_*
_शिव ऋषये नमः (शिरसे)_
_अतिजगती छन्दसे नमः (मुखे)_
_रुद्रात्मक हनुमत देवतायै नमः ( हृदि)_
_हं बीजाय नमः (गुह्ये)_
_हुं शक्तये नमः ( पादयो)_
_फट् कीलकाय नमः (नाभौ)_
_श्री हनुमत् वर प्रसाद सिद्धयर्थे विनियोगाय नमः सर्वांगे।_
_इस न्यास में ॐ या जो मंत्र बताये है उससे न्यास कर सकते है_
*_करन्यास_*
_हां अंगुष्ठाभ्यां नमः_
_हीं तर्जनीभ्यां नमः_
_हुं मध्यमाभ्यां नमः_
_हैं अनामिकाभ्यां नमः_
_हौं कनिष्ठकाभ्यां नमः_
_हः करतलपृष्ठाभ्यां नमः_
*_हृदयादिन्यास_*
_हां हृदयाय नमः_
_हीं शिरसे स्वाहा_
_हुं शिखायै वषट्_
_हैं कवचाय हुम्_
_हौं नेत्रत्रयाय वौषट्_
_हः अस्त्राय फट्_

_मनोजवं मारुततुल्य वेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं |_
_वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ॥_
_*“ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुम् फट्”*_
*_“Om Hum Hanumate Rudratamkaya Hoom Phat”_*

*_यन्त्रविधान_*
_जगत्जननी पार्वती जी के प्रश्न करने पर, गारुडीतन्त्रानुसार श्री शिवजी ने द्वादशाक्षर मन्त्र (हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुँ फट) का विधान बताया। नदीतट, निर्जन स्थान, पर्वत अथवा वन में जप-भूमि को शुद्ध कर, स्नानादि नित्यक्रिया से निवृत्त हो हनुमत्प्रीत्यर्थ इस द्वादशाक्षर हनुमान जी के मन्त्र का एक लाख जप रूप पुरश्चरण का संकल्प कर, इसी मन्त्र से अंगुष्ट-हृदयादि न्यास कर एक लाख जप करने से साधक के समस्त कार्य निश्चय ही सिद्ध होते हैं। साधक को चाहिए कि, इस द्वादशाक्षर मन्त्र का तब तक जप करे जब तक रात्रि के चतुर्थ पहर में पवनसुत हनुमान जी का साक्षात् दर्शन न हो जाय। यह प्रयोग अनुभूत है। फल: से इस मंत्र के बारे शास्त्रो में वर्णित हैं की यह मंत्र स्वतंत शिवजी ने श्रीकृष्ण को बताया और श्रीकृष्ण नें यह मंत्र अर्जुन को सिद्ध करवाया था जिससे अर्जुन ने चर-अचर जगत् को जीत लिया था।_

*🚩अनादि अनंत बलवंत श्रीहनुमंत 🚩

*घोर कलियुग–जूते शोरुम में, पुस्तकें फुटपाथ पर। मदिरा नगद, दूध उधार। कुत्ते महलों में और गाय सड़कों पर*

संस्कृत राजमाता है, हिन्दी बहुरानी है और अंग्रेजी नौकरानी है- (फादर कामिल बुल्के)

सर्वेभ्यः संस्कृतसप्ताहस्य शुभकामना:

1. *कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को बड़ी राहत, रद्द हुआ लोकसभा से निलंबन*
2. *उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी बोलीं- लोकसभा में खेला होगा और बहुत सारी सीटें आएंगी*

*WEST BENGAL*
3. *मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुम्बई में अमिताभ के निवास पर पहुंची, बांधी राखी, जया, अभिषेक, ऐश्वर्या सहित पूरा बच्चन परिवार रहा मौजूद: दुर्गापूजा में कोलकाता आने का न्यौता दिया*
4. *शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गिरफ्तार मिडिलमैन प्रसन्न राय के न्यूटाउन स्थित फ्लैट में देर शाम सीबीआई अधिकारियों ने धावा बोला*
5. *राणाघाट में सेनको ज्वैलर्स डकैती के दौरान जान पर खेलकर दुष्कृतियों पर गोली चलाने वाले एएसआई रतन कुमार राय की स्थानीय व्यवसायियों द्वारा मुक्तकंठ हो रही प्रशंसा, बताया जा रहा हीरो*
6. *अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी का एक साल पूरा होने पर भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने वीरभूम में जगह-जगह बताशे बांटे, तारापीठ मंदिर में पूजा की*
7. *TMC के पूर्व नेता रियाज़ुल विवादों में, पत्नी को शादी की सालगिरह पर गिफ्ट की AK-47, सोशल मीडिया पर बवाल के बाद कहा- टॉय गन थी*

*NATIONAL*
8. *जापान ने भी मानी ISRO की ताकत… चंद्रयान-4 के सहारे चांद के साउथ पोल पर पहुंचेगा JAXA, हुआ करार*
9. *भारत में 8:37 पर दिखाई दिया सुपर ब्लू मून:14% बड़ा दिखा चांद; अब 2037 में जनवरी-मार्च में ऐसा दिखेगा*
10. *80% भारतीयों की पीएम मोदी के प्रति राय अनुकूल, प्यू सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा*
11. *राहुल, नीतीश, ममता, केजरीवाल, उद्धव और अखिलेश…पीएम चेहरे पर MVA ने कहा- ‘हमारे पास तो कई हैं, BJP में सिर्फ एक’*
12. *शरद पवार का दावा- भाजपा के संपर्क में मायावती*
13.*पार्टी प्रवक्ता के बयान को आआप नेत्री व दिल्ली की मंत्री आतिशी ने किया खारिज, कहा-अरविन्द पीएम पद की दौड़ में नहीं*

*SPORTS*
14. *एशिया कप में पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत: नेपाल को 238 रन से हराया, बाबर-इफ्तिखार के शतक; शादाब ने झटके 4 विकेट*
15. *भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच पर बरसात का खतरा: कैंडी में 7 दिन तक बारिश का अलर्ट; टीम इंडिया आज ही श्रीलंका पहुंची

*एक बार काम नौकरी , व्यापार धंधे से समय मिल जाये तो देख लेना किआपकी बेटी ,या बेटे*

1.कोचिंग ही जा रही है न

2.मोबाइल में पासवर्ड तो नहीं है।

3.स्नेप चेट का इस्तेमाल कर रही हो तो चेट डिलीट का आप्शन तो नहीं है।

4.घंटों अपने कमरे में या अपने दोस्तों के साथ तो समय नहीं बिता रही है।

5. प्रोजेक्ट है, प्रोजेक्ट है कहकर दोस्तों के घर बार बार तो नहीं जा रही।

6. अगर आपकी बेटी का स्कूल आपसे सच्चाई कहे तो स्कूल की बात गंभीरतापूर्वक सुनें न कि गुस्सा हों।

7. कपडे और पहनावा मर्यादा मे तो हैं ना।

8. देर रात तक फोन का इस्तेमाल तो नही किया जा रहा है ना।

9. अगर बेटी कंही बाहर हॉस्टल मे रहती है तो बिना बताए अचानक कभी-कभार मिलने पहुच जाए।

10. बेटी के सहेलियो से बेटी के बारे मे फीडबैक लेते रहें

11.शापिंग के लिए भले ही सहेलिया साथ मे जा रही हो लेकिन परिवार का कोई न कोई सदस्य भी साथ मे जाए 

12. एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर विशेष सतर्क रहें।

13. बेटी के दोस्त और सहेलिया कौन है उनका व्यवहार चरित्र और चाल चलन कैसा है इसपर विशेष नजर रखें। 

15.घर के सभी तीज त्यौहारो पूजा-पाठ एक धार्मिक कार्यो मे शामिल करें।

16. समाज मे घट रही श्रद्धा जैसी घटनाओ से उन्हे अवगत कराएं।

अपनी लड़की को जरूर पढाएँ,आजादी दें मगर इतनी भी नहीं कि वो जंगलों में टुकड़े हो जाए,,, आपकी सतर्कता ही बचाव है अन्यथा ये एक ऐसी उम्र होती है कि कोई भी बहक सकता है।।। 

जनहित मे जारी

हर_बेटी,बेटा_मेरी👱‍♀ *#संस्कार #पिता*

क्षा बंधन पर जानिए पौराणिक काल के भाई-बहनें
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भाई-बहन के पवित्र और प्यारे रिश्तों के त्योहार रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाई को राखी बांधती है। इतिहास में भाई और बहनों के भी कई किस्से प्रचलित हैं। आओ जानते हैं इतिहास प्रसिद्ध10 प्रसिद्ध बहनों के नाम।

1. भगवान शिव की बहन👉 कहते हैं कि भगवान शिव की बहन असावरी देवी थीं। कहते हैं कि पार्वती अकेली रहती थीं तो उन्होंने एक बार शिव से कहा कि काश मेरी ननद होती तो अच्छा होता। तब शिव ने अपनी माया से अपनी एक बहन की उत्पत्ति की और पार्वती देवी से कहा ये रही आपकी ननद। इसके बाद के किस्से पुराणों में पढ़ें। उल्लेखनीय है कि पार्वती की सौतेली बहन देवी लक्ष्मी थीं जिनका विवाह श्रीहरि विष्णु से हुआ था। इसी तरह भगवान शिव की पुत्री अर्थात कार्तिकेय और गणेश की बहन ज्योति, अशोक सुंदरी और मनसा देवी की ख्‍याति है।

2. भगवान विष्णु की बहन👉 शाक्त परंपरा में तीन रहस्यों का वर्णन है- प्राधानिक, वैकृतिक और मुक्ति। इस प्रश्न का, इस रहस्य का वर्णन प्राधानिक रहस्य में है। इस रहस्य के अनुसार महालक्ष्मी के द्वारा विष्णु और सरस्वती की उत्पत्ति हुई अर्थात विष्णु और सरस्वती बहन और भाई हैं। इन सरस्वती का विवाह ब्रह्माजी से और ब्रह्माजी की जो दूसरी सरस्वती है, उनका विवाह विष्णुजी से हुआ था ऐसे उल्लेख मिलता है। इसके अलावा दक्षिण भारत की प्रचलित मान्यता के अनुसार मीनाक्षी देवी नामक एक देवी भगवान शिव की पत्नी पार्वती का अवतार और भगवान विष्णु की बहन थीं। मीनाक्षी देवी का मीनाक्षी अम्मन मंदिर दक्षिण भारत में है।

3. बाली की बहन👉 जब भगवान वामन ने महाराज बली से तीन पग भूमि मांगकर उन्हें पाताललोक का राजा बना दिया तब राजा बली ने भी वर के रूप में भगवान से रात-दिन अपने सामने रहने का वचन भी ले लिया। भगवान को वामनावतार के बाद पुन: लक्ष्मी के पास जाना था लेकिन भगवान ये वचन देकर फंस गए और वे वहीं रसातल में बली की सेवा में रहने लगे। उधर, इस बात से माता लक्ष्मी चिंतित हो गई। ऐसे में नारदजी ने लक्ष्मीजी को एक उपाय बताया। तब लक्ष्मीजी ने राजा बली को राखी बांध अपना भाई बनाया और अपने पति को अपने साथ ले आईं। उस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि थी। तभी से यह रक्षा बंधन का त्योहार प्रचलन में हैं।

4. यमराज की बहन👉 भाई दूज को यम द्वितीया भी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन यमुना ने अपने भाई भगवान यमराज को अपने घर आमंत्रित करके उन्हें तिलक लगाकर अपने हाथ से स्वादिष्ट भोजन कराया था। जिससे यमराज बहुत प्रसन्न हुए थे और उन्होंने यमुना को मृत्यु के भय से मुक्त होकर अखंड सौभाग्यवती बने रहने का वरदान दिया था। कहते हैं कि इस दिन जो भाई-बहन इस रस्म को निभाकर यमुनाजी में स्नान करते हैं, उनको यमराजजी यमलोक की यातना नहीं देते हैं। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज और उनकी बहन यमुना का पूजन किया जाता है।

5. भगवान राम की बहन👉 श्रीराम की दो बहनें भी थी एक शांता और दूसरी कुकबी। हम यहां आपको शांता के बारे में बताएंगे। दक्षिण भारत की रामायण के अनुसार राम की बहन का नाम शांता था, जो चारों भाइयों से बड़ी थीं। शांता राजा दशरथ और कौशल्या की पुत्री थीं, लेकिन पैदा होने के कुछ वर्षों बाद कुछ कारणों से राजा दशरथ ने शांता को अंगदेश के राजा रोमपद को दे दिया था। भगवान राम की बड़ी बहन का पालन-पोषण राजा रोमपद और उनकी पत्नी वर्षिणी ने किया, जो महारानी कौशल्या की बहन अर्थात राम की मौसी थीं। शांता के पति एक महान ऋषि ऋंग थे। राजा दशरथ और इनकी तीनों रानियां इस बात को लेकर चिंतित रहती थीं कि पुत्र नहीं होने पर उत्तराधिकारी कौन होगा। इनकी चिंता दूर करने के लिए ऋषि वशिष्ठ सलाह देते हैं कि आप अपने दामाद ऋंग ऋषि से पुत्रेष्ठि यज्ञ करवाएं। इससे पुत्र की प्राप्ति होगी। ऋंग ऋषि ने ही पुत्रेष्ठि यज्ञ किया था।

6. भगवान श्रीकृष्ण की बहन👉 कहा जाता है कि नरकासुर का वध करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण अपनी बहन सुभद्रा से मिलने भाई दूज के दिन उनके घर पहुंचे थे। सुभद्रा ने उनका स्वागत करके अपने हाथों से उन्हें भोजन कराकर तिलक लगाया था। सुभद्रा के अलावा श्रीकृष्ण की और भी बहनें थी। पहली एकानंगा(यह यशोदा की पुत्री थीं), दूसरी योगमाया (देवकी के गर्भ से सती ने महामाया के रूप में इनके घर जन्म लिया, जो कंस के पटकने पर हाथ से छूट गई थी। कहते हैं, विन्ध्याचल में इसी देवी का निवास है। कहते हैं कि योगमाया ने श्रीकृष्ण का हर कदम पर साथ दिया था। इसके अलावा द्रौपदी को श्रीकृष्ण अपनी बहन मानते थे।

7. सूर्य देव की बहन👉 भगवान सूर्य देव की बहन और ब्रह्मा की मानस पुत्री छठ मैया के नाम से प्रसिद्ध है। मां छठी को कात्यायनी नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि की षष्ठी तिथि को इन्हीं की पूजा की जाती है।

8. रावण की बहन👉 रावण की दो बहनें थी एक का नाम सूर्पनखा और दूसरी थी कुम्भिनी जो की मथुरा के राजा मधु राक्षस की पत्नी थी और राक्षस लवणासुर की मां थी।

9. कंस की बहन👉 सब दुर्गुणों के बावजूद कंस अपनी छोटी बहन देवकी से अपार स्नेह रखता था और वह उसे सबसे ज्यादा चाहता था। यदि देवकी के विवाह के समय आकाशवाणी ना हुई होती, तो वह कभी अपनी बहन पर मर्मांतक अत्याचार नहीं कर सकता था। देवकी राजा उग्रसेन और रानी पद्मावती की पुत्री थीं।

10. दुर्योधन की बहन👉 कौरव यानी दुर्योधन ओर उसके 100 भाई, लेकिन कौरवों की 1 बहन भी थी, नाम था दुशाला। दुशाला का विवाह सिंध देश के राजा जयद्रथ के साथ हुआ था। जयद्रथ के पिता वृध्दक्षत्र थे। जयद्रथ ने द्रौपदी का हरण करने का प्रयास किया था जिसके चलते द्रौपदी ने उसका सिर मुंडवा कर उसे अपमानित किया था। इसी जयद्रथ के कारण अभिमन्यु को पांडव चक्रव्यूह से नहीं बचा सके थे। इसी तरह महाभारत में शकुनि की बहन गांधारी और धृष्टदुम्न की बहन द्रौपदी की प्रसिद्धि भी है।

11. देवी मनसा और वासुकी 👉 देवी मनसा के भाई नागराज वासुकी हैं। वासुकी शिव के गण हैं। रक्षाबंधन मनाने से पहले मनसा देवी के भाई वासुकी को सबसे पहले राखी बांधी जाती है।
〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ आचार्य विकास प्रकाश शास्त्री जय माता दी सेवा संस्थान एवं अखंड सनातन धर्म समिति द्वारा शुभ कामनाएं विशेष जानकारी हेतु संपर्क करें जय माता दी शुभ संध्या