आज का पंचाग आपका राशि फल, क्या आप जानते हैं विश्व में सबसे अधिक मूल्य पर भूमि कहाँ बिकी?, हजारों वर्षों बाद एक योद्धा बाबा रामदेव जो आयुर्वेद हेतु कार्य कर रहा और भारत को उसका योग गौरव लौटा रहा, देश में तेजी से घट रहे हैं हिंदू, दो हजार वर्ष पहले भारत संसार का सबसे अमीर राष्ट्र था

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतरामम्🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻बुधवार, २८ दिसम्बर २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:१३

सूर्यास्त: 🌅 ०५:२९

चन्द्रोदय: 🌝 ११:२०

चन्द्रास्त: 🌜२३:०१

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🌳 हेमंत

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 पौष 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 षष्ठी (२०:४४ से सप्तमी)

नक्षत्र 👉 शतभिषा (१२:४६ से पूर्वाभाद्रपद)

योग 👉 सिद्धि (१४:२१ से व्यतीपात)

प्रथम करण 👉 कौलव (०९:४३ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (२०:४४ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 धनु 

चंद्र 🌟 मीन (२९:५५ से)

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, वक्री)

बुध 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 धनु (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️

अमृत काल 👉 २८:०४ से २९:३६

रवियोग 👉 ०७:१२ से १२:४६

विजय मुहूर्त 👉 १४:०१ से १४:४१

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२२ से १७:५०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२५ से १८:४८

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५१ से २४:४६

राहुकाल 👉 १२:१८ से १३:३५

राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०८:२८ से ०९:४५

होमाहुती 👉 बुध (१२:४६ से शुक्र)

दिशाशूल 👉 उत्तर

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (१२:४६ से) 

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर२९:५५ से)

शिववास 👉 नन्दी पर (२०:४४ से भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – लाभ २ – अमृत

३ – काल ४ – शुभ

५ – रोग ६ – उद्वेग

७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – उद्वेग २ – शुभ

३ – अमृत ४ – चर

५ – रोग ६ – काल

७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:१९ से ०९:५२ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ११:१० से दोपहर १२:२७ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १२:४६ तक जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सि, सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (से, सो, द) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३०:२३ से ०८:२६

मकर – ०८:२६ से १०:०७

कुम्भ – १०:०७ से ११:३३

मीन – ११:३३ से १२:५७

मेष – १२:५७ से १४:३०

वृषभ – १४:३० से १६:२५

मिथुन – १६:२५ से १८:४०

कर्क – १८:४० से २१:०२

सिंह – २१:०२ से २३:२१

कन्या – २३:२१ से २५:३८

तुला – २५:३८ से २७:५९

वृश्चिक – २७:५९ से ३०:१९

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:१२ से ०८:२६

रोग पञ्चक – ०८:२६ से १०:०७

शुभ मुहूर्त – १०:०७ से ११:३३

मृत्यु पञ्चक – ११:३३ से १२:४६

अग्नि पञ्चक – १२:४६ से १२:५७

शुभ मुहूर्त – १२:५७ से १४:३०

मृत्यु पञ्चक – १४:३० से १६:२५

अग्नि पञ्चक – १६:२५ से १८:४०

शुभ मुहूर्त – १८:४० से २०:४४

रज पञ्चक – २०:४४ से २१:०२

शुभ मुहूर्त – २१:०२ से २३:२१

चोर पञ्चक – २३:२१ से २५:३८

शुभ मुहूर्त – २५:३८ से २७:५९

रोग पञ्चक – २७:५९ से ३०:१९

शुभ मुहूर्त – ३०:१९ से ३१:१२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिये सार्वजनिक क्षेत्र और सामाजिक कार्यो के लिये शुभ रहेगा लेकिन घरेलू मामलों में कुछ न कुछ खटपट लगी रहेगी। दिन के आरम्भ में पूर्वनियोजित कार्यो से लाभ होने के आसार बनेंगे लेकिन टलते टलते मध्यान तक ही हो पायेगा पर जितनी लाभ की संभावना रहेगी उससे कम ही मिल मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर आज वातावरण सहयोगी नही रहेगा सहकर्मी आराम तलबी के कारण आवश्यक कार्यो में भी लापरवाही करेंगे जिससे क्रोध तो आएगा पर स्थिति को भांप शांत ही रहेंगे। घरेलू वातावरण आज समझ से परे रहेगा किसी के हित में बात करना भी परिजन को बुरा लगेगा। पति पत्नी के आपसी विचारों को छोड़ आज घर मे किसी से विचार मेल नही खाएंगे। भाई बंधु भी शत्रु जैसा व्यवहार कर मन को आहत करेंगे किसी के व्यक्तिगत मामले में ना पड़े अन्यथा आत्मसम्मान को ठेस पहुच सकती है। पेट मे गैस कब्ज की परेशानी हो सकती है।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज दिन के आरम्भ में आपका स्वभाव उदासीन रहेगा। व्यवहार मे भी रूखापन रहने के कारण दाम्पत्य जीवन मे खटास आएगी बाद में पछताना ना पड़े इसका ध्यान रख दिन का आरंभिक भाग धैर्य से बिताए। मध्यान के समय व्यवसाय अथवा अन्य रोजगार संबंधित कार्य से शुभ समाचार मिलने पर दिमाग ठंडा होगा। किसी नई योजना अथवा पुराना अटका धन अकस्मात मिलने की संभावना है। पिता अथवा घर के वरिष्ठ व्यक्ति का स्वभाव थोड़ा जिद्दी अवश्य रहेगा लेकिन आपको आज इनसे किसी न किसी रूप में लाभ ही मिलने वाला है। पूर्व में बनाये सामाजिक व्यवहार आवश्यकता के समय काम आएंगे लेकिन आपका संकोची स्वभाव मदद में देरी कर सकता है। आज मन की बात निसंकोच होकर कहे। पति पत्नी के बीच घर के किसी सदस्य को लेकर असंतोष दिखेगा फिर भी मामला गंभीर होने से पहले ही शांत हो जाएगा। मूत्राशय स्थान में कोई लंबा रोग होने की संभावना है रक्त एवं कफ संबंधित समस्या भी हो सकती है।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज दिन के पहले भाग में स्फूर्ति की कमी रहेगी। शरीर मे अकड़न सरदर्द की थोड़ी बहुत समस्या रहेगी लेकिन दिन चढ़ते इनमे सुधार आने लगेगा। धार्मिक भावना भी आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहेगी लेकिन कार्य व्यस्तता के कारण इनके लिये उपयुक्त समय नही दे पाएंगे फिर भी दिन के खाली समय मे किसी न किसी रूप में आध्यात्म से जुड़े रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी नए काम के आने से अतिरिक्त दौड़ धूप होगी लेकिन इसका कोई विशेष लाभ नही उठा पाएंगे फिर भी दैनिक आय संतोषजनक हो ही जाएगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर सरल व्यक्तित्त्व के कारण सम्मान में वृद्धि होगी लेकिन आपकी धीमी कार्यशैली आलोचना भी कराएगी। घरेलू वातावरण भी आज सुखदायक रहेगा भूमि भवन वाहन सुख उत्तम मिलेगा लेकिन पैतृक मामलो में कल जैसा सहयोग आज नही मिल पाने का दुख भी रहेगा। आज किसी पुराने परिचित से भेंट होने पर काफी समय गप्पे मारेंगे।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज दिन के आरंभिक भाग को छोड़ अन्य समय सेहत संबंधित मामलों में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। बीमारी की थोड़ी सी आशंका होने पर ही तुरंत उपचार ले अन्यथा बाद में बढ़ने से ज्यादा परेशानी देखनी पड़ेगी। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर भाई बंधुओ का प्रभाव ज्यादा रहेगा जिससे स्वयं को निम्नतर आकेंगे मन मे ईर्ष्या की भावना भी रहेगी फिर भी अपने हित साधने के लिये किसी की गलत बातो का भी विरोध नही करेंगे। नौकरी पेशाओ को व्यवसायी वर्ग की तुलना में अधिक संघर्ष करना पड़ेगा दिन भर की भाग दौड़ के बाद भी परिणाम निराश करने वाले ही मिलेंगे। धन की आमद तो कही न कहीं से हो जाएगी लेकिन व्यर्थ के खर्च भी साथ रहने से कम ही लगेगी। पारिवारिक वातावरण में ऊबन अनुभव होगी लेकिन ससुराल पक्ष से आकस्मिक लाभ या शुभ समाचार मिल सकते है। यात्रा में विशेष सावधानी बरते वाहनादि से दुर्घटना का भय है। 

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज प्रातःकाल में किसी अनिच्छित प्रसंग अथवा कार्य करने पर मन मे ग्लानि होगी फिर भी पारिवारिक दबाव के चलते करना ही पड़ेगा। मध्यान बाद का समय कार्यो में विजय दिलाने वाला रहेगा। पूर्व में की मेहनत का फल धीरे धीरे मिलने से मन को संतोष होगा। आज कार्य क्षेत्र पर कम समय मे अधिक मुनाफा कमाने के प्रलोभन भी मिलेंगे भविष्य को देखते हुए ये लाभदायक ही रहेंगे फिर भी सतर्कता बरते ठगी के शिकार भी हो सकते है। आज आपके अंदर साहस एवं धैर्य की कमी भी रहेगी जिसके चलते अपने दम पर कोई कार्य करने की हिम्मत नही जुटा पाएंगे फिर भी भागीदार एवं सहयोगियों का मार्गदर्शन सही मिलने से धन लाभ अवश्य होगा इसकी गति भले ही धीमी रहे पर संतुष्ट जरूर करेगी। कुटुम्बीजनो की आपसे कुछ महात्त्वकांक्षाये रहेंगी इनको पूर्ण करने का प्रयास करेंगे फिर भी कुछ न कुछ कमी के कारण विरोध देखना पड़ेगा। 

घर मे स्त्री वर्ग की सेहत चिन्ता बढ़ाएगी खर्च करने पर भी लाभ कम ही होगा।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज दिन के पूर्वार्ध भाग में सुख शांति यथावत बनी रहेगी लेकिन मध्यान से पहले कोई अशुभ समाचार मिलने से मानसिक बेचैनी बढ़ेगी। आप जिस कार्य को लेकर कई दिन से उम्मीद लगा रहे थे उसके अकस्मात निरस्त होने या आगे बढ़ने से मन मे नकारत्मक भाव आएंगे। दिनचार्य आज व्यवस्थित नही रहेगी जो काम पहले सोचकर बैठे है उसमें बदलाव के चलते अनावश्यक कार्य पहले करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी व्यवसाय मन मुताबिक नही रहेगा जहां से धन मिलने की संभावना थी वहां से निराशा मिलने के कारण कई कार्य अधूरे रह सकते है। दिमाग मे धन प्राप्ति को लेकर उटपटांग युक्तियां लगाएंगे फिर भी आमद आज अत्यंत अल्प ही रहेगी। परिवार कुटुम्ब से आर्थिक सहायता मिलने से थोड़ा सब्र आएगा। निवेश भूल कर भी ना करें। परिवार का वातावरण कुछ समय के लिये गमगीन बनेगा। सेहत संबंधित समस्या अकस्मात बनने से ज्यादा परेशानी होगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आपकी दिनचार्य व्यवस्थित रहेगी। व्यावसायिक एवं पारिवारिक कार्यो में बुद्धिमता का परिचय देंगे जिससे गलती होने की संभावना बहुत कम रहेगी। आज कुटुम्बीजन इच्छा पूर्ति के लिये ही मीठा व्यवहार करेंगे। कार्य क्षेत्र और घर मे तालमेल बैठाने में थोड़ी दिक्कत जरूर आएगी घर परिवार का वातावरण प्रतिकूल रहने पर भी मानसिक रूप से विचलित नही होंगे। किसी विषय को लेकर माता पिता के विरोध का सामना करना पडेगा फिर भी कुछ ही देर में जटिल समस्या का समाधान कर प्रशंसा के पात्र बनेंगे। कार्य व्यवसाय में भी आज जोखिम लेने से बचेंगे यह निर्णय आज आपके लिये ठीक ही रहेगा। बाजार का हाल सुस्त रहने के कारण धन फंस सकता है दैनिक उपभोग की वस्तुओ को छोड़ अन्य सभी मे निवेश हानि कराएगा। सुखोपभोग की चाहत आज भी अधिक रहेगी लेकिन इसके लिये बेचैन नही होंगे। भाई बंधु अथवा नौकरों के हाथ हानि होने की संभावना है। त्वचा अथवा गर्दन के ऊपरी भाग में समस्या बन सकती है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज दिन के पहले भाग में किसी मनोकामना के पूरा ना होने पर क्रोध से भरे रहेंगे जानबूझकर कार्यो में विलंब या खराब भी कर सकते है। मध्यान के समय स्वभाव में जिद्दीपन भी आने से आस पास के लोगो से बैठे बिठाये झगड़ा मोल लेंगे आज आपकी कोई भी कामना भविष्य के लिये लाभदायक ना रहने से परिजन भी इनको टालने के प्रयास करेंगे लेकिन जिद बहस के बाद अपनी बात मनवा ही लेंगे। कार्य क्षेत्र पर आपका व्यवहार घर की तुलना में एकदम विपरीत रहेगा अपना हित साधने के लिए किसी की झूठी तारीफ करने से भी संकोच नही करेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन शुभ रहेगा धन किसी न किसी मार्ग से आप तक अवश्य पहुचेगा लेकिन भविष्य में इसके गलत कार्यो में लगने की संभावना अधिक है। परिवार के सदस्य आपके व्यवहार के एकदम विपरीत शांत होकर आपकी उल्टी सीधी हरकतों को सह लेंगे जिससे टकराव की आशंका नही रहेगी फिर भी पिता से गरमा गर्मी हो सकती है। सेहत आज थोड़े बहुत शारीरिक दर्द को छोड़ लगभग ठीक ही रहेगी।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

बीते दिनों की तुलना में आज का दिन राहत वाला रहेगा आज भी दिन के आरम्भ में पारिवारिक एवं व्यावसायिक चिंताये रहेंगी लेकिन मध्यान आते आते अनुकूल वातावरण बनने से आपकी मानसिकता एकदम विपरीत हो जाएगी। लेकिन आज मानसिक रूप से चंचलता अधिक रहेगी अनुभव होने के बाद भी हड़बड़ी में कार्य करने पर सफलता संदिग्ध बनेगी। कार्य क्षेत्र पर सहयोग भी आसानी से मिल जाएगा घर के सदस्य भी व्यावसायिक कार्यो में हाथ बटाएंगे लेकिन विचारों में मेल ना खाने पर थोड़ी बहुत बहस हो सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र पर उच्च प्रतिष्ठित लोगो से मेल जोल होने पर आपकी पहचान भी ऐसी ही बनेगी चाहे इसका कोई व्यक्तिगत लाभ ना मिल पाए। अनुभव के आधार पर जरूरत के अनुसार आय बना लेंगे। घरेलू मामलो में आज स्त्री संतान पक्ष की ही अधिक चलेगी। पेट एवं गले संबंधित थोड़ी बहुत समस्या रह सकती है।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप स्वयं को नियंत्रित कर परिस्थिति अनुसार ढालने का प्रयास करेंगे लेकिन अन्य लोगों से स्वयं की तुलना करने पर मन हीन भावना से ग्रस्त होगा। स्वभाव में अहम की भावना अधिक रहेगी अपनी बात को ऊपर रख किसी की नही चलने देंगे। कार्य व्यवसाय में भी मनमर्जी चलाएंगे कुछ गड़बड़ होने पर आरोप किसी अन्य के सर मढ़ने का प्रयास करेंगे जिससे वातावरण खराब हो सकता है। अन्य लोगो को स्वयं से नगण्य आंकने पर बिना बात शत्रु वृद्धि होगी साथ मे काम निकालने में भी परेशानी आएगी आज धन लाभ पाने के लिये किसी की कटु बाते सुन्नी भी पड़े तो सुनले अन्यथा लाभ को भूल ही जाए। घरेलू वातावरण में गलत फहमियों को जगह ना दे नही तो किसी न किसी की विरोधी प्रतिक्रिया सहने के लिये तैयार रहें। संध्या का समय दिन की तुलना में शांत रहेगा कुछ हांसिल ना होने पर मन मारकर रह जाएंगे गलतियों का आंकलन कर स्वभाव में भी नरमी लाएंगे। शरीर के गुप्त अंगों में समस्या हो सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिये बीते कुछ दिनों की तुलना में सुधार वाला रहेगा दिन के आरंभिक भाग में धन एवं कुटुम्ब संबंधित उलझनों के कारण आक्रोश में रहेंगे हो सके तो मध्यान तक विवाद से बचने का प्रयास करें किसी परिजन की गलती को पकड़ कर ना बैठे अन्यथा मानसिक संतुलन खराब होने पर दिन का उचित लाभ उठाने से वंचित रह सकते है। नौकरी कारोबार में आज भी विविध अड़चनों का सामना करना पड़ेगा लेकिन आज कोई पूर्व में सोची योजना के सफल होने से भविष्य में लाभ के मार्ग खुलने से राहत मिलेगी। स्वयंजन के सहयोग एवं अपनी बुद्धि विवेक से सरकारी कार्यो में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे सरकारी कर्मचारियों से काम निकालना आसान रहेगा आज लोन अथवा अन्य आर्थिक कार्यो में ढील ना दें अन्यथा बाद में इसका मलाल रहेगा। आज धन की आमद आशा से कम लेकिन भविष्य में होने के मार्ग खुलेंगे। घर मे किसी के व्यर्थ खर्च करने अथवा अनैतिक आचरण को लेकर कहासुनी हो सकती है। परिजन की सेहत को लेकर अतिरिक्त दौड़धूप हो सकती है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज प्रातः काल जल्द ही अपने आवश्यक कार्य पूर्ण करने का प्रयास करे इसके बाद परिस्थिति प्रतिकूल होने लगेगी जो काम आसानी से बन रहे थे वही बाद में खुशामद के बाद भी बनाने में परेशानी आएगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर आज भी आपकी छवि गरिमामय रहेगी लेकिन घर मे कोई नए पुराने विवाद के बढ़ने से मानसिक रूप से विचलित हो सकते है इसका प्रभाव कार्य क्षेत्र पर भी देखने को मिलेगा। उखड़े मन से कार्य करने पर आस पास को लोगो को असहजता होगी। आज स्वयं के व्यवसाय की जगह शेयर सट्टे अथवा पैतृक व्यवसाय से लाभ की सम्भवना अधिक है लेकिन होगा कामचलाऊ ही। पूर्व में किसी सुखोपभोग के लिये अमर्यादित आचरण अथवा अन्य गलत कार्य को लेकर दंडित भी हो सकते है। घर एवं कार्य क्षेत्र के अधिकार आपके पास रहने के बाद भी आपकी चलेगी नही। व्यसन से दूरी रखे सेहत संबंधित समस्या अकस्मात हो सकती है।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ 🙏राधे राधे🙏क्या आप जानते हैं कि विश्व में आज तक की सबसे अधिक मूल्य पर भूमि कहाँ बिकी है ?

लंदन में ?? पैरिस में ?? न्यूयॉर्क में ??

जी नहीं…..विश्व में आज तक किसी एक भूमि के टुकड़े का सबसे अधिक दाम चुकाया गया है हमारे_भारत में ही पंजाब में स्थित सिरहिन्द में और विश्व की इस सबसे महंगी भूमि को ख़रीदने वाले महान व्यक्ति का नाम था दीवान टोडर मल……

गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे-छोटे साहिबज़ादों बाबा फ़तह सिंह और बाबा ज़ोरावर सिंह की शहादत की दास्तान शायद आप सबने कभी ना कभी कहीं ना कहीं से सुनी होगी……यहीं सिरहिन्द के फ़तहगढ़ साहिब में मुग़लों के तत्कालीन फ़ौजदार वज़ीर खान ने दोनो साहिबज़ादों को जीवित ही दीवार में चिनवा दिया था। 

दीवान टोडर मल जो कि इस क्षेत्र के एक धनी व्यक्ति थे और गुरु गोविंद सिंह जी एवं उनके परिवार के लिए अपना सब कुछ क़ुर्बान करने को तैयार थे, उन्होंने वज़ीर खान से साहिबज़ादों के पार्थिव शरीर की माँग की और वह भूमि जहाँ वह शहीद हुए थे वहीं पर उनकी अंत्येष्टि करने की इच्छा प्रकट की …………लेकिन वज़ीर खान ने धृष्टता दिखाते हुए भूमि देने के लिए एक अटपटी और अनुचित माँग रखी…. वज़ीर खान ने माँग रखी कि इस भूमि पर सोने की मोहरें बिछाने पर जितनी मोहरें आएँगी वही इस भूमि का दाम होगा…….दीवान टोडर मल ने अपने सब भंडार ख़ाली करके जब मोहरें भूमि पर बिछानी शुरू कीं तो वज़ीर खान ने धृष्टता की पराकाष्ठा पार करते हुए कहा कि मोहरें बिछा कर नहीं बल्कि खड़ी करके रखी जाएँगी ताकि अधिक से अधिक मोहरें वसूली जा सकें………..ख़ैर…..दीवान टोडर मल ने अपना सब कुछ बेच कर और मोहरें इकट्ठी कीं और 78000 सोने की मोहरें देकर चार गज़ भूमि को ख़रीदा ताकि गुरु जी के साहिबज़ादों का अंतिम संस्कार वहाँ किया जा सके……विश्व के इतिहास में ना तो ऐसे त्याग की कहीं कोई और मिसाल मिलती है………. ना ही कहीं पर किसी भूमि के टुकड़े का इतना भारी मूल्य कहीं और आज तक चुकाया गया।

जब बाद में गुरु गोविन्द सिंह जी को इस बारे में पता चला तो उन्होंने दीवान टोडर मल से कृतज्ञता प्रकट की और उनसे कहा की वे उनके त्याग से बहुत प्रभावित हैं और उनसे इस त्याग के बदले में कुछ माँगने को कहा.

ज़रा सोचिए दीवान टोडर मल ने क्या माँगा होगा गुरु जी से ????

दीवान जी ने गुरु जी से जो माँगा उसकी कल्पना करना भी असम्भव है !

दीवान टोडर मल जी ने गुरु जी से कहा की यदि कुछ देना ही चाहते हैं तो कुछ ऐसा वर दीजिए की मेरे घर पर कोई पुत्र ना जन्म ले और मेरी वंशावली यहीं मेरे साथ ही समाप्त हो जाए।

इस अप्रत्याशित माँग पर गुरु जी सहित सब लोग हक्के-बक्के रह गए…..गुरु जी ने दीवान जी से इस अद्भुत माँग का कारण पूछा तो दीवान टोडर मल ने उत्तर दिया कि गुरु जी, यह जो भूमि इतना महंगा दाम देकर ख़रीदी गयी और आपके चरणों में न्योछावर की गयी मैं नहीं चाहता की कल को मेरे वंश आने वाली नस्लों में से कोई कहे की यह भूमि मेरे पुरखों ने ख़रीदी थी।

यह थी निस्वार्थ त्याग और भक्ति की आज तक की सबसे बड़ी मिसाल…….आज किसी धार्मिक स्थल पर चार ईंटे लगवाने पर भी लोग अपने नाम की पट्टी पहले लगवाते हैं…..एक पंखा तक लगवाने पर उसके परों पर अपने नाम छपवाते हैं……..पर देश के इस महान सपूत ने अपने दान का श्रेय अपने पुरखों तक को देना भी गवारा नहीं किया जो अपने आप में एक मिसाल हैं।

धन्य हैं दिवान टोडरमल और उनका त्याग…

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बहुत से लोगो के मुह से आपने बाबा रामदेव के विरूद्ध अनाप-शनाप सुना होगा हालांकि इसका तार्किक जवाब उनके पास कुछ नही होता है, ले देकर वो बाबा को चोर ठहराने के लिए उनकी संपत्ति/धन को निशाना बनाते रहते है कि बाबा इतना कमा रहा उतना कमा रहा है। विशेष रूप से बामपंथी और समुदाय विशेष से बाबा को अतार्किक अपशब्द कहने वालों की कमी नहीं है। 
हम कह सकते हैं कि पतंजलि समूह की मार्केट वैल्यू 40000 करोड़ रुपये है, इतना पैसा बनाया है बाबा रामदेव ने। 
पर बाबा को चोर कहने वालों तुम्हारे पेट मे दर्द क्यो होता है बाबा ने तुम्हारी कौन सी भैंस खोली है कौन सा बाबा ने सरकारी ठेके या सरकारी कृपा का लाभ लेकर है पैसे बनाये है,जो काम बाबा कर रहे है वही तो HUL भी करती है उसे काहे चोर नही बोलते तुम
वो तो भारत से कमाकर अपना पैसा बाहर भी भेज देते है बाबा तो स्वदेशी है उनसे तुमरे पेट दर्द क्यो
एक बात बताओ आज से कुछ साल पहले योग को कितने लोग जानते थे ,आज योग का परचम जो संसार मे लहरा रहा है इसमे बाबा रामदेव का अमूल्य योगदान है
आयुर्वेद को देश मे निम्न दृष्टि से देखा जाता था आज बाबा जी के कारण लोग प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद से असाध्य रोगों से मुक्ति पा रहे है और वो कैसे हो रहा है पता है आप जो 20 रुपये का साबुन पतंजलि से लेते हो उसके ही लाभांश से सैकड़ो करोड़ लगाकर रिसर्च किये जाते है जो आयुर्वेद की बहुत सी दवाओं को प्रामाणिकता देते है
भला रीसर्च के कोई दवा मार्केट में आ सकती है क्या
और ये एलोपैथी लाबी तो गिलोय जिसका प्रयोग हजारों सालों से औषधि के रूप में किया जाता है उसे भी लिवर के लिए हानिकारक बता रही थी
जबकि इनके खुद के रिसर्च में साबित हो चुका है कि इनकी दर्दनिवारक दवाएं और एंटीबायोटिक से किडनी खराब होती है पर उसे ये कभी खुले में नही बोलते है। 
हजारों वर्षों बाद एक योद्धा आया है जो तुम्हारे आयूर्वेद के लिए लड़ रहा है भारत को उसका गौरव वापस दिला रहा है उसके लिए लड़ नहीं सकते तो कम से कम उसकी टांग भी मत खींचो
बाबा रामदेव जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 

बाबा रामदेव को भारत के सबसे महान योग गुरु के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने दुनिया को योग करने का महत्व सिखाया है। रामदेव का जन्म 25 दिसंबर 1965 को भारत में हरियाणा राज्य के महेंद्रगढ़ जिले के सैयदलीपुर गांव में हुआ था। Baba Ramdev बाबा रामदेव के बचपन का नाम रामकिशन यादव था। बाबा रामदेव का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है।

बचपन में Baba Ramdev बाबा रामदेव क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल और स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीरों को घंटों घूरते रहते थे और सोचते थे कि वे भी बड़े होकर ऐसा ही बनेंगे। बाबा रामदेव ने पास के गांव शहजादपुर के एक सरकारी स्कूल से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खानपुर गांव के एक गुरुकुल में आचार्य प्रद्युम्न और योग आचार्य बलदेव जी से संस्कृत और योग की शिक्षा ली।

अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, रामदेव में कुछ करने की इच्छा थी, और इस इच्छा को पूरा करने के लिए, स्वामी रामतीर्थ की तरह, उन्होंने अपने माता-पिता और भाइयों को हमेशा के लिए छोड़ दिया। उन्होंने युवावस्था में संन्यास लेने का संकल्प लिया और पहले रामकिशन ने स्वामी रामदेव के नए रूप में अवतार लिया। इसके बाद वे जींद गांव के कलवा गुरुकुल में रहने लगे जहां उन्होंने अपने आसपास के लोगों को योग सिखाना शुरू किया।बाबा रामदेव ने कहा कि योग और प्राणायाम ही हर समस्या का समाधान है और 1995 में दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की शुरुआत की। माधवकांत मिश्रा को आस्था चैनल (आस्था टीवी) पर योग कार्यक्रम पेश करने के लिए एक योग शिक्षक की जरूरत थी और Baba Ramdev बाबा रामदेव के रूप में उनकी जरूरत खत्म हो गई। यह कार्यक्रम आस्था चैनल पर प्रतिदिन सुबह 5 बजे प्रसारित किया जाता है।

जिसे देख देश-विदेश में कई लोग घर बैठे योग करते हैं। इस कार्यक्रम में उनके साथ आचार्य करमवीर और आचार्य बालकृष्ण भी थे। बाबा ने योग की शक्ति को सीधे टीवी के माध्यम से जनता तक पहुंचाया और इसी से वे प्रसिद्ध हुए। आज देश में ही नहीं विदेशों में भी इनके भक्तों की संख्या बहुत अधिक है।

बाबा रामदेव Baba Ramdev पहले गैर-मुस्लिम समुदाय से हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के देवबंद जिले में मुस्लिम मौलवियों को योग सिखाया। स्वामी रामदेव ने भारत को विश्व की आध्यात्मिक और आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे लाने के लिए योग और आयुर्वेद को उच्च स्तर पर बढ़ावा दिया है।

योग में उनकी विशेषज्ञता और ज्ञान की भारत और विदेशों में सभी सराहना कर रहे हैं। स्वामी रामदेव ने प्राणायाम के रहस्य को भारत की आम जनता तक पहुँचाया। बहुत से लोगों ने प्राणायाम के असली जादू का अनुभव किया। असाध्य रोगों से ग्रसित लोग मौत के मुंह तक पहुंच चुके थे।

🚩बोलता है हिन्दुस्तान?मित्रों हम और आप एक अरब, सौ करोड़,सौ करोड़, सौ करोड़ …करते हैं।आइए हम सबसे पहले अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे की चर्चा करें अफगानिस्तान की आबादी तीन करोड़ है अफगान सैनिकों की संख्या तीन लाख है ( विशेष रूप से -अमेरिका की सेना पिछले 20 साल से वहाँ थी और अफगान आर्मी को ट्रेंनिंग दे रही थी) दोस्तों 212 बमवर्षक विमान सहित तालिबान लड़ाकों की संख्या 80000 है कुछ अजीब नही लगता हैं इतना अंतर होने के बाद भी तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। ए साफ जाहिर है कि वहाँ की अवाम और सैनिकों ने देश के साथ गद्दारी कर तालिबान का साथ दिया था।भाईयों वर्तमान में भारत को इस्लामिक देश बनाने का षडयंत्र भी चल रहा है इसलिये…इसलिये.. इसलिये एक अरब,सौ करोड़ की पीपणी बजाना बंद कर दो …ये सौ करोड़ का भ्र्म आप सब निकाल दो अपने मस्तिष्क से …हम सौ करोड़ हैं … करते करते तुम्हारे पैरों के नीचे से जमीन खिसककर गायब हो रही है साथियों सोचो ….यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो, क्या अयोध्या में हिंदुओं के हत्यारों को सत्ता देते?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो,क्या श्री रामसेतु को काल्पनिक बताने वाले को सत्ता देते क्या?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या भगवा आतंकी कहने वाले को सत्ता देते क्या? सोंचों यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या कश्मीर में हिंदुओं को मौत के घाट उतारने वाले को सत्ता देते क्या?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या सरेआम गाय कटवाने वालों को सत्ता देते क्या?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो, क्या दशहरा,दीपावली, होली पर ज्ञान बाँटने वालों को सत्ता देते क्या ?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या ‘मन्दिर में जाने वाले लड़की छेड़ते हैं,ऐसा कहने वाले को सत्ता देते क्या ?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या भगवान श्रीराम जी का प्रूफ मांगने वाले को सत्ता देते क्या?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो, क्या 8 राज्यों में हिंदुओं को अल्पसंख्यक बनाने वाले को सत्ता देते क्या ?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या ”इस देश के संसाधनों पे पहला हक़ मुसलमानों का है!’ अयेसा कहने वाले को सत्ता देते क्या ?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो,क्या बुरहान,याकूब, ओसामा को शहीद कहने वाले को सत्ता देते क्या ?यदि हिन्दू सौ करोड़ होते तो क्या देश के दो टुकड़े (भारत-पाकिस्तान) करने वाले को सत्ता देते क्या?सेक्यूलर,देश द्रोही,गद्दार,निलचट्टे, कायर,लालची… इन सबको घटाकर देखो तो- अल्पसंख्यक हो चुके हैं हम सब.. आप सब हम अल्पसंख्यक सौ करोड़ हैं का भूत अब उतार दो अपने सर से ..जो भी तीस- चालिस करोड़ शुद्ध हिन्दू बचे हैं,वो आगे कैसे बचे रहेंगे इसके बारे में सोचों ! ✍️ सूत्रों से कुबेररामसपहा,प्रधानसंपादक समाचार जागो छत्तीसगढ़ भारत?🚩*


पूरी दुनिया मे सबसे अमीर देश भारत था जिसकी जीडीपी 66% हुआ करती थी:—एंगस मेडिसिन(मशहूर अर्थशास्त्री)
घटना है सन २००० की। अंग्रेज़ी कैलेंडर के मुताबिक २ हज़ार वर्ष बीत चुके थे।

दुनिया के सबसे अमीर कुल १६ देशो ने उस समय के सबसे महान अर्थशास्त्री एंगस मेडिसन को चुना और एक मीटिंग आयोजित करते हुए उन्हें कहा कि आप पिछले २ हज़ार वर्ष का पूरे विश्व का ,अर्थशास्त्र का इतिहास लिखिए…..ताकि पिछले २ हज़ार वर्षों में इस विश्व मे क्या क्या हुआ ये सबको मालूम चल सके। एंगस मेडिशन ने महीनों तक शोध किया ,हालांकि उन्हें इसकी जरूरत न थी क्योंकि ये विश्व के बहुत बड़े अर्थशास्त्री थे। रिसर्च पूरा होने के बाद इन्होंने एक किताब लिखी जिसका नाम है “The economic History of the world , millennium Perspective” , इस किताब में एंगस मेडिसन जो लिखते है ,उसे पढ़कर पूरी दुनिया हैरान रह गयी थी… वो लिखते है “पिछले २ हज़ार वर्षों में विश्व मे सबसे अमीर देश अगर कोई था तो वो भारत था ,जिसकी जीडीपी पूरे विश्व मे ६६% थी ,ये देश इतना अमीर था कि आज पूरी दुनिया के १६ अमीर देश मिलकर भी इसका सामना नही कर सकते,देश की ९५% जनता उस जमाने मे करोड़पति हुआ करती थी, देश मे नाममात्र की गरीबी भी नही थी,इसका कारण हिन्दू धर्म का मैनेजमेंट था ,हिन्दू सभ्यता ने अर्थशास्त्र को इस तरह विकसित किया हुआ था कि उनके पास धन की कोई कमी हो ही नही सकती थी, मुग़ल आक्रमण के बाद उनकी जीडीपी २५% हुई और ब्रिटिश आक्रमण के बाद १०%,क्योंकि मुग़लो और अंग्रेज़ो ने मिलकर भारत को खूब लूटा”” तो मित्रों दुनिया के किसी देश की जीडीपी आज १०% भी नही है जबकि हमारी ६६% थी, ६६% जीडीपी का मतलब हर घर सोने का रहा होगा या हर घर मे कम से कम एक टन सोना तो होता होगा….दूसरी बात देश मे ९५% लोग अमीर थे उस युग मे ,मतलब देश मे छुआछूत ,दलित जैसी चीजें नही रही होगी….और ये सिर्फ़ २ हज़ार वर्ष पुराना इतिहास है… ५ हज़ार वर्ष पहले हम कितने अमीर रहे होंगे????,

इस किताब में लिखी बाते क्यों नही बताई जाती?? क्यों नही फैलाई जाती???

सोचिए हमारा हिन्दू धर्म कितना महान थाl ६६% जीडीपी ये देश सोने का बाज हुआ करता था…लक्ष्मी और कुबेर की पूजा हम यू ही नही करते थे….लेकिन स्वतंत्रता के बाद नोटों से ही लक्ष्मी ओझल कर दी है। 
जय माँ लक्ष्मी