आज का पंचाग आपका राशि फल, घर की परिधि में लगाने योग्य वृक्ष और पुष्प जिन से आती है सुख समृद्धि और शत जन्म सुधार के लिए घर दूर अवश्य लगायें ये वृक्ष

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝

                    श्री हरिहरो 

                   विजयतेतराम

        *🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

        🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓

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*सोमवार, ८ अगस्त २०२२*

 

सूर्योदय: 🌄 ०५:५०

सूर्यास्त: 🌅 ०७:००

चन्द्रोदय: 🌝 १५:५३

चन्द्रास्त: 🌜२६:०५

अयन🌖दक्षिणायने(उत्तरगोलीय

ऋतु: ⛈️ वर्षा 

शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)

मास 👉 श्रावण 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 एकादशी (२१:०० 

से द्वादशी)

नक्षत्र👉ज्येष्ठा(१४:३७से मूल

योग 👉 इन्द्र (०६:५६ से 

वैधृति-२७:२५ से विष्कुम्भ)

प्रथम करण👉वणिज(१०:२९तक

द्वितीय करण👉विष्टि(२१:००तक

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 कर्क 

चंद्र 🌟 धनु (१४:३७ से)

मंगल🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

बुध🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)

गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र🌟कर्क (उदित, पूर्व)

शनि🌟मकर(उदित,पूर्व,वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५५ से १२:४९

अमृत काल 👉 ०६:३१ से ०७:५९

रवियोग 👉 ०५:४० से १४:३७

विजय मुहूर्त 👉 १४:३६ से १५:३०

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५१ से १९:१५

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०५ से २०:०८

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०१ से २४:४४

राहुकाल 👉 ०७:२० से ०९:०१

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४२ से १२:२२

होमाहुति 👉 शनि

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (१४:३७ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (२१:०० से पृथ्वी)

भद्रावास 👉 स्वर्ग १०:२९ से १४:३७, पाताल (१४:३७ से २१:०० तक)

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व १४:३७) 

शिववास 👉 क्रीड़ा में (२१:०० से कैलाश पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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श्रावण मास चतुर्थ सोमवार व्रत, पवित्रा एकादशी व्रत (सभी के लिए), आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १४:३७ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

ज्येष्ठा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (या, यी, यू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ये, यो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कर्क – २८:०२ से ०६:२४

सिंह – ०६:२४ से ०८:४३

कन्या – ०८:४३ से ११:०१

तुला – ११:०१ से १३:२२

वृश्चिक – १३:२२ से १५:४१

धनु – १५:४१ से १७:४५

मकर – १७:४५ से १९:२६

कुम्भ – १९:२६ से २०:५१

मीन – २०:५१ से २२:१५

मेष – २२:१५ से २३:४९

वृषभ – २३:४९ से २५:४३

मिथुन – २५:४३ से २७:५८

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०५:४० से ०६:२४

शुभ मुहूर्त – ०६:२४ से ०८:४३

मृत्यु पञ्चक – ०८:४३ से ११:०१

अग्नि पञ्चक – ११:०१ से १३:२२

शुभ मुहूर्त – १३:२२ से १४:३७

रज पञ्चक – १४:३७ से १५:४१

शुभ मुहूर्त – १५:४१ से १७:४५

चोर पञ्चक – १७:४५ से १९:२६

शुभ मुहूर्त – १९:२६ से २०:५१

रोग पञ्चक – २०:५१ से २१:००

शुभ मुहूर्त – २१:०० से २२:१५

शुभ मुहूर्त – २२:१५ से २३:४९

रोग पञ्चक – २३:४९ से २५:४३

शुभ मुहूर्त – २५:४३ से २७:५८

मृत्यु पञ्चक – २७:५८ से २९:४०

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन असमंजस में बीतेगा। लोगो का व्यवहार आपकी आशा के विपरीत रहेगा मन मे किसी गुप्त कारण से भय बना रहेगा। सेहत का आज विशेष ध्यान रखें। आकस्मिक चोटादि लगने का भय है। दिन शारीरिक रूप से कष्टदायक रहेगा। व्यर्थ के खर्च रहने से ज्यादा परेशानी बनेगी। आवश्यकता पड़ने पर किसी सहकर्मी का सहयोग नही मिलेगा। कार्य व्यवसाय में आज महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें हानि हो सकती है। घरवाले थोड़ी बहुत मदद करने का प्रयास करेंगे परन्तु स्वभाव में अहम की भावना रहने से आपको पसंद नही होगा। आर्थिक रूप से भी दिन परेशानी वाला रहेगा। उधार लेने की नौबत आ सकती है। दाम्पत्य जीवन मे नीरसता का अहसास होगा।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आपका स्वभाव अत्यंत स्वार्थी रहेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर केवल मतलब से व्यवहार करेंगे। अपने लाभ के लिए किसी को परेशानी में डालने से नही हिचकेंगे। मध्यान तक व्यवसाय से लेदेकर लाभ होगा इसके बाद विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। आधे पूर्ण हो चुके कार्य किसी कारण से अधूरे रह जाएंगे एवं जिस भी कार्य को आरम्भ करने का मन बनाएंगे वही आगे हानि कराएगा। स्वयं का काम छोड़ अन्य लोगो के कार्य मे रुचि लेंगे। किसी के झगड़े में टांग ना अड़ाए मान हानि हो सकती है। परिवार का वातावरण बिगड़ेगा भाई-बंधु एवं स्त्री से कलह होने की संभावना है। बड़ो से भी डांट फटकार सुन्नी पड़ेगी। 

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आनंद से व्यतीत होगा लेकिन आपका अटपटा स्वभाव घर मे कोई नया विवाद खड़ा कर सकता है।

पारिवारिक जिम्मेदारी ज्यादा रहने पर भी किसी भी बात का स्पष्ट जवाब नही देंगे अन्य लोगो को शंकालु दृष्टि से देखेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज कार्य व्यवसाय मंदा रहेगा लेकिन भविष्य के लिए आय के साधन बनेंगे आप जो भी कार्य करेंगे उसका निर्णय अचानक ही लेंगे जिससे आस पास के लोग आश्चर्य में रहने के साथ-साथ थोड़ी परेशानी भी अनुभव करेंगे। लोगो की आपसे अधिक अपेक्षाएं रहेंगी। जल्दबाजी में कार्य करने पर भी विलम्ब से पूर्ण होगा। स्वास्थ्य की अनदेखी करेंगे आगे परेशानी हो सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपके लिये आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में सेहत को लेकर आशांकित रहेंगे फिर भी कार्य भार के चलते अनदेखी करनी पड़ेगी। व्यवसायी वर्ग को धन लाभ की आशा दिन के आरम्भ से ही लगी रहेगी परन्तु आज सीमित साधनों से ही काम चलाना पड़ेगा। दिन के आरंभ में बौद्विक परिश्रम भी अधिक करना पड़ेगा इसका लाभ सम्मान के रूप में अवश्य मिलेगा। आर्थिक विषय संबंधित अधिकांश कार्यो में केवल आश्वासन से ही काम चलाना पड़ेगा। दोपहर के बाद शारीरिक रूप से अत्यंत सतर्कता बरते शारीरिक अंगों में शिथिलता आएगी चोटादि का भय भी है। पारिवारिक वातावरण तालमेल की कमी के कारण बिखर सकता है।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन बीते कल की अपेक्षा राहत वाला रहेगा। आज आप दिन के आरम्भ से शांत स्थान की तलाश में रहेंगे। घरेलू वातावरण में भी सुधार आएगा फिर भी बेतुकी बयानबाजी से दूर रहें। आर्थिक कमी रहने से मन मे नकारात्मक भाव आएंगे। महिलाओ को शारीरिक परेशानी रहने के कारण घर के कार्यो में विलंब होगा। ध्यान रहे आज धन लाभ के लिए किसी के सहयोग एवं मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ेगी इसलिए रूखे व्यवहार से बचें आप केवल व्यवहारिकता के बल पर ही लाभ कमा सकते है। मध्यान तक धर्य धारण करे इसके बाद स्थिति आपके पक्ष में बनने लगेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपको स्वयं अथवा किसी परिचित के कार्य से दौड़धूप करनी पड़ेगी। मध्यान तक सभी कार्य व्यवस्थित रूप से चलते रहेंगे सहयोग भी आवश्यकता के समय मिल जाएगा दोपहर बाद कि दिनचार्य आशा के विपरीत रहेगी आकस्मिक नुकसान होने की संभावना है लेकिन फिर भी आर्थिक रूप से दिन ठीक ही रहेगा। निवेश अथवा व्यवसाय विस्तार कुछ दिन के लिये स्थिगित रखना ही बेहतर रहेगा। पारिवारिक वातावरण भी उखड़ा हुआ रहेगा। घर के सदस्य एक दूसरे से किसी गुप्त बात को लेकर डरे रहेंगे। सेहत में कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज मध्यान तक की दिनचार्य परिश्रम वाली रहेगी किसी कार्य के असफल होने से निराश होंगे लेकिन धर्य ना छोड़े दोपहर के बाद कि स्थिति लाभदायक रहेगी। आपको जिस कार्य मे हानि की संभावना रहेगी उससे भी अकस्मात धन लाभ प्राप्त करेंगे। परिवार की महिलाये अथवा महिला मित्र आज आपके जीवन मे कुछ विशेष भूमिका निभाएंगी। धन लाभ आवश्यकता के समय होने से ज्यादा झंझट में नही पड़ना पड़ेगा। अपनी व्यवहार कुशलता का परिचय हर क्षेत्र पर देंगे लेकिन परिवार में किसी ना किसी का रूठना मनाना लगा रहेगा फिर भी माहौल नियंत्रण में ही रहेगा। विशेष कर आज व्यसनों से दूर रहें धन के साथ ही मान एवं शारीरिक हानि हो सकती है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप कल्पना की दुनिया की सैर करेंगे अधिकांश कार्य अनदेखी के कारण अस्त-व्यस्त रहेंगे। स्वभाव में धर्य बना रहने से जल्दी से किसी की बातों का बुरा नही मानेंगे लेकिन अति होने पर बख्शेंगे भी नही। व्यवसाय में मध्यान तक का समय मंदा रहेगा लेकिन इसके बाद आकस्मिक बिक्री बढ़ेगी। आर्थिक लाभ भी सामान्य से अधिक होगा खर्चीली प्रवृति रहने के कारण बचत अल्प ही होगी। महिलाये एवं अन्य पारिवारिक सदस्य दूर स्थान के पर्यटन की योजना बनायेंगे पूर्ण करने पर अधिक खर्च करना पड़ेगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर व्यवहारिकता बढ़ेगी। पुराने मित्रों से यादगार भेंट होगी। पारिवारिक वातावरण आवश्यकता पूर्ति होने तक शांत रहेगा। 

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपको आज किसी अनचाही परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा दोपहर तक कोई ना कोई उलझन शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान रखेगी। मनोकामना पूर्ति में कुछ ना कुछ बाधा अवश्य आयेगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। मेहनत करने के बाद भी परिणाम निराश करने वाले रहेंगे। महिलाये को भी अपनी इच्छाएं दबानी पड़ेंगी लेकिन पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु कुछ ना कुछ सहयोग अवश्य करेंगी। भाई-बंधुओ से अहम को लेकर टकराव सम्भव है बुजुर्गो के बीच मे आने से स्थिति गंभीर होने से बचेगी। धन लाभ काम चलाऊ होगा। छाती संबंधित विकार हो सकते है।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। आज आपको किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलेगा लेकिन इसके लिये काफी परिश्रम करना पड़ेगा। मध्यान तक स्थिति पहले जैसी बनी रहेगी लेकिन इसके बाद सुधार आने से राहत मिलेगी। नौकरी करने वाले लोग आज ज्यादा परेशान रहेंगे अधिकारियों को प्रसन्न रखने के लिये तरह-तरह के प्रयास करेंगे। महिलाये कई दिनों से मन मे चल रही योजना के विफल होने से उदास रहेंगी घर की अपेक्षा बाहर का वातावरण अधिक पसंद करेंगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी। आपके पुण्य उदय होने से स्थिति गंभीर होने से बचेगी। परिजनों का सहयोग मिलता रहेगा।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन भी आपके आशानुकूल रहेगा दिन का आरंभिक भाग सुस्त रहने से कार्य विलम्ब होगा लेकिन मध्यान तक स्थिरता आने लगेगी कार्यो को गंभीरता से करेंगे। आप किसी भी कार्य मे ज्यादा तामझाम करना पसंद नही करेंगे। जिस कार्य मे आसानी रहे उसे प्राथमिकता देंगे। सरकार संबंधित कागजी कार्य थोड़ी भागदौड़ से पूर्ण हो सकेंगे। व्यवसाय में ले देकर काम चलाने की प्रवृति शुरू में हानि लेकिन बाद में लाभदायक सिद्ध होगी। किसी के मनमाने व्यवहार के कारण तीखी बहस भी हो सकती है जिसमे विजय आपकी ही होगी। महिलाये शांत रहेंगी फिर भी मौन रहने का प्रयास करें इससे कई समस्याओं का समाधान स्वतः ही हो जायेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपके लिये भाग्योदय कारक रहेगा दिन के आरम्भ से ही शारीरिक रूप से तरोताजा बने रहेंगे लेकिन घरेलू कार्यो को करने में आनाकानी करेंगे। संतानो को लेकर कोई नई समस्या खड़ी होने से थोड़ी परेशानी भी रहेगी। सेवारत जातकों को व्यवहार कुशलता का फल सम्मान के रूप में मिलेगा अतरीरिक्त आय के साधन भी जुड़ेंगे। सरकारी कार्यो में आज ढील ना दें अन्यथा लंबे समय के लिए लटक सकते है। महिलाओ की मांगें पूर्ण नही हो पायेगी जिससे थोड़ी देर के लिए घर का वातावरण उदासीन बनेगा। धन लाभ आवश्यकता अनुसार लेकिन प्रयत्न करने पर ही होगा। दाम्पत्य जीवन सामान्य रहेगा।

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*घर में कौन सा पेड़ या फूल के पेड़ लगाने से क्या लाभ होगा और क्या हानि जानिए

 

हानि – 

1.कदम्ब, केला और नींबू जिसके घर में उत्पन्न होता है उस घर का मालिक कभी विकास नहीं करता।

2.पाकर, गूलर, आम, नीम, बहेड़ा तथा कांटेदार वृक्ष, पीपल, अगस्त, इमली ये सभी घर के समीप निंदित कहे गए हैं।

3.कहते हैं कि पूर्व में पीपल, अग्निकोण में दुग्धदार वृक्ष, दक्षिण में पाकड़, निम्ब, नैऋत्य में कदम्ब, पश्‍चिम में कांटेदार वृक्ष,

उत्तर में गुलर, केला, छाई और ईशान में कदली वृक्ष नहीं लगा चाहिए। किसी वास्तुशास्त्री से सलाह लें।

4.पूर्व में लगे फलदार वृक्ष से संतति की हानि, पश्चिम में लगे कांटेदार वृक्ष से शत्रु का भय, दक्षिण में दूधवाले वृक्ष लगे होने से धननाश होता है। ये वृक्ष पीड़ा, कलह, नेत्ररोग तथा शोक प्रदान करते हैं। हालांकि ये वृक्ष घर की किसी भी दिशा में नहीं हो तो ही अच्‍छा है।

5.बैर, पाकड़, बबूल, गूलर आदि कांटेदार पेड़ घर में दुश्मनी पैदा करते हैं। इनमें जति और गुलाब अपवाद हैं। घर में कैक्टस के पौधे नहीं लगाएं।

5.जामुन और अमरूद को छोड़कर फलदार वृक्ष भवन की सीमा में नहीं होने चाहिए। इससे बच्चों का स्वास्थ्य खराब होता है।

6.आवासीय परिसर में दूध वाले वृक्ष लगाने से धनहानि होती है।

7.महुआ, पीपल, बरगद घर के बाहर होना चाहिए। केवड़ा और चंपा को लगा सकते हैं।

8.जिन पेड़ों से गोंद निकलता हो अर्थात चीड़ आदि घर के परिसर में नहीं लगाने चाहिएं। यह धन हानि की संभावना को बढ़ाता है।

9.घर की दक्षिण दिशा में गुलमोहर, पाकड़, कटहल के वृक्ष लगाने से अकारण शत्रुता, अर्थनाश, असंतोष व कलह होने की संभावना रहती है। 

10.दक्षिण पूर्व दिशा अर्थात आग्नेय कोण की ओर पलाश, जवाकुसुम, बरगद, लाल गुलाब अशुभ एवं कष्टदायक होते हैं। इस दिशा में लाल फूलों के वृक्षों व लताएं तथा कांटे वाले वृक्ष अनिष्टकारक एवं मृत्युकारक माने गए हैं।

11.घर की पूर्व दिशा की ओर पीपल और बरगद के वृक्ष लगाने शुभ नहीं होते। इनसे स्वास्थ्य हानि, प्रतिष्ठा में कमी एवं अपकीर्ति के संकेत मिलते हैं।

 

फायदा- 

1.तुलसी और केले के पेड़ को ईशान या उत्तर में लगाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

2.घर के पूर्व में बरगद, पश्चिम में पीपल, उत्तर में पाकड़ और दक्षिण में गूलर का वृक्ष शुभ होता है किंतु ये घर की सीमा में नहीं होना चाहिए।

3.घर के उत्तर एवं पूर्व क्षेत्र में कम ऊंचाई के पौधे लगाने चाहिए। पौधारोपण उत्तरा, स्वाति, हस्त, रोहिणी एवं मूल नक्षत्रों में करना चाहिए। ऐसा करने पर रोपण निष्फल नहीं होता।

4.घर के दक्षिण एवं पश्चिम क्षेत्र में ऊंचे वृक्ष (नारियल अशोकादि) लगाने चाहिए। इससे शुभता बढ़ती है।

5.जिस घर की सीमा में निगुंडी का पौधा होता है वहां गृह कलह नहीं होती।

6.जिस घर में एक बिल्व का वृक्ष लगा होता है उस घर में लक्ष्मी का वास बतलाया गया है।

7.जिस व्यक्ति को उत्तम संतान एवं सुख देने वाले पुत्र की कामना हो, उसे पलाश का पेड़ लगाना चाहिए।

8.जिस व्यक्ति को संकटों से मुक्ति पाना और निरोगी रहना हो उसे घर के दक्षिण में नीम का वृक्ष लगाना चाहिए।

9.जिस व्यक्ति को राहु के दोष दूर करना हो उसे चंदर का वृक्ष लगाना चाहिए।

10.जिस व्यक्ति को शनि से संबंधित बाधा दूर करना हो उसे शमी का वृक्ष लगाना चाहिए।

11.उत्तर दिशा में पीपल, ईशान कोण में लटजीरा, पूर्व में गूलर, आग्नेय कोण में ढाक या पलाश, दक्षिण में खैर लगाया जाता है।

12.अनार का पौधा घर में लगाने से कर्जे से मुक्ति मिलती है।

13.हल्दी का पौधा लगाने से घर में नकारात्मक उर्जा नहीं रहती।

14.नीले फूल वाली कृष्णकांता की बेल से आर्थिक समस्याएं खत्म होती हैं। 

15. नारियल के पेड़ से मान-सम्मान में खूब वृद्धि होती है।

16.अशोक का वृक्ष लगाने से घर के बच्चों की बुद्धि तेज होती है।

17. तुलसी, आंवला और बहेड़ा का पौधा घर में लगाने से बीमारी नहीं आती है।

18.गेंदा लगाने से बृहस्पति मजबूत होता है और वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।

19 बांस का पेड़ लगाने से तरक्की होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है।

20.गुड़हल का पौधा लगाने से कानून संबंधी सभी काम पूरे हो जाते हैं।

21.बेलपत्र का पौधा लगाने से पीढ़ी दर पीढ़ी लक्ष्मी जी का वास बना रहता है।

22.घर की पूर्व दिशा में गुलाब, चंपा, चमेली, बेला, दुर्वा, तुलसी आदि के पौधे लगाने चाहिएं। इससे शत्रुनाश, धनसंपदा की वृद्धि व संतति सुख प्राप्त होता है।

23.घर की दक्षिण दिशा में नीम, नारियल, अशोक के वृक्ष लगाना शुभ होता है।

 

ग्रहों के पेड़-

सूर्य- मदार, तेज फल का वृक्ष। इनसे बौद्धिक प्रगति, स्मृति शक्ति का विकास होत है।

चंद्र- दूध वाले पौधे, वृक्ष, पलाश। इनसे मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है। 

मंगल- नीम और खैर का वृक्ष। इनसे रक्त विकार तथा चर्म रोग ठीक होते हैं। प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।

बुध- चौड़े पत्ते वाले पेड़ पौधे और लटजीरा और अपामार्ग या आंधी झाड़ा का पौधा। इसके स्नान से वायव्य बाधा का शमन व मानसिक संतुलन बना रहता है।

गुरु- पीपल का वृक्ष। इससे पितृदोष शमन, ज्ञान वृद्धि तथा भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

शुक्र- बेल जैसे मनीप्लांट, अमरबेल और गूलर। गूलर पूजना से पूर्व जन्म के दोषों का नाश होता है।

शनि- कीकर, आम, खजूर और शमी। शमी पूजन से धन, बुद्धि, कार्य में प्रगति, मनोवांछित फल की प्राप्ति तथा बाधाएं दूर होती हैं।

राहु- चंदन, दूर्बा, कैक्टस, बबूल का पेड़ और कांटेदार झाड़ियां। चंदन की पूजन से राहु पीड़ा से मुक्ति तथा सर्प दंश भय समाप्त होता है।

केतु- कुशा, अश्वगंधा, इमली का वृक्ष, तिल के पौधे या केले का वृक्ष। अश्वगंधा के होने से मानसिक विकलता दूर होती है।

जड़- सूर्य बेलमूल की जड़ में, चंद्र खिरनी की जड़ में, मंगल अनंतमूल की जड़ में, बुध विधारा मूल की जड़ में, गुरु हल्दी की गांठ वह जड़ में, शुक्र अरंडमूल की जड़ में, शनि धतूरे की जड़ में, राहु सफेद चंदन की जड़ में, केतु अश्वगंधा की जड़ में निवास करता है।

 

नोट- सूर्य के साथ शनि, राहु और केतु के, चंद्र के साथ शनि, राहु के, मंगल के साथ शुक्र व शनि के, बुध के साथ केतु और गुरु के, गुरु के साथ केतु, शुक्र और बुध के, शुक्र के साथ केतु और बुध के, शनि के साथ चंद्र, मंगल और सूर्य के, राहु के साथ केतु, सूर्य व चंद्र के, केतु के साथ राहु, गुरु, चंद्र, मंगल, सूर्य के पेड़ पौधे ना लगाएं वर्ना होगा नुकसान।

 

27 नक्षत्रों के वृक्ष- अश्विनी के लिए कोचिला, भरणी के लिए आंवला, कृतिका के लिए गुलहड़, रोहिणी के लिए जामुन, मृगशिरा के लिए खैर, आर्द्रा के लिए शीशम, पुनर्वसु के लिए बांस, पुष्य के लिए पीपल, अश्लेषा के लिए नागकेसर, मघा के लिए बट, पूर्वा के लिए पलाश, उत्तरा के लिए पाकड़, हस्त के लिए रीठा, चित्रा के लिए बेल, स्वाती के लिए अर्जुन, विशाखा के लिए कटैया, अनुराधा के लिए भालसरी, ज्येष्ठा के लिए चीर, मूल के लिए शाल, पूर्वाषाढ़ के लिए अशोक, उत्तराषाढ़ के लिए कटहल, श्रवण के लिए अकौन, धनिष्ठा के लिए शमी, शतभिषा के लिए कदम्ब, पूर्वाभाद्रपद के लिए आम, उत्तराभाद्रपद के लिए नीम और रेवती नक्षत्र के लिए उपयुक्त फल देने वाला महुआ पेड़ उत्तम बताया गया है।

 

किस राशि के लिए कौन सा पेड़-पौधा

मेष और वृश्चिक- अनार का पेड़ लगाएं।

वृषभ और तुला राशि- नारियल, आम और पपीते के पेड़ लगाएं। 

कर्क राशि- शरीफा, रसभरी या खिरनी के पेड़-पौधे लगाएं। 

सिंह राशि- बेल का वृक्ष लगाएं।

कन्या और मिथुन राशि- संतरा, नींबू और मौसंबी के पेड़ लगाएं।

धनु या मीन राशि- केले या बरगद का पेड़ लगाएं। 

मकर या कुंभ राशि- पीपल, चूकी या नीम का पेड़, काले अंगूर की बेल लगाएं।

 

नोट- उक्त ग्रह अच्छे हैं तो पेड़ लगाकर उसके फलों या औषधि का लाभ लें और यदि खराब हैं तो दान करें। लेकिन ध्यान रखें कि पेड़ किस दिशा में किस नक्षत्र में लगाना चाहिए यह जरूर जान लें।