आज का पंचाग आपका राशि फल, गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमदजगद शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज जिन से नासा भी लेता है परामर्श, करें योग रहें निरोग, कब सुलझेगी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी मृत्यु की गुत्थी

*दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें*
*कहीं भगवान आपको वही गिफ्ट ना कर दे,*
*क्यूंकि भगवान आपको वही देता है*
*जिसमें आपको आनंद मिलता हैं….*

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻रविवार, ०३ अक्टूबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:१६
सूर्यास्त: 🌅 ०६:०२
चन्द्रोदय: 🌝 २७:३९
चन्द्रास्त: 🌜१६:२६
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 द्वादशी (२२:२९ तक)
नक्षत्र 👉 मघा (२७:२६ तक)
योग 👉 साध्य (१६:१८ तक)
प्रथम करण 👉 कौलव (१०:५५ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२२:२९ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कन्या
चंद्र 🌟 सिंह
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, वक्री)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४२ से १२:२९
अमृत काल 👉 २५:०३ से २६:३८
विजय मुहूर्त 👉 १४:०४ से १४:५१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४८ से १८:१२
निशिता मुहूर्त 👉 २३:४१ से २४:३०
राहुकाल 👉 १६:३१ से १८:००
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:०६ से १३:३४
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 नन्दी पर (२२:२९ से भोजन में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-उत्तर (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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द्वादशी तिथि का श्राद्ध, सन्यासियों का श्राद्ध, बुध पश्चिम में अस्त ११:३१ से आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २७:२६ तक जन्मे शिशुओ का नाम
मघा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (मा, मी, मू, में) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमश (मो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कन्या – २९:०२ से ०७:१९
तुला – ०७:१९ से ०९:४०
वृश्चिक – ०९:४० से १२:००
धनु – १२:०० से १४:०३
मकर – १४:०३ से १५:४४
कुम्भ – १५:४४ से १७:१०
मीन – १७:१० से १८:३४
मेष – १८:३४ से २०:०८
वृषभ – २०:०८ से २२:०२
मिथुन – २२:०२ से २४:१७
कर्क – २४:१७ से २६:३९
सिंह – २६:३९ से २८:५८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०६:११ से ०७:१९
शुभ मुहूर्त – ०७:१९ से ०९:४०
मृत्यु पञ्चक – ०९:४० से १२:००
अग्नि पञ्चक – १२:०० से १४:०३
शुभ मुहूर्त – १४:०३ से १५:४४
रज पञ्चक – १५:४४ से १७:१०
शुभ मुहूर्त – १७:१० से १८:३४
शुभ मुहूर्त – १८:३४ से २०:०८
रज पञ्चक – २०:०८ से २२:०२
शुभ मुहूर्त – २२:०२ से २२:२९
चोर पञ्चक – २२:२९ से २४:१७
शुभ मुहूर्त – २४:१७ से २६:३९
रोग पञ्चक – २६:३९ से २७:२६
शुभ मुहूर्त – २७:२६ से २८:५८
मृत्यु पञ्चक – २८:५८ से ३०:१२
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपके स्वभाव में परिवर्तन देखने को मिलेगा लेकिन इसके पीछे भी कुछ ना कुछ स्वार्थ अवश्य छुपा रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में विवेकपूर्ण आचरण कर घरवालो को आश्चर्य में डालेंगे लेकिन मन का भेद अधिक देर तक ना छुप पाने पर शीघ्र ही पोल खुल जाएगी आज आपके अंदर स्वार्थ सिद्धि की भावना होने पर भी किसी का अहित नही होने देंगे। कार्य क्षेत्र पर आज अनुकूल परिस्थितियां मिलने का जमकर लाभ उठाएंगे लेकिन जितना भी कमाएंगे उसका अधिकांश भाग तुरंत कही न कही लग जायेगा। दोपहर के बाद कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता होने के बाद भी आपका ध्यान वर्जित कर्मो के प्रति भटकेगा संध्या बाद टालने पर भी कोई समाज विरुद्ध कार्य करने की संभावना है बाद में भाग्य और स्वयं को दोष देना पड़े इसलिये इससे बचे अन्यथा घर का सुखी वातावरण खराब भी हो सकता है। नेत्र ज्योति अथवा हड्डी में चोट और सरदर्द से तकलीफ हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपका आचरण अन्य लोगो को पसंद नही आएगा। स्वभाव से धार्मिक होते हुए भी वाणी में मिठास की कमी रहेगी। मन मे भी किसी न किसी के प्रति रागद्वेष की भावना रहने से आज जल्दी से किसी से पटेगी नही फिर भी अपने मे।ही मस्त रह लेंगे। कार्य क्षेत्र पर उछाल रहने पर भी आशानुकूल लाभ नही कमा सकेंगे फिर भी दैनिक खर्च निकालने में परेशानी नही आएगी। नौकरी पेशाओ को कार्य क्षेत्र पर भार बढ़ने से असहजता होगी धीमी गति से कार्य करने पर किसी की डांट सुनने को मिलेगी। मध्यान बाद तेजी से कार्य करने में हानि हो सकती है लेकिन आज आप अपनी गलती पर भी बड़ी सफाई से लीपा पोती कर बच निकलने में।सफल रहेंगे। संध्या के समय धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग बनेंगे। घरेलू वातावरण थोड़ा उथल पुथल रहेगा सब अपने कार्यो में व्यस्त रहेंगे सहायता की उम्मीद ना रखें।
अकस्मात बीमारियों का प्रकोप परेशान कर सकता है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। दिन के आरंभिक भाग में किसी परिजन से आपके गलत आचरण को लेकर बहस होगी लेकिन बात गंभीर होने से पहले ही सुधार कर लेंगे। कार्य क्षेत्र अथवा किसी अन्य जगह से अकस्मात लाभ या शुभ समाचार मिलने से उत्साहित होंगे लेकिन उत्साह ज्यादा देर नही टिकेगा लापरवाही अथवा भाग्य का साथ कम मिलने से बने बनाये कार्य बिगड़ने की संभावना है फिर भी आज धन की आमद थोड़ी थोड़ी मात्रा में कई बार होने से राहत मिलेगी लेकिन यह भी कुछ समय के लिये ही सुख दे पाएगी आज खर्च अन्य दिनों की तुलना में अधिक होने पर धन संचय नही कर पाएंगे ऊपर से उधारी वालो के कारण मन अस्थिर रहेगा। पैतृक एवं कुटुम्ब के कार्य आज झंझट जैसे लगेंगे फिर भी व्यवहारिकता के लिये मन मारकर करने ही पड़ेंगे। दाम्पत्य जीवन मे भी आज चंचलता अधिक रहेगी। सेहत ठीक रहने पर भी मन मे कोई ना कोई भय बना रहेगा। यात्रा से खर्च करने पर भी कुछ आशा ना रखें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन व्यर्थ की उठापटक में बीतेगा जिस कार्य को करना चाहिये उसमे लापरवाही करेंगे नही करने वाले कार्यो को प्रसन्न होकर करेंगे जिससे सामाजिक।एव पारिवारिक सम्मान में कुछ कमी आएगी लेकिन आज आस पास के लोगो को आपकी हर प्रकार से मदद की आवश्यकता पड़ेगी जिसकारण कोई भी आपका प्रतिरोध करने से पहले एकबार अवश्य सोचेगा। कार्य क्षेत्र पर अपनी वाणी के प्रभाव से लोगो का दिल जीतेंगे फिर भी आर्थिक लाभ पाने के लिये अपने स्वाभिमान को त्यागना पड़ेगा। धन की आमद न्यून रहेगी लेकिन खर्च आकस्मिक होने से आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा। आज पारिवारिक मामलों की अनदेखी करेंगे किसी सदस्य के नाराज होने पर मनाने की जगह उल्टा आरोप लगाएंगे। यात्रा की कामना मन मे रह जायेगी। सेहत आज ठीक ही रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन बीते दिनों की तुलना में शुभ फलदायक रहेगा। लेकिन आज आप मन ही मन जले भुने से रहेंगे। किसी कामना की पूर्ति ना होने पर भाग्य के साथ परिजन को भी दोष देंगे। मध्यान तक अंतर्द्वंद लगा रहेगा परिजनों के ऊपर अनैतिक दबाव बनाने के चक्कर मे घर की सुख शांति बिगड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आज अनुकूल व्यवरण मिलेगा लेकिन आपका टालमटोल का रवइया होने वाले लाभ में कमी लाएगा। आज घरेलू समस्या को घ में एवं व्यावसायिक उलझनों को कार्य क्षेत्र तक ही सीमित रखें अन्यथा दोनो ही जगह से निराश होना पड़ेगा। धन की आमद आज अवश्य होगी जल्दबाजी ना करे ना ही आज किसी से आवेश में आकर कोई वादा करें बाद में अवश्य ही वादाखिलाफी का आरोप लगेगा। घर का वातावरण शांत ही रहेगा आपमे धैर्य की कमी रहेगी इसलिये परिजनों की चोटी मोटी बातो को अनदेखा करें। टांगो में चोट अथवा कोई अन्य गंभीर शारीरिक समस्या का भय रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपकी आशाओं के विपरीत रहने वाला है दिन के आरंभिक भाग को छोड़ शेष भाग में कोई ना कोई परेशानी लगी रहेगी। आपका स्वभाव भी आज धार्मिक होते हुए भी अत्यंत स्वार्थी रहेगा जहां से कोई लाभ की उम्मीद रहेगी वहां अत्यंत मीठा व्यवहार करेंगे इसके विपरीत अन्य लोगो से बात करना भी पसंद नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आपका रूखा व्यवहार के कारण लाभ होते होते हाथ से निकल सकता है। धन लाभ के लिये इंतजार करना पड़ेगा विवशता में किसी विरोधी से भी सहयोग लेने की नौबत आ सकती है। घरेलू वातावरण मध्यान तक घर मे धार्मिक कार्य होने से शांत रहेगा लेकिन परिजनों के मध्य आज सहयोग और आपसी भावनाओ की कमी रहेगी परिजनों को शकि की दृष्टि से देखने पर आज धैर्य खो देने पर कलह हो सकती है। आर्थिक निवेश आज भूल कर भी ना करें। मूत्राशय अथवा गर्भाशय एवं हृदय संबंधित विकार उत्पन्न हो सकते है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपको घरेलू और सार्वजिनक कार्यो के लिये अपनी दिनचार्य एवं आवश्यक कार्यो में बदलाव करना पड़ेगा। दिन के आरंभ से मध्यान तक का समय शुभ कार्यो में सम्मिलित होने से आत्मबल मिलेगा लेकिन मन मे कोई न कोई उठापटक लगी ही रहेगी। सामाजिक क्षेत्र से आज भी धन और प्रतिष्ठा तो मिलेगी ही साथ ही बड़बोलेपन के चलते कोई नई समस्या भी बना लेंगे। स्वभाव में भावुकता कम रहेगी लेकिन अपने कार्य निकालने के लिये छोटा बनने में संकोच नही करेंगे। नए कार्य की तुलना में पैतृक कार्य से धन की आमद अधिक होगी। कार्य क्षेत्र एवं घर की व्यवस्था सुधारने पर खर्च भी करेंगे। नौकरी पेशा अपनी योग्यता के बल पर सम्मानित होंगे साथ ही नया कार्य भर भी बढ़ेगा। घर का वातावरण आज सुख की अनुभूति कराएगा। नेत्र रोग अत्यधिक थकान एवं कमर से नीचे के भाग संबंधित समस्या रहेगीं।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिये कार्य सफलता वाला रहेगा पिछले कुछ दिनों से किसी विशेष कार्य में सफल होने की संभावना अधिक है साथ ही आज सार्वजिक एवं सरकारी क्षेत्र के उच्च प्रतिष्ठित लोगो से निकटता बढ़ने का लाभ भी निकट भविष्य में शीघ्र ही देखने को मिलेगा। दिन के आरंभ से मध्यान तक कि दिनचार्य अव्यवस्थित रहेगी घरेलू कार्यो की अधिकता के चलते अन्य कार्यो में फेरबदल करना पड़ेगा। दोपहर बाद किसी परिचित से शुभ समाचार मिलने से उत्साह वृद्धि होगी। कार्य क्षेत्र पर आज किसी परिजन की व्यवहारिकता लाभ दिलाएगी। धन की आमद सोच से अधिक होगी लेकिन आज के दैनिक खर्च भी अधिक रहने से बचत नही कर पाएंगे। व्यावसायिक अथवा पर्यटन यात्रा की योजना बनेगी इसके अन्त समय मे टालने की संभावना भी रहेगी। दाम्पत्य जीवन मे कुछ समय के लिये कटुता का अनुभव होगा फिर भी तालमेल बिठा ही लेंगे। अत्यधिक थकान और लापरवाही के कारण चोटादि एवं फेफड़े में संक्रमण का भय है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपका चित धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत रहेगा। दिन का आरंभ अत्यंत सात्विक और सादगीपूर्ण रहेगा। घरेलू पूजा पाठ के साथ मित्र परिचितों के साथ धार्मिक क्षेत्र देवदर्शन के योग बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज अत्यधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा फिर भी अपने विवेक से आवश्यकता अनुसार लाभ अर्जित कर ही लेंगे धन के आने के साथ जाने के रास्ते भी स्वतः ही खुले रहने के कारण पैसे जोड़ने में मुश्किल होगी। आर्थिक अथवा सम्पति के कारणो से घर के ही किसी सदस्य से तीखी झड़प होने की संभावना है आप एकबार धैर्य विवेक से काम लेंगे लेकिन सामने वाला जबरदस्ती हावी होने पर अपना धैर्य भी खो सकते है समझदारी से काम ले अन्यथा उलझन सुलझने की जगह अधिक बढ़ सकती है। संध्या का समय अत्यंत थकान से भरा रहने के कारण कार्यो में उत्साह खत्म होगा। सर्दी जुखाम की शिकायत हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आज का दिन प्रतिकूल रहेगा दिन के आरम्भ से ही शारीरिक शिथिलता मांसपेशियों में अकड़न रहने से दैनिक कार्यो को भी जबरदस्ती करना पड़ेगा साथ ही आज विशेष कर महिलाओ को घर मे किसी मांगलिक आयोजन के कारण अतिरिक्त भागदौड़ करनी पड़ेगी जिससे मध्यान बाद शारीरिक सामर्थ्य एकदम से घटेगा। कार्य क्षेत्र पर भी अनमने मन से काम करेंगे अधिकांश कार्य मे सहकर्मी अधीनस्थ के ऊपर निर्बहर रहना पड़ेगा जिसके फलस्वरूप गड़बड़ी होने की संभावना अधिक रहेगी और जितना मिले उसी से संतोष करना पड़ेगा। आज आप विरोधियो से हर क्षेत्र में आगे ही रहेंगे फिर भी आपकी कार्य आरंभ होते ही किसी न किसी उलझन में अवश्य पड़ेंगे। संतान अथवा किसी अन्य परिजन के कारण यात्रा हो सकती है संभव हो तो इसे टाले। वाहन से दुर्घटना अथवा अग्नि धारदार औजार से शारीरिक क्षति हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भागदौड़ भरा रहेगा। दिन के आरंभ में घर मे किसी शुभ आयोजन के चलते कोई अन्य आवश्यक कार्य रद्द अथवा आगे सरकाना पड़ेगा। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर काम कम होने पर भी किसी न किसी कारण से व्यस्तता रहेगी। आर्थिक रूप से संध्या का समय ठीक ठाक रहेगा। धन की आमद सहजता से हो जाएगी फिर भी मन अधिक पाने की लालसा में संतुष्ट नही होगा। आज दैनिक खर्च के अतिरिक्त खर्च आने से असहजता होगी। विदेश जाने के इच्छुक लोगों को सरकारी प्रक्रिया बढ़ने से निराश होना पड़ सकता है फिर भी थोड़े अधिक प्रयास से सफलता मिल जायेगी। आज घरेलू वातावरण आध्यात्मिक रहने से सकारत्मक ऊर्जा का संचार होगा फिर भी भाई बंधुओ में ईर्ष्या युक्त संबंध बने रहेंगे। माता अथवा ननिहाल पक्ष का सुख कम रहेगा इनसे संबंधित कोई अप्रिय समाचार मिल सकता है। रक्तचाप अथवा कमजोरी से घर का कोई न कोई सदस्य पीड़ित रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
बीते दिन की अपेक्षा आज आपके स्वभाव में गंभीरता आएगी लेकिन पहले की लापरवाही आज कुछ ना कुछ अभाव अवश्य बनायेगीं। दिन की शुरुआत में जो भी योजना बनाएंगे उसे पूर्ण करने में धन अथवा अन्य किसी कारण से बाधा आएगी। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय उत्तम रहेगा परिश्रम करने पर धन की आमद संतोषजनक हो जाएगी फिर भी आज आपके मन मे कोई न कोई तिकडम लगी रहेगी कम समय मे ज्यादा लाभ पाने की योजना बनाएंगे। आज सट्टे लाटरी से अकस्मात लाभ हो सकता है। अपना हित साधने के लिये अन्य लोगो की अनदेखी करने में संकोच नही करेंगे स्वार्थी स्वभाव के चलते भाई बंधु के सुख में कमी रहेगी। माता से उत्तम सुख एवं लाभ मिलने की संभावना है। घर मे पूजा पाठ का आयोजन होगा धार्मिक और व्यावसायिक यात्रा के योग बन रहे है इससे ज्यादा लाभ की आशा न रखें। अकस्मात जलने चोट लगने का भय है महिलाए आज सेहत का विशेष खयाल रखें।
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〰〰〰〰〰🙏राधेराधे🙏

– ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामीश्री निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज*! 🚩

✍ *इस तस्वीर में लोहे की रॉड पर बिना किसी आसन के जो वयोवृद्ध ज्ञानवृद्ध सन्यासी बैठे हैं, क्या आप इन्हें जानते हैं ? नही ….!! ……..तो वो यही है ।

✍ *ये हैं सनातन धर्म के हृदय सम्राट.. हिन्दु धर्म में ज्ञान का सबसे बड़ा दिव्य ज्योतिपुंज!! ऐसे युग पुरुष, जिनसे आधुनिक युग के सर्वोच्च वैधानिक संगठनो, संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व बैंक तक ने मार्गदर्शन प्राप्त किया है।*

✍ *ऐसे अवतरित पुरुष जिन्होंने वैदिक गणित आदि विषयो पर अनेक ग्रन्थ लिख दिए हैं.. जिनसे इसरो, नासा के वैज्ञानिक, देश के बड़े माननीय, यूनिवर्सिटी आदि के संशोधक-प्राध्यापक भी ज्ञान प्राप्त करते हैं।*

✍ *आपने ऐसे अनेक कथित कथावाचकों, स्वयंभू गुरुओं, स्वयम्भू सन्तों को देखा होगा, जो अनेक सेवक/सुविधा / सुरक्षा लेकर घूमते हैं। उन्होंने कहीं विराजना हो तो सुंदर से सुंदर आसन, आवागमन के लिए हवाईजहाज तक उनके लिये लगा दिया जाते है।*

✍ *परन्तु ये स्वामीजी कितने विलक्षण हैं! किसी रेलवे स्टेशन का चित्र है। ट्रेन आने में समय होगा। लगभग 80 वर्ष की आयु के स्वामी श्री जगद्गुरु पुरी शंकराचार्य महाराज जी को खड़े रहने में थोड़ी दिक्कत है तो लोहे की रॉड पर ही बैठ गये ।*

✍ *क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसे सन्त किसके लिए जीवन जी रहे हैं? इन्हें अपने लिए किस चीज की चाह होगी ? गेरुआ वस्त्र और खड़ाऊं ही इन्हें पहनने के लिये चाहिये। किसी अन्य चीज की अभिलाषा नहीं। इतनी आयु में भी अभी वैदिक गणित आदि विषय पर ग्रन्थ लिख रहे हैं। तो क्या इन्हें उचित सम्मान देना हमारा दायित्व नहीं है ?*

✍ *क्या हम भारतवासी ऐसे सन्तों के ऋणी नहीं हैं? तो हम इनके लिये क्या कर रहे हैं ?
यदि हम वास्तव में धर्म, राष्ट्र और संस्कृति को बचाना चाहते हैं तो हमें ऐसे पूज्यचरण महापुरूष की की शरण आना ही होगा। उनके चरणों का आशीर्वाद प्राप्त करना ही होगा ।
जय श्री राम ।
✍✍✍✍✍✍✍✍

*करे योग, रहें निरोग*
*जानिये योग के अदभुत फायदे*
(1) योगासनों का सबसे बड़ा गुण यह हैं कि वे सहज साध्य और सर्व सुलभ हैं। योगासन ऐसी व्यायाम पद्धति है जिसमें न तो कुछ विशेष व्यय होता है और न इतनी साधन-सामग्री की आवश्यकता होती है।

(2) योगासन अमीर-गरीब, बूढ़े-जवान, सबल-निर्बल सभी स्त्री-पुरुष कर सकते हैं।

(3) आसनों में जहां मांसपेशियों को तानने, सिकोड़ने और ऐंठने वाली क्रियायें करनी पड़ती हैं, वहीं दूसरी ओर साथ-साथ तनाव-खिंचाव दूर करनेवाली क्रियायें भी होती रहती हैं, जिससे शरीर की थकान मिट जाती है और आसनों से व्यय शक्ति वापिस मिल जाती है। शरीर और मन को तरोताजा करने, उनकी खोई हुई शक्ति की पूर्ति कर देने और आध्यात्मिक लाभ की दृष्टि से भी योगासनों का अपना अलग महत्त्व है।

(4) योगासनों से भीतरी ग्रंथियां अपना काम अच्छी तरह कर सकती हैं और युवावस्था बनाए रखने एवं वीर्य रक्षा में सहायक होती है।

(5) योगासनों द्वारा पेट की भली-भांति सुचारु रूप से सफाई होती है और पाचन अंग पुष्ट होते हैं। पाचन-संस्थान में गड़बड़ियां उत्पन्न नहीं होतीं।

(6) योगासन मेरुदण्ड-रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाते हैं और व्यय हुई नाड़ी शक्ति की पूर्ति करते हैं।

(7) योगासन पेशियों को शक्ति प्रदान करते हैं। इससे मोटापा घटता है और दुर्बल-पतला व्यक्ति तंदरुस्त होता है।

(8) योगासन स्त्रियों की शरीर रचना के लिए विशेष अनुकूल हैं। वे उनमें सुन्दरता, सम्यक-विकास, सुघड़ता और गति, सौन्दर्य आदि के गुण उत्पन्न करते हैं।

(9) योगासनों से बुद्धि की वृद्धि होती है और धारणा शक्ति को नई स्फूर्ति एवं ताजगी मिलती है। ऊपर उठने वाली प्रवृत्तियां जागृत होती हैं और आत्मा-सुधार के प्रयत्न बढ़ जाते हैं।

(10) योगासन स्त्रियों और पुरुषों को संयमी एवं आहार-विहार में मध्यम मार्ग का अनुकरण करने वाला बनाते हैं, अत: मन और शरीर को स्थाई तथा सम्पूर्ण स्वास्थ्य, मिलता है।

(11) योगासन श्वास- क्रिया का नियमन करते हैं, हृदय और फेफड़ों को बल देते हैं, रक्त को शुद्ध करते हैं और मन में स्थिरता पैदा कर संकल्प शक्ति को बढ़ाते हैं।

(12) योगासन शारीरिक स्वास्थ्य के लिए वरदान स्वरूप हैं क्योंकि इनमें शरीर के समस्त भागों पर प्रभाव पड़ता है और वह अपने कार्य सुचारु रूप से करते हैं।

(13) आसन रोग विकारों को नष्ट करते हैं, रोगों से रक्षा करते हैं, शरीर को निरोग, स्वस्थ एवं बलिष्ठ बनाए रखते हैं।

(14) आसनों से नेत्रों की ज्योति बढ़ती है। आसनों का निरन्तर अभ्यास करने वाले को चश्में की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।

(15) योगासन से शरीर के प्रत्येक अंग का व्यायाम होता है, जिससे शरीर पुष्ट, स्वस्थ एवं सुदृढ़ बनता है। आसन शरीर के पांच मुख्यांगों, स्नायु तंत्र, रक्ताभिगमन तंत्र, श्वासोच्छवास तंत्र की क्रियाओं का व्यवस्थित रूप से संचालन करते हैं जिससे शरीर पूर्णत: स्वस्थ बना रहता है और कोई रोग नहीं होने पाता। शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक सभी क्षेत्रों के विकास में आसनों का अधिकार है। अन्य व्यायाम पद्धतियां केवल वाह्य शरीर को ही प्रभावित करने की क्षमता रखती हैं, जब कि योगसन मानव का चहुँमुखी विकास करते हैं।

सदैव योगी के सानिध्य में रहें।

पता नहीं यह पहेली कब सुलझेगी, सुलझेगी भी या नहीं.?
लेकिन हर वर्ष स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर यह पहेली आने वाली पीढ़ियों को सदियों तक झकझोरती रहेगी कि… क्या शास्त्री जी की हत्या का रहस्य छुपाने के लिए दो और हत्याएं की गईं थीं.?

1977 में केंद्र की सत्ता से कांग्रेस वर्चस्व के सफाये के बाद प्रचण्ड बहुमत से बनी जनता पार्टी की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की सन्देहास्पद मृत्यु की जांच के लिये रामनारायण कमेटी का गठन किया था।
इस कमेटी ने शास्त्री जी की मृत्यु से सम्बन्धित दो प्रत्यक्षदर्शी गवाहों को गवाही देने के लिए बुलाया था। पहले गवाह थे, उस समय ताशकंद में शास्त्री जी के साथ रहे उनके निजी चिकित्सक आरएन चुघ। जिन्हें बहुत देर बाद शास्त्री जी के कमरे में बुलाया गया था और जिनके सामने शास्त्री जी ने “राम” नाम जपते हुए अपने प्राण त्यागे थे। दूसरे गवाह थे उनके निजी बावर्ची रामनाथ, जो उस पूरे दौरे के दौरान शास्त्री जी के लिये भोजन बनाते थे लेकिन शास्त्री जी की मृत्यु वाले दिन रूस में भारत के राजदूत टीएन कौल ने उनके बजाय अपने खास बावर्ची जान मोहम्मद से शास्त्री जी का भोजन बनवाया था। यहां यह उल्लेख बहुत जरूरी है कि ये टीएन कौल कश्मीरी पंडित था। 
यह है उस सनसनीखेज रहस्यमय पहेली की संक्षिप्त पृष्ठभूमि जो आजतक नहीं सुलझी है। वो पहेली यह है कि जनता सरकार द्वारा गठित कमेटी ने गवाही के लिए जिन डॉक्टर आरएन चुघ को बुलाया था वो कमेटी के सामने गवाही देने के लिए अपनी कार से जब दिल्ली आ रहे थे तो रास्ते में एक ट्रक ने उनकी कार को इतनी बुरी तरह रौंदा गया था कि कार में सवार डॉक्टर चुघ उनकी पत्नी पुत्री समेत सभी की मौत हो गयी थी। दूसरे गवाह रामनाथ जब दिल्ली आए और जांच कमेटी के सामने गवाही देने जा रहे थे तो एक तेज रफ्तार कार ने उनको सड़क पर बुरी तरह रौंद दिया था। संयोग से रामनाथ की तत्काल मौत नहीं हुई थी लेकिन उनकी दोनों टांगे बेकार हो गईं थीं तथा सिर पर लगी गम्भीर चोटों के कारण उनकी स्मृति पूरी तरह खत्म हो गयी थी। उस दुर्घटना के कारण लगी गम्भीर चोटों के कारण कुछ समय पश्चात उनकी भी मौत हो गयी थी। उल्लेखनीय है कि स्व. शास्त्री जी की पत्नी ललिता शास्त्री जी ने उस समय बताया था कि कमेटी के सामने गवाही देने जाने से पहले उस दिन रामनाथ उनसे मिलने आए थे और यह कहकर गए थे कि…”बहुत दिन का बोझ था अम्मा आज सब बता देंगे”।
शास्त्री जी की मृत्यु की जांच कर रही कमेटी के सामने गवाही देने जा रहे दोनों प्रत्यक्षदर्शी गवाहों की ऐसी मौत क्या केवल संयोग हो सकती है.?
अतः उपरोक्त घटनाक्रम आज 43 साल बाद भी एक पहेली की तरह यह सवाल पूछ रहा है कि क्या शास्त्री जी हत्या का रहस्य छुपाने के लिए दो और हत्याएं की गईं थीं.?
पता नहीं यह पहेली कब सुलझेगी, सुलझेगी भी या नहीं.?
लेकिन हर वर्ष स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर यह पहेली आने वाली पीढ़ियों को सदियों तक झकझोरती रहेगी।
मात्र डेढ़ वर्ष के अपने कार्यकाल में “जय जवान जय किसान” के अपने अमर नारे के साथ देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि वाले स्व. शास्त्री जी कितनी दृढ़ इच्छाशक्ति वाले व्यक्ति थे यह इसी से समझा जा सकता है कि अंतरराष्ट्रीय नियमों दबावों तनावों को ताक पर रखकर देशहित में उनके द्वारा लिए एक साहसिक निर्णय ने ही 1965 के भारत-पाक युद्ध का रुख पूरी तरह से भारत के पक्ष में कर दिया था।
ऐसी दृढ़ इच्छाशक्ति वाले जननायक के लिए देश में दशकों तक एक सुनियोजित अफवाह फैलाई गई कि ताशकंद में समझौता करने का दबाव नहीं सह सकने के कारण शास्त्री जी को हार्टअटैक पड़ गया था जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गयी थी।
सच क्या है इसका फैसला एक दिन जरूर होगा और दुनिया के सामने सच जरूर आएगा। इसी आशा एवं अपेक्षा के साथ…
मां भारती के महान सपूत लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर कोटि कोटि नमन, विनम्र श्रद्धांजलि। (सभार) 
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Don’t take pleasure in the troubles of others
* May God not give you the same gift,*
*Because God gives you that*
*In which you get pleasure….*